आदर्श रणनीति

निवेश कैसे करे

निवेश कैसे करे

कैसे करें डीमैट के जरिए सोने में निवेश

सोने के गहने, सिक्के खरीदने के लिए अलावा भी सोने में निवेश करने के लिए कई जरिए हैं।

moneycontrol.com

शेयर बाजार के मुकाबले अच्छे रिटर्न और कम जोखिम होने की वजह से सोना निवेश का पसंदीदा जरिया बन गया है। सोने के गहने, सिक्के खरीदने के लिए अलावा भी सोने में निवेश करने के लिए कई जरिए हैं।

गोल्ड ईटीएफ
म्यूचुएल फंड की तरह ही गोल्ड ईटीएफ के यूनिट्स डीमैट अकाउंट के जरिए खरीदे या बेचे जा सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ में 99.9 फीसदी शुद्धता का सोना होता है, जिससे निवेशकों को क्वॉलिटी की चिंता नहीं करनी पड़ती है।

इसके अलावा गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने से सोने की चोरी का जोखिम भी नहीं रहता है। साथ ही, गोल्ड ईटीएफ में छोटी रकम भी निवेश की जा सकती है।

ई-गोल्ड
नेशनल स्पॉट एक्सचेंज ने निवेशकों को सोने में समेत कई कमोडिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में खरीदने का विकल्प दिया है। ई-गोल्ड को सुबह 10 बजे निवेश कैसे करे से रात 11:30 बजे तक खरीदा-बेचा जा सकता है। ई-गोल्ड की 1 यूनिट 1 ग्राम सोने के बराबर होती है।

गोल्ड फंड और फंड ऑफ फंड्स
गोल्ड फंड भी म्यूचुअल फंड की तरह फंड हाउसेज द्वारा चलाए जाते हैं। गोल्ड फंड में निवेश करने के लिए निवेशकों के पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी नहीं है।

फंड ऑफ फंड्स के तहत निवेशक ऐसे म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं, जिसकी पूंजी गोल्ड ईटीएफ में लगाई जाती है।

(ये लेख बैंकबाजार डॉटकॉम से सभार लिया गया है।)

हिंदी ज्ञान बुक

Mutual Fund क्या है यह कितने तरह के होते है इसमें निवेश कैसे करे

Mutual Fund क्या है यह कितने तरह के होते है इसमें निवेश कैसे करे

म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें ? म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट ? म्यूचुअल फंड प्रकार ? म्यूचुअल फंड में निवेश Mutual Fund भी निवेशक के पास न्यूनतम जोखिम निवेश विकल्प है. इसके अंदर निवेशक को उच्च दर निवेश रिटर्न मिलता है. वो भी रिस्क फ्री यदि आपको म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में नहीं पता तो हम आपको बताते है की म्यूच्यूअल फण्ड होता क्या है. बहुत बड़ी बड़ी कंपनी या संगठन मिलके बहुत सरे निवेशको का पैसा इन्वेस्ट करवाके एक फण्ड बनाते है .और बहुत से निवेशको उसके अंदर आप निवेश निवेश कैसे करे करते है.और फिर वही कंपनी उस पैसे को अपने अच्छे प्रबंधन कौशल का इस्तेमाल करके बहुत सी जगह इन्वेस्ट करती हैंऔर अच्छा फायदा लेते है.

फिर वही निवेशको को एक अच्छे ब्याज रेट के साथ निवेश के ऊपर ब्याज देते है. और यदि कंपनी के मैनेजमेंट के ऊपर ही निवेशको का रिस्क होता है क्योंकि यदि कंपनी निवेशको का पैसा अच्छी जगह निवेश करती है. तो उसको अच्छा फायदा होगा और निवेशको को भी अच्छा ब्याज रेट से इंटरेस्ट मिलेगा. और यदि कंपनी आपकी निवेश को आगे अच्छी जगह इंवेस्ट न करेगी तो उनको भी नुकसान होगा. और फिर आपको भी अच्छी निवेश से रिटर्न्स नही मिलेगी तो आपको सोच समझ के ही म्यूच्यूअल फण्ड के अंदर निवेश करनी चाहिएऔर म्यूच्यूअल फण्ड निवेश एक खास बात यही है की इसके अन्दर कोई भी नया निवेशक पहली बार इन्वेस्ट कर रहा है.वही बिना किसी डर के आसानी से इन्वेस्ट कर सकता है.

