एमए क्या है

एड-हॉक लेक्चरर या अतिथि शिक्षक किसी शिक्षण संस्थान में में कुछ समय के लिए कांट्रैक्ट बेसिस पर नियुक्त किए जाते हैं। ऐसे अभ्यर्थी जो एमए के बाद कुछ समय पढ़ाई से ब्रेक लेना चाहते हैं, ये ऑप्शन उनके लिए सबसे उचित ऑप्शन रहेगा। इस ऑप्शन के माध्यम से अभ्यर्थी एक छोटी समयावधि के लिए कार्य कर सकते हैं, जिससे उन्हें इनकम का सोर्स भी मिल जाए एवं भविष्य के लिए विचार करने का समय भी मिल जाए। इस ऑप्शन को चुनने का एक लाभ ये भी है, कि पीएचडी करने के इच्छुक अभ्यर्थी इसके जरिये जॉब करने के साथ ही साथ अपनी पीएचडी भी पूर्ण कर सकते हैं।
M.A करने के फायदे (Benefit Of Master of Arts In Hindi)
और अगर आप m.a. करने की सोच रहे हैं तो m.a. करने के बाद आपको किस तरह का फायदा हो सकता है इसके बारे में जानेंगे?
m.a. करने के फायदे तो बहुत एमए क्या है है लेकिन इसके फायदे को में दो अलग-अलग ग्रुप में बांटना चाहूंगा।
- पहले ग्रुप में ऐसे लोग जो m.a. करने के बाद नौकरी करना चाहते हैं।
- दूसरे ग्रुप में वह लोग जो m.a. करने एमए क्या है के बाद नौकरी कम और व्यवसाय करना चाहते हैं।
MA करने के फायदे (नौकरी)
एम ए करने के बाद आप शिक्षक के क्षेत्र में जा सकते हैं। लेकिन एक बात का हमेशा याद रखें कि कॉलेज यूनिवर्सिटी और तरह-तरह के अलग-अलग यूनिवर्सिटीज में शिक्षक के तौर पर नौकरी करने के लिए m.a. के बाद आपको कुछ कोर्स और करने की जरूरत होती है आप सीधे एम ए करने के बाद इन सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज में शिक्षक के तौर पर नौकरी नहीं कर सकते।
- कुछ स्कूल या कॉलेज ऐसे हो सकते हैं जहां कि आप सीधे एम ए करने के बाद नौकरी के एमए क्या है लिए अप्लाई कर सकते हैं।
- अगर आप m.a. करने के बाद b.ed करते हैं तो ऐसी स्थिति में आप अपने b.ed कोर्स को 1 वर्ष में पूरी कर सकते हैं।
- एम ए करने के बाद आप इंटर कॉलेज प्रवक्ता बन सकते हैं।
- IAS तथा PCS के कुछ महत्वपूर्ण पदों में नौकरी करने के लिए m.a. करना बेहद महत्वपूर्ण है।
- m.a. के बाद नेट क्वालीफाई करके आप डिग्री कॉलेज प्रवक्ता बन सकते हैं।
M.A करने का सबसे बड़ा फायदा (Buisness)
अगर मैं आपको बताऊं कि अगर आप b.a. करने के बाद m.a. करते हैं तो इसकी सबसे बड़ी फायदा यह है कि अगर आप ने दिए या m.a. हिंदी या अंग्रेजी इन दोनों में से किसी विषय में की हुई तो ऐसी स्थिति में आपका भाषा की पकड़ बहुत अच्छी हो जाती है।
यानी कि आप लिखने और बोलने में बहुत अधिक एक्सपर्ट हो जाते हैं।
और जैसा कि आज आप सभी लोगों को पता है कि आज के समय में भारत बहुत ही तेजी से डिजिटल होते जा रहा है और इस डिजिटल होने की दौड़ में भारत की बहुत सी कंपनी या भारत के बाहर भी ऐसी बहुत सी कंपनी है जहां की कंपनी को एक कंटेंट राइटर की तलाश होती है एमए क्या है जो कंपनी के लिए कांटेक्ट लिख पाए।
मान लीजिए कि अगर आपको भारत में हिंदुस्तान टाइम्स में ही एक कंटेंट राइटर की तौर पर नौकरी मिल जाती है तो ऐसी स्थिति में आप अच्छी खासी पैसा कमा सकते हैं क्योंकि आज के समय में कंटेंट राइटर की बहुत ही ज्यादा डिमांड है।
M.A करने का फायदा “खुद का व्यापार”
जैसा कि ऊपर मैंने आपको बताया कि m.a. करने के बाद आपकी भाषा पर पकड़ बहुत ही अच्छी हो जाती है आप बहुत अच्छा लिखना सीख जाते एमए क्या है हैं आप बहुत अच्छा बोलना सीख जाते हैं।
तो m.a. करने के बाद या m.a. करते वक्त या m.a. करने से पहले से ही आप अपना खुद का ऑनलाइन एक बिजनेस शुरुआत कर सकते हैं मैं यहां बात कर रहा हूं ऑनलाइन ब्लॉग की ऑनलाइन ब्लॉग से मेरा मतलब है वेबसाइट आप अपना खुद का वेबसाइट बना सकते हैं और अपनी खुद की वेबसाइट के लिए आप चाहे तो अच्छे-अच्छे न्यूज़ लिख सकते हैं।
