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अक्टूबर में 7% से कम रहेगी मंहगाई दर: शक्तिकांत दास

संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्था जब मूकदर्शक बनकर रह गई हो तो जी-20 की भूमिका बढ़ जाती है।

PM E मुद्रा दरें Mudra Loan: पीएम ई मुद्रा लोन के लिए यहाँ से आवेदन करें, पांच मिनट मुद्रा दरें में मिलेगा 50 हजार तक का लोन

PM E Mudra Loan: माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना (पीएमएमवाय) की शुरुआत की तथा यहां पर ‘मुद्रा / एम-यू- डी-आर-ए’ का अर्थ है “माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड फाइनेंस एजेंसी” PM E Mudra Loan के माध्यम से नागरिकों को ₹50 हजार से ₹10 लाख तक का लोन बहुत ही कम ब्याज दर पर प्राप्त होता है और इस लोन मुद्रा दरें राशि का भुगतान करने के लिए आपको पूरे 60 माह अर्थात 5 साल की समयावधि प्राप्त होगी |

हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री ई मुद्रा लोन की शुरुआत 8 अप्रैल 2015,बुधवार नई दिल्ली से की गई तथा इस योजना के माध्यम से कुल तीन प्रकार के लोन उपलब्ध करवाए जाते हैं जिन्हें शिशु, किशोर, तरुण के नाम से संबोधित किया जाता है | PM E Mudra Loan के माध्यम से मध्यम तथा निम्न वर्गीय परिवारों को आसान शर्तों एवं बहुत ही कम ब्याज मुद्रा दरें दरों में तीनों श्रेणियों की ऋण राशि समय एवं योग्यता अनुसार प्राप्त हो सकती है |

PM E Mudra Loan – Overview

1लेख विवरण पीएम ई मुद्रा लोन
2योजना की शुरुआतमाननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा
3पीएमएमबायप्रधानमंत्री मुद्रा योजना
4श्रेणीसरकारी योजना
5एमयूडीआरएमाइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड फाइनेंस एजेंसी (MUDRA)
6घोषणा तिथि8 अप्रैल 2015, बुधवार
7श्रेणीशिशु, किशोर एवं तरुण
8लाभार्थीभारतीय नागरिक
9आधिकारिक वेबसाइटhttps://www.mudra.org.in/
    मुद्रा दरें
  • आवेदक का बैंक खाता
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • फिंगरप्रिंट एवं हस्ताक्षर
  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • मुद्रा दरें
  • आय प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र
  • स्थानीय निवास प्रमाण पत्र आदि |

PM E Mudra Loan – Details

PM E Mudra Loan : हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 8 अप्रैल 2015, बुधवार को पीएम ई मुद्रा लोन योजना की शुरुआत की तथा यहां पर मुद्रा का अर्थ माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड फाइनेंस एजेंसी (MUDRA) है | पीएम ई मुद्रा लोन योजना के माध्यम से भारतीय नागरिकों को लोन राशि प्राप्त होती है तथा पीएम ई मुद्रा लोन का विभाजन कुल तीन श्रेणियों में किया गया है | पीएम ई मुद्रा लोन योजना में नागरिकों को शिशु, किशोर एवं तरुण के आधार पर लाभान्वित किया जाता है | पीएम ई मुद्रा लोन शिशु के माध्यम से नागरिकों को ₹50 हजार की राशि उपलब्ध करवाई जाती है | पीएम ई मुद्रा लोन किशोर के अंतर्गत नागरिकों को ₹50,001 से ₹5,00,000 तक का ऋण प्राप्त होता है और पीएम ई मुद्रा लोन तरुण के माध्यम से नागरिकों को ₹5,00,001 से ₹10 लाख तक की ऋण राशि बहुत ही कम ब्याज दर पर प्राप्त होती है और पीएम ई मुद्रा लोन के अंतर्गत प्राप्त ऋण राशि का भुगतान करने के लिए नागरिकों को पूरे 12 महीने से 5 वर्ष तक की समयावधि प्रदान की जाती है और भारत देश में निवास करने वाले नागरिक अपनी पात्रताओं की जानकारी प्राप्त कर, सामान्य रूप से निर्धारित नियम एवं शर्तों का पालन करते हुए पीएम ई मुद्रा लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं |

विदेशी मुद्रा भंडार बस दिखाने के लिए नहीं, 'बारिश के दिनों' में इसका इस्तेमाल जरूरी: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने शनिवार 12 नंवबर को भारतीय रुपये (Rupee) पर दबाव कम करने के लिए फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप को सही बताते हुए उसका बचाव किया। RBI गवर्नर ने कहा कि विदेशी मुद्रा मुद्रा दरें भंडार (Foreign Exchange Reserves) का इस्तेमाल ठीक ऐसी ही स्थितियों में किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि एक्सचेंज रेट में कोई अनुचित अस्थिरता न आए। 'हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट' में बोलते हुए शक्तिकांत दास ने कहा, "कुछ ऐसे ऑब्जर्वेशन किए थे कि RBI अपने रिजर्व का अंधाधुंध इस्तेमाल कर रहा है। ऐसा मुद्रा दरें नहीं है। जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि बारिश के मौसम में हमें बचाव के लिए छाता उठाना पड़ता है। हमने ऐसे ही बारिश के दिनों में अपने रिजर्व का इस्तेमाल किया है।"

Rupee vs Dollar: नौ साल बाद रुपये की सबसे मजबूत ओपनिंग, जानें भारतीय मुद्रा के 'अच्छे दिन' का कारण?