Table of Contents

Mutual Fund के प्रकार

Open Ended Mutual Funds और Closed Ended Mutual Funds Open Ended Mutual Funds plan

Open ended का मतलब की आप इस निवेश योजना में आप अपनी निवेश यूनिट को कभी भी खरीद और कभी भी बेच सकते है.और इसके अंदर आपको छूट होती है. और open ended mutual fund भी अलग अलग प्रकार के होते जैसे डेट फंड, लिक्विड फंड, इक्विटी फंड, बैलेंस्ड फंड इत्यादि.

Debt Fund

Debt fund के अन्दर ज्यादातर सरकारी सुरक्षायें के अंदर निवेशको होती है. और डेब्ट फण्ड के अंदर इक्विटी फंड से कम फायदा होता है. लेकिन यही एक रिस्क फ्री निवेश है और यह एक निश्चित आय के लिए सबसे अच्छे निवेश विकल्प हैं।

Liquid Fund

Liquid mutual fund एक लघु अवधि के निवेश कोष है यानि कि आपके पास थोड़ा समय के लिए पैसे है. और आप उसे थोड़े समय के लिए ही इन्वेस्ट करना चाहते हैं. तो आप liquid Mutual Fund के अंदर निवेश कर सकते हैं. यह आपको रिस्क-फ्री और सेफ इन्वेस्टमेंट ऑप्शन देता है.जो निवेशक थोड़े समय के लिए निवेश करना चाहते हैं उनके लिए ये फण्ड बिलकुल सही है.

Equity Fund

Equity fund शेयर मार्किट अंदर निवेश करते हैं जो निवेशक को लम्बे समय तक निवेश रखना चाहते हैं. उनके लिए इक्विटी फंड बिलकुल सही निकेश विकल्प है. लम्बे समय तक निवेश रखने निवेश करने से अच्छा return मिलता है. लेकिन थोड़ा समय के लिए निवेश करने से इसके अंदर रिस्क ज्यादा होता है .

Balanced Fund

यदि आप कम रिस्क के साथ अधिक से ज्यादा प्रॉफिट कमाना चाहते हैं. तो आप balanced fund में निवेश कर सकते है. balanced fund निश्चित प्रतिभूतियां में निवेश करता है. इसलिए उसके अंदर रिस्क बहुत काम होता है और निवेशको की निवेश बिलकुल सेफ होती है. और इन्वेस्टर अछि रिटर्न्स भी ले सकता है.

Close Ended Mutual Funds plan

Close ended Mutual Fund के अंदर शुरुआत में है. नये fund offer जरुरी होते है. .और निवेशक उसी समय निवेश कर सकता है उसी समय निवेशक का समय भी फिक्स होता है.और उससे पहले इन्वेस्टर अपनी इन्वेस्टमेंट को नहीं खुलवा सकता हैं.यदि खुलवाता है तो उसे कोई फायदा नहीं होगा. Close ended Mutual Fund plan दो प्रकार के होते है .Capital Protection Fund Fixed Maturity Plan.

Capital Protection Fund

यदि आप रिस्क फ्री निवेश करना चाहते हैं और अच्छा फायदा लेना चाहते हैं. तो capital protection fund आप के लिए अच्छा विकल्प है. पूंजी संरक्षण फंड निश्चित आय सुरक्षा के अंदर निवेश की जाती निवेश कैसे करे है और यही छोटे इक्विटी में भी निवेश की जाती है और छोटी बड़ी सभी निवेश होती है.और छोटी बड़ी सभी निवेस्ज होती है इसका टाइम फिक्स होने के कारण इस में रिस्क बिलकुल भी नहीं होता है.

