और निवेश करें

भारत में म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें?
म्यूचुअल फंड उद्योग एक प्रकार का निवेश वाहन है जो कई निवेशकों से स्टॉक, बॉन्ड, मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट आदि जैसी प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए धन एकत्र करता है। पेशेवर मनी मैनेजर म्यूचुअल फंड का प्रबंधन करते हैं, संपत्ति आवंटित करते हैं और निवेशकों के लिए पूंजीगत लाभ का उत्पादन करने का प्रयास करते हैं। म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो संरचित और उनके प्रॉस्पेक्टस में उल्लिखित निवेश उद्देश्यों से मेल खाने के लिए प्रबंधित होते हैं। व्यक्ति और छोटे व्यवसाय म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं, जो उन्हें स्टॉक, बॉन्ड आदि के पेशेवर रूप से प्रबंधित पोर्टफोलियो तक पहुंच प्रदान करते हैं। शेयरधारक फंड के लाभ या हानि को आनुपातिक रूप से साझा करते हैं। आम तौर पर, म्यूचुअल फंड का प्रदर्शन फंड के कुल मार्केट कैप में बदलाव पर आधारित होता है, जो फंड के अंतर्निहित निवेश के प्रदर्शन को जोड़कर प्राप्त किया जाता है।
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ये हैं निवेश के लिए 10 सबसे अच्छे म्यूचुअल फंड
हमने पांच अलग-अलग कैटेगरी से दो स्कीमों को चुना. इन कैटेगरी में एग्रेसिव हाइब्रिड, लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप और मल्टीकैप शामिल हैं.
यह भी मुमकिन है कि जिन स्कीमों के नाम बताए जाएं, वे लक्ष्यों और जोखिम प्रोफाइल के अनुकूल न हों. यही देखते हुए हमने टॉप 10 म्यूचुअल फंड स्कीमों की एक लिस्ट बनाई है. इसमें पांच अलग-अलग कैटेगरी से दो स्कीमों को चुना गया है. इन कैटेगरी में एग्रेसिव हाइब्रिड, लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप और मल्टीकैप शामिल हैं. हमारा मानना है कि नियमित म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए ये पर्याप्त होनी चाहिए.
टॉप 10 स्कीमों की लिस्ट
1. एक्सिस ब्लूचिप फंड
2. मिराए एसेट लार्जकैप फंड
3. पराग पारेख लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड
4. कोटक स्टैंडर्ड मल्टीकैप फंड
5. एक्सिस मिडकैप फंड
6. डीएसपी मिडकैप फंड
7. एक्सिस स्मॉलकैप फंड
8. एसबीआई स्मॉलकैप फंड
9. एसबीआई इक्विटी हाइब्रिड फंड
10. मिराए एसेट हाइब्रिड इक्विटी फंड
हालांकि, इन स्कीमों में निवेश करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. पहली बात यह कि हर एक कैटेगरी के बारे में जानें और पता करें कि क्या वह आपके निवेश के लक्ष्य और जोखिम प्रोफाइल से मेल खाती है.
एग्रेसिव हाइब्रिड स्कीमों के लिए अपनी कुल रकम का 65-80 फीसदी इक्विटी में निवेश और निवेश करें करना जरूरी है. बाकी का 20-35 फीसदी उन्हें डेट में निवेश करना होता है. ये पूर्व की बैलेंस्ड या इक्विटी हाइब्रिड स्कीमों की तरह निवेश करती हैं. इक्विटी में कम से कम 65 फीसदी निवेश की सीमा के चलते इन पर इक्विटी स्कीमों की तरह टैक्स लगता है.
इसमें 'एग्रेसिव' शब्द से आपको भ्रमित नहीं होना चाहिए. कई म्यूचुअल फंड एडवाइजर नए निवेशकों को एग्रेसिव हाइब्रिड स्कीमों में पैसा लगाने की सलाह देते हैं. उनकी दलील होती है कि इक्विटी और डेट का मिलाजुला पोर्टफोलियो उथल-पुथल के दौरान इन्हें स्थिरता देता है.
वहीं, लार्जकैप म्यूचुअल फंड स्कीमें बेहद बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं. सेबी के वर्गीकरण नियमों के अनुसार, लार्जकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए निवेशकों से जुटाई गई रकम का कम से कम 80 फीसदी शीर्ष 100 कंपनियों में निवेश करना जरूरी है. चूंकि ये स्कीमें अपेक्षाकृत कम अस्थिर होती हैं. इसलिए इनमें रिटर्न भी सामान्य होता है. ऐसे में लार्जकैप स्कीमों में निवेश करते हुए रिटर्न की अपेक्षाओं को वास्तविक रखने की जरूरत है.
मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीमें मध्यम आकार की कंपनियों में निवेश करती हैं. इनमें बड़े आकार की कंपनी बनने का दमखम होता है. बेशक इनके साथ जोखिम और अस्थिरता ज्यादा होती है. लेकन, इनसे अधिक रिटर्न की भी अपेक्षा की जा सकती है. एडवाइजर नए निवेशकों को मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों की सलाह नहीं देते हैं. न ही उन्हें इन स्कीमों में पैसा लगाने को कहा जाता है जो अपने निवेश के साथ ज्यादा जोखिम नहीं ले सकते हैं.
स्मॉलकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए अपनी कुल रकम का 80 फीसदी छोटी कंपनियों में निवेश करना जरूरी है. शेयर बाजार में 250वें पायदान के नीचे आने वाली सभी कंपनियां इस श्रेणी में आती हैं. इनमें हमेशा सात से 10 साल की लंबी अवधि को ध्यान में रखकर ही निवेश करना चाहिए. छोटी अवधि में केवल ज्यादा रिटर्न के लिए इनमें निवेश करने पर आप नुकसान उठा सकते हैं. इनके साथ बहुत ज्यादा जोखिम होता है. नए निवेशकों को इन स्कीमों में पैसा लगाने की सलाह नहीं दी जाती है.
मल्टीकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों का सुझाव अक्सर उन निवेशकों को दिया जाता रहा है जो निवेश के साथ थोड़ा जोखिम ले सकते हैं. सेबी के नए नियमों के अनुसार, मल्टीकैप स्कीम को अपने कुल एसेट का कम से कम 75 फीसदी इक्विटी या इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना होगा. उनके लिए लार्ज, मिड और स्मॉलकैप शेयरों में न्यूनतम 25-25 फीसदी निवेश करना अनिवार्य किया गया है.
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शेयर बाजार में अभी एकमुश्त निवेश करें या SIP पर करें फोकस, जानिए एक्सपर्ट्स की राय
इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश अच्छा नहीं माना जाता है. एक्सपर्ट्स हमेशा SIP के जरिए निवेश की सलाह देते हैं.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: सुनील चौरसिया
Updated on: Mar 18, 2022, 6:00 PM IST
अभी शेयर बाजार का सेंटिमेंट कमजोर है ऐसे में म्यूचुअल फंड में निवेश करने का यह सही मौका है. रूस-यूक्रेन क्राइसिस और बढ़ती महंगाई के कारण शेयर बाजार के सेंटिमेंट पर असर हुआ है. ऐसे में शेयर बाजार के निवेशकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि उन्हें एकमुश्त निवेश करना चाहिए या फिर SIP की मदद से इक्विटी फंड में निवेश करना चाहिए.
इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश अच्छा नहीं माना जाता है. अगर बाजार का सेंटिमेंट कमजोर है तो निवेशकों को स्मार्ट तरीके से इसका फायदा उठाना चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर बाजार के सेंटिमेंट कमजोर है तो स्मार्ट निवेशक लॉन्ग टर्म में धीरे-धीरे सरप्लस फंड को म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. इसके अलावा निवेशकों से पोर्टफोलियो भी डायवर्सिफाई रखने की अपील की जाती है. लॉन्ग टर्म के निवेशकों को इक्विटी और डेट दोनों तरह के म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के प्रोडक्ट हेड चिंतन हरिया का कहना है कि अभी बाजार का सेंटिमेंट कमजोर है. ऐसे में अलग 12-18 महीने के भीतर निवेशकों को लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहिए. यह निवेश का शानदार मौका है. लॉन्ग टर्म में इंडियन इकोनॉमी और इंडियन स्टॉक मार्केट का प्रदर्शन मजबूत रहने की पूरी उम्मीद है.
सेबी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट जीतेंद्र सोलंकी ने कहा कि अगर आपके पास सरप्लस फंड है तो यह एकमुश्त निवेश का शानदार मौका है. उनका कहना है कि जब आपका फेवरेट प्रोडक्ट डिस्काउंट पर मिल रहा हो तो उसे खरीदने में देरी नहीं करना चाहिए. उन्होंने अगले 6-12 महीने के भीतर अलग-अलग चंक में निवेश की सलाह दी है. ऐसा करने से रूस-यूक्रेन क्राइसिस को पोर्टफोलियो आसानी से मैनेज कर लेगा और बेहतर रिटर्न देगा.
ट्रांसेंड कैपिटल के डायरेक्टर कार्तिक झावेड़ी ने कहा कि जब कभी बाजार में जियो पॉलिटिकल सिचुएशन के कारण बिकवाली दिखती है तो यह अगले 2-3 महीने में रिकवरी हो जाती है. हालांकि, इसे थम्ब रूल नहीं माना जा सकता है. अगर कोई निवेशक रिस्क उठाने के लिए तैयार है तो और निवेश करें सरप्लस का 25 फीसदी अभी निवेश कर दे. बाकी के निवेश के लिए वह अभी 3-4 सप्ताह का इंतजार करे. अगर और ज्यादा गिरावट आती है तो फिर 25 फीसदी निवेश करे. अगर वर्तमान स्तर के मुकाबले 5 फीसदी का सुधार आता है तो भी उसे 25 फीसदी का निवेश करना चाहिए. बाकी का 25 फीसदी निवेश करने के लिए उसे इंतजार करना चाहिए.
