क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है?

Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी क्या है और कैसे इस्तेमाल किया जाता है?
क्रिप्टोकरेंसी अब अधिकांश लोगों, विशेष रूप से क्रिप्टोलैंड के लोगों के लिए अज्ञात शब्द नहीं रहा। हालाँकि, अभी भी बहुत से लोग हैं जो क्रिप्टोलैंड या क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बहुत कम जानते हैं। आज मेरी जिम्मेदारी है कि मैं ऐसे लोगों के लिए लिखूं और उन्हें क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जागरूक करूं।
लेकिन, इससे पहले कि हम सीधे क्रिप्टोकरेंसी अवधारणा पर ध्यान दें, इसके इतिहास और इसकी शुरुआत कैसे हुई, इसके बारे में जानना बहत महत्वपूर्ण है।
यदि आप नहीं जानते हैं, तो यह सब 1980 के दशक में साइबरपंक आंदोलन से शुरू हुआ था।
साइबरपंक कार्यकर्ता जिन्होंने सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन के मार्ग के रूप में मजबूत क्रिप्टोग्राफी और गोपनीयता बढ़ाने वाली तकनीकों के व्यापक उपयोग का प्रस्ताव रखा।
उपरोक्त परिभाषा में, क्रिप्टोग्राफी का अर्थ जटिल गणितीय सिद्धांतों और कंप्यूटर की सर्वोत्तम तकनीकों पर आधारित एन्क्रिप्शन का एक रूप है, जिसे डिक्रिप्ट करना यानि समझना व्यावहारिक रूप से असंभव है।
बिटकॉइन के साथ क्रिप्टोकरेंसी की उत्पत्ति का पता साइबरपंक आंदोलन द्वारा विकसित और परीक्षण की गई क्रिप्टोग्राफी से लगाया जा सकता है।
माना जाता है कि बिटकॉइन के संस्थापक सातोशी नाकामोटो भी साइबरपंक्स के क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? इस समूह से संबंधित हैं।
अब जब आपको क्रिप्टोकरेंसी का निष्पक्ष जानकारी है, तो आइए हम बात करते हैं कि वे वास्तव में क्रिप्टोकरेंसी क्या है (Cryptocurrency Kya Hai)।
आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी, क्रिप्टोग्राफिक मुद्राएं हैं जो सही भुगतान और विश्वव्यापी कामकाज के लेनदेन को सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती हैं।
क्रिप्टोग्राफी शब्द दो अरबिक शब्दों – ‘क्रिप्टोस’ और ‘ग्राफीन’ से बना है – जिसका शाब्दिक अर्थ ‘गुप्त’ और ‘लेखन’ है।
आधुनिक युग में, लेखन की इस गुप्त प्रणाली को एन्क्रिप्शन कहा जाता है, जिसे गणितीय सिद्धांतों और जटिल कंप्यूटर विज्ञान एल्गोरिदम द्वारा प्राप्त किया जाता है जिन्हें हैक करना बहुत मुश्किल होता है। इन क्रिप्टोकरेंसी को कभी-कभी ‘डिजिटल करेंसी‘ या ‘वर्चुअल करेंसी’ भी कहा जाता है।
यह कहने की जरूरत नहीं है कि बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी की ओर क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? पहला कदम था, जिसके आधार पर कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी का निर्माण किया गया है। उन्हें प्रसिद्ध रूप से ‘Altcoins’ कहा जाता है। जिनमें से कुछ हैं:
1980 के दशक से साइबरपंक आंदोलन प्रचलित होने के बावजूद भी, इस तरह की क्रिप्टोकरेंसी का अस्तित्व पहले के समय में संभव नहीं था। ऐसा इसलिए था क्योंकि तब तक किसी ने भी ‘ब्लॉकचैन’ का आविष्कार नहीं किया था।
ब्लॉकचेन क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? क्या है ?
