स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है?

मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन
हाल ही में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Securities & Exchange Board of India) ने मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन (Market Infrastructure Institution) से व्यापार सहित अन्य महत्त्वपूर्ण प्रणालियों में व्यवधान के 45 मिनट के भीतर उनका परिचालन शुरू करने को कहा है।
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है शेयर मार्केट की जानकारी, शेयर कैसे खरीदें हिंदी में विस्तार से शेयर मार्किट गाईड आसान भाषा में। जब भी हम किसी बाज़ार की कल्पना करते है तो हमारे दिमाग में किसी ऐसी जगह की इमेज बनती है जहाँ बहुत-सी दुकानें होंगी या कोई मॉल जहां जाकर आप खरीदारी कर सकते हैं मगर शेयर बाजार ऐसा बाजार नहीं है. शेयर बाजार में खरीदने और बेचने का काम पूरी तरह से कंप्यूटर द्वारा ऑटोमेटिक तरीके से होता है. कोई भी शेयर खरीदने या बेचने वाला अपने ब्रोकर के द्वारा एक्सचेंज पर अपना आर्डर देता है और पलक स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है? झपकते ही पेंडिंग आर्डरों के अनुसार ऑटोमेटिकली सौदे का मिलान हो जाता है.
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार में काम के घंटों में ब्रोकर अपने ग्राहकों के लिए उनके द्वारा दिए गए आर्डर टर्मिनल में डाल देते हैं. इसके बदले में ब्रोकर को ब्रोकरेज या दलाली मिलती है। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी ओर अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market information in Hindi विस्तार से पढ़ें।
कैसे होता है शेयर बाजार स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है? में काम
हम कह सकते हैं कि मुख्यतः शेयर बाजार की तीन कड़ियाँ हैं स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर और निवेशक. ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और केवल वे ही उस स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं. ग्राहक सीधे जाकर शेयर खरीद या बेच नहीं सकते उन्हें केवल ब्रोकर के जरिए ही जाना पड़ता है. ऐसा नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश करने के लिये कोई मोटी राशि कि जरुरत है, यहां पढिये शेयर बाजार में कम से कम कितने पैसे लगा सकते हैं।
शेयर बाजार क्या है – भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज
देश में मुख्यतः BSE यानी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हैं जिन पर शेयरों का कारोबार होता है. BSE और NSE दुनिया के बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं. अधिकतर कंपनियां जिनके शेयर मार्केट में ट्रेड होते हैं इन दोनों स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है मगर यह भी हो सकता है कि कोई कंपनी इन दोनों में से किसी एक ही एक्सचेंज पर लिस्टेड हों.
डीमैट अकाउंट है ज़रूरी
देश के मुख्यता सभी बड़े बैंक या उनकी सबसिडी कंपनियां और अन्य बड़ी वित्तीय कंपनियां इन एक्सचेंजों में ब्रोकर के तौर पर काम करती हैं. ग्राहक इन ब्रोकर कम्पनियों के पास जाकर अपने डीमैट अकाउंट की जानकारी देकर अपना खाता ब्रोकर के पास खुलवा सकता है. इस प्रकार ग्राहक का डीमैट एकाउंट ब्रोकर के अकाउंट से जुड़ जाता है और खरीदी अथवा बेची गई शेयर्स ग्राहक के डीमैट अकाउंट से ट्रांसफर हो जाती हैं. इसी प्रकार ग्राहक अपना बैंक खाता भी ब्रोकर के खाते के साथ जोड़ सकता है जिससे खरीदे अथवा बेचे गए शेयरों की धनराशि ग्राहक के खाते में ट्रांसफर की जाती है.
डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट
ग्राहक द्वारा खरीदे गए शेयर इलेक्ट्रॉनिक रूप में उसके डीमैट एकाउंट में पड़े रहते हैं जब भी कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है तो डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक खाते में डिविडेंड की राशि पहुंच जाती है. इसी प्रकार यदि कंपनी बोनस शेयरों की घोषणा करती है तो बोनस शेयर भी शेयरहोल्डर के डीमैट अकाउंट में पहुंच जाते हैं. ग्राहक जब शेयर बेचता है तो उसी डीमैट अकाउंट से वह शेयर ट्रान्सफर हो जाता है.
शेयरों में कारोबार करने के लिए एक निवेशक के पास डीमैट अकाउंट, ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट और उससे जुडा एक बैंक खाता होना जरूरी है. कई बैंक इसके लिए थ्री इन वन खाता खोलने की सुविधा भी देते हैं. अधिकतर ब्रोकर हाउस आपको ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग की सुविधा भी प्रदान करते हैं इसके अलावा आप फोन करके भी अपने ऑर्डर दे सकते है.
यदि आप भी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो शेयर बाजार क्या है और शेयर बाजार कैसे काम करता है यह आपके लिए समझना बहुत आवश्यक है.
