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सोने में निवेश कैसे करें

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धनतेरस पर सोना खरीदने की कर रहे प्‍लानिंग, जानिए कहां पर कर सकते हैं निवेश

पिछले कुछ वर्षों में, कई रास्ते खुले हैं जो बुलियन सोना खरीदने के अलावा गोल्‍ड में निवेश की अनुमति देते हैं। आइए जानते हैं निवेश करने के कौन कौन से विकल्‍प हैं।

धनतेरस पर सोना खरीदने की कर रहे प्‍लानिंग, जानिए कहां पर कर सकते हैं निवेश

जानिए गोल्‍ड में निवेश के क्‍या-क्‍या हैं विकल्‍प (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

डॉलर के बढ़ने और रुपये के कमजोर होने से सोने के दाम में तेज गिरावट हुई है। ऐसे में इसे सोना की खरीदारी और निवेश के अवसर के रूप में भी देखा जा रहा है। पिछले आठ महीने के दौरान सोना के 10 ग्राम के लिए कीमत में करीब दो हजार रुपये की कमी आ चुकी है। हालांकि इसके बावजूद भी सोना में निवेश पर पॉजिट‍िव रिटर्न मिला है।

कई एक्‍सपर्ट का अनुमान है कि त्‍योहारी सीजन में सोने की कीमत में निवेश कर अच्‍छा मुनाफा पाया जा सकता है। पिछले कुछ वर्षों में, कई रास्ते खुले हैं जो बुलियन सोना खरीदने के अलावा गोल्‍ड में निवेश की अनुमति देते हैं। इनमें से कुछ विकल्पों में गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, गोल्ड सेविंग फंड और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) शामिल हैं, जो अच्छी तरह से ऑनलाइन निवेश विकल्प हैं। यहां कुछ विकल्‍प है, जिसमें आप धनतेरस पर निवेश कर सकते हैं।

गोल्ड ईटीएफ

निवेशकों के पास स्टॉक एक्सचेंजों पर गोल्ड ईटीएफ की यूनिट खरीदने और बेचने का विकल्प होता है। पिछले 10 वर्षों में, गोल्ड ईटीएफ ने सालाना अच्छा रिटर्न दिया है, क्योंकि गोल्ड ईटीएफ सोने की कीमतों को ट्रैक करते हैं। गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स में निवेश करने के लिए आपके पास एक डीमैट खाता होना चाहिए।

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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB)

सोना में निवेश लंबे समय के लिए करना चाहते हैं तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक समझदार विकल्प है। SGBs भारत सरकार की ओर से भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं, जो उन्हें एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनाता है। SGB में निवेश 8 साल के लिए कर सकते हैं। हालांकि, पांचवें वर्ष की समाप्ति के बाद इसे वापस सरकार को बेचने का विकल्प दिया जाता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर सालाना 2.5 प्रतिशत की ब्याज दर मिलती है और ये एक ग्राम सोना की कीमत को ट्रैक करते हैं। मैच्योरिटी पूरा होने पर निवेशकों को 1 ग्राम सोना की मौजूदा कीमत के हिसाब से भुगतान किया जाता है।

डिजिटल गोल्ड

शुद्धता और सुरक्षित स्‍टॉक के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, तो डिजिटल सोना सबसे अच्छा विकल्प है। कई प्लेटफॉर्म डिजिटल गोल्ड में निवेश की अनुमति देते हैं, जहां ग्राहक सोना खरीद सकते हैं और ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। फिर विक्रेता ग्राहक की ओर से सुरक्षित स्‍टॉक में सोना जमा करके रखते हैं। डिजिटल सोना 24 कैरेट, 999.9 शुद्धतम सोने के सिक्कों और सोने की छड़ों के रूप में हो सकता है। हालांकि निवेश करने से पहले इनके नियम और शर्तों के बारे में ध्‍यान से पढ़ लेना चाहिए।