Fixed Maturity Plan

Fixed Maturity Plan में पहले से परिपक्वता का समय 6 होता है. और यही dabt इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्टमेंट होती है.इसके अंदर चार्ज बिलकुल कम होता है. और प्रबंधक से पहले तय करने के उपकरण के लिए निवेश कर रहे हैं. जिसे निवेशक का रिस्क बिलकुल कम हो जाता है और निवेशक को अच्छा निवेश return मिलता है.

आईसीआईसीआई म्यूच्यूअल फण्ड इन हिंदी म्यूचुअल फंड क्या है म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें sbi mutual fund in hindi ? Mutual Fund के अंदर छोटे बड़े सभी निवेशक निवेश कर सकते है और म्यूच्यूअल फण्ड एक प्रकार का नहीं होता. यह बहुत प्रकार के होते है यही निवेशक के रिस्क ,इन्वेस्टमेंट समय ,और निवेश के हिसाब से अलग अलग प्रकार के होते है. लेकिन आप म्यूच्यूअल फण्ड में एक रिस्क फ्री निवेश कर सकते है और अच्छी इन्वेस्टमेंट रिटर्न्स ले सकते है.

म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे शुरू करे?

आज का विषय है, How to Invest in Mutual Fund in Hindi (म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करे?) जिस topic के बारे में आज हम इस पोस्ट पर बताने वाले है। हो सकता है, ज्यादातर लोग इस बारे में नही जानते हो की म्यूच्यूअल फण्ड क्या है? वैसे तो अपनी पिछली पोस्ट पर हमने काफी detail में इस बारे में बताया हुआ है, पर फिर भी हम आपको एक मोटा idea दे देते है।

How to Invest in Mutual Fund in Hindi

अगर बिल्कुल आसान से शब्दों में समझना हो तो Mutual fund एक Collective investment है। जिस पर एक नही बल्कि कई लोग अपना पैसा invest करते है। निवेश किये गए इन पैसों से एक बड़ा Fund तैयार होता है जिसे Mutual fund Companies शेयर मार्केट, Stokes etc. जैसी चीजो में लगाती है और वहां से मुनाफा कमाकर अपने Investors को profit के साथ वापस कर देती है। इसके बदले वह कुछ प्रतिशत अपनी फीस काट लेते है।

अब अगर आप सोच रहे है, यह काम कैसे करता है। इसकी एक लंबी process होती है जिसे अगर आप बारिकी से समझना चाहते है तो हमारी पिछली पोस्ट को जरूर पढ़ें। अब क्योंकि यह लेख ”म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करे” के बारे में है। तो अभी हम इस पर ज्यादा ध्यान देंगे। तो चालिये जानते है, की एक नया निवेशक म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे कर सकता है।

How to Invest in Mutual Fund in Hindi

Mutual fund ऐसे लोगो को निवेश करने के लिए प्रेरित कर रहा है। जो मुश्किल से महीने का 1000 या 2000 तक ही निवेश कैसे करे save कर पाते है। अब क्योंकि mutual fund की Scheme ऐसी है, की आप 500 रुपये से भी निवेश की शुरुवात कर सकते है। इसीलिए middle income वाले निवेशक की संख्या mutual fund में ज्यादा है। जिसके कारण mutual fund Companies भी अपनी schemes एक आम व्यक्ति के फायदे के हिसाब से ला रही है।

कुल मिलाकर देखा जाये तो म्यूच्यूअल फण्ड बाकी के मुकाबले बेहतर फण्ड है middle class व्यक्ति के निवेश करने के लिये। अब क्योंकि mutual fund भी बाजार जोखिमों के अन्तर्गत आता है, तो जाहिर है इसमें निवेशक का पैसा डूबने के खतरा बना रहता है। वैसे आप चाहे तो इसे बिल्कुल सौ प्रतिशत safe बना सकते है। mutual फण्ड में कई प्रकार के फण्ड है, जिनके आधार पर ही तय हो पायेगा की आपका निवेश किया गया पैसा कितना सुरक्षित है।