‘ब्लॉकचैन’ क्रिप्टोकरंसीज में अंतर्निहित मूल तकनीक है।
बिटकॉइन और लाइटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक के बिना संभव नहीं होती।
अपने पुराने पोस्ट में, मैंने ब्लॉकचेन तकनीक के बारे में विस्तार से बताया है।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी: क्या है और कैसे काम करता है?
संक्षेप में: “ब्लॉकचेन एक वैश्विक ऑनलाइन डेटाबेस है जिसे कोई भी, कहीं भी, इंटरनेट कनेक्शन के साथ उपयोग कर सकता है। क्योंकि यह इंटरनेट पर मौजूद है, और यह “विकेंद्रीकृत” है, जिसका अर्थ है कि ब्लॉकचेन लेज़र दुनिया भर के सभी कंप्यूटरों के बीच शेयर किया जाता है, न कि एक केंद्रीय स्थान पर।”
और यही ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, क्रिप्टोकरेंसी को बनाने और सुरक्षित रखने में महत्वपुर्ण भूमिका निभाती है।
डिजिटल मुद्राएं और क्रिप्टोकरेंसी
जब मैं क्रिप्टोकरेंसी के बारे में बात करता हूं और उन्हें डिजिटल मुद्राओं के रूप में संदर्भित करता हूं तो कई लोग PayPal या Payoneer जैसे डिजिटल मनी सिस्टम से भ्रमित हो जाते हैं।
समझने वाली बात यह है कि PayPal जैसे डिजिटल करेंसी सिस्टम और क्रिप्टोकरेंसी में बहुत बड़ा अंतर है।
PayPal जैसी समान प्रणालियाँ INR, USD, EUR आदि फ़िएट मुद्राओं की केंद्रीकृत प्रणाली के आधार पर चलती हैं जबकि क्रिप्टोकरेंसी खुले और विकेन्द्रीकृत ब्लॉकचेन जैसी प्रणालियों के शीर्ष पर चलती हैं।
फिएट मुद्राएं संबंधित देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा केंद्रीकृत, नियंत्रित और मुद्रित की जाती हैं, जबकि PayPal जैसी सेवाएं केवल इन फिएट मुद्राओं के माध्यम से सेवाएं प्रदान करती हैं और संचालन के लिए शुल्क लेती हैं।
दूसरी ओर, बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी का जन्म और उत्पादन ब्लॉकचेन पर होता है, जिस पर गणितीय नियमों का एक सेट लागू होता है ताकि कोई भी इसे नियंत्रित न कर सके या जितने चाहें उतने बिटकॉइन प्रिंट ना कर सके।
दोनों के बीच मूलभूत अंतर नियंत्रण, पारदर्शिता और वितरण है।
नोट: इसका मतलब है कि आप अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग कर सकते हैं जो किसी भी अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरह विकेंद्रीकृत और सुरक्षित होगी।
क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य: Future of Cryptocurrencies
क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य पहले से कहीं ज्यादा उज्जवल है क्योंकि आप और मेरे जैसे लोग इस वित्तीय क्रांति के बारे में सीख रहे हैं। दुनिया भर के लोग धीरे-धीरे इस तथ्य की सराहना कर रहे हैं कि अब उनके पास पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली का विकल्प है।
हर दिन नई क्रिप्टोकरेंसी अपने अनूठे उपयोग के मामले और समस्या-समाधान तकनीकों के साथ बाजार में उथल -पुथल मचा रही है।
इनमें से कुछ अभिनव क्रिप्टोकरेंसी हैं:
और समस्या-समाधान तकनीकों के कारण, यह धीरे-धीरे और बड़ा होता जा रहा है क्योंकि अधिक से अधिक लोग परिवर्तन को स्वीकार कर रहे हैं।
इसके अलावा, “वेनेजुएला” जैसे देशों के लिए, जहां मुद्रास्फीति 13000% की भारी दर तक बढ़ गई है, बिटकॉइन और लाइटकॉइन के रूप में क्रिप्टोकरेंसी की ओर रुख करना एक अच्छा विकल्प लगता है।
इस लेख में मुझे क्रिप्टोकरेंसी के बारे में इतना ही कहना है। मैं जल्द ही एक और लेख के साथ वापस आऊंगा! तब तक, CoinStance के साथ क्रिप्टोकरेंसी क्रांति के बारे में शेयर करना और सीखना जारी रखें।
अब, आपसे यह सुनकर बहुत अच्छा लगेगा: आप सामान्य रूप से बिटकॉइन और लाइटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में क्या सोचते हैं? क्या आप किसी और देश को जानते हैं जो क्रिप्टोकरेंसी को अपना रहे हैं?