कुल मिलाकर ज्यादातर एक्सपर्ट्स इस बात पर सहमत हुए हैं कि म्यूचुअल फंड में SIP करना निवेश का सबसे स्मार्ट तरीका है. उन्हें बाजार के वोलाटिलिटी पर बहुत ज्यादा फोकस नहीं करना चाहिए. उन्हें अनुशासन के साथ SIP में निवेश करना चाहिए.
SIP Calculator: हर महीने जमा करें 1000 रुपए, घर बैठे मिलेंगे 2 करोड से ज्यादा
छोटी छोटी बचत कर बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। आप हर महीने 1000 रुपए म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश करते है तो करोड़पति बन सकते हैं। पिछले दो दशक में म्यूचुअल फंड शानदार रिटर्न दे रहा है। कुछ फंड्स 20 फीसदी तक रिटर्न दे रहे है।
SIP Calculator: और निवेश करें हर इंसान को भविष्य के लिए बचत करनी चाहिए। कुछ लोग छोटी बचत करते है तो कुछेक मोटा रिटर्न चाहते है। इसलिए बैंक और पोस्ट ऑफिस में हर महीने जमा करते है। अगर आप भी कम निवेश पर ज्यादा रिटर्न चाहते है तो म्यूचुअल फंड में एसआईपी बेहतरीन विकल्प हो सकता है। बीते कुछ सालों से म्यूचुअल फंड काफी पसंद आ रहा है। क्योंकि निवेशकों का निवेश किया हुआ पैसा अच्छा बेनिफिट दे रहा है। आप हर महीने 1000 रुपए जमाकर 2 करोड़ से भी ज्यादा रिटर्न पा सकते है। हालांकि इसमें समय ज्यादा देना होता है। आइए जाते है म्यूचुअल फंड में एसआईपी में कितना ब्याज मिलता है और कितने समय के लिए जमा करवाना होगा।
बैंक और पोस्ट ऑफिस से ज्यादा रिटर्न
आमतौर पर लोग सुरक्षित निवेश के लिए बैंक और पोस्ट ऑफिस में FD करवाते है। हालांकि इसमें ज्यादा रिटर्न नहीं मिलता है। यदि आप किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस महीने के 1000 रुपए 20 साल तक जमा करवाते है। इस अवधि के दौरान आपके 2.40 लाख रुपए जमा होते है। इतने ही पैसे आप म्यूचुअल फंड में जमा करवाते है तो आप ज्यादा फायदा मिलता है।
हर महीने 1000 का निवेश
सुरक्षित निवेश के साथ ज्यादा मुनाफे के लिए म्यूचुअल फंड में SIP में जमा करवाना चाहिए। कम निवेश की शुरुआत कर आप बड़े लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। आज के समय में 1000 मोटी रकम नहीं है, कोई भी इतने पैसे तो बचा ही सकता है। हर महीने 1000 रुपए म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश कर करोड़पति बन सकते हैं। कुछ फंड्स ने 20 फीसदी तक रिटर्न दिया है।
एक बार जमा करें पैसा, फिर 60 की उम्र के बाद हर महीने मिलेगी पेंशन
20 साल में मिलेगा इतना रिटर्न
यदि आप 1000 रुपए महीने 20 साल तक निवेश करते हैं। इस पर 12 फीसदी रिटर्न मिलता है तो आपको 20 साल के बाद कुल 9,99,148 रुपए मिलते है। 20 साल में आपको कुल 2,40,000 रुपए जमा होगा। अगर आपको निवेश पर 15 प्रतिशत रिटर्न मिलता है तो 15 लाख से ज्यादा (15,15,995 रुपए) मिलते है। वहीं 20 फीसदी रिटर्न मिलता है तो 1000 रुपए महीने के निवेश पर 20 साल के बाद आपके 31,61,479 रुपए जमा होते है।
UPI पेमेंट फेल होने पर ना ले टेंशन, अब तत्काल होगा समाधान
30 साल बाद 2.33 करोड़
आपको निवेश पर ज्यादा रिटर्न चाहिए तो 30 साल तक 1000 रुपए जमा करवाने होंगे। 1000 रुपए महीने की SIP पर 30 साल के बाद 12 फीसदी रिटर्न के अनुसार 35,29,914 रुपए मिलते है। अगर ब्याज थोड़ा ज्यादा मिलता है, 15% के हिसाब से 70 लाख रुपए मिलते है। हर महीने 1000 रुपए जमा करने पर 20 फीसदी का रिटर्न मिलता है तो फिर 30 के बाद 2,33,60,802 रुपये (2 करोड़ से ज्यादा) मिलेगा। 30 साल में आपके सिर्फ 3 लाख 60 रुपए ही जमा होंगे।