आदर्श रणनीति

शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है?

शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है?
सेंसेक्स और निफ्टी में अंतर? Difference Between Sensex And Nifty

सेंसेक्स और निफ्टी में अंतर? Difference Between Sensex And Nifty

सेंसेक्स और निफ्टी में अंतर? Difference Between Sensex And Nifty – आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे, सेंसेक्स और निफ्टी के बारे में, की सेंसेक्स और निफ्टी क्या होते है और इनमे क्या अंतर होता है. जब भी स्टॉक मार्केट की बात होती है तो सबसे पहले सेंसेक्स और निफ़्टी का नाम आता है, और कई लोगो को इन दोनों को लेकर काफी कंफ्यूजन होता है की आखिर ये सेंसेक्स और निफ्टी होते क्या है और इनमे क्या अंतर होता है. तो चलिए आपको बताते है कि इनमे क्या अंतर होता है.

सेंसेक्स और निफ्टी में अंतर? Difference Between Sensex And Nifty

सेंसेक्स और निफ्टी में अंतर? Difference Between Sensex And Nifty

  • 1 सेंसेक्स क्या होता है? What is Sensex in Hindi
  • 2 निफ्टी क्या होता है? What Is Nifty?

सेंसेक्स क्या होता है?
What is Sensex in Hindi

अगर बात की जाये सेंसेक्स की तो सेंसेक्स मुंबई के शेयर बाज़ार यानि की BSE का सूचकांक (Index) है, और BSE का फुल फॉर्म बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज होता है. बता दूं कि Sensex – Sensitive Index से मिलकर बना है. हिंदी में Sensitive Index का अर्थ होता है संवेदी सूचकांक. सेंसेक्स हर दिन घटता बढता रहता है इसे पता चलता है कि देश की बड़ी बड़ी कंपनियों को फायदा हो रहा है या फिर नुकसान हो रहा है. बता दे की सेंसेक्स, मुंबई के शेयर बाजार में रजिस्टर्ड और मार्केट कैप के हिसाब से शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है? सबसे बड़ी 30 कंपनियों को ही इंडेक्स करता है. आपकी जानकारी के लिए बता दे की सेंसेक्स की शुरुआत 1 जनवरी 1986 से हुई, और इसमें जो तीस कंपनियां शामिल होती है, वो भी बदलती रहती है. यह 30 कंपनी एक कमेटी के द्वारा चुनी जाती है, साथ ही आपको बता दूं कि 30 कंपनी इंडेक्स होने के कारण इसे BSE30 भी कहा जाता है.

निफ्टी क्या होता है?
What Is Nifty?शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है?

अब अगर हम बात करे निफ़्टी की तो इसकी शुरुआत नवंबर 1994 को हुई थी, निफ्टी दिल्ली की स्टॉक मार्केट जिसे NSE कहा जाता है उसका सूचकांक (Index) है या इसे ऐसे भी कहा जा सकता है कि निफ़्टी दिल्ली के शेयर बाजार को दर्शाती है. आपको बता दे की NSE का फुल फॉर्म होता है National Stock Exchange. इसके अलावा निफ्टी में 50 कंपनी शामिल होती है.
Nifty शब्द : National + Fifty से मिलकर बना है और इसमें Fifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में शामिल 50 कंपनियों को दर्शाता है और इसी वजह से इसे Nifty 50 के नाम से भी जाना जाता है. निफ़्टी में शामिल 50 कंपनियां 12 अलग अलग सेक्टर से चुनी जाती है. इसके घटने-बढ़ने से बाजार के बारे में पता चलता है कि कंपनियों को फायदा हो रहा है या नुकसान.

सेंसेक्स और निफ्टी में क्या अंतर है Difference Between Sensex And Nifty In Hindi.