कारोबार : दिवाली के खास मौके पर आज होगी ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’, जानिए कब खुलेगा बाजार
शेयर बाजार के निवेशकों के लिए भी दिवाली का त्योहार बेहद शुभ, शाम को लक्ष्मी पूजन के बाद एक घंटे तक होती है मुहूर्त ट्रेडिंग
आज पूरे देश में रोशनी का त्योहार दिवाली बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस विशेष दिन पर, लोग देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं और पूरे वर्ष अपने घरों में धन और समृद्धि की प्रार्थना करते हैं। शेयर बाजार के निवेशकों के लिए भी दिवाली का त्योहार बेहद शुभ है। हालांकि इस दिन शेयर बाजार बंद रहता है, लेकिन दिवाली पर शाम को लक्ष्मी पूजन के बाद एक घंटे तक मुहूर्त ट्रेडिंग की जाती है। एक घंटे के अंदर निवेशक शेयर बाजार में ढेर सारा पैसा लगा देते हैं और अपना निवेश शुरू कर देते हैं। अगर आप भी दिवाली के पावन अवसर पर मुहूर्त ट्रेडिंग में हिस्सा लेना चाहते हैं तो हम आपको इसके पूरे कार्यक्रम की जानकारी दे रहे हैं।
बहुत शुभ माना जाता है मुहूर्त व्यापार
आपको बता दें कि विक्रम संवत् 2079 के शुभारंभ के अवसर पर दीपावली के दिन देश के प्रमुख शेयर बाजारों बीएसई (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में मुहूर्त कारोबार इस वर्ष एक घंटे शाम 6.15 बजे से लेकर 7.15 बजे तक का होगा। शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा करीब 50 साल पुरानी है। हिंदू धर्म के अनुसार दिवाली के दिन से कोई भी निवेश शुरू करना बहुत शुभ माना जाता है। मुहूर्त ट्रेडिंग के दिनों में निवेशक कम स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है? निवेश करते हैं और अधिक निवेश करते हैं। इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग बेहद खास है क्योंकि इस साल शनिवार और रविवार को धनतेरस पड़ रहा है। ऐसे में निवेशक इस दिन शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकते हैं। दिवाली के दिन एक घंटे में शेयर बाजार के काफी मजबूत रहने की उम्मीद है।
शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग शुरू होने से पहले गणेश-लक्ष्मी की पूजा की जाती है। स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य इस पूजा में भाग लेते हैं। इसके बाद फिर से मुहूर्त का कारोबार शुरू होता है। उम्मीद है कि पीक ट्रेडिंग ऑवर्स के दौरान स्टॉक 60,000 का आंकड़ा पार कर जाएगा। बीएसई के अनुसार, 24 अक्टूबर को शाम छह बजे से प्री ओपन सत्र शुरू होगा जो 6.08 बजे समाप्त होगा। इसके बाद आम निवेशकों के लिए 6.15 बजे से कारोबार की शुरूआत होगी जो एक घंटे तक 7.15 बजे तक चलेगा। दिवाली के दिन निवेश को शुभ माना जाता है और इस दिन अधिकांश बड़े निवेशक या कंपनियां शेयर बाजार में खरीद बेच करती है।
संवत 2078 में इतनी बढ़ी निवेशकों की दौलत
हिंदू कैलेंडर वर्ष के मुताबिक संवत 2078 में सेंसेक्स 456 अंक गिरकर 59,307.15 अंक पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 253 अंक फिसलकर 17,576.30 के स्तर पर बंद हुआ। संवत 2078 में शेयर बाजार के निवेशकों की दौलत 11.3 लाख करोड़ रुपये बढ़ी। एक वर्ष में बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 11.3 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 274.4 लाख करोड़ रुपये बढ़ा। ऐतिहासिक आंकड़े बताते हैं कि संवत 2078 पिछले सात सालों में भारतीय बाजारों के लिए सबसे खराब साल रहा।
एक साल में शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया
पिछले साल दिवाली के दिन 4 नवंबर 2021 को मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया गया था। शेयर बाजार के लिए दिन बहुत अच्छा रहा। आज के दिन सेंसेक्स ने 60 हजार का आंकड़ा पार किया स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है? था। वहीं निफ्टी 17,921 पर बंद हुआ। वहीं, पिछले एक साल में शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।
महंगाई, कोरोना महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध, रुपये की गिरती कीमतों और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते शेयर बाजार में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। शुक्रवार को सेंसेक्स 104.25 अंक ऊपर 59,307.15 पर बंद हुआ था।
ETF क्या है?
