एक मुद्रा कैरी ट्रेड की मूल बातें

कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है

कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है

trading kaise kare in hindi ट्रेडिंग कैसे करे

trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आप जानकारी प्राप्त करने वाले है की शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कैसे करते है. काफी लोगो को जानकारी नहीं होती है की शेयर मार्किट से शेयर कैसे खरीदते है.शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास Demat Account और Trading Account होना जरुरी है. आप किसी भी ब्रोकर के पास अपना डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कर सकते है.

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट साथ में ही खुलते है आपको अलग अलग से ओपन करने की जरुरत नहीं होती है. ब्रोकर आपके दोनों अकाउंट साथ में ही ओपन कर देते है.

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने के बाद आप अपना ट्रेडिंग सुरु कर सकते है.

share market me trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आपको ये भी जानकारी मिलने वाली है की शेयर मार्किट में trading kaise kare.

trading kaise kare -शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कैसे करे-

Table of Contents

शेयर मार्किट से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते है. शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए कई मेथड है. जैसे की Intraday Trading, Swing Trading, Future and option Trading,Investmetn अब में trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आपको ट्रेडिंग के इस प्रकार के बारे में डिटेल में जानकारी देता हु.

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? What is intraday trading in hindi

शेयर मार्किट में इंट्राडे ट्रेडिंग काफी लोकप्रिय है. इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक दिन का समय मिलता है. इंट्राडे ट्रेडिंग में आप एक से ज्यादा दिन के लिए शेयर नहीं रख सकते है.

शेयर मार्किट ओपन होने के बाद ख़रीदे गए शेयर को आपको उसी दिन मार्किट बंध होने से पहले बेच देना पड़ता है. आपको लोस हो या प्रॉफिट हो आपको शेयर उसी दिन ही बेचने पड़ते है.

जैसे की अगर आज आपने रिलायंस के शेयर १००० के भाव से १०० शेयर सुबह ख़रीदे और अभी मार्किट बंध होने से पहले इनका भाव १०२० चल रहा है तो आप मुनाफा वसूल करके बेच सकते है.

१०० शेयर के हिसाब से आपको २००० मुनाफा होगा. उसी तरह अगर रिलायंस शेयर का भाव कम भी चल रहा है तो भी आपको ये बेचने पड़ेंगे चाहे लोस क्यों ना हो रहा हो.

इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको मार्जिन मनी मिलती है. मार्जिन मनी का मतलब होता है की अगर आपके पास 10000 रुपये है तो आप ब्रोकर के हिसाब से 50000-100000 तक के शेयर खरीद सकते है. भारत में कई सारे ब्रोकर्स है जो मार्जिन मनी की सुविधा देते है.

इंट्राडे ट्रेडिंग जोखमी ट्रेडिंग होता है क्यूंकि आपको इसमें शेयर रखने के लिए सिर्फ एक दिन का समय मिलता है. अगर आप गलत साबित हुए तो लोस होने का पूरा खतरा रहता है. अनुभव और शेयर मार्किट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद ही इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहिए.

What is swing trading in hindi स्विंग ट्रेडिंग क्या है?

शेयर मार्किट में स्विंग ट्रेडिंग भी बहुत लोकप्रिय ट्रेडिंग है. स्विंग ट्रेडिंग का मतलब होता है शेयर में आ रहे उछाल और गिरावट का फायदा उठाके कम समय में ज्यादा रिटर्न्स पाना.

शेयर मार्किट के इस ट्रेडिंग प्रकार में आप का आशय कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना होता है. इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में ये तफावत होता है की इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको ख़रीदे हुए शेयर उसी दिन बेच देने पड़ते है जबकि स्विंग ट्रेडिंग में आप अपने शेयर २-३ दिन से लेकर महीने तक रख सकते है. आपको ये शेयर कितने समय तक रखना है ये आपके ऊपर निर्भर करता है.

फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग क्या है- What is future and option Trading hindi

फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने के लिए निश्चित समय अवधि मिलती है. आपको इन समय अवधि के दरम्यान शेयर खरीदने और बेचने पड़ते है.

