लाइव ट्रेडिंग रणनीतियाँ

क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है

क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है

Best Book For Option Trading Strategies In Hindi 2022

Best Book For Option Trading Strategies In Hindi 2022, नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप सभी का एक बार फिर हमारी Website Be RoBoCo में , आज एक बार हम फिर हाजिर हैं आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर जिसे हम Best Book For Option Trading Strategies In Hindi 2022 के नाम से जानते हैं।

दोस्तो क्या आपने भी Option Trading Strategies PDF In Hindi, Option Trading Strategies In Hindi, Option Strategies In Hindi और Best Option Trading Strategies For Indian Market PDF Free Download आदि के बारे में Search किया है और आपको निराशा हाथ लगी है ऐसे में आप बहुत सही जगह आ गए है , आइये Option Trading Strategies Book PDF, Best Option Trading Strategies For Indian Market, Best Option Trading Books India और Option Trading Strategies In Indian Market PDF ​आदि के बारे में बुनियादी बाते जानते है।

दोस्तो यदि आप ऑप्शंस ट्रेडिंग में पैसा कमाना सीखना चाहते हैं, तो पहला कदम आपको एक रणनीति विकसित करना होता है। शेयर बाजार में अधिकांश Traders यह मानते हुए Options में व्यापार करने से दूर रहते हैं कि Options बहुत जटिल और जोखिम भरे हैं और कुछ Traders बिना किसी ज्ञान के Options में व्यापार करते हैं और इसलिए लंबी अवधि में पर्याप्त नुकसान के साथ समाप्त हो जाते हैं।

ऐसे में आप कुछ समय लें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के तरीके के बारे में सावधानी से योजना बनाएं और यदि आप Option Strategy के ऊपर कुछ बढ़िया Books की तलाश कर रहे है तो लेख के अंत तक बने रहें, चलिए शुरू करते है।

ट्रेडिंग रणनीति

शुरू करने के लिए, आइए स्पष्ट हों: आप द्विआधारी विकल्प का व्यापार करके एक सुसंगत आय बना सकते हैं। निश्चित रूप से पर्याप्त लाभ उत्पन्न करना संभव है। प्रेमी व्यापारी हर दिन तेल और सोने से लेकर स्टॉक और मुद्रा जोड़े तक के द्विआधारी विकल्प का व्यापार करते हैं।

अब, सवाल यह है कि क्या कई वेबसाइटों और ब्रोकरों का दावा है कि पैसा कमाना आसान है?

मुट्ठी भर द्विआधारी विकल्प दलालों पर एक त्वरित नज़र आपको यह धारणा देता है कि आपको लाभ के साथ द्विआधारी विकल्प व्यापार करने के लिए ब्रोकर के मंच पर एक खाता बनाना है। कुछ ब्रोकर गर्व से घोषणा करते हैं कि 70% की वापसी मिनटों में हो सकती है। इसके अलावा, यह शायद दिन के दौरान बार-बार किया जा सकता है। यह अनदेखा करना कठिन है, खासकर जब निवेश के अन्य रूप बहुत कम रिटर्न देते हैं। लेकिन अगर आप द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग के साथ पैसा कमा सकते हैं, तो वास्तविक रणनीति होना आवश्यक है

यदि आप बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं तो रणनीति सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। यह ढांचे के भीतर की दिशा है जिसमें सभी निर्णय लेने हैं। रणनीति को धन प्रबंधन और बाजार के कामकाज की समझ के नियमों पर विचार करना चाहिए। दुर्भाग्य से, कोई जीत की रणनीति नहीं है । यदि कोई होता, तो हम सभी इसका उपयोग करते। हालांकि, आप अपने ज्ञान, विशेषज्ञता और लगातार सीखने के आधार पर अपनी रणनीति विकसित कर सकते हैं।

द्विआधारी विकल्प रणनीति होने का क्या महत्व है?

