इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें?

इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स? रोज़ पैसे कमाए [2022] | Intraday Trading Tips in Hindi
दोस्तों क्या आप इंट्राडे ट्रेडिंग के बहुत सारे टिप्स को जानकर शेयर मार्किट से करोड़ों रुपए कमाना चाहते हैं अगर हाँ तो यह पोस्ट सिर्फ आपके लिए ही है क्यूंकि इस पोस्ट में मैंने इंट्राडे ट्रेडिंग के कई सारे टिप्स को बताया है – Intraday Trading Tips in Hindi.
Table of Contents
इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स – Intraday Trading Tips in Hindi
रेगुलर शेयर बाजार में निवेश करने की तुलना इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें? में इंट्राडे ट्रेडिंग जोखिम भरा है. घाटे से बचने के लिए, विशेष रूप से शुरुआती लोगों के लिए, इस तरह के ट्रेडिंग की मूल बातें समझना महत्वपूर्ण है. इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको केवल उतनी ही राशि का निवेश करें जो की अगर डूब जाए तो आप उसे सह सके.
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? – Intraday Trading Kya Hai in Hindi
जब कोई निवेशक किसी एक शेयर को खरीदकर वह उस शेयर को उसी दिन मार्किट बंद होने से पहले बेच देता है तो इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. इसमें आप एक ही दिन में लाखों रूपए भी कमा सकते हो और गवां भी सकते हो इसलिए आपको इसके बारे में अच्छी जानकारी होना काफी जरुरी है
नीचे दी गयी इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स से निवेशकों को सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी.
दो या तीन लिक्विड शेयर चुनें
इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडिंग समय के अंत से होने से पहले सभी शेयर्स को बेचना होता है. यही कारण है कि दो या तीन लार्ज-कैप शेयरों को चुनने की सिफारिश की जाती है जो अत्यधिक तरल अर्थात जिसमे ज्यादा पैसा लगा होता हैं. मिड-साइज़ या स्मॉल-कैप में निवेश करने से निवेशक को कम ट्रेडिंग वॉल्यूम के कारण इन शेयरों को रखना पड़ सकता है.
प्रवेश और Target Price निश्चित करें
प्रवेश स्तर का मतलब है आप किसी शेयर को कितने price में खरीदना चाहते हैं और लक्ष्य मूल्य (Target Price) का अर्थ है आप उसी शेयर को कितने price पर बेचना चाहते हैं.
कोई भी शेयर खरीदने से पहले, आपको अपना प्रवेश स्तर (Entry Level) और लक्ष्य मूल्य (Target Price) निर्धारित करना होगा. शेयर खरीदने के बाद किसी व्यक्ति के मनोविज्ञान में बदलाव आना आम बात है. नतीजतन, आप कीमत में मामूली वृद्धि देखने पर भी बेच सकते हैं. इसके कारण, आप मूल्य वृद्धि के कारण उच्च लाभ का लाभ उठाने का अवसर खो सकते हैं.
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कम प्रभाव के लिए स्टॉप लॉस का उपयोग करें
यदि शेयर कीमत एक निर्धारित सीमा से नीचे आती है तब स्टॉप लॉस का उपयोग शेयरों को स्वचालित (Automatic) रूप से बेचने के लिए किया जाता है, यह स्टॉक की कीमतों में गिरावट के कारण निवेशकों के लिए होने वाले नुकसान को कम करने में फायदेमंद है.
जिन निवेशकों ने शॉर्ट सेलिंग का इस्तेमाल किया है अगर शेयर की कीमत उनकी उम्मीदों से अधिक हो जाती है उनके लिए स्टॉप लॉस नुकसान को कम करता है. यह इंट्राडे ट्रेडिंग रणनीति यह सुनिश्चित करती है कि आपके निर्णय से भावनाएं समाप्त हो जाएं.