इसीलिए mutual fund खरीदने का पहला कदम है, अपनी Capacity के हिसाब से एक सही Mutual Fund scheme का चुनाव। इसीलिए मेरा आपको सुझाव है, mutual fund में निवेश करने से पहले mutual फण्ड की जानकारी अधिक से अधिक जुटा ले। अधूरी जानकारी के साथ निवेश की शुरुवात न करे। तो चलिये अब आपका अतिरिक्त समय बरबाद न करते हुए अपने topic पर वापस आते है।

इच्छुक निवेशक mutual fund में invest की शुरुवात इन तरीकों से कर सकते है:

  1. Mutual Fund प्रतिनिधि/ Distributor, Bank या किसी MF Agent/ Broker के द्वारा । इसे Offline invest भी कहा जाता है ।
  2. Asset management company अथवा Bank/AMC की website के द्वारा। इसे Online invest भी कहा जाता है।
  3. Mutual fund सिप (SIP) के द्वारा।

इन तीनो तरीको से हम mutual fund में निवेश की शुरुवात कर सकते है। तो चलिये अब एक – एक करके इन तीनो Method के बारे में जानते है।

म्यूच्यूअल फण्ड प्रतिनिधि, बैंक या किसी एजेंट के माध्यम से:

अगर आप एक offline निवेश करने के इच्छुक है तो उसके लिए आप अपने नजदीकी Mutual fund branch, Mutual fund Distributor या निवेश कैसे करे किसी Bank, agent के पास जा सकते है। सबसे जरूरी चीज एक नए निवेशक के लिए अनिवार्य है, की वह निवेश करने से पूर्व KYC जरूर करा ले।

क्योंकि उसके बिना आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश की शुरुवात नही कर पाएंगे। वहाँ जा कर आपको एक form भरना होगा और कुछ जरूरी Documents को इस form से Attached कर देना होगा लगने वाले Document की सूची इस प्रकार है।

Documents Required to Invest in Mutual Fund

1) Proof of Identity
2) Proof of Address
3) Passport size Photographs
4) Pan Card
5) KYC individual form.

अगर आप नाबालिग है, तो आपको third party declaration for minors फॉर्म भी fill करके देना होगा। एक बार यह Steps Complete हो जाने के बाद आप आसानी से निवेश शुरू कर सकते है।

Bank/AMC की Website द्वारा:

Online निवेश करने के लिए जरूरी है Mutual Fund के बारे में पर्याप्त जानकारी। एक निवेशक के लिए online invest करने का पहला कदम होता है, सही Mutual fund का चुनाव। इसीलिए जरूरी है, कि आप हमारी पिछली पोस्ट पढ़ले या फिर आप Moneycontrol.com पर जा कर अब तक के Best Fund के बारे में जान सकते है।

यह वेबसाइट आपको equity, debt, hybrid, money market etc. सभी mutual fund scheme के top funds के बारे में बताती है। यहां से आप किसी भी fund की Overall performance देख सकते है। ये website आपको बहुत हद तक एक best Mutual fund चुनने में मदद करेगी। एक बार आप अपने लिए mutual fund चुन लें।

उसके बाद आप सीधे Mutual fund house की वेबसाइट या किसी Bank/AMC की वेबसाइट पर जा कर Register करना है। उसके बाद आपको एक form fill करना होगा पर याद रहे ऑनलाइन निवेश करने के लिए भी आपको पहले KYC पूरा करने की जरूरत है। अब एक बार यह process Complete हो जाने के बाद आप online invest शुरू कर सकते है।

Mutual Fund SIP के द्वारा:

सिप (SIP) Mutual Fund में invest करने का सबसे आसान तरीका है। इसमें आप offline या online दोनों ही तरीको से निवेश की शरुवात कर सकते है। इसके लिए आपको एक one time debit mandate फॉर्म भरना होगा। यह फॉर्म आप अपने बैंक या जिस online website से आप निवेश करने की सोच रहे है, वहां से प्राप्त कर सकते है। सिप (SIP) के जरिये निवेश करने पर आपका तय किया गया amount हर महीने mutual फण्ड में auto debit होता रहता है।