यदि आप अपनी वृत्ति और अनुमान के साथ द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग शुरू करने का निर्णय लेते हैं, तो सच्चाई यह है कि आप कोई पैसा नहीं लगाएंगे। द्विआधारी विकल्प भावनाओं के साथ व्यापार नहीं किया जा सकता है यह विश्वास करते हुए कि आप भाग्यशाली होंगे। आप यथोचित रूप से बहुत कुछ खो देंगे। यही कारण है कि द्विआधारी विकल्प व्यापार करने के लिए एक रणनीति होना आवश्यक नहीं है। विश्लेषण और सुधार की रणनीति आपको अपनी रणनीतियों के अक्षम तत्वों को सुधारने या निकालने के दौरान अपने व्यापार और धन प्रबंधन रणनीतियों के सकारात्मक पहलुओं को अधिकतम करने के लिए एक संरचित तरीका प्रदान करती है। यह आपको लंबे समय में अधिक लाभदायक बनने और बाजार की बदलती परिस्थितियों के अनुकूल बनाने की अनुमति देता है।

इसके बिना, आपके खाते की शेष राशि शून्य तक पहुँच सकती है, भले ही आपके पास एक उत्कृष्ट व्यापारिक रणनीति हो। हारने वाले हवाई चप्पलें और लाभहीन आदान-प्रदान जीवन का हिस्सा हैं, इसलिए इस अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए एक रणनीति बनाना आवश्यक है। इसका मतलब है कि अपने लाभ को अधिकतम करने के लिए अपने धन का प्रबंधन करना, अपने नुकसान को सीमित करना, और, सबसे महत्वपूर्ण बात, एक बुरे क्षेत्र के बाद लाभदायक स्थिति में वापस आना।

एक व्यापारिक रणनीति होने का दूसरा कारण यह है कि यह आपको पुनरावृत्ति से लाभान्वित करने की अनुमति देता है। इस प्रकार की रणनीति के बिना, आपको शायद पता नहीं होगा कि क्या काम किया या क्यों किया। अगर ऐसा किया भी तो उसे दोहराना मुश्किल होगा।

एक व्यापारिक रणनीति यह सुनिश्चित करती है कि आपके लेनदेन स्पष्ट और तार्किक सोच पर आधारित हैं, जबकि यह सुनिश्चित करते हुए कि एक पैटर्न है जिसे दोहराया, विश्लेषण, अनुकूलित और समायोजित किया जा सकता है।

धन को जोखिम में डाले बिना एक द्विआधारी विकल्प रणनीति विकसित करें

जैसा कि इस लेख में ऊपर बताया गया है, यदि आप लाभकारी रूप से काम करना चाहते हैं तो एक द्विआधारी विकल्प रणनीति आवश्यक है। यह आपके व्यापार को एक संरचना देता है, भावना-आधारित निर्णय लेने की प्रक्रिया को हटाता है, और आपको विश्लेषण और विकास करने की अनुमति देता है।

आपको कैसे पता चलेगा कि आपके धन को जोखिम में डाले बिना कोई रणनीति काम करेगी या नहीं? आखिरकार, आप यह कैसे जान सकते हैं कि कोई रणनीति इसके बिना काम नहीं करती है? यदि आप ऐसी रणनीति आजमाते हैं जो आपके पैसे से काम नहीं करती है, तो आप इसे खो देंगे। यह उपलब्ध धनराशि को परीक्षण के चरण के अंत से पहले पार किया जा सकता है, जो आपको सफल होने और लाभदायक होने के लिए कुछ भी नहीं देगा, आपके पास एक द्विआधारी विकल्प रणनीति होनी चाहिए

एक समाधान है: एक द्विआधारी विकल्प डेमो खाता। सभी विश्वसनीय और उपयोगी गुणवत्ता वाले दलाल और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म डेमो अकाउंट की पेशकश करते हैं। वे आपको मंच का परीक्षण करने की अनुमति देते हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वास्तविक बाजार स्थितियों का उपयोग करके अपनी व्यापारिक रणनीतियों का परीक्षण करें। परीक्षण आपके लिए आभासी धन का उपयोग करके किया जाता है, इसलिए इसमें कोई वास्तविक धन शामिल नहीं है। बेशक, आप पैसे भी नहीं कमा सकते, लेकिन यह सवाल नहीं है। एक डेमो खाते का लाभ एक लाभदायक द्विआधारी विकल्प रणनीति को मजबूत करना है।

रीयल-टाइम बाइनरी ऑप्शंस चार्ट रणनीतियाँ

आम तौर पर, द्विआधारी विकल्प अपेक्षाकृत अल्पकालिक निवेश होते हैं जिनके लिए अनुसंधान और तकनीकी विश्लेषण की आवश्यकता होती है। इस कारण से, किसी भी व्यापारी की सफलता के लिए द्विआधारी विकल्प चार्ट का विश्लेषण और व्याख्या अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पढ़ने के चार्ट और तकनीकी विश्लेषण के विवरण को जानने के बिना लाभदायक होने के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। vfxAlert सिग्नल विश्लेषण में अतिरिक्त सहायता प्रदान कर सकते हैं। द्विआधारी विकल्प सिग्नल आपकी रणनीति की पुष्टि करने के लिए काम करते हैं और सौदे के बारे में सही निर्णय लेने में आपकी मदद करते हैं।