बेझिझक अपने प्रश्न और टिप्पणियाँ नीचे पोस्ट करें!
ज्ञान बांटना हमेशा अच्छा होता है। अगर आपको क्रिप्टोकरेंसी के यह पोस्ट जानकारीपूर्ण लगे, तो इसे ट्विटर और फेसबुक पर अपने दोस्तों के साथ शेयरकरें!
Hey, I am Biplab Mohanty, Founder & Author of this blog. I enjoy doing research about cryptocurrencies. The purpose of this blog is to share my research with you guys in the Hindi language.
Crypto Currency: क्रिप्टो करेंसी क्या है, इसे कहां से खरीदें?
Crypto currency: आप अपनी मर्जी से किसी भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर सकते हैं, मगर निवेश करने से पहले उस डिजिटल करेंसी की हिस्ट्री, मौजूदा कीमत और पिछले कुछ महीनों में आए उतार-चढ़ाव के बारे में आवश्यक जानकारी हासिल करें ताकि निवेश से पहले आप उससे जुड़े हर प्रकार के जोखिम को भली-भांति समझ सकें
Crypto Currency पर ज्यादा रिटर्न मिलने के कारण स्कैम भी बढ़ गए है, ऐसे में निवेशकों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है
- क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क पर आधारित डिजिटल मुद्रा है, जिसका डिस्ट्रीब्यूशन कंप्यूटरों के एक विशाल नेटवर्क के माध्यम से किया जाता है.
- कंप्यूटर नेटवर्क और ब्लॉकचेन पर आधारित यह विकेंद्रीकृत संरचना क्रिप्टो करेंसी को सरकारों और किसी भी वित्तीय नियंत्रण से बाहर रखती है.क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है?
- क्रिप्टो करेंसी के बारे वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि ब्लॉकचेन पर आधारित इस तकनीक के कारण दुनिया भर में फाइनेंशियल और कानूनी पेचीदगियां पैदा होंगी.
- क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह अन्य परंपरागत मुद्राओं के मुकाबले में बेहद सस्ता और तेज मनी ट्रांसफर है.
- क्रिप्टो करेंसी का सिस्टम डिसेंट्रलाइज होने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि किसी एक जगह से इस मुद्रा पर नेगेटिव असर नहीं होगा.
- क्रिप्टो करेंसी की कुछ मुश्किलें भी हैं, जिनमें कीमत में होने वाला उतार-चढ़ाव, माइनिंग के लिए ऊर्जा की ज्यादा खपत और इसका आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल है.
ब्लॉकचेन की इसी खूबी की वजह से क्रिप्टो करेंसी के लेन-देन के लिये एक भरोसेमंद थर्ड पार्टी जैसे-बैंक की आवश्यकता नहीं पड़ती है. इस तरह से देखें तो ब्लॉकचेन एक टेक्नोलॉजी है जिसका लाभ आने वाले समय में वित्तीय क्षेत्र में सबसे ज्यादा होगा. उम्मीद की जा रही है कि ब्लॉकचेन की मदद से आने वाले समय में लेन-देनों की लागत में भी कमी आएगी. इससे वित्तीय पारदर्शिता बढ़ेगी और फर्जी लेन-देन से भी छुटकारा मिलेगा.
क्रिप्टो करेंसी कितने प्रकार की होती है?