◆ बता दे की सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) का इंडेक्स है, और वही निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) का इंडेक्स हैं.
◆ सेंसेक्स की शुरुआत 1986 में हुई, वही निफ्टी की शुरुआत 1994 को हुई.
◆ सेंसेक्स, इसमें 30 कंपनियां शामिल होती है, वही निफ्टी में 50 कंपनी होती हैं.
◆ इसके अलावा सेंसेक्स की बेस वैल्यू 100 है, वही निफ़्टी को बेस वैल्यू 1000 है.

आपकी जानकारी के लिए बता दे की सेंसेक्स और निफ्टी ये दोनों हमारे देश के दो सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज को दर्शाते है, और इनके घटने बढ़ने से पता चलता है कि देश में कंपनियों को फायदा हो रहा है या नुक़सान. तो आशा करते है शेयर मार्कट से जुडी यह जानकारी आपको पसंद आई होगी, इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ साझा करे धन्यवाद.

शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है?

Investments in securities are subject to market risks. Read all the documents or product details carefully before investing. WealthDesk Platform facilitates offering of WealthBaskets by SEBI registered entities, termed as "WealthBasket Managers" on this platform. Investments in WealthBaskets are subject to the Terms of Service.

WealthDesk is a platform that lets you invest in systematic, modern investment products called WealthBasket.

WealthDesk Unit No. 001, Ground Floor, Boston House, Suren Road, Off. Andheri-Kurla Road, Andheri (East), Mumbai, Mumbai City, Maharashtra- 400093

© 2022 Wealth Technology & Services Private Limited. CIN: U74999MH2016PTC281896

400 अंकों से ज्यादा टूटा सेंसेक्स, शेयर बाजार में दर्ज की गई गिरावट

बजाज फाइनेंस दो प्रतिशत से टूटा, इज माई ट्रिप 15 प्रतिशत का आया उछाल

400 अंकों से ज्यादा टूटा सेंसेक्स, शेयर बाजार में दर्ज की गई गिरावट

Update: Monday, November 21, 2022 @ 12:59 PM

शेयर बाजार (Share Market) में गिरावट दर्ज की गई है। सेंसेक्स 400 से ज्यादा अंकों के साथ गिर गया है। अब यह 61200 के करीब ट्रेड (Trade) कर रहा है। वहीं निफ्टी 120 से ज्यादा अंक पर टूटा है। निफ्टी अब 18180 पर कारोबार कर रहा है। वहीं सेंसेक्स के 30 में 25 स्टॉक की गिरावट दर्ज की जा रही है। इसके अतिरिक्त बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) दो प्रतिशत से टूटा है और एक्सिस बैंक और एयरटेल में करीब आधा फीसदी की तेजी है। वहीं एनएसई के सभी 11 सेक्टोरल इंडेक्स में भी गिरावट दर्ज की गई है।

यह भी पढ़ें- अब बैंक जबरन नहीं कर सकेंगे किसी भी ग्राहक से लोन की वसूली

निफ़्टी आईटी और निफ्टी रियल्टी सबसे ज्यादा गिरावट में 0.89 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त फाइनांशियल सर्विस इंडेक्स (financial service index) भी 0.80 प्रतिशत टूटा है। निफ्टी बैंक में 0.46 प्रतिशत और मेटल 0.66 प्रतिशत गिरा है। फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स में 0.55 प्रतिशत की गिरावट दिख रही है। सबसे कम गिरावट सरकार बैंक इंडेक्स में है। ये केवल 0.13 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहा है। उधर ट्रैवल कंपनी ईज माई ट्रिप के स्टॉक में एक्स बोनस और एक्स बोनस एक्स स्प्लिट के कारण 15 प्रतिशत की तेजी दर्ज की जा रही है। वहीं बोनस और स्प्लिट एडजस्टमेंट के बाद शेयर 53 रुपए पर खुला। ये शेयर एनएसई पर सुबह 9:20 बजे 57.30 रुपए पर कारोबार कर रहा था। शुक्रवार 18 नवंबर को पिछले कारोबारी सत्र में स्टॉक 381.95 रुपए पर बंद हुआ था। इसके अतिरिक्त अमेरिकी बाजार शुक्रवार को तेजी के साथ बंद हुआ था।

सेंसेक्स Sensex को हिंदी में क्या कहते हैं?