ETF की इकाइयां मान्यताप्राप्त स्टॉक एक्सचेंज के पंजीकृत ब्रोकर के ज़रिये खरीदी और बेची जाती हैं| ETF की इकाइयां स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होती हैं बाज़ारों की गति और रुझान के चलते NAV में बदलाव दिखता है| चूंकि ETF की इकाइयां सिर्फ स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होती हैं, किसी सामान्य खुले सिरे वाली इक्विटी फंड की तरह खरीदी बेची नहीं जा सकती| एक निवेशक जितना चाहे इकाइयां खरीद ले और उसपर एक्सचेंज की तरफ से कोई पाबंदी नहीं होती है|
सरल शब्दों में, ETF वो फंड है जो CNXNifty या BSE Sensex आदि के सूचकांक (इंडेक्स) पर नज़र रखते हैं| जब आप शेयर/ETF की इकाई खरीदते हैं, आप उस पोर्टफोलियो के शेयर/इकाई खरीद रहे हैं जो अपने मूल सूचकांक की प्राप्ति और लाभ पर नज़र रखे हुए है| ETFs स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है? और दूसरे किस्म की सूचकांक फंड में मुख्यतःजो फर्क है वो यह कि ETFs अपने सदृश सूचकांक को मात देने की कोशिश नहीं करते, उसके प्रदर्शन को दोहराते मात्र हैं| वो बाज़ार को पराजित करने की कोशिश नहीं करते, वो बाज़ार बनने की कोशिश करते हैं|
ETFs आम तौर पर म्यूच्यूअल फंड्स के बनिस्बत उच्च दैनिक तरलता और कम शुल्क लिए होते हैं, जो वैयक्तिक निवेशक के लिए आकर्षक विकल्प प्रस्तुत करते हैं|
इन दिनों में बंद रहता है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का कारोबार, ट्रेडर्स भी मनाते हैं छुट्टी
आज दशहरे के दिन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की छुट्टी है. साल में कुछ दिन ऐसे होते हैं, जिस दिन बीएसई और एनएसई, दोनों में अवकाश होता है. बीएसई और एनएसई अपने हॉलीडे की लिस्ट साल के शुरुआत में जारी करता है.
अक्तूबर के महीने में सबसे ज्यादा छुट्टियां पड़ रही हैं, जब बीएसई और एनएसई का कामकाज बंद रहेगा. आज दशहरे की छुट्टी के बाद अगली छुट्टी दिवाली और फिर दिवाली प्रतिपदा की है. इन दोनों त्योहरों के अवसर पर 24 और फिर 26 को बीएसई और एनएसई का कामकाज बंद रहेगा. हालांकि दीपावली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए बाजार खुलेगा, लेकिन उसका समय अभी जारी नहीं किया गया है.
अक्तूबर के बाद बीएसई और एनएसई की अगली छुट्टी नवंबर और दिसंबर में होगी. 8 नवंबर को गुरुनानक जयंती के दिन स्टॉक मार्केट बंद रहेगा और फिर 25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन छुट्टी रहेगी. लेकिन इस बार क्रिसमस रविवार को पड़ रहा स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है? है. इसलिए इस छुट्टी का ट्रेडिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इस साल कुल 13 दिन ऐसे रहे, जब बीएसई और एनएसई का कामकाज बंद रहा, क्योंकि दो ऑफिशियल छुट्टियां रविवार के दिन पड़ रहीं हैं.
बीएसई और एनएसई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक इस महीने की 5, 24 और 26 तारीख को करेंसी डेरिवेटिव्स और इंटरेस्ट डेरिवेटिव्स सेगमेंट भी बंद रहेगा. इसके अलावा ईक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेग्मेंट में कोई कामकाज नहीं होगा.
मल्टी कमोडिटी सेगमेंट में 5 और 26 तारीख को शाम 5 बजे के बाद ट्रेडिंग शुरू होगी, लेकिन दीपावली के दिन कामकाज पूरी तरह बंद रहेगा. इसके अलावा डेरिवेटिव एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) और नेशनल कमोडिटी पर 5 और 26 अक्टूबर को भी ट्रेडिंग पूरी तरह बंद रहेगी. लेनिक इन जगहों पर दीवापली के दिन 5 स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है? बजे के बाद ट्रेडिंग की जा सकेगी.
बीते कारोबारी दिन यानी राम नवमी के अवसर पर स्टॉक एक्सचेंज में स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है? जबर्दस्त तेजी देखने को मिली. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का Sensex जहां 1276.66 अंक या 2.25 फीसदी चढ़कर 58,065.47 के स्तर पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का कारोबार 386.95 अंक यानी 2.29 फीसदी उछाल के 17,274.30 पर बंद किया. मंगलवार को स्टॉक एक्सचेंज में आई तेजी के स्टॉक एक्सचेंज में क्या कारोबार होता है? चलते शेयर बाजार में निवेश करने वालों की संपत्ति में 5.66 लाख रुपये का इजाफा हुआ.
बीएसई और एनएसई के अलावा दशहरे के लिए बैंकों में भी सार्वजनिक अवकाश होता है और इस दिन कामकाज बंद रहता है.