मौजूदा समय में क्रिप्टो करेंसी के बहुत सारे रूप हैं। यहां पर हम कुछ लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी की चर्चा कर रहे हैं. बिटकॉइन (Bitcoin) को दुनिया की सबसे पहली क्रिप्टो करेंसी माना जाता है. इसे सातोशी नाकामोतो ने 2009 में बनाया था. यह एक डि-सेंट्रलाइज़ करेंसी है, यानी कि इस पर किसी सरकार या संस्था का नियंत्रण नहीं है. कीमत में लगातार होने बढ़ोतरी की वजह से लोगों में इस मुद्रा क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? के प्रति बहुत आकर्षण है.
इथेरियम (Ethereum) भी एक ओपन सोर्स, डी-सेंट्रलाइज्ड और ब्लॉकचेन पर आधारित डिजिटल करेंसी है. इसके संस्थापक का नाम है Vitalik Buterin. इसके क्रिप्टो करेंसी टोकन को ‘Ether’ भी कहा जाता है. बिटकॉइन के बाद ये दूसरी सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टो करेंसी है.
लाइटकॉइन (Litecoin) भी एक डिसेंट्रलाइज तकनीक से उपजी डिजिटल मुद्रा है, जिसे एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया गया है. इसके संस्थापक चार्ल्स ली (Charles Lee) हैं जो गूगल में काम कर चुके हैं. इसके बहुत सारे फीचर Bitcoin से मिलते-जुलते हैं.
डॉग कॉइन (Dogecoin) बनने की कहानी काफी रोचक है. बिटकॉइन का मजाक उड़ाने के लिए कुत्ते से उसकी तुलना की गई, जिसने आगे चलकर एक Cryptocurrency का रूप ले लिया. डॉग कॉइन के संस्थापक का नाम है बिली क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? मार्कुस (Billy Markus). इन दिनों इस करेंसी की मार्केट वैल्यू बहुत अच्छी है.
टीथर (Tether) एक बड़ी और स्थिर मुद्रा है. यह क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के इच्छुक लोगों के लिए सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है.
क्रिप्टो करेंसी कैसे और कहां से खरीदें?
हमें उम्मीद है कि ईटी हिंदी के इस लेख से आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में बुनियादी जानकारी मिल गई होगी. अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना चाहते हैं तो एक डिजिटल करेंसी होने की वजह से आपको ऑनलाइन ही इसमें निवेश करना होगा. ऐसे बहुत सारे प्लेटफॉर्म हैं जहां पर क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? जाकर आप क्रिप्टो करेंसी की मौजूदा कीमत का पता लगा सकते हैं और उसे खरीद या बेच सकते हैं.
कुछ प्रमुख क्रिप्टो करेंसी खरीदने बेचने वाली ऑनलाइन वेबसाइट के बारे में हम आगे बता रहे हैं. इन सभी वेबसाइट पर आप अपना अकाउंट बनाकर क्रिप्टो करेंसी खरीद या बेच सकते हैं. इनमें से कुछ ने अपना मोबाइल ऐप भी लॉंच कर रखा है, जिसे इंस्टॉल करके आप अपने मोबाइल से भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर सकते हैं.
1. कॉइनस्विच (CoinSwitch)
2. वजीरएक्स (Wazirx)
3. यूनोकॉइन (Unocoin)
4. जेबपे (Zebpay)
5. कॉइनबॉक्स (Coinbox)
6. बीटीसीएक्सइंडिया (BTCxIndia)
7. लोकलबिटकॉइन (क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? LocalBitcoin)
क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) खरीदने से पहले जरूरी एहतियात
ध्यान रखें अगर आप किसी ऐप के जरिये क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर रहे है तो इस बात की पड़ताल अवश्य कर लें कि जिस ऐप में आप निवेश कर रहे है वह सुरक्षित है या नहीं. इसकी एक वजह यह है कि हैकर्स मिलते-जुलते नामों वाली बहुत से स्पैमिंग वाले ऐप भी बना देते हैं, जिनकी वजह से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है.
आप अपनी मर्जी से किसी भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर सकते हैं, मगर निवेश करने से पहले उस डिजिटल करेंसी की हिस्ट्री, मौजूदा कीमत और पिछले कुछ महीनों में आए उतार-चढ़ाव के बारे में आवश्यक जानकारी हासिल करें ताकि निवेश से पहले आप उससे जुड़े हर प्रकार के जोखिम को भली-भांति समझ सकें.