रणनीति आपके आदान-प्रदान को सरल करती है, व्यापार की पसंद से संबंधित अनिश्चितताओं को समाप्त करती है, और समग्र जोखिम को कम करती है।

द्विआधारी विकल्प बाजार के लिए एक व्यापारिक रणनीति होने के लिए एक बुनियादी समझ की आवश्यकता होती है कि बाजार उपलब्ध वाणिज्यिक अनुबंधों, विभिन्न समाप्ति समय और व्यक्तिगत परिसंपत्तियों के व्यवहार की समझ के संदर्भ में कैसे संचालित होता है।

कोई संदेह नहीं है, द्विआधारी विकल्प सभी बाजार स्थितियों में अवसर प्रदान करते हैं। और वे इसे करते हैं। बाजार की प्रवृत्ति के ऊपर या नीचे से लेकर फ्लैट या कांटा बाजारों, या यहां तक कि सबसे अस्थिर या अप्रत्याशित बाजारों में, द्विआधारी विकल्पों का व्यापार करने से पहले आपके लिए एक रणनीति होनी चाहिए

हालांकि, यह समझना अनिवार्य है कि प्रत्येक स्थिति में किस रणनीति का उपयोग करना है, और प्रत्येक घटना में, आपके पास प्रत्येक बाजार की स्थिति के लिए एक सुविचारित रणनीति होनी चाहिए।

अस्वीकरण:

उपलब्ध vfxalert संकेत केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए मौजूद हैं और किसी भी तरह से कार्रवाई के लिए मार्गदर्शक नहीं हैं। साइट और कार्यक्रम के मालिक किसी भी त्रुटि के लिए वेबसाइट पर और कार्यक्रम vfxAlert में प्रदान की गई जानकारी के उपयोग के लिए किसी भी जिम्मेदारी को स्वीकार नहीं करते हैं। इस साइट की जानकारी सार्वजनिक प्रस्ताव का गठन नहीं करती है।

Olymp trade, Binomo जैसे बाइनरी ट्रेडिंग एप से रहिए सावधान, कमाने के बजाय डूब जाएगा पैसा

beware of binary trading, you will loose all your hard earned money in seconds

आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।

करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा

कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।

क्यों है खतरनाक

बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।

इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।

ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में

बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।

शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।

कम से कम 3000 डॉलर का निवेश

अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।

हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।

केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता

लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।

फिलहाल भारत में यह एप हो रहे हैं पॉपुलर

आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।

करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा

कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।

क्यों है खतरनाक

बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।

इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।

ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में

बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।

शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।

कम से कम 3000 डॉलर का निवेश

अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।

हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।

केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता

लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है भी नहीं देती हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग

डेरिवेटिव ट्रेडिंग की मूल धारणा, खासकर ऑप्शंस की जानकारी। ऑप्शंस के भाव तय करने के प्रचलित मॉडल और ऑप्शन ट्रेडिंग में सफलता की रणनीतियां जो विशेष रूप से निफ्टी ऑप्शंस पर आजमाकर देखी गई हैं। यहां के लगभग 30 लेखों से ऑप्शंस ट्रेडिंग को समझा जा सकता है।

अच्छा लाभ मिला निफ्टी ऑप्शंस में

जून महीने के डेरिवेटिव सौदों में निफ्टी ऑप्शन का शुक्रवार से गुरुवार तक का पहला चक्र कल क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है पूरा हो गया। इस दौरान निफ्टी 4.68% बढ़ा है। 29 मई को निफ्टी 9580.30 पर बंद हुआ था, जबकि कल 4 जून को उसका बंद स्तर 10,029.10 का रहा है। आइए, देखते हैं कि हमने शुक्रवार के भावों के आधार पर निफ्टी ऑप्शंस में ट्रेडिंग के जो चार तरीके अपनाए थे, उनका अंततः क्या हश्र हुआ है। बटरफ्लाई स्प्रेड: बटरफ्लाईऔर और भी