Conclusion

अंत मे अगर इस पोस्ट How to Invest in Mutual Fund in Hindi (म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करे?) में बतायी गयी जानकारी आपको helpful लगी तो कृपया Comment के माध्यम से अपने सुझाव दे। Mutual fund में investment से related अपने सवाल हमसे पूछने के लिये नीचे कमेंट जरूर करे।

500 रुपये के साथ निवेश करना – जानें इसे करने के शीर्ष 5 तरीके

भले ही आपकी बचत या निवेश की मात्रा कितनी भी कम क्यों न हो, लेकिन आपको निवेश की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरुआत करने की जरूरत है। यह प्रक्रिया आपको अपने जीवन के लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए आर्थिक योजना की तैयारी में मदद करेगी।

Table of Contents
एक क्रमबद्ध निवेश अथार्त सिस्टेमिक इन्वेस्टमेंट (systematic investment) शुरू करें
500 रुपये से किसी कंपनी का शेयर खरीदें
एक Recurring Deposit (RD) Account शुरू करें
500 रुपये से एक पुस्तक में निवेश करें
खुद को शिक्षित करे
मुख्य तथ्य है

एक हजार मील की यात्रा एक कदम के साथ शुरू होती है।

जब मैं कॉलेज में था, मैं पैसे जमा करने और विभिन्न तरीकों से निवेश करने की कोशिश करता था। हालांकि मैं हर महीने 500 रुपये बचा सकता था, लेकिन मैं इसे नियमित रूप से निवेश करना सुनिश्चित करूंगा।

मार्किट एक्सपर्ट्स से शेयर बाजार सीखे सरल भाषा में

यह जानने के लिए कि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए किन निवेश साधनों में निवेश कर सकते हैं, आप Kredent Money App की मदद से कर सकते हैं।

इस ब्लॉग में, मैंने 500 रुपये प्रति माह की बचत के साथ ,मुख्य 5 निवेश विकल्पों का उल्लेख किया है,जिसने मेरे भविष्य के लक्ष्यों को बढ़ा दिया।

1. एक क्रमबद्ध निवेश अथार्त सिस्टेमिक इन्वेस्टमेंट (systematic investment) शुरू करें

इस श्रेणी के पीछे विचार बचत और निवेश की आदत विकसित करना है। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) मूल रूप से म्यूचुअल फंड स्कीम में किया गया निवेश है।

हालांकि, कुछ ऐसे तथ्य हैं जो आपको म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले जानना चाहिए।

अधिक संभावना है कि आपका पैसा बढ़ जाएगा क्योंकि ये फंड व्यवसायी फंड प्रबंधकों द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं।

म्यूचुअल फंड को 500 / – रुपये से कम के साथ शुरू किया जा सकता है।

यदि आप म्यूचुअल फंड में निवेश तुरंत शुरू करना चाहते हैं, तो आप सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट अथार्त निवेश योजना (SIP) पर हमारे लिखे हुए इस ब्लॉग को पढ़ सकते है । जानिए SIP में निवेश करना ,केवल 2 स्टेप में ।

SIP जल्दी शुरू करने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ है कंपाउंडिंग (compounding),पावर ऑफ कंपाउंडिंग (power of compounding) के बारे में अधिक जानने के लिए ,यहाँ click करें -पावर ऑफ कंपाउंडिंग कैसे काम करता है ।

हमने निवेश कैसे करे कुछ म्यूचुअल फंड योजनाओं को नीचे सूचीबद्ध किया है, जिन पर आप स्वयं रिसर्च करके निवेश कर सकते हैं।

  • एचडीएफसी (HDFC)स्मॉल कैप फंड
  • डीएसपी (DSP) मिड कैप फंड
  • एचडीएफसी (HDFC)मिड कैप अवसर फंड
  • आदित्य बिड़ला सन लाइफ इक्विटी फंड
  • आईसीआईसीआई (ICICI)प्रूडेंशियल इक्विटी और डेट फंड

नोट: उपर्युक्त कोष में से कोई भी हमारे द्वारा निवेश किए जाने का सुझाव नहीं दिया गया है। ये आपके निवेश के लिए उपलब्ध विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए केवल उदाहरण हैं।

2. 500 रुपये से किसी कंपनी का शेयर खरीदें

मुझे पता है कि आप क्या सोच रहे होंगे, अगर मैं किसी कंपनी का सिर्फ एक हिस्सा खरीदूं तो क्या होगा?