क्रिप्टो करेंसी पर भारत सरकार की कोई स्पष्ट पॉलिसी नहीं है, ऐसी स्थिति में वित्तीय जोखिम आपको ही लेना होगा. इसलिए बेहतर होगा कि आप निवेश से पहले इसके जोखिम का मूल्यांकन कर लें और उसी के अनुसार निवेश करें.
क्रिप्टो करेंसी पर ज्यादा रिटर्न मिलने के कारण स्कैम भी बढ़ गए है, ऐसे में निवेशकों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है. क्रिप्टो करेंसी और क्रिप्टो एक्सचेंज का संचालन कौन कर रहा है, इस बारे में भी जानकारी हासिल करें. सोशल मीडिया और ऑनलाइन ओपिनियन व रिव्यू के माध्यम से विश्वसनीयता परखी जा सकती है.
इस बात का ध्यान रखें कि अपने पोर्टफोलियो में क्रिप्टो करेंसी की हिस्सेदारी सीमित ही रखें. यह भी समझते और सीखते रहें कि किन फैक्टर का क्रिप्टो करेंसी की कीमतों पर असर पड़ता है.
RBI Digital Currency: कैसे काम करेगा ई-रुपया, क्रिप्टोकरेंसी से कितना होगा अलग, जानें पूरी डिटेल
RBI Digital Currency आरबीआई की ओर से सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) को लेकर एक नोट जारी किया गया है जिसमें ई- रुपया या डिजिटल करेंसी के बारे में जानकारी दी है। केंद्रीय बैंक जल्द ई- रुपया को लेकर पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर सकता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। RBI Digital Currency: आरबीआई की ओर से डिजिटल रुपये (ई-रुपये) को लेकर शुक्रवार को एक कॉन्सेप्ट नोट जारी किया गया है। डिजिटल रुपये का एलान इस वित्त वर्ष के बजट में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया था। आरबीआई की ओर से जारी किए गए कांसेप्ट नोट में बताया गया है कि केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा का परीक्षण करने के लिए सीमित उपयोग के साथ जल्द ही ई- रुपये का पायलट प्रोजेक्ट को लांच करेगा। डिजिटल रुपये के अंतिम रूप पर फैसला पायलट प्रोजेक्ट से मिले फीडबैक के आधार पर ही आरबीआई की ओर से लिया जाएगा।
आज ही शुरू करें अपना शेयर मार्केट का सफर, विजिट करें- https://bit.ly/3n7jRhX
बता दें, इस कांसेप्ट नोट में टेक्नोलॉजी और डिजाइन के साथ डिजिटल रुपये के उपयोग एवं इसे जारी करने के सिस्टम पर चर्चा की गई है। इसके बाद अब माना जा रहा है कि जल्द लोगों को रुपये का डिजिटल अवतार देखने को मिलेगा। आइए जानते हैं कि डिजिटल रुपया आम आदमी के लिए कितना उपयोगी साबित होगा।
ई-रुपये का क्या होगा इस्तेमाल?
आरबीआई के मुताबिक, रुपये के डिजिटल अवतार के दो वर्जन को लॉन्च किया जाएगा। पहला इंटरबैंक सेटलमेंट के लिए थोक में उपयोग होगा और दूसरा खुदरा के लिए होगा। आरबीआई की ओर से प्रस्तावित इनडायरेक्ट मॉडल के अनुसार, खुदरा ग्राहक अपने बैंक या फिर सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा दिए गए वॉलेट में डिजिटल रुपये को रख सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी से कितनी होगा अलग
ई- रुपये को आरबीआई की ओर से जारी किया जाएगा। इसे सरकारी मान्यता होगी। वहीं, बिटकॉइन के साथ सभी क्रिप्टोकरेंसी का स्वरूप गैर- सरकारी है। हालांकि इसमें बिटकॉइन की तरह ही ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। इसे आप बिटकॉइन की तरह माइन नहीं कर सकते हैं।
ई-रुपये से लेनदेन
ई- रुपये का डिजिटल अवतार टोकन आधारित होगा। इसका मतलब यह है कि आप जिस व्यक्ति को पैसे भेजना चाहते हैं, उसकी पब्लिक 'की' के जरिये भेज सकते हैं। ये एक ईमेल आईडी जैसा हो सकता है। आपको पैसे भेजने के लिए प्राइवेट की या पासवर्ड डालना होगा। बता दें, ई- रुपया बिना इंटरनेट के भी कार्य करेगा। हालांकि इस पर विस्तार से जानकारी आनी बाकी है।
कितना मिलेगा ब्याज?