सेंसेक्स Sensex एक प्रकार का सूचकांक है, इसे आमतौर पर स्टॉक एक्सचेंज सेंसिटिव इंडेक्स के रूप में भी जाना जाता है, सेंसेक्स भारत का सबसे पुराना स्टॉक मार्केट इंडेक्स है. आपको बता दें कि इसकी शुरुआत 1986 में हुई थी हम बात करें इसके काम की तो सेंसेक्स Sensex मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के शेयर्स के भाव में होने वाले तेजी मंदी को बताती है. सेंसेक्स Sensex के अंदर लगभग 30 कंपनी आती हैं. सेंसेक्स Sensex के अंदर काम करने वाली कंपनियों के शेयर में उतार-चढ़ाव पर नजर रखती है यह आज के समय में इंडियन जीडीपी का कुल 36% है.

सेंसेक्स Sensex की परिभाषा हिंदी में

आपको बता दें कि SensEx भारत देश के बहुत ही खूबसूरत शहर मुंबई में स्थित शेयर बाजार S&P BSE का सूचकांक है। बीएससी BSE का फुल फॉर्म मुंबई स्टॉक एक्सचेंज है जबकि SensEx Sensitive IndEx से मिलकर बना है, आपको बता दें कि SensEx Sensitive IndEx का अर्थ संवेदी सूचकांक सेंसेक्स होता है जैसे कि हम सभी जानते हैं आज के समय में मुंबई शेयर बाजार में रजिस्टर और मार्केट कैप के हिसाब सबसे 30 बड़ी कंपनियों का ही इंडेक्स किया जाता है.

अगर हम और सरल शब्दों में कहें तो SensEx के घटने बढ़ने से यह पता चलता है कि देश की बड़ी कंपनियों को profit हो रहा है या loss हो रहा है. SensEx की शुरुआत 1 जनवरी 1986 में हुई थी इसमें से 30 कंपनियां इसमें शामिल की गई हैं और यह कंपनियां समय के साथ बदलती रहती हैं इस कंपनी को चुनने के लिए एक कमेटी बनाई गई है इस कंपनियों को लेकर आने के कारण इसे मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के नाम से भी जाना जाता है.

किसी भी सूचीबद्ध कंपनी listed company को सूचकांक index में शामिल करने के लिए, उसे ‘बीएसई’ के 100 मार्केट कैप वाली कंपनियों में से एक होना चाहिए, और इसकी कुल मार्केट कैप बीएसई के कुल मार्केट कैप के 0.5% से अधिक होनी चाहिए। किसी भी सूचीबद्ध कंपनी को सूचकांक में शामिल करने के लिए ‘बीएसई’ BSE’ के 100 मार्केट कैप वाली कंपनियों में से एक होना चाहिए, और इसकी कुल मार्केट कैप बीएसई BSE’ के कुल बाजार के 0.5% से अधिक होनी चाहिए,

भारत में मुख्य रूप से दो एक्सचेंज हैं पहला बीएसई ( बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) (Bombay Stock Exchange) और एक अन्य ‘एनएसई’ (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ‘NSE’ (National Stock Exchange) को बीएसई के लिए ‘सेंसेक्स’ और एनएसई के लिए ‘निफ्टी’ के रूप में जाना जाता है। ”Sensex का आधार वर्ष 1 अप्रैल 1979 माना जाता है। इसकी गणना 100 के रूप में की जाती है, इसकी गणना फ्री फ्लोट बाजार पूंजीकरण पद्धति के आधार पर की जाती है। इस पद्धति के लिए, सबसे सक्रिय 30 कंपनियों को BSE से लिया जाता है, और उसके बाद इन कंपनियों शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है? के ‘फ्री फ्लोट मार्केट कैप’ की गणना की जाती है।

सेंसेक्स की गणना कैसे की जाती है? How is Sensex Calculated?