लक्ष्य पूरा होने पर अपना मुनाफा बुक करें
अधिकांश दिन व्यापारी भय या लालच से पीड़ित होते हैं. निवेशकों के लिए न केवल अपने घाटे में कटौती करना महत्वपूर्ण है, बल्कि लक्ष्य मूल्य (Target Price) तक पहुंचने के बाद अपना मुनाफा भी बुक करना है. यदि व्यक्ति को लगता है कि स्टॉक की कीमत में और बढ़ोतरी की संभावना है, तो इस उम्मीद से मेल खाने के लिए स्टॉप लॉस ट्रिगर को फिर से adjust किया जाना चाहिए.
अपनी इच्छा सूची पर अच्छी तरह से शोध करें
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी इच्छा सूची (जो शेयर खरीदना हैं) में 8 से 10 शेयरों को शामिल करें और इन पर गहराई से इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें? शोध करें. कॉर्पोरेट घटनाओं, जैसे विलय, बोनस तिथियां, स्टॉक विभाजन, लाभांश भुगतान इत्यादि के बारे में उनके तकनीकी स्तरों के साथ जानना महत्वपूर्ण है. प्रतिरोध (Resistance) और समर्थन (Support) स्तर खोजने के लिए इंटरनेट का उपयोग करना भी फायदेमंद होगा.इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें?
बाजार के खिलाफ मत जाओ
यहां तक कि उन्नत उपकरणों वाले अनुभवी पेशेवर (Expert) भी बाजार के उतार-चढ़ाव की भविष्यवाणी करने में सक्षम नहीं हैं. ऐसे समय होते हैं जब सभी तकनीकी कारक (Factors) बुल मार्केट को दर्शाते हैं; हालाँकि, अभी भी गिरावट हो सकती है. ये कारक केवल सांकेतिक हैं और कोई गारंटी नहीं देते हैं. यदि बाजार आपकी अपेक्षाओं के विरुद्ध चलता है, तो भारी नुकसान से बचने के लिए अपनी स्थिति से बाहर निकलना महत्वपूर्ण है.
निवेश रणनीति की योजना बनाएं और उस पर टिके रहें
हर बार जब आप कोई ट्रेड शुरू करते हैं, तो इसके लिए यह महत्वपूर्ण होता है कि आपके पास इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें, इसकी स्पष्ट योजना होनी चाहिए. Trading शुरू करने से पहले प्रवेश और निकास मूल्य निर्धारित करना महत्वपूर्ण है.
स्टॉप लॉस ट्रिगर का उपयोग करके अपनी स्थिति पर संभावित नुकसान को कम करना सबसे महत्वपूर्ण इंट्राडे ट्रेडिंग युक्तियों में से एक है. इसके अलावा, एक बार जब स्टॉक लक्ष्य मूल्य प्राप्त कर लेता है, तो उपयोगकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपनी स्थिति को बंद कर दें, और लालची न हों और उच्च लाभ की उम्मीद करें.
छोटी मात्रा में निवेश करें
Trading बाजार अस्थिर हैं और अनुभवी पेशेवरों के लिए भी Trends की भविष्यवाणी करना आसान नहीं है. ऐसी स्थितियों में, शुरुआती आसानी से अपना सारा निवेश खो सकते हैं. यही कारण है कि एक महत्वपूर्ण इंट्राडे टिप छोटी रकम का निवेश करना है जिसे उपयोगकर्ता खोने का जोखिम उठा सकता है.
तरल (Liquid) स्टॉक चुनें
इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, शेयर बाजार की मूल बातें और मौलिक और तकनीकी विश्लेषणों को समझने की सिफारिश की जाती है. इंटरनेट पर बहुत सारे शोध उपलब्ध हैं और इसे पढ़ने के लिए समय निकालना फायदेमंद होगा. इसके अलावा, ऐसे सैकड़ों स्टॉक हैं जिनका इक्विटी बाजारों में कारोबार होता है और व्यापारियों को केवल दो या तीन तरल शेयरों का ही व्यापार करना चाहिए. लिक्विड स्टॉक वे शेयर होते हैं जिनकी इंट्राडे मार्केट में काफी अध्क मात्रा होती है. यह व्यापारियों को ट्रेडिंग सत्र के अंत से पहले खुली स्थिति से बाहर निकलने की अनुमति देता है.
हमें आशा है की यह पोस्ट पढ़ने के बाद आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के टिप्स () के बारे में पता चल गया होगा और आप यह भी जान गए होंगे की इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.
कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.
शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकसद पैसा कमाना ही होता है, लेकिन इनमें समय अवधि का अंतर होता है. निवेश का संबंध जहां कई वर्षों से है, वहीं ट्रेडिंग में कुछ मिनटों से लेकर कुछ साल तक के लिए पॉजिशन रखा जाता है.
- News18Hindi
- Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST
नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.
सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. फाइनेंसियल मार्केट की स्थिति और जोखिम के आधार पर ट्रेडिंग की विभिन्न स्ट्रेटेजी हैं. ट्रेडर्स अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से इनका चयन करते हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क और लागत को भी ध्यान में रखते हैं. आइए, यहां हम उन लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की चर्चा करते हैं, जो अधिकतर ट्रेडर अपनाते हैं.
ये भी पढ़ें- LIC के शेयर में गिरावट से सरकार चिंतित, DIPAM सचिव बोले- अस्थायी है गिरावट
इंट्राडे ट्रेडिंग
शेयर बाजार में महज 1 दिन के कारोबार में भी मोटा प्रॉफिट कमाया जा सकता है. दरअसल, बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) कहते हैं. इस स्ट्रेटेजी के तहत शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश नहीं, बल्कि 1 दिन में ही उसमें होने वाली बढ़त से प्रॉफिट कमाना होता है. इसमें चंद मिनटों से ले कर कुछ घंटे तक में ट्रेडिंग हो जाती है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इंट्रोडे ट्रेडर्स को हमेशा प्रॉफिट ही होता हो. ट्रेडर्स अपना ट्रेड शेयर मार्केट बंद होने से पहले बंद करते हैं और प्रॉफिट या लॉस उठाते हैं. इसमें तेजी से निर्णय लेना होता है.
पॉजिशनल ट्रेडिंग
पॉजिशनल ट्रेडिंग (Positional trading) स्टॉक मार्केट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है, जिसमें स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है. इस स्ट्रेटेजी के तहत ट्रेडर्स किसी स्टॉक को कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक के लिए खरीदते हैं. उसके बाद उस स्टॉक को बेच कर प्रॉफिट या लॉस लेते हैं. उनका मानना होता है कि इतनी अवधि में शेयर के दाम में अच्छी बढ़ोतरी होगी. निवेशक आमतौर पर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल ग्राउंड को ध्यान में रखकर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल को ध्यान में रखकर यह स्ट्रेटेजी अपनाते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading) में टाइम पीरियड इंट्राडे से अधिक होता है. कोई स्विंग ट्रेडर अपनी पॉजिशन 1 दिन से अधिक से लेकर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी कम होने के साथ प्रॉफिट बनाने की संभावना काफी अधिक होती है. यही कारण है कि अधिकतर लोग इंट्राडे की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.
टेक्निकल ट्रेडिंग
टेक्निकल ट्रेडिंग (technical trading) में निवेशक मार्केट में मूल्य परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए अपने टेक्निकल एनालिसिस ज्ञान का उपयोग करते हैं. हालांकि, इस ट्रेडिंग के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. इसमें पॉजिशन 1 दिन से लेकर कई महीने तक रखा जा सकता है. शेयर मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव को निर्धारित करने के लिए अधिकतर ट्रेडर्स अपने टेक्निकल एनालिसिस स्किल का उपयोग करते हैं. टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी शेयर की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया. इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.
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इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें?