Future and option Trading hindi में आपको जानकारी देना चाहता हु की ये ट्रेडिंग भारत में सिर्फ एन.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में ही होती कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है है. भारत के बी.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में आप फ्यूचर एंड आप्शन के सौदे नहीं कर सकते है.

फ्यूचर एंड आप्शन में कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है आप ज्यादा से ज्यादा ३ महीने के लिए शेयर खरीद या बेच सकते है. फ्यूचर एंड आप्शन को डेरिवेटिव कहते है. भारत में हाल ही में आप्शन में Weakly आप्शन समय अवधि सुरु हुई है जिसमे आप आप्शन एक विक से लेकर ३ महीने की समय अवधि के लिए खरीद या बेच सकते है.

इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग से फ्यूचर एंड आप्शन का तफावत ये है की आप यंहा पर जो शेयर खरीदते है वो लोट के हिसाब से ख़रीदे जाते है. लोट का मतलब होता है किसी भी कंपनी के द्वारा निश्चित की गयी शेयर्स की संख्या. जैसे की निफ्टी का लोट ७५ का होता है अगर आप निफ्टी फ्यूचर लेना चाहते है तो आप को एक लोट याने की ७५ की संख्या में निफ्टी खरीदनी पड़ेगी.

फ्यूचर एंड आप्शन में आप्शन भी एक डेरिवेटिव है जिनका उपयोग अपने पोर्टफोलियो को हेज करने याने की सुरक्षित करने के लिए किया जाता है. आप्शन के बारे में डिटेल में जान ने के लिए आप्शन क्या है इन आर्टिकल को मेरी वेबसाइट पर पढियेगा.

trading kaise kare in hindi-Trading Strategies in hindi

शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए कई स्ट्रेटजी है. आप इन स्ट्रेटजी का उपयोग करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है.इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, फ्यूचर एंड आप्शन में ट्रेडिंग करने की कई स्ट्रेटजी है जिस के बारे में आपको trading kaise kar e इस आर्टिकल में जानकारी देने वाला हु.

  • कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स का उपयोग
  • मूविंग एवरेज का उपयोग
  • आर.एस.आई इंडिकेटर का उपयोग
  • एम्.ए.सि.डी इंडिकेटर का उपयोग
  • सपोर्ट एंड रेसिस्टेंट लेवल का उपयोग
  • चार्ट पैटर्न का उपयोग आदि.

ऊपर दी गयी टेक्निक का उपयोग करने को शेयर मार्किट में टेक्निकल एनालिसिस कहा जाता है. सफल ट्रेडिंग करने के लिए आपको टेक्नीकल एनालिसिस सीखना चाहिए. टेक्निकल एनालिसिस से आपको ये पता चलता है की कौन सा शेयर खरीदना चाहिए, कब खरीदना चाहिए, शेयर के भाव में कितनी बढ़ोतरी या गिरावट आ सकती है इनका पता आपको टेक्नीकल एनालिसिस के जरिये चलता है.टेक्निकल एनालिसिस सिखने के लिए मैंने मेरी वेबसाइट पर कई आर्टिकल पोस्ट किये है जिसे आप पढके टेक्निकल एनालिसिस सिख सकते है.

ट्रेडिंग करते समय किन बातो का ख्याल रखे:

share market me trading kaise kare in hindi आर्टिकल में अब में आपको जानकारी देना चाहता हु की ट्रेडिंग करते समय किन बातो का ख्याल आपको रखना चाहिए.

  • अपने कैपिसिटी की हिसाब से शेयर ख़रीदे.
  • शेयर में मिल रहे प्रॉफिट को बुक करते रहे
  • ज्यादा लालच न रखे
  • अपनी भावनाओ पर काबू रखे
  • भय पर काबू रखे
  • ट्रेडिंग में स्टॉपलोस का उपयोग करे
  • सही समय का इंतजार करे
  • रिसर्च करके शेयर ख़रीदे
  • शेयर मार्किट के बारे में नोलेज प्राप्त करे
  • आवेश में आकर ट्रेडिंग ना करे

निष्कर्ष :

trading kaise kare इन आर्टिकल में हमने सिखा की ट्रेडिंग क्या है. ट्रेडिंग के कितने प्रकार है. टेक्नीकल एनालिसिस कैसे करे. ट्रेडिंग के अलग अलग प्रकार में क्या तफावत है. ट्रेडिंग में सफल होने के लिए क्या जरुरी है.

आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न के लिए आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करे. hindisafar.net को विजिट जरुर करे. आशा करता हु आपको मेरा आर्टिकल trading kaise kare in hindi पसंद आया होगा.

Bazaar Aaj Aur Kal: कल के शेयर बाजार पर अनिल सिंघवी की दमदार स्ट्रैटेजी

निफ्टी 17,800 के करीब मजबूत सपोर्ट करेगा. निफ्टी 18,100 से 18,125 तक जाने की कोशिश करेगा. बैंक निफ्टी 39,125 से 39,250 के बीच सपोर्ट करेगा. बैंक निफ्टी 39,500 को पार टिका तो बनेगी मजबूती. बैंक निफ्टी 39,750 से 39,900 तक जाने की कोशिश करेगा: अनिल सिंघवी

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Pivot Custom Time Indicator For MT4

Pivot Custom Time Indicator For MT4 एक महान उपकरण है जो आपके व्यापार को कई अलग-अलग तरीकों से सुधार सकता है। सूचक आपके चार्ट पर एक निर्दिष्ट समय सीमा के आधार पर धुरी बिंदु बनाता है। यहां तक कि यह आपको मानक धुरी बिंदुओं और कैमरिला धुरी बिंदुओं के बीच चयन करने की अनुमति देता है। धुरी बिंदु कई व्यापारियों द्वारा उपयोग किए जाते हैं और इसका उपयोग न केवल व्यापार प्रविष्टियों को खोजने के लिए किया जा सकता है, बल्कि आपके लक्ष्य और आपके स्टॉप लॉस को लगाने के लिए भी किया जा सकता है।

Partially Automated Trading Besides Your Day Job
Alerts In Real-Time When Divergences Occur

समर्थन और प्रतिरोध क्षेत्र आमतौर पर हर तकनीकी विश्लेषण में आधार के रूप में देखे जाते हैं। व्यापारियों को उम्मीद है कि किसी न किसी रूप में इन जोनों पर प्रतिक्रिया के लिए कीमत तय की जाएगी। कुछ व्यापारी मूल्य को स्तर से आगे बढ़ने की भविष्यवाणी करते हैं और कुछ व्यापारी इसकी उछाल की भविष्यवाणी करते हैं। स्पष्ट रूप से S & R क्षेत्र को देखना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्हें देखे बिना आप उनका व्यापार नहीं कर पाएंगे।

समर्थन और प्रतिरोध क्षेत्रों को स्पॉट करने के कई तरीके हैं। इनमें से एक तरीका धुरी बिंदु हैं। ये पिछले मूल्य डेटा का उपयोग करते हैं, जैसे समापन मूल्य, और इस डेटा के आधार पर संभावित समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान करते हैं। हालाँकि मानक संस्करण के बगल में बहुत सारे अलग-अलग पिवट पॉइंट संस्करण हैं जैसे कि फिबोनाची पिवट पॉइंट्स या कैमरिला पिवट पॉइंट्स।

जबकि धुरी बिंदुओं की गणना प्रत्येक अलग-अलग विधि परिवर्तनों के लिए भिन्न होती है, उन सभी के पीछे मूल अवधारणा समान रहती है। पिवट पॉइंट्स को चार्ट पर प्रदर्शित किया जाता है और फिर इसका उपयोग ब्रेकआउट ट्रेडिंग के लिए या पिवट स्तर के उछाल का व्यापार करने के लिए किया जा सकता है। आमतौर पर मध्य धुरी बिंदु पहले खींचा जाता है। बाद में तीन समर्थन स्तरों की गणना की जाती है और मध्य धुरी बिंदु के नीचे प्लॉट किया जाता है और तीन प्रतिरोध इसके ऊपर प्लॉट किए जाते हैं। यह आपको बाजार की दिशा से स्वतंत्र रूप से व्यापार करने की अनुमति देता है।

Pivot Custom Time Indicator For MT4 के लिए Pivot Custom Time Indicator For MT4 की सेटिंग

