कॉपी ट्रेडिंग के क्या नुकसान हैं

अनिल सिंघवी ने सवाल किया कि क्या Investor Protection Fund से नुकसान की भरपाई की जा सकती है? BSE के पास इन्वेस्टर प्रोटक्शन फंड में 825.82 करोड़ रुपए हैं जबकि NSE के पास 1002.93 करोड़ रुपए है. कल्पतरु मल्टीप्लायर के VC आदित्य मनयां जैन के मुताबिक ऐसा संभव है कि Investor Protection Fund से Premium की भरपाई की जाए और जिन लोगों का सौदा लगा है, उनका Claim माना जा सकता है. जिन्होंने Stop Loss लगा रखा है, उनका नुकसान पर Claim दिया जा सकता है.
बढ़ते तापमान से भारत को जीडीपी में 5.4% का नुकसान
बढ़ते तापमान के कारण भारत तथा अन्य G20 देशों को सभी क्षेत्रों में बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। एक नई रिपोर्ट से पता चला है कि रूस के यूक्रेन पर आक्रमण से उत्पन्न ऊर्जा संकट के पहले ही, G20 सरकारों ने 2021 में जीवाश्म ईंधन उत्पादन पर 64 बिलियन डॉलर खर्च किए थे।
विभिन्न देशों के कई संगठनों की साझेदारी द्वारा तैयार की गई जलवायु पारदर्शिता रिपोर्ट (क्लाइमेट ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट) ने G20 कॉपी ट्रेडिंग के क्या नुकसान हैं जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिये उठाये गये कदमों का विश्लेषण किया।
जीवाश्म ईंधन (तेल, कोयला, गैस आदि) के लिए सब्सिडी देने वाले देशों में चीन, इंडोनेशिया और यूके सबसे ऊपर थे। “जी20 में ऊर्जा के लिए लोक वित्त का बड़ा हिस्सा अभी भी जीवाश्म ईंधन उद्योगों को जाता है। 2019-2020 में ऊर्जा के लिए G20 के सरकारी खर्च का 63% जीवाश्म ईंधन पर हुआ।” ओडीआई की सीनियर रिसर्च फेलो और रिपोर्ट की वित्त प्रमुख इपेक जेनक्सू ने कहा।
कॉपी ट्रेडिंग के क्या नुकसान हैं
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Cryptocurrency की आड़ में करोड़ों की ठगी, भारतीय निवेशकों को लगा 1,000 करोड़ का चूना
Edited by: Alok Kumar @alocksone
Published on: June 21, 2022 15:37 IST
Photo:FILE
Highlights
- क्रिप्टो में निवेश कर रहे हैं तो हो जाएं सावधान, लगातार बढ़ रहे हैं धोखाधड़ी के मामले
- मोदी कमाई का लालच देकर क्रिप्टो निवेशकों से ठगा जा रहा पैसा
- सोशल मीडिया पर फेक प्रोफाइल बनाकर निवेशकों से किया जा रहा संपर्क
Cryptocurrency में निवेश का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है। हालांकि, अब इसी की आड़ में निवेशकों के साथ धोखाधड़ी भी की जा रही है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नकली क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों से भारतीय निवेशकों को 128 मिलियन डॉलर (लगभग 1,000 करोड़ रुपये) से अधिक का नुकसान हुआ है। साइबर-सुरक्षा कंपनी क्लाउड एसईके ने कहा कि उसने कई फिशिंग डोमेन और एंड्रॉइड-आधारित नकली क्रिप्टो एप्लिकेशन से जुड़े ऑपरेशन का खुलासा किया है।
नकली डोमेन बनाकर धोखाधड़ी को अंजाम
क्लाउडएसईके को एक पीड़ित ने संपर्क किया था, जिसने इस तरह के एक क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में कथित तौर पर साथ ही जमा राशि, कर इत्यादि जैसी अन्य लागतों के अलावा 50 लाख रुपये (64,000 डॉलर) खो दिए थे। क्लाउडएसईके के संस्थापक और सीईओ राहुल ससी ने कहा, हमारा अनुमान है कि धोखेबाज इस तरह के क्रिप्टो घोटालों के माध्यम से पीड़ितों को 128 मिलियन डॉलर (लगभग 1,000 करोड़ रुपये) तक का चूना लगाया है। ससी ने कहा, जैसे ही निवेशक क्रिप्टोकरेंसी बाजारों पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं, स्कैमर और धोखेबाज भी उनका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। धोखेबाज पहले नकली डोमेन बनाते हैं जो वैध क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का कॉपी होता है। इसी के जरिये वो फर्जीवाड़ा को अंजाम देते हैं।
धोखेबाज निवेशकों से संपर्क करने और दोस्ती स्थापित करने के लिए सोशल मीडिया पर एक महिला प्रोफाइल बनाते हैं। इस तरह का प्रोफाइल एक विशेष क्रिप्टो एक्सचेंज को उपहार के रूप में 100 डॉलर का क्रेडिट भी साझा करता है, जो इस मामले में एक वैध क्रिप्टो एक्सचेंज का डुप्लिकेट है। नकली एक्सचेंज निवेशकों को शुरुआत में मुनाफा देता है, जिससे उनका विश्वास बढ़ता है। मुनाफा कमाने के बाद, स्कैमर उन्हें बेहतर रिटर्न का वादा करते हुए अधिक राशि का निवेश करने के लिए मना लेता है। एक बार जब निवेशक नकली एक्सचेंज में अपना पैसा जोड़ता है, तो उसके खाते को फ्रीज कर दिया है। इस तरह निवेशक का पैसा हजम कर दिया जाता है।
NSE LIVE Trading glitch : इन्वेस्टर के नुकसान की भरपाई पर अनिल सिंघवी ने दिया शानदार Idea, ब्रोकर्स ने किया थम्स अप
NSE LIVE Trading : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कॉपी ट्रेडिंग के क्या नुकसान हैं बुधवार को तकनीकी गड़बड़ी आने से हाहाकार मच गया. सुबह 11.40 बजे NSE LIVE Trading रुक गई.
क्या Investor Protection Fund से नुकसान की भरपाई की जा सकती है? (Reuters)
NSE LIVE Trading : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर बुधवार को तकनीकी गड़बड़ी आने से हाहाकार मच गया. सुबह 11.40 बजे NSE LIVE Trading रुक गई. दरअसल, NSE पर स्पॉट निफ्टी (Spot Nifty) और बैंक निफ्टी का Live Price अपडेट होना बंद हो गया था. इसलिए ट्रेडिंग रोक दी गई. दोपहर 2 बजे तक यह चालू नहीं हो पाई थी. इस बीच, ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने इस मुद्दे को दोबारा उठाते हुए निवेशकों को होने वाले नुकसान की भरपाई पर जानकारों से बात की. अनिल सिंघवी के मुताबिक अगर ऐसा NSE Technical Glitch आता है तो उसे छोटे निवेशकों को बड़ा नुकसान होता है. जो शख्स 10-15 हजार रुपए तक निवेश कर रहा है. वह कुछ उम्मीद लेकर आता है.
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