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने? | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi
- Post author: ShareMarketIndia
- Post published: March 11, 2022
- Post category: शेयर मार्केट
- Post comments: 0 Comments
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने? | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi
शेयर मार्केट में जब एक दिन के अंदर ही शेयर को खरीदकर बेचा जाता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है।शेयर मार्केट सुबह 9:15 को खुलता है और 3:30 को बंद होता है।इस समय के बीच में अगर आप शेयर खरीदकर उसे बेच देते है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता पाने के लिए,आपको यह जानना महत्वपूर्ण है कि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे चुने?(How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi)। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अच्छे शेयर चुनकर आप कम समय में अच्छा पैसा कमा सकते है।
लेकिन बहुत से लोग मुनाफा नहीं कमा पाते उल्टा नुकसान कर बैठते है। क्योंकि वे इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अच्छे और उपयुक्त शेयर नहीं चुन पाते।
आज में आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने वाला हूं जिससे आप इंट्राडे के लिए अच्छे शेयर चून सकते है।
Table of Contents
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – तरलता
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको ऐसे शेयर चुनने चाहिए जिसमें ज्यादा तरलता हो। तरलता को इंग्लिश में लिक्वडिटी कहा जाता है।
तरलता का मतलब होता है कि किसी भी शेयर को आसानी से कभी भी खरीदा और बेचा जा सकता है। यानी कि आपके पास जो भी शेयर है, उसे सही वक्त आने पर बेच कर आसानी से कैश में बदला जा सके। कोई भी शेयर जितना तरल होगा, उसे उतनी आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है। अगर कोई शेयर जितना कम तरल होगा उसे बेचना और खरीदना उतना ही मुश्किल हो सकता है।
अच्छी तरलता वाले शेयर को इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए चुनने से जब भी आपको एक अच्छा मुनाफा हो तो उसे बेचने में आसानी होती है।
अगर शेयर को खरीदने वाले लोग कम होंगे तो हो सकता है कि जब आप शेयर को बेचना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ज्यादा तरल स्टॉक में ही ट्रेडिंग करनी चाहिए।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें? चुने – मीडियम वोलैटिलिटी
आपको ऐसे शेयर चुनने है जिसमें मीडियम वोलैटिलिटी यानी उतार चढ़ाव होते हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा कमाने के लिए शेयर के प्राइस मूवमेंट की आवश्यकता होती है। इसलिए ऐसे शेयरों का चयन जरूरी होता है जिसमें वोलैटिलिटी हो।अगर आपने ऐसे शेयर चुन लिए जिसमें ज्यादा प्राइस मूवमेंट ना होती हो तो आप अच्छा पैसा नहीं बना पाएंगे।इसलिए आपको जिसमें मीडियम वोलैटिलिटी हो ऐसे शेयर चुनने चाहिए।
हाई वोलैटिलिटी वाले शेयर में रिस्क ज्यादा होता है।अगर आप ज्यादा रिस्क ले सकते है तो हाई वोलैटिलिटी वाले शेयर भी चुन सकते है। लेकिन मेरी राय ये होगी की आप ऐसे शेयरों से दूर रहे।
विशेषज्ञ उन शेयरों को चुनने का सुझाव देते हैं जिनमें औसतन प्रति दिन कम से कम 3 प्रतिशत इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें? की प्राइस मूवमेंट होती है।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – मार्केट ट्रेंड्स
कुछ शेयर ऐसे होते है जो मार्केट के रुझान यानी ट्रेंड्स के साथ चलते हैं। यानी जब मार्केट ऊपर जाता है तो वे ऊपर जाते हैं और जब मार्केट निचे होता है तो वे नीचे जाते हैं।
मार्केट ट्रेंड्स बहुत से बार शेयरों के प्राइस मूवमेंट को निर्धारित करता है। ऐसा शेयर चुनें जिसमें मार्केट में तेजी आने पर बढ़ने की क्षमता हो।एक इंट्राडे ट्रेडर होने के नाते, आपको उन शेयरों को चुनने चाहिए जो मार्केट के रुझान के साथ चलते हैं।
ऐसे शेयरों के साथ पैसा बनाने का मौका ज्यादा होता है। क्योंकि वे शेयर कभी कभी पूरे मार्केट की तुलना से अधिक बढ़ते हैं।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – टेक्निकल एनालिसिस
टेक्निकल एनालिसिस में किसी भी शेयर की प्राइस मूवमेंट को देखकर यह अंदाज़ा लगाया जाता है की शेयर ऊपर जायेगा या नीचे।
टेक्निकल एनालिसिस को शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।टेक्निकल एनालिसिस की मदद से आप शेयर प्राइस मूवमेंट,ट्रेंड्स,ट्रेडिंग वॉल्यूम इन सबका पता कर सकते हैं।
आप टेक्निकल एनालिसिस यूट्यूब चैनल, वेबसाइट्स या कोई कोर्सेस करके सीख सकते है।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – शेयर मार्केट न्यूज़ देखे
अगर किसी कंपनी से जुड़ी कुछ अच्छी खबर आती है तो उसके शेयर में बढ़ोतरी हो सकती है।अगर खबर बुरी हो तो शेयर मी गिरावट भी आ सकती है।
अगर किसी शेयर से संबंधित कुछ अच्छा समाचार आने वाला होता है, तो आप समाचार सामने आने से पहले शेयर पैसा लगा सकते हैं। उदाहरण के लिए,अगर कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है या क्वार्टरली रिजल्ट्स या अन्य कोई घोषणा करती है तो हो सकता है कि उसके शेयर मी बढ़ोतरी देखने मिले।
कुछ कम्पनियों के शेयर सरकारी घोषणा,बजट घोषणा,आरबीआई घोषणा आदि से भी प्रभावित होते हैं।इसलिए आपको शेयर मार्केट से जुड़ी न्यूज़ भी देखनी चाहिए।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – FAQ
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने?