क्यों और कैसे करें गोल्‍ड में निवेश? जानें हर सवाल का जवाब

टाइम्स नाउ डिजिटल

Investment option: आपको गोल्‍ड में निवेश क्यों करना चाहिए? आप गोल्‍ड में कैसे निवेश कर सकते हैं? क्या ईटीएफ गोल्ड फंड से बेहतर है? आइए जानते हैं हर सवाल का जवाब।

why you should invest in gold and Which is the best way to invest in gold

नई दिल्ली। भारतीय त्योहारों के दौरान गोल्‍ड (सोना) को पवित्र मानते हुए इसमें निवेश कर अपने पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने की कोशिश करते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारतीय घरों में सोना खरीदना कोई नई बात नहीं है। रिसर्च बताते हैं कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा घरेलू स्वर्ण भंडार है। शादी और बच्चे के जन्म जैसे खास मौकों पर सोना खरीदा जाता है। हालांकि सोना अचल संपत्ति या रियल एस्टेट की तरह एक भौतिक संपत्ति है, लेकिन वित्तीय या डिजिटल निवेश परिसंपत्तियों से इसकी चमक में कोई कमी नहीं आई है। गोल्‍ड में किया गया निवेश अभी भी मजबूत और अच्छे कारणों से जारी है।

आपको गोल्‍ड में निवेश क्यों करना चाहिए?
महंगाई से मिलती है मदद:
चूंकि सोना एक प्राथमिक वस्तु है, यह बढ़ती लागत के साथ अधिक महंगा हो जाता है। इस वजह से यह महंगाई के दौर में आकर्षक रिटर्न प्रदान करता है।

विनिमय योग्य (एक्‍सचेंज करने योग्‍य): गोल्‍ड अपने आप में एक मुद्रा है। यहां तक कि जब आपके पास स्वीकार्य करेंसी नहीं होती है, तब भी कई उपयोगिताओं के लिए सोने का आदान-प्रदान किया जा सकता है। जब कोई मुद्रा गिरती है या उसकी जगह खत्म हो जाती है तो सोना विशेष रूप से फायदेमंद होता है।

लिमिटेड सप्लाई: सोना एक कीमती और दुर्लभ धातु है। अधिक खोजने की सीमित गुंजाइश के साथ, सोना भविष्य में और अधिक कीमती हो जाएगा। इसके अलावा, सोने का कृत्रिम रूप से उत्पादन नहीं किया जा सकता है। कम आपूर्ति और उच्च मांग ने हमेशा कीमतों में वृद्धि की है, जिससे गोल्‍ड में किया गया निवेश एक संपत्ति वृद्धि के लिए दीर्घकालिक उपकरण के तौर पर सामने आता है।

तरलता: कोई भी व्यक्ति आसानी से सोना खरीद और बेच सकता है, जिससे यह अत्यधिक लचीला और तरल निवेश बन जाता है।

यूटिलिटी या उपयोगिता: स्‍पेस इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे विभिन्न उद्योगों में सोने का उपयोग होता है, और ये सभी बड़े आकार वाले उद्योग सोने में निवेश कैसे करें हैं। यह सुनिश्चित करता है कि सोना हमेशा मांग में रहेगा। इसके अलावा, सोने का उपयोग गहनों के रूप में भी किया जा सकता है।

सुरक्षित सहारा: जो लोग इक्विटी मार्केट में भारी निवेश करते हैं, उनके लिए सोना स्टॉक मार्केट क्रैश होने पर आपात स्थिति के लिए सुरक्षा कुशन के रूप में कार्य कर सकता है। गोल्‍ड के निवेश को बियर बाजारों (गिरावट वाला बाजार) के दौरान बेहतर प्रदर्शन के लिए जाना जाता है।

गोल्‍ड में कैसे निवेश करें?
सोना में निवेश करने के कई तरीके हैं। यहां भारत में गोल्‍ड में निवेश करने के पांच तरीके बताए गए हैं:

फिजिकल तरीके से खरीदें सोना (Physical Gold)
आप सोने के सिक्का में निवेश कर सकते हैं। हालांकि, यह धातु के गुम होने या खोने की चिंता के साथ आता है। इसके अलावा, आपको पर्याप्त भंडारण की आवश्यकता होगी।

गोल्ड ईटीएफ या गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Gold ETF)
एक गोल्ड ईटीएफ स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होता है और इसे शेयर बाजार के निवेशकों द्वारा खरीदा और बेचा जा सकता है। गोल्ड ईटीएफ निवेश 99.95 प्रतिशत शुद्धता के साथ वास्तविक गोल्ड के धारण को भी दर्शाता है, जिसे 0.5-1 किलोग्राम गोल्ड यूनिट्स तक पहुंचने पर भौतिक संपत्ति में परिवर्तित किया जा सकता है।

गोल्ड फंड्स (Gold Funds)
गोल्ड म्युचुअल फंड एक ऐसी योजना है, जो गोल्ड ईटीएफ में निवेश करती है और रिटर्न निर्धारित करने के लिए ईटीएफ की गतिविधियों की निगरानी करती है। यह केवल मौद्रिक लाभ के लिए किए गए सोने के निवेश के लिए अधिक उपयुक्त है न कि वास्तविक सोने के कब्जे के लिए। गोल्ड फंड निवेश में, ईटीएफ के लिए आवश्यक न्यूनतम 1 ग्राम खरीदने की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए एसआईपी विकल्प 1,000 रुपये से शुरू होता है।

ई-गोल्ड (E-Gold)
नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) ने निवेशकों को छोटे मूल्यवर्ग (1mg, 2mg, आदि) में सोना खरीदने में सक्षम बनाने के लिए ई-गोल्ड लॉन्च किया है। ई-गोल्ड निवेश के लिए एक अलग डीमैट खाते की आवश्यकता होती है, और सोना भारतीय सोने के बाजार की कीमतों को दर्शाता है। यह ईटीएफ के विपरीत है जो अक्सर अंतरराष्ट्रीय बाजार से भी प्रभावित होते हैं।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (Sovereign Gold Bond)
भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड लॉन्च किए हैं, जो सरकारी प्रतिभूतियां हैं और यह 1 ग्राम मूल्यवर्ग में सोना जारी करती हैं। आप हर वित्तीय वर्ष में मैच्योरिटी पर नकद के साथ निश्चित ब्याज प्राप्त कर सकते हैं।

क्या आपको गोल्‍ड में निवेश करना चाहिए?
जी हां, महंगाई और बियर मार्केट (शेयर बाजार में गिरावट की स्थिति) के खिलाफ सोना एक अच्छा बचाव साबित हो सकता है।

क्या ईटीएफ गोल्ड फंड से बेहतर है?
गोल्ड ईटीएफ आपको गोल्ड का स्वामित्व प्राप्त करने की अनुमति देते हैं, जबकि गोल्ड म्युचुअल फंड विशुद्ध रूप से पैसे में वृद्धि के लिए होते हैं और इसमें कोई वास्तविक गोल्‍ड का स्वामित्व नहीं होता है। 1,000 रुपये प्रति माह से शुरू होने वाला गोल्ड फंड निवेश अधिक किफायती हैं।

भारत में सोने की दर को प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं?
अंतरराष्ट्रीय सोने की दर, डॉलर-रुपया में उतार-चढ़ाव, सीमा शुल्क और अन्य कारकों के कारण भारत में सोना की कीमतों में बदलाव होता है।

(इस लेख के लेखक TradeSmart के सीईओ विकास सिंघानिया हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)

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How to Invest in Gold in Hindi | सोने में निवेश कैसे करें?