आप शिक्षा के किसी क्षेत्र में कुछ लिख सकते हैं या जिस में भी आप स्पेशलिस्ट हैं आप उस क्षेत्र में अपनी जानकारी को लिखकर लोगों तक पहुंचा सकते हैं गूगल की सहायता से।
और यकीन मानिए अगर आप इस क्षेत्र में अपना कैरियर बना लेते हैं तो यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां की आपको कुछ समय के लिए ही काम करना पड़ता है और एक बार अगर आपका काम सही तरीके से सफल पूर्वक चल गया तो इसके बाद आप अपने घर में बैठे बैठे बिना कुछ किए पैसे कमा सकते हैं।
M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स करने के लिए एडमिशन प्रोसेस क्या है?
एमए इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के लिए आप एंट्रेंस टेस्ट और मेरिट बेस पर दोनों तरह से एडमिशन ले सकते हैं. मेरिट बेस पर एडमिशन में आपकी बैचलर डिग्री के मार्क्स में आधार पर एडमिशन दिया जाता है और एंट्रेंस टेस्ट प्रोसेस में आपको कॉलेज या यूनिवर्सिटी द्वारा कंडक्ट किये गये एंट्रेंस टेस्ट को पास करना होगा. आप एंट्रेंस एग्जाम में अच्छा परफॉर्म करके एक बेस्ट कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं.
इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आप एमए क्या है इन कॉलेजेज में एडमिशन ले सकते हैं
जवाहरलाल नहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली,
जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली,
एसआरएम यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई,
यूनिवर्सिटी ऑफ़ मद्रास, चेन्नई,
M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के लिए फीस कितनी लगती है?
एमए इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स करने के लिए एवरेज फीस 6 हजार से 3 लाख रूपये तक हो सकती है आपकी ये फीस आपके कॉलेज पर भी डिपेंड करती है कि आप किस कॉलेज में एडमिशन ले रहे हैं.
इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको इन कुछ एंट्रेंस एग्जाम को पास करना पड़ता है
JNUEE– ये एंट्रेंस एग्जाम जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी एमए क्या है द्वारा कंडक्ट किया जाता है.
Pondicherry यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम
TANCET– ये एंट्रेंस एग्जाम अन्ना (Anna) यूनिवर्सिटी द्वारा कंडक्ट किया जाता है.
HPCET– हिमाचल प्रदेश कॉमन एंट्रेंस टेस्ट.
इन सभी एंट्रेंस एग्जाम में 4 सेक्शन होते हैं पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री एंड इकॉनोमिक्स, करंट वर्ल्ड अफेयर्स, और इंडियन फॉरेन पॉलिसीस. इन सब्जेक्ट्स के साथ ही आपको करंट अफेयर्स, और मोक क्वेश्चन पेपर भी पढ़ना होगा.
M.A इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के बाद करियर ओप्पोर्चुंनिटीस क्या हैं?
एमए इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स को करने के बाद आप मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज में काम कर सकते हैं जैसे- लॉ फर्म्स, मीडिया यूनिट्स, पब्लिशिंग हाउसेस, फर्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज, सॉफ्टवेयर इंडस्ट्रीज, और रिसर्च ऑर्गनाइजेशन आदि. इन सब के अलावा आप एसोसिएट अटॉर्नी, काउंसलर, लीगल एसोसिएट, पेटेंट राइटर, और बिज़नेस हेड जैसे पोस्ट पर भी काम कर सकते हैं. आप कॉलेज/यूनिवर्सिटीज में टीचर या लेक्चरर भी बन सकते हैं. अगर आप आगे पढाई करना चाहते हैं तो इंटरनेशनल रिलेशन्स कोर्स में पीएचडी की डिग्री भी ले सकते हैं
एमए इंटरनेशनल (M.A International Relations Course kya hai) रिलेशन्स कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट की एनुअल सैलरी 2 लाख से 18 लाख रूपये पर एनम तक हो सकती है आपकी ये सैलरी आपके नॉलेज, स्किल्स पर डिपेंड करता है और आपने ये कोर्स कहाँ से किया है इस पर भी डिपेंड करेगा.