तरलता,मीडियम वोलैटिलिटी,मार्केट ट्रेंड्स,टेक्निकल एनालिसिस,शेयर मार्केट न्यूज़ देखे
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सही और अच्छा शेयर चुनकर आप अच्छे पैसे बना सकते हो।इंट्राडे ट्रेडिंग करना जोखिम भरा हो सकता है लेकिन सही तरीके और मानसिकता के साथ, आप बहुत अधिक लाभ कमा सकते हैं।
अगर आपको इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने?(How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi) इसके बारे में यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे जरूर शेयर कीजिए।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें?
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने? | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi
- Post author: ShareMarketIndia
- Post published: March 11, 2022
- Post category: शेयर मार्केट
- Post comments: 0 Comments
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने? | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi
शेयर मार्केट में जब एक दिन के अंदर ही शेयर को खरीदकर बेचा जाता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है।शेयर मार्केट सुबह 9:15 को खुलता है और 3:30 को बंद होता है।इस समय के बीच में अगर आप शेयर खरीदकर उसे बेच देते है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता पाने के लिए,आपको यह जानना महत्वपूर्ण है कि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे चुने?(How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi)। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अच्छे शेयर चुनकर आप कम समय में अच्छा पैसा कमा सकते है।
लेकिन बहुत से लोग मुनाफा नहीं कमा पाते उल्टा नुकसान कर बैठते है। क्योंकि वे इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अच्छे और उपयुक्त शेयर नहीं चुन पाते।
आज में आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने वाला हूं जिससे आप इंट्राडे के लिए अच्छे शेयर चून सकते है।
Table of Contents
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने | How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – तरलता
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको ऐसे शेयर चुनने चाहिए जिसमें ज्यादा तरलता हो। तरलता को इंग्लिश में लिक्वडिटी कहा जाता है।
तरलता का मतलब होता है कि किसी भी शेयर को आसानी से कभी भी खरीदा और बेचा जा सकता है। यानी कि आपके पास जो भी शेयर है, उसे सही वक्त आने पर बेच कर आसानी से कैश में बदला जा सके। कोई भी शेयर जितना तरल होगा, उसे उतनी आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है। अगर कोई शेयर जितना कम तरल होगा उसे बेचना और खरीदना उतना ही मुश्किल हो सकता है।
अच्छी तरलता वाले शेयर को इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए चुनने से जब भी आपको एक अच्छा मुनाफा हो तो उसे बेचने में आसानी होती है।
अगर शेयर को खरीदने वाले लोग कम होंगे तो हो सकता है कि जब आप शेयर को बेचना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ज्यादा तरल स्टॉक में ही ट्रेडिंग करनी चाहिए।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – मीडियम वोलैटिलिटी