किसी भी चीज़ से अधिक, यह आपको शेयर बाजारों का अनुसरण करने और सीखने के लिए प्रेरित करेगा। एक बार जब आप किसी चीज़ में अपने पैसे जमा कर लेते हैं, तो यह आपको वित्तीय बाज़ार के बारे में और जानने के लिए प्रेरित करेगा।

बाजारों और कंपनियों के बारे में समाचार ट्रैक करना, यह समझना कि वे कैसे काम करते हैं, एक बहुत अनिवार्य कला हैं , यदि आप शेयर बाजार से पैसा बनाना चाहते हैं। यह अपने आप में 500 रुपये का बड़ा उपयोग हो सकता है।

3. एक Recurring Deposit (RD) Account शुरू करें

अगर आप हर महीने 500 रुपये बचाने में सक्षम हैं लेकिन आपको शेयर बाजारों में कोई दिलचस्पी नहीं है। यदि आपको यह बहुत जोखिम भरा लगता है, तो आप बैंक या डाकघर में Recurring Deposit (RD) शुरू कर सकते हैं। इस तरह आपका पैसा बढ़ेगा और उसी समय सुरक्षित रहेगा।

भारत में लगभग सभी बैंक Recurring Deposit (RD) Account सेवाएँ प्रदान करते हैं।

प्रत्येक बैंक की वेबसाइटों पर Recurring Deposit Account खोलने के निर्देश दिए गए हैं। यह आसान और परेशानी मुक्त निवेश खाता है।

6-8% के बीच ब्याज दर भिन्न होती है जो घर पर पड़े एक आदर्श फंड से बेहतर है।

4. 500 रुपये से एक पुस्तक में निवेश करें

वैसे किताबें पढ़ना एक बहुत अच्छी आदत है। पढ़ने की आदत विकसित करना आगे जाकर काफी फ़ायदेमंद हो सकता है। किताबें पढ़ने से आप बहुत ज्ञान प्राप्त करते हैं, बहुत सारी चीजों के बारे में अलग-अलग दृष्टिकोण विकसित करते हैं, आप आत्मविश्वास से भरे होते हैं। अधिकांश सफल लोग पढ़ने की आदत के इस सामान्य लक्षण को शेयर करते हैं।

अपने आप में निवेश करने से बेहतर निवेश कुछ नहीं हो सकता। इसलिए यदि आप उपरोक्त विकल्पों के लिए तैयार नहीं हैं, तो आप हमेशा नई किताबें पढ़ने में निवेश कर सकते हैं।

स्पेसएक्स और टेस्ला के संस्थापक एलोन मस्क जब बच्चे थे, तब वे बहुत पढ़ते थे। बाद में उन्होंने साक्षात्कार में कहा कि कुछ पुस्तकों ने उन्हें वास्तव में प्रेरित किया कि वे आज क्या कर रहे हैं।

5. खुद को शिक्षित करे

निवेश का एक अन्य तरीका छोटे प्रमाणित पाठ्यक्रम को ऑनलाइन ले कर अपने आप को शिक्षित करना है।

इंटरनेट के कारण, आजकल ऑनलाइन सीखने के बहुत सारे विकल्प हैं। आप इस पैसे का उपयोग एक कोर्स खरीदने और एक नए युक्ति सीखने में कर सकते हैं, जिसमें आप रुचि रखते हैं। यह आपकी पसंद का कुछ भी हो सकता है।