rupee

भारतीय रुपये में शुक्रवार को तेज उछाल आया है। रुपये में पिछले सत्रों में हुए नुकसान की रिकवरी हुई है। माना जा रहा है कि अमेरिका में महंगाई के आंकड़े उम्मीद से कम होने के कारण डॉलर में गिरावट आई है और इससे रुपये को मजबूती मिली। शुक्रवार की सुबह के सेशन में भारतीय रुपया 80.75 रुपये प्रति डॉलर की दर से कारोबार करता नजर आया।

2013 के बाद सबसे अधिक मजबूती के साथ खुला रुपया
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन रुपया 80.6888 के मुद्रा दरें स्तर पर खुला, जबकि पिछले सत्र में यह 81.8112 अंकों के स्तर पर बंद हुआ था। शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले एक रुपये 10 पैसे की मजबूती के साथ खुला। रुपये में पिछले नौ वर्षों में यह सबसे बड़ी ओपनिंग है। सितंबर 2013 के बाद रुपया शुक्रवार (11 नवंबर) को सबसे बड़ी बढ़त के साथ खुला है और सात हफ्ते के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा है।

विस्तार

भारतीय रुपये में शुक्रवार को तेज उछाल आया है। रुपये में पिछले सत्रों में हुए नुकसान की रिकवरी हुई है। माना जा रहा है कि अमेरिका में महंगाई के आंकड़े उम्मीद से कम होने के कारण डॉलर में गिरावट आई है और इससे रुपये को मजबूती मिली। शुक्रवार की सुबह के सेशन में भारतीय रुपया 80.75 रुपये प्रति डॉलर की दर से कारोबार करता नजर आया।

2013 के बाद सबसे अधिक मजबूती के साथ खुला रुपया
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन रुपया 80.6888 के स्तर पर खुला, जबकि पिछले सत्र में यह 81.8112 अंकों के स्तर पर बंद हुआ था। शुक्रवार को रुपया डॉलर के मुकाबले एक रुपये 10 पैसे की मजबूती के साथ खुला। रुपये में पिछले नौ वर्षों में यह सबसे बड़ी ओपनिंग है। सितंबर 2013 के बाद रुपया शुक्रवार (11 नवंबर) को सबसे बड़ी बढ़त के साथ खुला है और सात हफ्ते के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा है।

डॉलर इंडेक्स के मुकाबले रुपये का निकटतम सपोर्ट लेवल 80.50 रुपये
शुरुआती सेशन में मुद्रा दरें रुपया 80.6788 से 80.7525 रुपये की रेंज में कारोबार करता रहा और लगातार 81 रुपये प्रति डॉलर के नीचे बना रहा। बाजार के जानकारों के मुताबिक अमेरिकी डाॅलर ने 81.91 तक बढ़ने के बाद रुपये की बढ़त के लिए रास्ता साफ कर दिया है। डॉलर इंडेक्स के मुकाबले रुपये का निकटतम सपोर्ट लेवल 80.50 है जबकि मनोवैज्ञानिक स्तर 80 है। उम्मीद है कि शुक्रवार को पूरे दिन रुपया 80.25 से 81 के लेवल के बीच कारोबार करता रहेगा।

वक्त की जरूरत है रुपये में व्यापार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में अन्य के मुकाबले मजबूत और स्थिर होगी भारतीय मुद्रा

रुपये को वैश्विक मान्यता दिलाने के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था के आकार में मुद्रा दरें वृद्धि करनी होगी जिसके लिए भारत को मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाना होगा। रुपये में निवेश एवं व्यापार को बढ़ाने से रुपये के मूल्य में भी वृद्धि होगी जो वैश्विक मुद्रा दरें व्यापार में भारत की भागीदारी के नए आयाम स्थापित करेगी।

[डा. सुरजीत सिंह]। हाल में जारी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विश्व की अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ रही है। डालर के निरंतर मजबूत होने से महत्वपूर्ण मुद्राएं कमजोर पड़ने लगी हैं। विभिन्न देशों के विदेशी मुद्रा भंडार घटने लगे हैं, जिसके चलते वैश्विक वृद्धि दर घट रही है। आर्थिक परिदृश्य बदलने से वैश्विक भू-राजनीति भी बदल रही है। भारत सरकार ने इस पर गंभीरता से विचार करना प्रारंभ किया है कि इन बदलते वैश्विक हालात के लिए जिम्मेदार अमेरिकी डालर पर निर्भरता को कैसे कम किया जाए?

India Forex Reserves: भारत के लिए अच्छी खबर, विदेशी मुद्रा भंडार में आया 14.72 अरब डॉलर का उछाल

By: ABP Live | Updated at : 18 Nov 2022 06:08 PM (IST)

प्रतिकात्मक फोटो ( Image Source : Getty )

India Foreign Currecy Reserves: भारत के लिए अच्छी खबर है. विदेशी मुंद्रा भंडार (India Forex Reserves) में जबरदस्त उछाल आया है. 11 नवंबर, 2022 को खत्म हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में 14.72 अरब डॉलर का उछाल आया है. आरबीआई ( Reserve Bank Of India) के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.715 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है. इससे पहले 4 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.09 अरब डॉलर घटकर 529.99 अरब डॉलर रह गया था. विदेशी करेंसी एसेट्स जो कुल रिजर्व का प्रमुख हिस्सा माना जाता है वो 11.8 अरब डॉलर बढ़कर 482.53 अरब डॉलर रहा है. गोल्ड रिजर्व 2.64 अरब डॉलर बढ़कर 39.70 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है.

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