आपको ऐसे शेयर चुनने है जिसमें मीडियम वोलैटिलिटी यानी उतार चढ़ाव होते हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा कमाने के लिए शेयर के प्राइस मूवमेंट की आवश्यकता होती है। इसलिए ऐसे शेयरों का चयन जरूरी होता है जिसमें वोलैटिलिटी हो।अगर आपने ऐसे शेयर चुन लिए जिसमें ज्यादा प्राइस मूवमेंट ना होती हो तो आप अच्छा पैसा नहीं बना पाएंगे।इसलिए आपको जिसमें मीडियम वोलैटिलिटी हो ऐसे शेयर चुनने चाहिए।
हाई वोलैटिलिटी वाले शेयर में रिस्क ज्यादा होता है।अगर आप ज्यादा रिस्क ले सकते है तो हाई वोलैटिलिटी वाले शेयर भी चुन सकते है। लेकिन मेरी राय ये होगी की आप ऐसे शेयरों से दूर रहे।
विशेषज्ञ उन शेयरों को चुनने का सुझाव देते हैं जिनमें औसतन प्रति दिन कम से कम 3 प्रतिशत की प्राइस मूवमेंट होती है।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – मार्केट ट्रेंड्स
कुछ शेयर ऐसे होते है जो मार्केट के रुझान यानी ट्रेंड्स के साथ चलते हैं। यानी जब मार्केट ऊपर जाता है तो वे ऊपर जाते हैं और जब मार्केट निचे होता है तो वे नीचे जाते हैं।
मार्केट ट्रेंड्स बहुत से बार शेयरों के प्राइस मूवमेंट को निर्धारित करता है। ऐसा शेयर चुनें जिसमें मार्केट में तेजी आने पर बढ़ने की क्षमता हो।एक इंट्राडे ट्रेडर होने के नाते, आपको उन शेयरों को चुनने चाहिए जो मार्केट के रुझान के साथ चलते हैं।
ऐसे शेयरों के साथ पैसा बनाने का मौका ज्यादा होता है। क्योंकि वे शेयर कभी कभी पूरे मार्केट की तुलना से अधिक बढ़ते हैं।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – टेक्निकल एनालिसिस
टेक्निकल एनालिसिस में किसी भी शेयर की प्राइस मूवमेंट को देखकर यह अंदाज़ा लगाया जाता है की शेयर ऊपर जायेगा या नीचे।
टेक्निकल एनालिसिस को शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।टेक्निकल एनालिसिस की मदद से आप शेयर प्राइस मूवमेंट,ट्रेंड्स,ट्रेडिंग वॉल्यूम इन सबका पता कर सकते हैं।
आप टेक्निकल एनालिसिस यूट्यूब चैनल, वेबसाइट्स या कोई कोर्सेस करके सीख सकते है।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – शेयर मार्केट न्यूज़ देखे
अगर किसी कंपनी से जुड़ी कुछ अच्छी खबर आती है तो उसके शेयर में बढ़ोतरी हो सकती है।अगर खबर बुरी हो तो शेयर मी गिरावट भी आ सकती है।
अगर किसी शेयर से संबंधित कुछ अच्छा समाचार आने वाला होता है, तो आप समाचार सामने आने से पहले शेयर पैसा लगा सकते हैं। उदाहरण के लिए,अगर कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है या क्वार्टरली रिजल्ट्स या अन्य कोई घोषणा करती है तो हो सकता है कि उसके शेयर मी बढ़ोतरी देखने मिले।
कुछ कम्पनियों के शेयर सरकारी घोषणा,बजट घोषणा,आरबीआई घोषणा आदि से भी प्रभावित होते हैं।इसलिए आपको शेयर मार्केट से जुड़ी न्यूज़ भी देखनी चाहिए।
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने – FAQ
इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने?
तरलता,मीडियम वोलैटिलिटी,मार्केट ट्रेंड्स,टेक्निकल एनालिसिस,शेयर मार्केट न्यूज़ देखे
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सही और अच्छा शेयर चुनकर आप अच्छे पैसे बना सकते हो।इंट्राडे ट्रेडिंग करना जोखिम भरा हो सकता है लेकिन सही तरीके और मानसिकता के साथ, आप बहुत अधिक लाभ कमा सकते हैं।
अगर आपको इंट्राडे के लिए शेयर कैसे चुने?(How to Select Stock for Intraday Trading in Hindi) इसके बारे में यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे जरूर शेयर कीजिए।
कैसे इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए शेयर चुनने के लिए?
इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक को चुनने के लिए पांच सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले तरीके निम्नलिखित हैं:
- #1 तरलता सबसे महत्वपूर्ण मानदंड है:
- #2 व्यापक शोध के बाद स्टॉक को चुना जाना चाहिए:
- #3 मध्यम अस्थिरता और मजबूत सहसंबंध वाले स्टॉक चुनें:
- #4 ट्रेड वॉल्यूम और ट्रेड वॉल्यूम इंडेक्स:
किसी कंपनी के शेयर कैसे खरीदते हैं?
Share kaise Kharide के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया है:
- पहले शेयर का चुनाव करें, जिसे आप खरीदना चाहते हैं।
- उसके बाद अपने डीमैट अकाउंट में “BUY” के ऑप्शन पर जाएँ और क्लिक करें।
- शेयर की संख्या दर्ज करें
- Normal या CNC ऑप्शन सेलेक्ट करें
- Market या Limit Optionसेट करे दें।
- शेयर का प्राइस डालें और Enter दबाएं।
अच्छे शेयर कैसे चुने?
इसे सुनेंरोकेंअच्छे शेयर की पहचान के लिए हमें उस कंपनी का Balance Sheet एवं Profit & Loss A/c को अच्छी तरह देखना चाहिए। Balance Sheet एवं Profit & Loss A/c समझ सकें और पढ़ना भी चाहे तो नहीं पढ़ सकते हैं। कुछ shortcut तरीका बताएं जिससे पता लगे किस कंपनी का stock अच्छा है जिसे हम खरीद कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
सबसे सस्ता स्टॉक कौन सा है?
इसे सुनेंरोकेंTTML टाटा कंपनी का ही सस्ता शेयर था जिसने सिर्फ 1 साल में अपने निवेशकों को 1000% से ज्यादा रिटर्न दे दिए. पिछले साल 2021 में ही टाटा कंपनी का यह सस्ता शेयर काफी ज्यादा पॉपुलर हो गया और देखते ही देखते इसमें जिन लोगों ने पैसा लगाया था उनके लिए यह छोटा शेयर मल्टीबैगर स्टॉक साबित हुआ।
अंतिम लेख से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंवित्तीय स्थिति से तात्पर्य व्यापार की सम्पत्ति एवं दायित्वों की तुलना से है। सभी गैर व्यावसायिक संस्थाए अंतिम लेखे तैयार नहीं करती परन्तु अनेक बड़ी संस्थाए अपनी संस्था की सही आर्थिक स्थिति जानने के लिए एवं यह जानने के लिए किं आय का व्यय पर आधिक्य है या व्यय का आय पर आधिक्य है, अंतिम लेखे तैयार करती है।
बेस्ट शेयर कैसे चुने?
इसे सुनेंरोकेंयदि आप Intraday trading के लिए शेयर खरीदना चाहते हो उसके लिए आपको कंपनी के बारे में विशेष जानने का कोई आवश्यकता नहीं है। आपको जिस दिन शेयर खरीदना है उस दिन मार्केट के शुरुआती 1 घंटे में शेयर की चाल को देखना है। यदि यह लगातार बढ़ रहा है तो आप उसे खरीद ले। 1- 2 घंटे बाद 2- 4% जो भी लाभ-हानि हुआ उसे बेचते हैं।
T1 होल्डिंग क्या है?
इसे सुनेंरोकेंक्या है सेटलमेंट का T+1 सिस्टम? इस व्यवस्था के लागू होने पर शेयर बेचने पर निवेशकों के अकाउंट में पैसा जल्द आ जाएगा। इसका मतलब है कि शेयर बेचने के एक दिन बाद आपके अकाउंट में पैसा आ जाएगा। शेयर खरीदने पर भी यही व्यवस्था लागू होगी।
क्या Zerodha में सुरक्षा लेन देन कर है?
इसे सुनेंरोकेंब्रोकरेज – एक स्टॉक ब्रोकर (यहां,जेरोधा) आपको व्यापार सेवाएं प्रदान करने के लिए जो शुल्क लेता है। STT – सेक्योरिटीस लेनदेन कर भारत सरकार द्वारा चार्ज किया जाता है।