मुख्य तथ्य है

  • पैसे की रकम ज्यादा महत्व नहीं रखती है, लेकिन शुरुआती चीजें बहुत महत्व रखती हैं।
  • आरडी (RD)में निवेश की तुलना में एसआईपी (SIP) शुरू करने से आपको अधिक ब्याज मिलेगा।
  • यदि आप किसी भी निवेश के लिए तैयार नहीं हैं, तो आप हमेशा छोटे ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को पढ़कर और ग्रहण कर स्वयं के ज्ञान को समृद्ध कर सकते हैं।

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মিউচুয়াল ফান্ডে বিনিয়োগ করার সময় মানুষের করা ১০ টি ভুল

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Elearnmarkets (ELM) is a complete financial market portal where the market experts have taken the onus to spread financial education. ELM constantly experiments with new education methodologies and technologies to make financial education effective, affordable and accessible to all. You can connect with us on Twitter @elearnmarkets.

अटल पेंशन योजना

मुख्य पृष्ठ

भारत सरकार का सह योगदान वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2019-20 के लिए यानी 5 साल के लिए उन ग्राहकों को उपलब्ध है जो 1 जून, 2015 से 31 मार्च, 2016 की इस अवधि के दौरान इस योजना में शामिल होते हैं और जो किसी भी वैधानिक और सामाजिक सुरक्षा योजना में शामिल नहीं हैं एवं आयकर दाताओं में शामिल नहीं हैं। सरकार का सह-योगदान पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा पात्र स्थायी सेवानिवृत्ति खाता पेंशन संख्या को केंद्रीय रिकार्ड एजेंसी से ग्राहक द्वारा वर्ष के लिए सभी किस्तों का भुगतान की पुष्टि प्राप्त करने के बाद वित्तीय वर्ष के अंत में लिए ग्राहक के बचत बैंक खाता/डाकघर बचत बैंक खाते में कुल योगदान का 50% या 1000 रुपये का एक अधिकतम अंशदान जमा किया जाएगा। वैसे लाभार्थी जो वैधानिक सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के अंतर्गत आते हैं, एपीवाई के तहत सरकार के सह-योगदान प्राप्त करने के पात्र नहीं हैं। उदाहरण के लिए, निम्नलिखित अधिनियमों के तहत सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के सदस्य एपीवाई के तहत सरकार के सह-योगदान प्राप्त करने के लिए पात्र नहीं हो सकते है:

    और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952
  • कोयला खान भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1948
  • असम चाय बागान भविष्य निधि और विविध प्रावधान, 1955
  • नाविक भविष्य निधि अधिनियम, 1966
  • जम्मू-कश्मीर कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1961
  • कोई भी अन्य वैधानिक सामाजिक सुरक्षा योजना

अटल पेंशन योजना के तहत न्यूनतम पेंशन की इस अर्थ में सरकार द्वारा की गारंटी होगी कि यदि पेंशन योगदान पर वास्तविक रिटर्न अंशदान की अवधि के दौरान कम हुआ तो इस तरह की कमी को सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा। दूसरी ओर, यदि पेंशन योगदान पर वास्तविक रिटर्न न्यूनतम गारंटी पेंशन के लिए योगदान की अवधि में रिटर्न की तुलना में अधिक हैं तो इस तरह के अतिरिक्त लाभ ग्राहक के खाते में जमा किया जायेगा जिससे ग्राहकों को बढ़ा हुआ योजना लाभ मिलेगा।

सरकार कुल योगदान का 50% या 1000 रुपये प्रति साल जो भी कम हो का सह-योगदान प्रत्येक पात्र ग्राहक को करेगी जो इस योजना में 1 जून 2015 से 31 मार्च 2016 के बीच शामिल होते हैं और जो किसी भी अन्य सामाजिक सुरक्षा योजना के एक लाभार्थी नहीं है एवं आयकर दाता नहीं है। सरकार के सह-योगदान वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2019-20 तक 5 साल के लिए दिया जाएगा।