आरबीआई के कांसेप्ट नोट में बताया गया है कि ई- रुपये पर कोई भी ब्याज नहीं दिया जाएगा। इसके पीछे का कारण बताते हुए केंद्रीय बैंक ने कहा कि अगर ये कदम उठाया जाता है, तो बड़ी संख्या में लोग पैसे निकालकर बैंकों से ई-रुपये में बदलने में जुट सकते हैं।
ये देश अपना चुके हैं क्रिप्टोकरेंसी
भारत से पहले दुबई (क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? यूएई) , रूस, स्वीडन, जापान, एस्तोनिया और वेनेजुएला जैसे देश खुद की क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च कर चुके हैं।
Cryptocurrency क्या है, Popular cryptocurrencies in Hindi
(Cryptocurrency in Hindi) is a digital currency, secured by cryptography and based on blockchain technology.
क्रिप्टो करेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल, क्रिप्टोग्राफ़ी द्वारा सुरक्षित और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित मुद्रा है।
Cryptocurrency is a digital, cryptographically secured and blockchain technology based currency.
क्रिप्टो करेंसी का मतलब | Cryptocurrency Meaning in Hindi
टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से बदल रही है जिससे लोगों के काम करने, संवाद करने, खरीदने और भुगतान करने का तरीका भी बदल गया है। यह सब समय के साथ बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ साथ बदलता रहता है।
आज के समय में लोगों ने कैश रखना बहुत कम कर दिया है जो लेनदेन हो रहे क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? है उसमें ज्यादातर डिजिटल होते है, और यह डिजिटल लेनदेन आम जनमानस का हिस्सा बन गए है। कॉर्पोरेट्स और कंस्यूमर धीरे धीरे कैश से लेनदेन कम करते जा रहे हैं और स्मार्टफोन ने इस डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया को आसान और तेज कर दिया है।
डिजिटल लेनदेन के साथ डिजिटल करेंसी भी पैर जमा रही है, यह डिजिटल करेंसी क्रिप्टोकरेंसी है।
क्रिप्टोकरेंसी शब्द की उत्पत्ति | Origin of Cryptocurrency word in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी शब्द कह सकते हैं नया शब्द है, जो 21 वीं सदी की शुरुआत से ही आया है। यह दो शब्दों – ग्रीक शब्द ‘kryptos’ जिससे ‘क्रिप्टो’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘छिपा हुआ या गुप्त’ और लैटिन शब्द ‘currere’ जिससे ‘करेंसी’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘चलाना’ से मिलकर बना है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है? | How Does Cryptocurrency Work in Hindi?
