आदर्श रणनीति

उच्च आवृत्ति व्यापार

उच्च आवृत्ति व्यापार
इस पैनल के उच्च आवृत्ति व्यापार सदस्‍य हैं:- बीएसई के प्रबंध निदेशक श्री आशीष चौहान, एनएसई के प्रबंध निदेशक श्री विक्रम लिमये, एमसीएक्‍स के प्रबंध निदेशक श्री म्रूगंक परांजपे, सीटाडेल सिक्‍योरिटीज़, हांगकांग के सीओओ श्री हैक्‍टर कॉलोन, इलैक्‍ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिटीग्रुप, सिंगापुर के ग्‍लोबल हैड श्री नीरव पारिख और नोमुरा सिक्‍योरिटीज़ के एफ एंड ओ श्री तुषार महाजन। पैनल के सदस्‍यों ने विश्‍व बाजारों की उच्च आवृत्ति व्यापार उच्च आवृत्ति व्यापार तुलना में भारतीय बाजार की स्थिति और अवसंरचना, एकीकृत जोखिम प्रबंधन, निगरानी प्रणाली, फिनटैक (वित्‍त-तकनीक) का विकास तथा भारतीय कैपिटल बाजार किस प्रकार फिनटैक कंपनियों से प्रतिस्‍पर्धा कर सकता है और लाभ प्राप्‍त कर उच्च आवृत्ति व्यापार सकता है जैसे विषयों पर अपने विचार-विमर्श किया। पैनल के सदस्‍यों ने जोर देते हुए कहा कि भारतीय इकोसिस्‍टम के संदर्भ में नियामक संरचना बनाए जाने की आवश्‍यकता है। इसमें किसे नियंत्रित किया जाए कि बजाए क्‍या प्राप्‍त किया जाए का स्‍पष्‍ट उल्‍लेख होना चाहिए। इस सेमिनार में नीति उच्च आवृत्ति व्यापार निर्माताओं, नियामक संस्‍थाओं, शिक्षा संस्‍थाओं तथा बाजार के प्रतिनिधियों ने हिस्‍सा लिया।

ओमीक्रोन के डर, मुद्रास्फीति का दबाव बढ़ने के बावजूद व्यापार बहाली में तेजी आयी: नोमुरा

नोमुरा इंडिया का ‘बिजनेस रिजम्पशन इंडेक्स’ रविवार को समाप्त सात दिन के लिए 114.5 तक पहुंच गया, जबकि इससे पिछले सप्ताह में यह 114 पर था। यह सूचकांक साप्ताहिक आधार पर कारोबारी गतिविधियों की कोविड-पूर्व सप्ताहों से तुलना करता है।

नोमुरा ने कहा, "ओमीक्रोन से उपजी अनिश्चितता के बावजूद, उच्च आवृत्ति के डेटा से पता चलता है कि अर्थव्यवस्था सुधार के रास्ते पर बढ़ रही है और मुद्रास्फीति का दबाव तेज हो रहा है।"

ब्रोकरेज ने कहा कि सीमा फिर से खुलने की संभावना धीमी होगी, क्योंकि विश्वस्तर पर कोविड के नये स्वरूप के पाए जाने के बाद भारत सरकार अपने अंतरराष्ट्रीय यात्रा दिशानिर्देशों की समीक्षा करने और उन्हें कड़ा करने के बारे में सोच रही है। साथ ही कई राज्य अलर्ट पर हैं।

एल्‍गोरिथ्‍म/उच्‍च आवृत्ति व्‍यापार के लिए नीति और नियामक ढांचे पर आयोजित सेमिनार में उचित और न्‍यायसंगत पहुंच के बारे में विचार-विमर्श

नई दिल्ली: आर्थिक मामलों के विभाग और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट (एनआईएफएम) ने भारत में एल्‍गोरिथ्‍म/उच्च आवृत्ति व्‍यापार के लिए नीति और नियामक ढांचे उच्च आवृत्ति व्यापार के बारे में एक सेमिनार का आयोजन किया। आर्थिक मामलों के सचिव श्री एस सी गर्ग ने अपने मुख्‍य संबोधन में कहा कि कुशलतापूर्ण प्रक्रियाओं के लिए उचित पहुंच और जीरो टोलोरेंस वही हैं, जैसे अलगो व्‍यापार के लिए विनियमन। इस अवसर पर मुख्‍य अतिथि वित्‍त सचिव श्री अशोक लवासा ने बताया कि भारत में स्‍टॉक मार्केट परिपक्‍व है और इसमें प्रौद्योगिकी को एक प्रेरक के रूप में शामिल करना व्‍यापार के आंतरिक मुद्दों के लिए अब अनिवार्य हो गया है। उन्‍होंने यह भी कहा कि प्रौद्योगिकी के उपयोग से बाजार तक पहुंचने की लागत कम हो सकती उच्च आवृत्ति व्यापार है। वित्‍त सचिव ने कहा कि साइबर सुरक्षा से निपटने के लिए कम्‍प्‍यूटर आपातकालीन प्रक्रिया दल- फिन-सर्ट की स्‍थापना प्रक्रियाधीन है। सेमिनार के दौरान अलगो व्‍यापार/उच्‍च आवृत्ति व्‍यापार के बारे में एक अध्‍ययन रिपोर्ट भी जारी की गई। रिपोर्ट के प्रति http://dea.gov.in/sites/default/files/NIFM%20Report%20on%20Algo%20trading.pdf पर देखी सकती है।

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