MA Full Form in Hindi | एम.ए course की जानकारी
Information of MA full form & Career after MA course in Hindi: Education में Master of Arts को आमतौर पर M.A. के फुल फॉर्म से जाना जाता है. MA ka full form Master of Arts है. जो वास्तव में post graduation / master degree course है.
2 साल या 4 semesters के साथ है. संस्थानों के अनुसार semester system, timing & subjects आदि के बारे में परिवर्तन होंगे. यह कोर्स दोनों options में उपलब्ध है, जो regular & correspondence हैं. Master of Arts degree एक छात्र द्वारा अधिकतम 5 वर्ष और न्यूनतम 2 वर्ष में पूरी की जानी चाहिए, और यह अवधि भिन्न हो सकती है. Learn about What is B.A full from.
एम ए की डिग्री करने के फायदे या लाभ / Benefits of Master of Arts (MA ka full form) in Hindi
• इस कोर्स में शिक्षा की एक व्यापक और अधिक समावेशी समझ प्रदान की जाती है. क्योंकि यह knowledge का क्षेत्र है
• शिक्षा के विशिष्ट पहलुओं में यह कोर्स विशेषकर उच्च स्तर का विशेषज्ञता देता है.
• Master Degree in Arts (M.A.) में उम्मीदवार को शिक्षा के विभिन्न आयामों में प्रभावी ढंग से भाग लेने के लिए पेशेवर होने में सक्षम बनाता है.
• उम्मीदवारों द्वारा M.A. course के बाद M.Phil. और Ph.D degree programs को किया जा सकता है.
उम्मीदवारों के पास किसी मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से स्नातक की डिग्री (graduation in Hindi) होनी चाहिए. कुछ कॉलेज या विश्वविद्यालय योग्यता के आधार पर प्रवेश एमए क्या है लेते हैं. संस्था, विश्वविद्यालय या कॉलेज के अनुसार न्यूनतम प्रतिशत आवश्यकताएँ अलग-अलग होंगी.
एमए शिक्षा के लिए एमए क्या है प्रवेश प्रक्रिया Entrance Exams for education of M.A.
आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संस्था के अनुसार पात्रता होनी चाहिए. कुछ संस्थान प्रवेश परीक्षा का आयोजन करते हैं और प्रवेश परीक्षा के परिणाम के अनुसार आयोजित किए जाते हैं. उम्मीदवार को प्रवेश परीक्षा में high score होना चाहिए. आवेदन पत्र संस्थान कार्यालय में उपलब्ध होंगे. कुछ संस्थान ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा भी देते हैं.
भारत में प्रवेश परीक्षाएं Entrance Test for MA in India
• पंजाब यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा
• श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• अलगाप्पा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• मद्रास विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• मुंबई विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• पेरियर विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• नेताजी सुभाष ओपन यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा
• नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा
एमए के बाद अभ्यर्थी चुन सकते हैं इनमें से कोई एक ऑप्शन
मास्टर ऑफ आर्ट्स यानि एमए एक स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम है। आर्ट्स फील्ड के अभ्यर्थियों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों के अभ्यर्थी भी एमए कोर्स को चुनते हैं। एमए के बाद अभ्यर्थी पीएचडी, नेट तथा व्याख्याता आदि ऑप्शन को चुन सकते हैं। इसके अतिरिक्त एमए उत्तीर्ण अभ्यर्थी किन-किन क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं, इसका विवरण जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।
एमए के बाद अभ्यर्थी निम्न करियर ऑप्शन को चुन सकते हैं-
[A] NET (Ph.D./JRF)
एमए उत्तीर्ण अभ्यर्थी नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट यानि नेट परीक्षा दे सकते हैं। इस परीक्षा के माध्यम से स्नातकोत्तर के पश्चात डॉक्टर ऑफ फ़िलॉसफ़ि (Ph.D.) तथा जूनियर रिसर्च फैलोशिप (JRF) के लिए अभ्यर्थियों की पात्रता तय की जाती है। पीएचडी/जेआरएफ़ के जरिये अभ्यर्थी अपने चुने गए विषय में रिसर्च कार्य कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त पीएचडी उत्तीर्ण अभ्यर्थी महा-विद्यालयों के शिक्षक पद (प्रवक्ता/व्याख्याता) के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। ध्यान रहे, कि अभ्यर्थी केवल उसी विषय से पीएचडी/जेआरएफ़ कर सकते हैं, जो उन्होंनें स्नातकोत्तर के समय चुना था।