जैसा कि आप जानते ही होंगे कि गणना calculation के लिए आधार वर्ष 1978-1979 तक चुना गया है। उस समय सेंसेक्स का बेस प्राइस सिर्फ 100 रुपए रखा गया था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की गणना calculation पहली बार वर्ष 1986 में की गई थी और 1 सितंबर 2003 से सेंसेक्स की गणना calculation फ्री फ्लोट विधि द्वारा की जा रही है।

फ्री फ्लोट मेथड (FFM) में कंपनी के जो भी शेयर मौजूद होते हैं, उन्हें हमेशा पब्लिक ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध रखा जाता है, और इनमें से सरकार का हिस्सा निकाल लिया जाता है, और जो बचा रहता है, उसे बाजार में रख दिया जाता है। सार्वजनिक व्यापार के माध्यम से। के लिए उपलब्ध कराया गया है। इसे नीचे दिए गए उदाहरण से समझें।

उदाहरण- मान लीजिए कोई कंपनी A है, कंपनी के पास कुल शेयरों shares की संख्या 1000 है, जिसमें से 300 शेयर प्रमोटरों के पास हैं और 700 शेयर जनता के पास हैं। तो ये 700 शेयर जो जनता के पास हैं उन्हें फ्री फ्लोट शेयर float shares कहा जाएगा।

सेंसेक्स मुख्य रूप से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रतिनिधित्व करने वाला एक सूचकांक है जिसे 1875 में स्थापित किया गया था। स्टॉक एक्सचेंज का 1 जनवरी 1986 तक कोई आधिकारिक सूचकांक नहीं था। यह वह समय था जब भारतीय बाजार के प्रदर्शन को मापने के लिए सेंसेक्स को चुना गया था। सेंसेक्स में 30 प्रमुख स्टॉक शामिल हैं जो सेक्टरों से प्राप्त होते हैं और एक्सचेंज मार्केट में सक्रिय रूप से कारोबार करते हैं। सेंसेक्स वास्तव में भारतीय शेयर बाजार की चाल को दर्शाता है। यदि सेंसेक्स का मूल्य बढ़ता है, तो इसका मतलब है कि शेयरों की कीमतों में सामान्य वृद्धि हुई है। वहीं, अगर सेंसेक्स में गिरावट आती है तो इसका मतलब है कि शेयरों की कीमत में सामान्य गिरावट है।

आप एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स के माध्यम से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव की पहचान कर सकते हैं। 19 फरवरी, 2013 से, BSE और S&P डॉव जोन्स इंडेक्स सेंसेक्स की गणना के लिए गठबंधन करते हैं। निफ्टी भारत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के लिए गणना की जाने वाली दूसरी इंडेक्स है।

सेंसेक्स में बीएसई पर 30 सबसे बड़े और सबसे सक्रिय रूप से कारोबार करने वाले स्टॉक शामिल हैं। जो भारत की अर्थव्यवस्था का एक गेज प्रदान करता है। सेंसेक्स भारत के सबसे पुराने स्टॉक इंडेक्स में से एक है, सेंसेक्स का उपयोग निवेशकों द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था के समग्र विकास, विकास, उतार-चढ़ाव के विकास के लिए किया जाता है।

सेंसेक्स सेंसिटिव इंडेक्स यानी सेंसिटिव इंडेक्स का संक्षिप्त नाम है। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का संवेदनशील सूचकांक जिसे संक्षेप में बीएसई 30 या बीएसई सेंसेक्स के रूप में भी जाना जाता है। वहां के शीर्ष 30 शेयरों के आधार पर। सेंसेक्स की तरह निफ्टी भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है और वहां के पचास शेयरों पर आधारित है।

Share Market - 8 कंपनियों के निवेशक कुट रहे चांदी, 1 हफ्ते में कराई 42,000 करोड़ रुपये की कमाई