जुगत प्रीमियम कमाने या मुनाफे की

ऑप्शन राइटर बाज़ार के बेहद मंजे हुए खिलाड़ी होते हैं। वे ऐसे ही स्ट्राइक मूल्य के ऑप्शन बेचने की जुगत में लगे रहते हैं जिनमें उनको मिला हुआ प्रीमियम हाथ से निकल जाने की गुंजाइश ही न रहे। वे बहुत ज्यादा लालच नहीं करते, लेकिन ज्यादा से ज्यादा ऑप्शन बेचकर अपनी प्रीमियम आय बढ़ाने में लगे रहते हैं। दूसरी तरफ ऑप्शन खरीदनेवाले हैं, जिनमें से अधिकांश रिटेल ट्रेडर हैं और ज्यादा लालच में फंसकर अपना प्रीमियम गंवातेऔर और भी

चंचलता का सूचकांक है बड़े काम का

हमने ऑप्शन के भावों को समझने के दौरान पाया कि इसे निर्धारित करने में वोलैटिलिटी, विशेष रूप से इम्प्लायड वोलैटिलिटी बहुत अहम भूमिका निभाती है। इसी तरह की वोलैटिलिटी को एनएसई का एक सूचकांक हर दिन पेश करता है। वो है India VIX जो निवेशकों में छाई धारणा को दिखाता है कि एक्सपायरी तक निफ्टी कितना ऊपर या नीचे हो सकता है। यह असल में ऑप्शंस के प्रीमियम की इम्प्लायड वोलैटिलिटी की माप है। साथ ही इससेऔर और भी

सीख-समझ लें ऑप्शंस ट्रेडिंग यहां से

हमने ऑप्शन ट्रेडिंग की इस अध्ययन श्रृंखला में शुरू में जाना कि आईटीएम, एटीएम व ओटीएम ऑप्शन का क्या मतलब है, कॉल व पुट ऑप्शन क्या होते हैं, उन्हें खरीदने और बेचने में लाभ का फॉर्मूला क्या है, ऑप्शन राइटर या बेचने वाला ही ज्यादातर क्यों कमाता है, उसे कितना बड़ा मार्जिन देना पड़ता है, आज के ऑप्शन राइटर और कल के बदला फाइनेंसर में क्या समानता है, आदि-इत्यादि। सब कुछ उदाहरण के साथ समझते गए। फिरऔर और भी

उन्हीं रणनीतियों की एक और परीक्षा

ट्रेडिंग बुद्ध में स्टॉक्स ट्रेडिंग का सिलसिला 8 जून को अनलॉक-1 के पहले दिन के साथ दोबारा शुरू हो जाएगा। इस बीच आज से शुक्रवार, 5 जून तक हम ऑप्शन ट्रेडिंग को सीखने, समझने और आजमाने का क्रम जारी रखेंगे। एक बार हम फिर उन्हीं तीन रणनीतियों को बाजार में अपनाते हैं जिनसे हमने पहली बार में ही हफ्ते भर में 77.91 प्रतिशत का सांकेतिक रिटर्न कमाया था। साथ ही एक नया सौदा भी करेंगे। बटरफ्लाई स्प्रेड:और और भी

तीनों की तीनों ही रणनीतियां सफल!

मई के डेरिवेटिव सौदों की एक्सपायरी कल महीने के अंतिम गुरुवार को पूरी हो गई। नतीजा आ चुका है यह देखने का कि हफ्ते भर पहले 21 मई को निफ्टी ऑप्शन में ट्रेडिंग की जो तीन रणनीतियां हमने अपनाई थीं, वे कितनी कामयाब रहीं, उन्होंने कितना कमाया या गंवाया है और उनका रिटर्न कितना रहा है? इसी के आधार पर हम समझ पाएंगे कि इन्हें अपनाने में क्या-क्या दूसरी सावधानियां बरती जानी चाहिए थीं। 21 मई 2020और और भी

जान तो लिया, अब देखें आजमा कर

कोई भी ज्ञान या विद्या तभी तक सार्थक है, जब तक वह व्यवहार की सेवा कर सके। हमने अब तक की 26 कड़ियों में डेरिवेटिव ट्रेडिंग, खासकर ऑप्शन ट्रेडिंग को जानने-समझने की जो कोशिश की, अब उसे व्यवहार के धरातल पर कसने का वक्त आ गया है। अगर वह किसी हद तक रिटेल ट्रेडर के लिए कम से कम रिस्क में ठीकठाक मुनाफा कमाने का माध्यम बन सके, तभी उसे अपनाया जाना चाहिए। अन्यथा, उसे शेयर बाज़ारऔर और भी

