निधि का वर्गीकरण

अल्पावधि पाठ्यक्रम
निधि का वर्गीकरण
2. बैंक में देय शुल्क
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम: रु.10,000.00/- प्रति वर्ष
पी.एच.डी. पाठ्यक्रम: रु.15,000.00/- प्रति वर्ष
3. मूल्यांकन शुल्क:
टिप्पणी:
- छात्रों को अवधान निधि, संस्थान छोड़ने के चार वर्षों के अन्दर सम्बद्ध देयताओं, यदि कोई हूँ, को काटने के पश्चात वापस कर दी जाती है। यदि इस अवधि के अन्दर वापसी के लिए कोई दावा प्राप्त नहीं होता है, तो यह अवधान निधि सम्बन्धित विभागों से बेबाकी प्रमाण-पत्र लेने के पश्चात जब्त कर ली जाएगी और इसके बाद निधि वापस लेने के लिए दावे पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।
- यदि कोई छात्र/अध्येता, निर्धारित तारीख तक अपनी देयताओं को जमा नहीं कराता/कराती है तो उसे 10 रूपये का विलम्ब शुल्क देना होगा, बशर्ते कि वह अपनी देयताएं, उस महीने के अंत से पहले जमा नहीं कर देते हैं, जिस माह में देयताओं का भुगतान किया जाना देय है और यदि देयताएं अगले महीने की 15 तारीख तक जमा की जाती हैं तो 25 रूपये का दंड देना होगा।
मध्यप्रदेश के शहडोल से कुषाण शासकों की निधि से किस शासक निधि का वर्गीकरण के सिक्के प्राप्त हुए ?
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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना: इन लोगों के खाते में नहीं आएंगे 6000 रुपये! फटाफट जानें इससे जुड़े सभी नियम
- News18Hindi
- Last Updated : February 24, 2019, 13:13 IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि' (पीएम-किसान) योजना को लॉन्च कर दिया है. 75 हजार करोड़ रुपये की इस योजना के पहले चरण में 1 करोड़ किसानों के खाते में 2-2 हजार रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर जानकारी साझा करते हुए कहा है कि यह बड़ा ऐतिहासिक कदम है. कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगले 2-3 दिनों में अन्य 1 करोड़ किसानों को पैसा भेजा जाएगा. 2019-20 के अंतरिम बजट में केंद्र सरकार ने पीएम-किसान योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत 12 करोड़ छोटे और मझोले किसानों को हर साल 6 हजार रुपये दिए जाने का वादा किया गया है. यह राशि 2 हेक्टेयर तक कृषि योग्य जमीन वाले किसानों को तीन किश्तों में भेजी जाएगी.
राज्य संसाधन केन्द्र (एस आर सी) सामग्री और प्रशिक्षण मॉड्यूलों के विकास एवं निर्माण के जरिए प्रौढ़ और सतत् शिक्षा के लिए अकादमिक और तकनीकी संसाधन निधि का वर्गीकरण सहायता प्रदान करने के लिए अधिदेशित हैं। इसके अलावा, एस आर सी को प्रेरणात्मक एवं पर्यावरणीय निर्माण, निधि का वर्गीकरण कार्रवाई अनुसंधान और मूल्यांकन एवं निगरानी आयोजित करना भी अपेक्षित होगा।
- प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम के लिए शिक्षण, पठन और प्रशिक्षण सामग्री की तैयारी।
- साक्षरता कार्यकर्ताओं का निधि का वर्गीकरण निधि का वर्गीकरण प्रशिक्षण।
- कार्रवाई अनुसंधान।
- साक्षरता परियोजनाओं का मूल्यांकन और निगरानी।
- भविष्य की जरूरत वाली प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम की पहचान के लिए नवीन परियोजनाएं शुरू करना।
- एन एल एम के समग्र उद्देश्य को पूरा करने और मानव निधि का वर्गीकरण संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा विशेष रूप से सौंपे गए कार्य से जुड़ा कोई अन्य कार्य।
राज्य संसाधन केन्द्रों का वर्गीकरण
राज्य संसाधन केन्द्रों को उनके अधिकार क्षेत्र में उनके कार्यभार और कार्यक्रम के आकार के आधार पर दो श्रेणियों नामत: श्रेणी 'क' और श्रेणी 'ख' में वर्गीकृत किया जाता है। प्रत्येक श्रेणी के लिए अलग मात्रा में सहायता प्रदान की जाती है।.
इस कार्यक्रम के अंतर्गत श्रेणी 'ख' में 14 नए राज्य संसाधन केन्द्र स्थापित किए जाने थे। नए राज्य संसाधन केन्द्रों की स्थापना के दौरान उन राज्यों को वरीयता दी जाती है, जिनमें कोई एस आर सी नहीं है, लेकिन जहां 2001 की जनगणना के अनुसार साक्षरता स्तर राष्ट्रीय औसत से नीचे है। 20 से अधिक जिले वाले राज्यों को अतिरिक्त राज्य संसाधन केन्द्र के स्थापना की सुविधा दी जाएगी, जबकि 30 से अधिक जिले वाले राज्य कुल 3 राज्य संसाधन केन्द्रों के पात्र होंगे। विशेष परिस्थितियों में अन्य राज्यों के प्रस्तावों पर भी विचार किया जाएगा।
वित्तीय सहायता का प्रतिमान
राज्य संसाधन केन्द्रों को कार्यक्रम, परिलब्धियां और कार्यालय व्यय के लिए 45:45:10 के अनुपात में निधि का वर्गीकरण इस प्रकार वार्षिक आवर्ती अनुदान दिया जाता है :
बजट शीर्ष | श्रेणी ''क'' (रु. लाख) | श्रेणी ''ख'' (रु. लाख) |
कार्यक्रम | 45 | 31.5 |
परिलब्धियां | 45 | 31.5 |
कार्यालय व्यय | 10 | 07.0 |
कुल | 100 | 70 |
Tराज्य संसाधन केन्द्रों को नियुक्त कर्मचारी की संख्या में साम्यता है। आवश्यकता और निधि की उपलब्धता के अनुसार केवल नए राज्य संसाधन केन्द्रों को 50 लाख रु. का एकमुश्त अवसंरचना अनुदान भी प्रदान किया जाएगा।
निधि का वर्गीकरण
- सिविलियन अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन और भत्तों, यात्रा भत्ते आदि से संबंधित बिलों की लेखापरीक्षा, भुगतान, वर्गीकरण और लेखाकरण ।
- विविध भत्ते और आकस्मिकताएं
- भंडार, आपूर्तियां और निर्माण कार्यों के बिलों का प्रेषण
- भंडार और एम.ई.एस.लेखाओं की स्थानीय लेखापरीक्षा
- र.ले.नि. सिकंदराबाद के लेखापरीक्षा क्षेत्राधिकार के अधीन आने वाले यूनिटों और रचनाओं के रोकड लेखा का निरीक्षण
- र.ले.नि. सिकंदराबाद के लेखापरीक्षा क्षेत्राधिकार के अधीन आने वाले एम.ई.एस. यूनिटों सहित सभी सेना रचनाओं की आंतरिक लेखापरीक्षा और लेखाओं के लिए मुख्य प्राधिकार
साइट का डिज़ाइन और रख रखाव
रक्षा लेखा नियंत्रक
नं..1 स्टाफ रोड
सिकंदराबाद - 500009