हेलो सोने में निवेश कैसे करें दोस्तों आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे की सोने में कैसे निवेश किया जाये, गोल्ड यानि में निवेश करने का कौन सा तरीका अच्छा होता है हमे असली में सोनार से सोना खरीद कर इन्वेस्ट करना चाहिए या फिर ऑनलाइन गोल्ड यानि सोना खरीद कर इन्वेस्ट कर सकते हैं? हमे किस में ज्यादा व्याज मिलेगा तो चलिए देखते हैं।

WHAT IS GOLD IN HINDI

सोना एक रासायनिक तत्व है जिसका प्रतीक Au और परमाणु संख्या 79 है, जो इसे प्राकृतिक रूप से होने वाले उच्च परमाणु संख्या तत्वों में से एक बनाता है। शुद्ध रूप में, यह एक चमकीला, थोड़ा लाल रंग का पीला, घना, मुलायम, निंदनीय और नमनीय धातु है। रासायनिक रूप से, सोना एक संक्रमण धातु और एक समूह 11 का तत्व है।

सोने में कई गुण होते हैं जिसने इसे पूरे इतिहास में असाधारण रूप से मूल्यवान बना दिया है। यह रंग और चमक में आकर्षक है, आभासी अविनाशीता के बिंदु तक टिकाऊ है, अत्यधिक निंदनीय है, और आमतौर पर तुलनात्मक रूप से शुद्ध रूप में प्रकृति में पाया जाता है। सोने का इतिहास किसी भी अन्य धातु से अतुलनीय है क्योंकि यह प्राचीन काल से ही मूल्यवान है। और इन्ही वजह से लोग इनमे निवेश करते हैं।

अपने शुद्धतम रूप में सोना हल्के लाल पीले रंग का होता है। हालांकि, इसका उपयोग कई अन्य रंगों में रंगीन सोने के उत्पादन के लिए किया जा सकता है। हम जानते हैं कि आभूषण बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सोना 24k शुद्ध सोना नहीं है। यह मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए अन्य धातुओं के साथ सोने का एक मिश्र धातु है।

विभिन्न पाए गए सोने के रंग बनाने के लिए सोने को चांदी, तांबा, जस्ता, पैलेडियम और निकल के साथ मिश्रित किया जा सकता है। सबसे आम सोने के रंग पीले, सफेद और गुलाब हैं, जबकि आप हरे और भूरे रंग में सोने में निवेश कैसे करें भी सोना पा सकते हैं।

प्राचीन सभ्यताओं के समय से लेकर आधुनिक युग तक सोना दुनिया की पसंदीदा मुद्रा रही है। आज, निवेशक मुख्य रूप से राजनीतिक अशांति और मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में सोना खरीदते हैं। इसके अलावा, कई शीर्ष निवेश सलाहकार समग्र पोर्टफोलियो जोखिम को कम करने के लिए सोने सहित वस्तुओं में पोर्टफोलियो आवंटन की सलाह देते हैं।

1. भौतिक सोना कैसे खरीदें ?(Investing in Physical Gold) :-

तो चलिए देखतें है की भौतिक गोल्ड में कैसे निवेश करते हैं तो जैसा की आपको पता होगा की भौतिक गोल्ड में हम सोने से सिक्के में निवेश करते हैं, या फिर हम कोई सोने का गहना भी खरीद कर निवेश कर सकते हैं लेकिन इसमें ये प्रॉब्लम होता है की अगर हम सोने को कभी पहन लेते हैं और फिर उसे बेचते है तो उसमे कुछ मिली ग्राम वो काट लेता हैं।

तो फिजिकल गोल्ड यानि भौतिक सोना खरीदने का सही तरीका यही हैं की हम एक सुनार के दूकान पर जाकर उससे कोई अच्छा वाला सोना का सिक्का खरीद सकते हैं।

2. डिजिटल सोना कैसे खरीदें? (Investing in Digital Gold) :-

डिजिटल गोल्ड खरीदना बहुत ही आसान हैं क्योंकि आप किसी भी Fintech Companies के अप्प् की सहायता से आसानी से गोल्ड खरीद कर निवेश कर सकते हैं, तो चलिए देखतें हैं की वे कौन से अप्प हैं जहाँ से हम डिजिटल गोल्ड खरीद कर निवेश कर सकते हैं।