Pivot Custom Time Indicator For MT4 केवल चार सेटिंग्स हैं। इन सेटिंग्स से आप यह तय कर सकते हैं कि आप किस तरह के पिवट पॉइंट्स चाहते हैं कि इंडिकेटर आपके चार्ट पर प्लॉट करें। पहली सेटिंग का उपयोग यह चुनने के लिए किया जा सकता है कि आप संकेतक चार्ट पर मानक धुरी बिंदुओं को आकर्षित करना चाहते हैं या नहीं।

दूसरी सेटिंग आपको प्रसिद्ध कैमरिला पिवट बिंदुओं में धुरी बिंदु विधि को बदलने की अनुमति देती है। मैं आपको सलाह दूंगा कि आपके चार्ट पर एक ही समय में मानक धुरी बिंदु और केमरिला धुरी बिंदु न हों, क्योंकि इससे बहुत भ्रमित हो सकते हैं और इस तरह आपके प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

तीसरी सेटिंग के साथ आप यह तय कर सकते हैं कि आप चाहते हैं कि संकेतक न केवल धुरी के स्तर को खींचे बल्कि इनमें से प्रत्येक स्तर के बीच एक मध्य रेखा भी हो। उन पर भी कारोबार किया जा सकता है लेकिन आम तौर पर वास्तविक धुरी बिंदुओं की तुलना में कमजोर समर्थन और प्रतिरोध स्तर होते हैं।

अब चौथी और अंतिम सेटिंग का उपयोग टाइमफ़्रेम को बदलने के लिए किया जाता है जो कि Pivot Custom Time Indicator For MT4 द्वारा उपयोग किया जाता है। मानक अधिकांश मानक धुरी बिंदु दैनिक समय सीमा पर आधारित होते हैं, लेकिन आपकी ट्रेडिंग शैली के आधार पर, यह गणना के लिए उपयोग किए जाने वाले उच्च या निम्न समय-सीमा पर स्विच करने के लिए समझ में आता है। नीचे दी गई तस्वीर में आप देख सकते हैं कि आपको किन मूल्यों को किस समय सीमा के लिए रखना है।

Pivot Custom Time Indicator For MT4 के लिए Pivot Custom Time Indicator For MT4 लाभ

Pivot Custom Time Indicator For MT4 के लिए Pivot Custom Time Indicator For MT4 का सबसे बड़ा लाभ इसका लचीलापन है, जिसका अर्थ है कि आप आधार टाइमफ्रेम को बहुत आसानी से समायोजित कर सकते हैं और एक भी नहीं अटक सकते हैं। यह उपयोगी हो सकता है क्योंकि आप अपनी रणनीति के साथ सबसे अच्छा फिट करने के लिए संकेतक को समायोजित कर सकते हैं। यह भी संभव है और एक ही चार्ट पर संकेतक के दो उदाहरण लगाने के लिए पूरी तरह से वैध है। उदाहरण के लिए आप एक उदाहरण का उपयोग कर सकते हैं जो कि दैनिक टाइमफ्रेम पर आधारित हैं और साप्ताहिक टाइमफ्रेम के धुरी बिंदुओं को खींचने के लिए अन्य उदाहरण हैं।

इस सूचक का दूसरा लाभ यह है कि आप मानक पिवट बिंदुओं पर नहीं अटकते हैं, लेकिन आसानी से कैमरिला पिवट बिंदुओं पर जा सकते हैं। जो आप चुनते हैं वह फिर से आपकी ट्रेडिंग शैली और रणनीति पर निर्भर करता है। मेरा सुझाव है कि आप बस प्रत्येक संस्करण का प्रयास करें और पता करें कि कौन सा आपको सबसे अच्छा लगता है।

Pivot Custom Time Indicator For MT4 के लिए Pivot Custom Time Indicator For MT4 का कौन सा दिन का ट्रेडिंग इंडिकेटर सबसे अच्छा है एक और अच्छा लाभ जो मैंने अभी तक नहीं छुआ है वह यह है कि यह आपको पिछले दिन की सीमा के साथ-साथ शीर्ष बाएं हाथ के कोने में वर्तमान दिन की सीमा दिखाता है। यह बहुत उपयोगी हो सकता है क्योंकि यह दोनों आपको गलत समय पर प्रवेश करने से रोक सकता है और आपको सही समय पर अपने ट्रेडों से बाहर निकलने में मदद कर सकता है।

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