लाभ और बचत

ये हैं एफडी से ज्यादा रिटर्न देने वाली सरकारी योजनाएं
Investment Tips: ये सरकारी बचत योजनाएं देती हैं FD से ज्यादा लाभ, जानकर उठाएं फायदा
By: ABP Live | Updated at : 13 Sep 2022 07:28 लाभ और बचत लाभ और बचत AM (IST)
Edited By: Sandeep
Tax Saving FD Schemes : आज के दौर में हर व्यक्ति अपने मेहनत से कमाए पैसे को सही जगह इन्वेस्ट करना चाहता है. आपको अपने पैसे को लेकर काफी डर लगता है कि कहीं आपका पैसा डूब न जाए. आमतौर पर आप अपना पैसा एफडी में निवेश करते है. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां आपका पैसा सुरक्षित रहता है और रिटर्न भी बढ़िया मिलता है. हालांकि यहां हम आपको बता रहे हैं ऐसी स्कीम्स के बारे में जो आपको FD से ज्यादा रिटर्न दिला सकती है.
लंबे समय में मिलेगा अच्छा फंड
FD पर पैसा इन्वेस्ट करने के लिए आपको लंबा समय देना पड़ता है. आपको अच्छा कॉरपस भी मिल जाता है. वही दूसरी ओर कई बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरें भी बढ़ा दी हैं, जिससे और अच्छे से निवेश हो रहा है. हम आपको इस खबर में कई सरकारी बचत योजनाओं के बारे में बता रहे हैं जो एफडी से ज्यादा ब्याज दे रही हैं लिहाजा ये आपके काम की साबित हो सकती हैं. पीपीएफ, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम, नेशनल सेविंग स्कीम और सुकन्या समृद्धि योजना (PPF, Senior Citizen Saving Scheme, National Saving Scheme and Sukanya Samriddhi Yojana) जैसी योजनाएं हैं जहां आपको कई बैंकों की एफडी से ज्यादा रिटर्न मिल जाता है. देखें कौन सी ऐसी योजनाएं है-
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2 राष्ट्रीय बचत पत्र पर ब्याज पर [टैक्स (प्रथम अंक)
एक निर्धारिती की कुल आय, एक कंपनी होने के नाते नहीं, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (प्रथम अंक), उसकी कुल आय पर उसके द्वारा देय कर की जाएगी होने पर कोई ब्याज भी शामिल है जहां 112A.
इस तरह के समावेश की राशि से और मुआवजे की राशि या (ii) खंड में निर्दिष्ट अन्य भुगतान से कम के रूप में कुल आय पर देय आयकर की (एक) राशि धारा 28 और पूंजीगत लाभ की, यदि कोई हो, इतने कम कुल आय उसकी कुल आय में किया गया था, प्लस;
(ख) इस तरह के ब्याज की राशि पर कर की गणना आयकर की राशि कुल आय पर लागू हो गया होता, जो आयकर की औसत दर से कुल आय में शामिल अगर इस तरह के ब्याज और मुआवजे की राशि की राशि या अन्य भुगतान और पूंजीगत लाभ पूर्वोक्त की, यदि कोई हो, इसका हिस्सा गठन नहीं किया था, प्लस
एचडीएफसी बैंक बचत खाता: वह सब जो आपको जानना आवश्यक है
अपने विभिन्न ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए, एचडीएफसी बैंक विभिन्न प्रकार के बचत खाता विकल्प प्रदान करता है। उनके पास आपकी दैनिक बैंकिंग मांगों को पूरा करने का एक समाधान है, चाहे आप किसी भी आयु वर्ग के हों। आप DigiSave वरिष्ठ नागरिक खाते, महिला बचत खाते, या युवा खाते में से चुन सकते हैं और उन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं जो इस प्रकार के बचत बैंक खातों में प्रदान की जाती हैं। एक बचत खाता आपको अपने पैसे के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करते हुए समय के साथ अपने बेकार धन को बढ़ाने की अनुमति देता है। इसके अतिरिक्त, एचडीएफसी बैंक आपको इंस्टा अकाउंट वेबसाइट या ऐप के माध्यम से ऑनलाइन एक खाता स्थापित करने का विकल्प देता है क्योंकि डिजिटल आगे बढ़ना भविष्य का तरीका है। अब कॉन्टैक्टलेस या ऑनलाइन बैंकिंग का विकल्प है। केवल एक को प्रासंगिक जानकारी प्रदान करने, कुछ सहायक कागजात संलग्न करने और एचडीएफसी खाता ऑनलाइन खोलने के साथ, विभिन्न प्रकार की संपर्क रहित वित्तीय सेवाओं तक पहुंच प्राप्त करने के लिए एचडीएफसी बैंक में शामिल होने की आवश्यकता है।
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जरूरत से ज्यादा बचत एवं जमाखोरी से मिलते हैं लाभ या होती है हानि, यहां पढ़ें
केवल अपने पैसे को बैंक खाते में सहेजने से आपको अपना धन बढ़ाने में मदद नहीं मिलेगी. अपनी बचत को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने के लिए इस आर्टिकल में प्रस्तुत कुछ आसान और प्रभावी ट्रिक्स पर जरुर गौर करें.
इस आर्टिकल को पढ़ने से पहले एक बार इस बात पर जरुर विचार करें कि, क्या आप अपनी सीमा से अधिक बचत कर रहे हैं? इसे अनावश्यक कारणों से जमाखोरी या धन संचय करना कहते हैं जो आपके लिए फायदे से कहीं ज्यादा नुकसान पहुंचाता है. लेकिन, सबसे पहले तो आप बचत और जमाखोरी में अंतर को अच्छी तरह से जरुर समझ लें. बचत करना एक बात है और पैसे के लिए पागल होकर, अपनी जरूरतों को भी नजरअंदाज करके बचत करना बिलकुल दूसरी बात है. जमाखोरी के कुछ लक्षण हैं: पैसा खर्च करने में घबराहट, किसी और को पैसे देने में (यहां तक कि सही कारण के लिए भी) असमर्थता, बचाए गए धन का रिकॉर्ड रखने में असमर्थता और अपनी बचत को व्यवस्थित करने में असमर्थता, पैसा खर्च करते समय संदेह होना और पैसा खर्च करते समय निर्णय लेने की क्षमता में कमी.
कभी न करें सिर्फ बचत के लिए ही बचत
सबसे पहले, आप खुद से यह से पूछें कि, क्या आप किसी उद्देश्य के लिए बचत कर रहे हैं या सिर्फ बचत करने के लिए ही अपने पैसे बचा रहे हैं? मान लीजिए, आप 50,000 रुपये प्रति माह कमा रहे हैं. लेकिन, आप हरेक माह अपनी सारी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मात्र एक छोटी राशि अर्थात 10,000 रुपये ही खर्च करते हैं और अपनी अनेक ज़रूरतों से समझौता कर लेते हैं ताकि आप शेष सारी राशि बचा सकें. यह एक गंभीर समस्या है.
इसलिए, आप हरेक माह अपना बजट जरुर तैयार करें, अपनी बुनियादी और विविध जरूरतों का पता लगाएं और फिर, अपनी सभी जरूरतों को ठीक से पूरा करने के लिए खर्च और बचत करना शुरू करें. यह आपको अपना वर्तमान जीवन खुशी से जीने में मदद करेगा और भविष्य के बचत लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भी आप हरेक माह कुछ बचत अवश्य कर सकेंगे.
जरूरत से ज्यादा पैसा बचाने के हैं लाभ या हानि
क्या आप भविष्य की जरूरतों के लिए लॉकर में पहले से ही पर्याप्त धन होने पर भी बचत के लिए धन इकट्ठा करते रहते हैं? यह आपकी बिल्कुल भी अच्छी आदत नहीं है, क्योंकि इस धन का उपयोग वर्तमान में किसी अन्य महत्त्वपूर्ण चीज के लिए किया जा सकता है. अपनी कमाई के अनुसार, बचत योजनाओं का पता लगाने के लिए ऑनलाइन बचत और निवेश कैलकुलेटर का उपयोग करना शुरू करें. इस तरह आप रिटायरमेंट के समय मासिक खर्च और भविष्य की बचत के लिए बजट प्लान कर पाएंगे. ऐसा करने से आप अपने वर्तमान जीवन की सही तरह से देखभाल कर सकते हैं लाभ और बचत और भविष्य की जरूरतों के लिए भी पैसे बचा सकते हैं. आइये अब अत्यधिक बचत या जमाखोरी के लक्षणों को समझें:
- अपनी किसी जरूरत के लिए भी पैसा खर्चने की अनिच्छा
अगर आपको अपनी किसी जरूरत के लिए भी अपना पैसा खर्च करने में दर्द या कठिनाई महसूस होती है, तो आपको इसे जल्दी ही ठीक कर लेना चाहिए. यह हमेशा याद रखें कि, पैसे का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए, लेकिन इसका यह मतलब कदापि नहीं है कि, आपको अपनी जरूरतों पर भी अपना पैसा खर्च करना बंद कर देना चाहिए. भविष्य के लिए बचत भी भविष्य की जरूरतों के लिए खर्च की जाएगी, लेकिन आपको अपने धन को हरेक हाल में आखिर खर्च करना ही होगा. अपने भविष्य और वर्तमान की सभी जरूरतों के बीच संतुलन बनाए रखने की आदत डालें और उसी के अनुसार, आप अपने पैसे खर्च करना और बचत करना शुरू करें. यह आपके जीवन को एक ही समय में बेहतर, सुखी और सुरक्षित बना देगा. पैसे कमाएं, खर्च करें और फिर, प्रत्येक माह कुछ पैसे जरुर बचाएं.
सफाई मद में नगर निगम को 38 लाख की बचत, कर्मियों को इपीएफ का लाभ
मधुबनी। नगर निगम को सफाई मद में पिछले दो माह में 38 लाख की बचत हुई है। बता दें कि 14 मई 2022 से शहर का सफाई कार्य निगम द्वारा विभागीय स्तर पर कराई जा रही है। जिसपर निगम को प्रतिमाह करीब 21 लाख रुपये का खर्च आया है। इससे पूर्व शहर की सफाई कार्य के लिए एक एजेंसी को निगम प्रतिमाह 39 लाख 81 हजार रुपये का भुगतान किया जाता था। विभागीय स्तर पर सफाई कार्य में 245 सफाई कर्मी, 16 ट्रैक्टर, एक जेसीबी लगाए गए है। सफाई कार्य संतोषजनक माना जा रहा है। वहीं सफाई कर्मियों को इपीएफ लाभ सुनिश्चित कराया गया है। चार साल में सफाई कार्य पर करीब 11 करोड़ रुपये का खर्च बता दें कि शहर में चार साल वर्ष 2019 से 2022 मई तक शहर में सफाई कार्य के लिए चार एजेंसी को करीब 11 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। चार सालों में 15 सितंबर 2019 तक सरस्वती आर्ट एंड लाभ और बचत कल्चर सेंटर द्वारा सफाई कार्य किया। वहीं 16 सितंबर से 15 मार्च 2020 तक विभागीय स्तर पर सफाई कार्य किया गया। वहीं 16 मार्च 2020 से फरवरी 2021 तक मेसर्स सुभाष सिंह व दीपक फाउंडेशन ने सफाई कार्य संभाला। मार्च 2021 से जून 2021 तक निगम ने अपने कर्मी अहमद अंसारी के मार्फत सफाई कार्य कराया। वहीं एक जुलाई 2021 से मई 2022 तक के लिए राठौर एंड विश्वजीत इंफ्रा डेवलपर्स प्रालि से सफाई कार्य सौंपा गया। इस एजेंसी के 11 महीने के लिए टेंडर की अवधि के अंतिम माह मई में सफाई कार्य ठप हो गया। इस एजेंसी द्वारा 12 मई 2022 से सफाई कार्य नहीं करने पर 14 मई 2022 से निगम विभागीय स्तर पर सफाई कार्य कराया जा रहा है। एजेंसियों के दैनिक वेतनभोगी कर्मियों को इपीएफ लाभ से रखा वंचित बता दें कि सफाई चार साल में सफाई एजेंसियों ने करोड़ों की कमाई करते हुए अपने दैनिक वेतनभोगी सैकड़ों कर्मियों को इपीएफ लाभ से वंचित रखा गया। इसके लिए नगर विकास एवं आवास विभाग के लगातार सख्त निर्देशों का उल्लंघन करते हुए तत्कालीन कार्यपालक द्वारा सफाई एजेंसियों को करोड़ों की राशि का भुगतान किया गया। जबकि कर्मियों के इपीएफ का लाभ से वंचित रखा गया। इपीएफ के मामले में सफाई एजेंसी राठौर एंड विश्वजीत इंफ्रा डेवलपर्स प्रालि के करीब तीन माह की राशि भुगतान का पेंच फंस गया है। इसी तरह एक दूसरे एजेंसी मेसर्स सुभाष सिंह का करीब 85 लाख का भुगतान लंबित है। कर्मियों के इपीएफ को लेकर पूर्व के एक एजेंसी सरस्वती आर्ट एंड कल्चर सेंटर के बकाए दस लाख 70 हजार 620 रुपये का 21-4-2021 को तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी द्वारा भुगतान किए जाने के मामले की जांच चल रही है। इसको लेकर वार्ड 30 के तत्कालीन पार्षद प्रभावती देवी लाभ और बचत ने 7-6-2021 व 26-6-2021 नगर आयुक्त को आवेदन देकर एजेंसी को हुए भुगतान की जांच की मांग की गई थी।