डेरिवेटिव्स में भी चले डिमांड-सप्लाई

डेरिवेटिव ट्रेडर बहुत उस्ताद किस्म के प्राणी होते हैं। वे सबसे कम समय में कम से कम रिस्क उठाते हुए ज्यादा से ज्यादा संभव रिटर्न कमाने की जुगत में लगे रहते हैं। वे इसका हवाई ख्वाब नहीं देखते, बल्कि ठोस, समझदार, दमदार कोशिश करते हैं। हालांकि बाज़ार में ज़ीरो रिस्क जैसी कोई चीज़ नहीं होती। और, रिस्क ऐसी तितली नहीं जिसे आप मुठ्ठी में बंदकर रख लें। यहां रिस्क कभी भी बैलून की तरह विस्फोटक हद तकऔर और भी

जितना उतार-चढ़ाव, उतना ही फायदा

कल हमने ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीति के अंतर्गत कवर्ड कॉल, प्रोटेक्टिव पुट, बुल स्प्रेड और बियर स्प्रेड की चर्चा की। आज हम बटरफ्लाई स्प्रेड, स्ट्रैडल और स्ट्रैंगल रणनीति को समझने की कोशिश करेंगे। ये तीनों ही डेल्टा न्यूट्रल रणनीतियां हैं। इनमें हम स्टॉक की तेजी या मंदी को नहीं, बल्कि उसकी वोलैटिलिटी को आधार बना कर ट्रेडिंग रणनीति तैयार करते हैं। हम जान चुके हैं कि वोलैटिलिटी ज्यादा हो तो ऑप्शन के भाव चढ़ जाते हैं और तबऔर और भी

रणनीति कम लागत, सीमित लाभ की

जिस तरह शेयरों के निवेश में पोर्टफोलियो बनाकर रखना होता है ताकि एक का नुकसान दूसरे के फायदे से बराबर होता रहे और हम अपना नुकसान कम से कम रखते हुए ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकें, उसी तरह ऑप्शन ट्रेडिंग में भी न्यूनतम नुकसान और अधिकतम मुनाफे की रणनीति बनानी पड़ती है। हम पहले ही देख चुके हैं कि ऑप्शन का भाव बाज़ार में वाजिब है या गलत, इसे परखने का कोई पक्का फॉर्मूला या लिटमसऔर और भी

निवेश – तथास्तु

अपना शेयर बाज़ार 11 महीने में ही फिर नए ऐतिहासिक शिखर पर पहुंच गया। सेंसेक्स 17 जून से 25 नवंबर 2022 तक के करीब पांच महीनों में नीचे से ऊपर तक 22.64% और निफ्टी 22.07% बढ़ा है। इस दौरान अगर किसी ने निफ्टी ईटीएफ में निवेश किया होता तो यकीकन क्या ट्रेडिंग ऑप्शंस से पैसा कमाना संभव है उसे इसके आसपास रिटर्न मिल गया होता। लेकिन क्या आपके पोर्टफोलियो में शामिल शेयर भी इस दौरान इतने बढ़े हैं? यह आदर्श स्थिति दुनिया का कोई भी […]

पेड सेवा

क्या आप जानते हैं?

जर्मन मूल की ग्लोबल ई-पेमेंट कंपनी वायरकार्ड ने बैंकिंग और इसके नजदीकी धंधों में अपने हाथ-पैर पूरी दुनिया में फैला रखे थे। फिर भी उसका कद ऐसा नहीं है कि इसी 25 जून को उसके दिवाला बोल देने से दुनिया के वित्तीय ढांचे पर 2008 जैसा खतरा मंडराने लगे। अलबत्ता, जिस तरह इस मामले में …

अपनों से अपनी बात

भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और आगे भी बढ़ेगी। लेकिन कहा जा रहा है कि इसका लाभ आम आदमी को पूरा नहीं मिलता। अमीर-गरीब की खाईं बढ़ रही है। बाज़ार को आंख मूंदकर गालियां दी जा रही हैं। लेकिन बाज़ार सचेत लोगों के लिए आय और दौलत के सृजन ही नहीं, वितरण का काम भी …

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