डिजिटल गोल्ड खरीदने के तरीके –

अगर आप डिजिटल गोल्ड खरीदकर इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए ऍप्लिकेशन्स की सहायता से आसानी से निवेश कर सकते हैं –

वैसे तो पहले लोग फिजिकल गोल्ड ही खरीदते थे लेकिन अब लोग डिजिटल भी खरीदते हैं और फिजिकल भी, अब आप पूछेंगे की खरीदना कहाँ से चाहिए डिजिटल से या फिजिकल से तो मैं आपको बता दूँ की गोल्ड कहीं से भी खरीद सकते हैं और दोनों से अपने अपने फायदे और नुक्सान हैं।

अगर आप फिजिकल गोल्ड खरीदते हैं तो आप उस सोने के गहने को जब मन करें पहन सकते हैं, ये तो फायदा है लेकिन नुक़्सान से है की अगर आप फिसिकल खरीदते हैं तो आपको १० से १५ % मेकिंग चार्जेज देनी पड़ती हैं और इसके आलावा ३ % GST भी देना पड़ता है। और फिजिकल गोल्ड का चोरी होने का भी डर होता हैं। और जब आप इस गोल्ड को बेचने जाते हैं तो इसे आप गोल्ड से एक्चुअल रेट पर नहीं बेच सकते क्योंकि अगर आप पहनते होंगे इस सोने के गहने को तो ये गन्दा हो जाता है जिसकी वजह से अच्छे रेट में नहीं बेच सकते , और फिजिकल गोल्ड को आप १०० और २०० रुपये में नहीं खरीद सकते।

तो चलिए जब बात करते हैं डिजिटल गोल्ड की तो इसमें जब हम कोई डिजिटल गोल्ड सोने में निवेश कैसे करें खरीदते हैं तो हमे कोई गोल्ड का सिक्का या कोई सोना फिजिकली नहीं मिलता, बल्कि हमे केवल एक सर्टिफिकेट मिलता है की हमने डिजिटल गोल्ड खरीदें हैं। और डिजिटल गोल्ड का चोरी होने का डर भी नहीं रहता और हम डिजिटल गोल्ड १०० रुपये में भी खरीद सकते हैं। और डिजिटल गोल्ड में भी 3% GST लगता है।

Gold Investment Tips: सोना खरीदकर आपको हो सकता है 'नुकसान', गांठ बांध लें ये 4 बातें

सोने में निवेश के वक्त आपको सावधानी भी बरतनी चाहिए। नहीं तो फायदा देने वाला सोना नुकसान सोने में निवेश कैसे करें का कारण भी बन सकता है।

Written by: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Updated on: June 25, 2022 12:57 IST

Gold Investment- India TV Hindi

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Highlights

  • सावधानी न बरती तो फायदेमंद सोना नुकसान का कारण भी बन सकता है
  • मेकिंग और डिजाइनिंग चार्जेज के चलते सोना अधिक महंगा हो जाता है
  • डिजिटल गोल्ड के जोखिम की बात करें तो यहां कोई रेग्युलेटर नहीं है

सोना हमेशा से समृद्धि का प्रतीक रहा है। तभी तो कहा जाता है कि 'आपके पास है सोना तो जिंदगी भर चैन की नींद सोना'। भारत में पारंपरिक रूप से कुछ खास अवसरों पर सोना खरीदना काफी शुभ माना जाता है। आज के दौर में जहां शेयर मार्केट, मनी मार्केट, म्यूचुअल फंड और अन्य दूसरे निवेश के विकल्प मौजूद हैं, तब भी सोने के प्रति निवेशकों का आकर्षण कम नहीं हुआ है। लेकिन सोने में निवेश के वक्त आपको सावधानी भी बरतनी चाहिए। नहीं तो फायदा देने वाला सोना नुकसान का कारण भी बन सकता है। आज सोने में निवेश के कई विकल्प में इतने विकल्पों के बीच आपको सोने में निवेश से पहले कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। आज हम इन्हीं बातों की चर्चा कर रहे हैं।

क्या सुनार की दुकान से खरीदें सोना?