Share Market - 8 कंपनियों के निवेशक कुट रहे चांदी, 1 हफ्ते में कराई 42,000 करोड़ रुपये की कमाई

HR Breaking News, Digital Desk- मुम्बई शेयर बाजार के सेंसेक्स की टॉप 10 में से 8 कंपनियों की मार्केट कैप बीते हफ्ते तेजी से बढ़ी है। कुल मिलाकर इन 8 कंपनियों की मार्केट कैप 42,173.42 करोड़ रुपये बढ़ी है। वहीं गत सप्ताह सेंसेक्स 131.56 अंक (0.21 फीसदी) नुकसान के साथ बंद हुआ था।


जानिए क्या होती है मार्केट कैप-


किसी शेयर मार्केट या अन्य वस्तु की मार्केट कैप को निकालने का तरीका काफी आसान है। शेयर बाजार में कंपनी के जितने भी शेयर या अन्य वस्तुए हैं, उनकी संख्या को एक जगह पर लिखें। इसके बाद शेयर या अन्य वस्तुओं का जो भी रेट हो उससे इन संख्या से गुणा कर दें। अब जो भी संख्या आएगी वह उस कंपनी की मार्केट कैप कहलाएगी।

पहले जानिए मार्केट कैप बढ़ने वाली कंपनियों के बारे में-


बीते हफ्ते सबसे ज्यादा मार्केट कैप आईसीआईसीआई बैंक का बढ़ा है। आईसीआईसीआई बैंक की मार्केट कैप 9,706.86 करोड़ रुपये बढ़कर 6,41,898.91 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई है। इसके अलावा इनफोसिस की की मार्केट कैप 9,614.89 करोड़ रुपये बढ़कर 6,70,264.99 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं टीसीएस की मार्केट कैप 9,403.76 करोड़ रुपये बढ़कर 12,22,781.79 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई। इसके अलावा एयरटेल की मार्केट कैप 5,869.21 करोड़ रुपये बढ़कर 4,65,642.49 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई।

इसी दौरान एचडीएफसी की मार्केट कैप 3,415.33 करोड़ रुपये बढ़कर 4,85,234.16 करोड़ रुपये हो गई। इसी दौरान एचडीएफसी बैंक की मार्केट कैप 1,508.95 करोड़ रुपये बढ़कर 8,99,489.20 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई। एसबीआई की मार्केट कैप 1,383.32 करोड़ रुपये बढ़कर 5,37,841.73 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई। अडानी एंटरप्राइजेज की मार्केट कैप 1,271.1 करोड़ रुपये बढ़कर 4,58,263.35 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई।


इन 2 कंपनियों ने कराया नुकसान-


वहीं बीते सप्ताह रिलायंस इंडस्ट्रीज और हिंदुस्तान यूनिलीवर ने नुकसान कराया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की मार्केट कैप 22,866.5 करोड़ रुपये कम होकर 17,57,339.72 करोड़ रुपये बची है। इसके अलावा हिंदुस्तान यूनिलीवर की मार्केट कैप 4,757.92 करोड़ रुपये कम होकर 5,83,462.25 करोड़ रुपये बची है।

अब ये हैं देश की टॉप 10 कंपनियां-


- रिलायंस इंडस्ट्रीज 17,57,339.72 करोड़ रुपये
- टीसीएस 12,22,781.79 करोड़ रुपये
- एचडीएफसी बैंक 8,99,489.20 करोड़ रुपये
- इनफोसिस 6,70,264.99 करोड़ रुपये
- आईसीआईसीआई बैंक 6,41,898.91 करोड़ रुपये


- हिंदुस्तान यूनिलीवर 5,83,462.25 करोड़ रुपये
- एसबीआई 5,37,841.73 करोड़ रुपये
- एचडीएफसी 4,85,234.16 करोड़ रुपये
- एयरटेल 4,65,642.49 करोड़ रुपये
- अडानी एंटरप्राइजेज 4,58,263.35 करोड़ रुपये

रेटिंग: 4.80
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 730
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *