प्रजेंट एकाउंट्स के डिफिरेंट प्रकार क्या हैं?

3. कोर की संख्या के अनुसार – आपके सर्किट में कितने फेज है उसके अनुसार केबल का चयन करे यदि आप सिगल फेज के लिए केबल का चयन करे तो उसमे 2 कोर होते है वहीं थ्री फेज सप्लाई के लिए 3 कोर तथा 4 कोर केबल आती है | यदि आपके पास थ्री फेज सप्लाई है और उसमे 3 फेज और एक न्यूट्रल है तो आपको 4 कोर केबल का उपयोग करना चाहिए |
सीखने-सिखाने की प्रक्रिया का परिवर्तन: आपके विद्यालय में मूल्यांकन का नेतृत्व करना
आकलन को मोटे तौर पर परीक्षाओं में सफलता या विफलता के साथ संबद्ध किया जाता है। परीक्षा में सफलता महत्वपूर्ण है और उसे अच्छे कॉलेज में पढ़ाई, सामाजिक स्थिति और बाद के व्यावसायिक जीवन में सफलता से जोड़ा जाता है। तथापि, परीक्षा के लिए तैयारी पर संकेद्रन सीखने के अनुभव को प्रतिकूल ढंग से प्रभावित कर सकता है। एनसीएफ (NCERT, 2005, पृ. 71) में समस्या की गहराई को पहचाना गया उसमें कहा गया है कि:–
हम उन बुरे प्रभावों के बारे में चिंतित हैं जो परीक्षाएं पढ़ाई को बच्चों के लिए सार्थक और आनंदमय बनाने के प्रयासों पर डालती हैं। वर्तमान में, बोर्ड की परीक्षाएं प्री-विद्यालय से लेकर विद्यालय में बिताए गए सभी वर्षों में सारी परीक्षाओं और आकलन को नकारात्मक ढंग से प्रभावित करती हैं।
इस इकाई में, छात्रों के विकास की निगरानी और मार्गदर्शन के एक अवसर के रूप में आकलन का अन्वेषण करेंगे जब उसे प्रजेंट एकाउंट्स के डिफिरेंट प्रकार क्या हैं? कक्षा के प्रतिदिन अभ्यास के साथ एकीकृत किया जाये। ऐसा सतत आकलन शिक्षकों को छात्रों की सीखने की प्रक्रिया के बारे में प्रजेंट एकाउंट्स के डिफिरेंट प्रकार क्या हैं? नियमित प्रतिक्रिया प्रदान करता है जिसका उपयोग आपके विद्यालय के छात्रों को अधिक प्रभावी विद्यार्थी बनाने में मदद करने के लिए किया जा सकता है। सीखने का प्रोत्साहन करने के लिए व आकलन का उपयोग करने के लिए, आपके शिक्षकों को प्रमाण एकत्रित करके, जानकारी का विश्लेषण करके, सीखने की गतिविधियों को संशोधित करके और प्रतिक्रिया प्रदान करके अपने छात्रों का आकलन और निगरानी करनी होगी। इस तरह से आकलन का उपयोग आपके सभी छात्रों के नतीजों में सुधार करेगा।
सीखने की डायरी
इस इकाई में काम करते समय आपसे अपनी सीखने की डायरी में नोट्स बनाने को कहा जाएगा। यह डायरी एक किताब या फोल्डर है जहाँ आप अपने विचारों और योजनाओं को एकत्र करके रखते हैं। संभवतः आपने अपनी डायरी शुरू कर भी ली है।
इस इकाई में आप अकेले काम कर सकते हैं, लेकिन यदि आप अपने सीखने की चर्चा किसी अन्य विद्यालय प्रमुख के साथ कर सकें तो आप और भी अधिक सीखेंगे। यह आपका कोई सहकर्मी, जिसके साथ आप पहले से सहयोग करते आए हैं, या कोई व्यक्ति हो सकता है जिसके साथ आप नए संबंध का निर्माण कर सकते हैं। इसे नियोजित ढंग से या अधिक अनौपचारिक आधार पर किया जा सकता है। आपकी सीखने की डायरी में बनाए गए आपके नोट्स इस प्रकार की बैठकों के लिए उपयोगी होंगे, और साथ ही आपकी दीर्घावधि की शिक्षण-प्रक्रिया और विकास का चित्रण भी करेंगे।
केबल क्या है | What is Cable
केबल एक ऐसा साधन होता है जिसमे एक या एक से अधिक तार आपस में ऐंठे होते है तथा जिसमे कई कोर वाला अचालक आवरण होता है केबल कहलाता है | या कहे ‘दो या दो से अधिक अचालक युक्त तारों को किसी दुसरे अचालक आवरण में व्यवस्थित जमा देना केबल कहलाता है |
केबल का चयन कैसे करे
इलेक्ट्रिसिटी के कामों में उपयोग आने वाली केबल में हम अक्सर केबल की करंट प्रवाहित करने की क्षमता और केबल के तारों की मोटाई को ही देखते है लेकिन किसी का केबल का चयन करते समय हमे निम्न बातों पर भी ध्यान देना प्रजेंट एकाउंट्स के डिफिरेंट प्रकार क्या हैं? चाहिए जिससे उच्च गुणवता और उच्च लाइफ वाली केबल हम चयन कर सके |
1. चालक के धातु का प्रकार – केबल के अन्दर उपयोग किया गया तार किस धातु का बना है इसके अनुसार भी हमे केबल का चयन करना चाहिए | अधिकतर केबल दो धातु के तार की बनायीं जाती है जिसमे एक धातु कॉपर यानि की तांबा होती है तथा दूसरी धातु एल्युमिनियम होती है | बजट के अनुसार आप इनका चयन कर सकते है यदि आपके पास अच्छा बजट है और आप चाहते की कोई अच्छी सी केबल खरीदी जाये तो आपको कॉपर केबल का चयन करना चाहिए |
वोल्टेज ग्रेड के अनुसार केबल का वर्गीकरण –
उपयोग की जाने वाली वोल्टेज मान के अनुसार केबल को मुख्य रूप से चार प्रकार में बनाया जाता है
- लो वोल्टेज केबल
- मीडियम वोल्टेज केबल
- हाई वोल्टेज केबल
- एक्स्ट्रा हाई वोल्टेज केबल
1. लो वोल्टेज केबल – ‘लाइट एंड फेन सर्किट’ तथा पॉवर सर्किट के लिए बनायीं गयी केबल लो वोल्टेज केबल कहलाती है | सप्लाई में लो वोल्टेज का मान 250 वोल्ट निर्धारित किया गया है इसलिए 250 वोल्ट तक की केबल लो वोल्टेज केबल कहलाती है |
2. मीडियम वोल्टेज केबल – यह केबल पॉवर लोड के लिए बनायीं जाती है | तथा इसकी वोल्टेज क्षमता 650 वोल्ट तक होती है | इसका उपयोग घरेलु एवं औद्योगिक कार्यों में पॉवर लोड तथा सप्लाई जोड़ने के लिए किया जाता है |
3. हाई वोल्टेज केबल – डिस्ट्रीब्यूशन लाइन में उपयोग की जाने वाली केबल उच्च वोल्टेज केबल होती है | इस केबल की वोल्टेज क्षमता 22000 वोल्ट होती है |
केबल के प्रकार | Types of Cables in Hindi
इंसुलेशन आवरण के अनुसार केबल के 8 प्रकार होते है |
- वी आई आर केबल
- सी टी एस केबल
- पी वी सी केबल
- लेड शिथ्ड केबल
- वैदर प्रूफ केबल
- ट्रोपोड्योर केबल
- फ्लेक्सिबल केबल
- आरमर्ड केबल
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पवन क्या होती हैं | पवन के प्रकार | What is Wind in Hindi
(1) शीतकालीन मानसून-जो स्थल से समुद्र की ओर चलती हैं. ये शुष्क और ठण्डी होती हैं.
(2) ग्रीष्मकालीन मानसून -ये समुद्र से स्थल की ओर चलती हैं , ये वाष्पयुक्त होती हैं और भारत को वर्षा प्रदान करती हैं.
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