पहला सवाल आता है कि आप सोना किस प्रकार खरीद सकते हैं। एक तरीका पारंपरिक है यानि फिजिकल गोल्ड (Physical Gold), इसे खरीदने के लिए आप सुनार की ​दुकान पर जाते हैं और गहने या गिन्नी खरीदते हैं। यदि आप ज्वैलरी या गिन्नी खरीदते हैं तो इसके चोरी होने का डर हमेशा आपका ब्लडप्रैशर बढ़ा सकता है, वहीं लोकल सुनार से खराब क्वालिटी का खतरा भी बना रहता है। एक नुकसान यह भी है कि मेकिंग और डिजाइनिंग चार्जेज के चलते यह अधिक महंगा हो जाता है। इसे आप लॉकर आदि में रखते हो तो आपको उस पर भी पैसा खर्च करना पड़ेगा। वहीं समस्या गुणवत्ता को लेकर भी है। जब आप इसे बेचने जाते हैं तो आपको इसकी पूरी कीमत भी नहीं मिलती।

Gold

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डिजिटल गोल्ड में हैं क्या खतरे

आज सोने की खरीद का एक इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट है। आप डिजिटल गोल्ड (Digital Gold), गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF), गोल्ड म्यूचुअल फंड्स (Gold Mutual Funds), सॉवरेन गोल्ड बांड्स (Sovereign Gold Bonds) आदि माध्यमों पर भी गौर कर सकते हैं। डिजिटल गोल्ड के जोखिम की बात करें तो यहां कोई रेग्युलेटर नहीं है। यानि आपके साथ धोखाधड़ी होने पर आपके ​पास ज्यादा विकल्प नहीं रह जाते। हालांकि गोल्ड इटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड्स सेबी की निगरानी के साथ आते हैं। इसके अलावा सॉवरेन गोल्ड बांड के साथ रिस्क बहुत ही कम है।

Sovereign Gold Bonds

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टैक्स घटा सकता है आपका रिटर्न

देश में हर कमाई पर आपको टैक्स देना ही पड़ता है। यह व्यवस्था सोने पर भी लागू है। जब इन्वेस्टमेंट मैच्योर होता है या जब आप सोना बेचते हैं, उस समय आपको टैक्स देना होता है। फिजिकल गोल्ड, डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड्स की बिक्री से मिले कैपिटल गेन पर टैक्स लगता है। अगर सोने को तीन साल के अंदर मुनाफे के साथ बेचा जाता है, तो इस पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा। अगर सोना तीन साल के बाद मुनाफे पर बेचा जाता है, तो इस पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा। जो 20 फीसदी तक हो सकता है। सॉवरेन गोल्ड बांड से प्राप्त हुआ सारा ब्याज आपकी आय में जुड़ता है, और इस पर आपके इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स लगता है। अगर सॉवरेन गोल्ड बांड आठ साल बाद रिडीम किया जाता है, तो सारा कैपिटल गेन पूरी तरह टैक्स फ्री होता है।

सोने ने दिया कितना रिटर्न

Gold Price Last 20 years

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शेयर बाजार से लेकर दूसरे निवेश में भले ही आपको नुकसान हुआ हो, लेकिन सोने में निवेश आपको निराश नहीं किया। सोने ने पिछले 40 वर्षों में 9.6 फीसद की दर से सालाना रिटर्न दिया है। रिस्क के नजरिये से सोने ने इक्विटीज की तुलना में निश्चित रूप से कम अस्थिरता दिखाई है। अक्सर देखा गया है कि अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट आती है या कोई बड़ी वित्तीय आपदा आती है तो सोने में रिटर्न बढ़ता है। उदाहरण के लिए 1991-92 में ईराक युद्ध, 2000 में अमेरिका पर हमला, 2008/2009 अमेरिकी मंदी और साल 2020 में कारोना संकट के बीच सोने ने अच्छा रिटर्न दिया।

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