क्रिप्टो करेंसी डिजिटल मनी है जिसे आप छू नहीं सकते, जेब में नहीं रख सकते यानी यह करेंसी का डिजिटल रूप है और यह पूरी तरह से ऑनलाइन है। इसे क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित किया जाता है। कई क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं और इनकी कोई भी सेंट्रल अथॉरिटी नहीं है।
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक नयी डिजिटल भुगतान प्रणाली है जिसका लेनदेन का सत्यापन बैंकों पर निर्भर नहीं होता है और क्रिप्टोक्यूरेंसी का इस्तेमाल वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए ऑनलाइन आदान-प्रदान किया जा सकता है।
पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी 2009 में आयी और एक दशक से भी कम समय में दुनिया भर में अरबों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में है। शायद आपने बिटकॉइन के बारे में सुना हो यह पहली क्रिप्टोकरेन्सी थी और उसे लोगों ने स्वीकार किया और उसके बाद अन्य क्रिप्टोकरेंसी आयी जो धीरे धीरे पॉपुलर हो रही हैं। आज के समय में लोग क्रिप्टोकरेंसी को ज्यादातर ऑनलाइन ट्रेड में लाभ के लिए इस्तेमाल करते हैं।
करेंसी किसे कहते हैं | What is Currency in Hindi
हर देश की अपनी मुद्रा (Currency) होती है जैसे कि अमेरिका की डॉलर, यूरोपियन यूनियन की यूरो, भारत की रुपया, पाकिस्तान की पाकिस्तानी रुपया, चीन की युआन है यानी एक ऐसी भुगतान प्रणाली जो किसी देश द्वारा मान्य/अधिकृत हो और वहां के लोग इसके इस्तेमाल से चीजें खरीद सकते हों, जिसकी कोई वैल्यू हो, करेंसी (Currency) कहलाती है।
क्रिप्टोकरेंसी कितनी सुरक्षित है? | How secure is Cryptocurrency in Hindi?
ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बनाई जाती है। ब्लॉकचेन डिजिटल कोड में लेनदेन को रिकॉर्ड करता है। यह एक काफी जटिल, तकनीकी प्रक्रिया है जिससे हैकर्स के लिए छेड़छाड़ करना मुश्किल है।
इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के लिए two-factor authentication की प्रक्रिया भी होती है। जैसे, लेनदेन शुरू करने के लिए आपको Username और Password दर्ज करने के लिए कहा जा सकता है। या फिर, आपको एक authentication code दर्ज करना पड़ सकता है जो आपके व्यक्तिगत मोबाइल फ़ोन पर टेक्स्ट के माध्यम से आता है।
डिजिटल मुद्रा कहाँ स्टोर कर सकते हैं? | Where can you store Digital Currency in Hindi?
यदि आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं, तो आप इसे क्रिप्टो एक्सचेंज पर या क्रिप्टो डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं। कई अलग-अलग प्रकार के वॉलेट हैं, प्रत्येक के अपने फायदे और सुरक्षा हैं।
सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी कौन सी हैं? | What are the most popular Crypto Currencies?
इसमें कोई शक नहीं कि सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। बिटकॉइन (Bitcoin) अब तक की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है, इसके बाद एथेरियम(Ethereum), लाइटकॉइन (Litecoin) और टीथर (Tether) जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी हैं।
bitcoin
क्रिप्टो करेंसी के नाम | Cryptocurrency Names in Hindi
Bitcoin | बिटकॉइन |
Ethereum | एथेरियम |
Litecoin | लाइटकॉइन |
Binance Coin | बिनेंस कॉइन |
Cardano | कार्डानो |
Dogecoin | डॉगकॉइन |
Polka Dot | पोल्का डॉट |
Uniswap | यूनिस्वैप |
Ripple | रिपल |
Dash | डैश |
Tether | टीथर |
Popular Crypto Currency
भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है? | Cryptocurrency legal in India in Hindi?
अभी भारत में बिटकॉइन और क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है? अन्य क्रिप्टोकरेंसी गैर कानूनी नहीं हैं, लेकिन रेगुलेटेड भी नहीं हैं इसका मतलब अगर क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में कुछ भी गलत होता हैं तो आप किसी अथॉरिटी, बैंक और सरकार के पास नहीं जा सकते।
भारत में निजी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन सरकार के पास कोई आधिकारिक डेटा नहीं है। और सरकार के पास इन एक्सचेंजों से जुड़े निवेशकों की संख्या के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।
Question for you?
टेक्नोलॉजी हमेशा ही जन मानस की उत्सुकता को बढ़ाती रही है आप क्या कहते है की क्रिप्टोकरेंसी के साथ कैसे आगे बढ़ना चाहिए। कमेंट करिये-