वर्तमान में, नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) के तहत ग्राहक योगदान एवं उसपर निवेश रिटर्न के लिए के लिए कर लाभ पाने के पात्र है। इसके अलावा, एनपीएस से बाहर निकलने पर वार्षिकी की खरीद मूल्य पर भी कर नहीं लगाया जाता है और केवल ग्राहकों की पेंशन आय सामान्य आय का हिस्सा मानी जाती है उसपर ग्राहक के लिए लागू उचित सीमांत दर लगाया जाता है। इसी तरह के कर उपचार एपीवाई के ग्राहकों के लिए लागू है।

खाता खोलने के लिए प्रक्रिया

  • बैंक शाखा/पोस्ट ऑफिस जहां व्यक्ति का बचत बैंक है को संपर्क करें या यदि खाता नही है तो नया बचत खाता खोलें
  • बैंक/डाकघर बचत बैंक खाता संख्या उपलब्ध करायें और बैंक कर्मचारियों की मदद से एपीवाई पंजीकरण फार्म भरें
  • आधार/मोबाइल नंबर उपलब्ध कराएं । यह अनिवार्य नहीं है, लेकिन योगदान के बारे में संचार की सुविधा हेतु प्रदान की जा सकती है।
  • मासिक/तिमाही/छमाही योगदान के हस्तांतरण के लिए बचत बैंक खाता/डाकघर बचत बैंक खाते में आवश्यक राशि रखना सुनिश्चित करें

योगदान की विधि, कैसे योगदान करें और योगदान की नियत तारीख

निरंतर चूक के मामले में

ग्राहकों को अपने बचत बैंक खातों/डाकघर बचत बैंक खाते में निर्धारित नियत दिनांक देरी योगदान के लिए किसी भी अतिदेय ब्याज से बचने के लिए पर्याप्त राशि रखनी चाहिए। मासिक/तिमाही/छमाही योगदान बचत बैंक खाता/डाकघर बचत बैंक खाते में महीने/तिमाही/छमाही की पहली तारीख को जमा किया जा सकता है। हालांकि, अगर ग्राहक के बचत बैंक खाते/डाकघर बचत बैंक खाते में पहले महीने के अंतिम दिन/पहले तिमाही के अंतिम दिन/ पहले छमाही के अंतिम अपर्याप्त शेष है तो इसे एक डिफ़ॉल्ट माना जायेगा और देरी से योगदान के लिए अतिदेय ब्याज के साथ अगले महीने में भुगतान करना होगा। बैंकों को प्रत्येक देरी मासिक योगदान के लिए प्रत्येक 100 रुपये में देरी के 1 रुपये प्रति माह शुल्क लेना है। योगदान की तिमाही/छमाही मोड के लिए देरी योगदान के लिए अतिदेय ब्याज के हिसाब से वसूल किया जाएगा। एकत्र बकाया ब्याज की राशि ग्राहक के पेंशन कोष के हिस्से के रूप में रहेगा। एक से अधिक मासिक/तिमाही/छमाही योगदान धन की उपलब्धता के आधार पर लिया जा सकता है। सभी मामलों में, योगदान यदि कोई हो अतिदेय राशि के साथ-साथ जमा किया जा सकता है। यह बैंक की आंतरिक प्रक्रिया होगी। देय राशि की वसूली खाते में उपलब्ध धन के अनुसार की जाएगी।

रखरखाव निवेश कैसे करे शुल्क और अन्य संबंधित शुल्कों के लिए ग्राहकों के खाते से कटौती एक आवधिक आधार पर किया जाएगा। उन ग्राहकों के लिए जिन्होंनें सरकार के सह-योगदान का लाभ उठाया है के लिए, खाते की राशि शून्य माना जाएगा जब ग्राहक कोष एवं सरकार के सह-योगदान खाते से घटाने पर राशि रखरखाव शुल्क, फीस और अतिदेय ब्याज के बराबर हो जाये और इसलिए शुद्ध कोष शून्य हो जाता है । इस मामले में सरकार का सह अंशदान सरकार को वापस दिया जाएगा।

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