सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश

स्टेप 6:
गोल्ड फंड : मूलाधार विचार करने योग्य बातें और निवेश कैसे करें
गोल्ड फंड एक प्रकार का निवेश फंड है जो सोने से संबंधित संपत्ति में निवेश करता है। निवेश भौतिक सोने या सोने की खनन कंपनियों के रूप में हो सकता है। इस तरह के फंड में निवेश करके कोई भी व्यक्ति बिना भौतिक रूप से होल्ड किये सोना रख सकता है।
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF): गोल्ड ETF एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं जहां अंतर्निहित संपत्ति सोना है। इसलिए, गोल्ड ETF का मूल्य सोने की कीमत पर निर्भर करता है। ETF में निवेश करने के लिए डीमैट खाते की जरूरत होती है।
गोल्ड फंड ऑफ फंड (FoF): गोल्ड FoF गोल्ड ETF की इकाइयों में निवेश करता है और इसके लिए डीमैट खाते की आवश्यकता नहीं होती है।
गोल्ड फंड्स का उद्देश्य क्या है
इक्विटी और डेब्ट जैसे अन्य परिसंपत्ति वर्गों के साथ इसके कम सहसंबंध के कारण सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प होने के साथ-साथ एक अच्छा डायवर्सिफायर साबित हुआ है। गोल्ड फंड उन उपकरणों पर भरोसा करते हैं जो सीधे सोने की कीमतों से जुड़े होते हैं और गोल्ड बुलियन में निवेश करते हैं। गोल्ड फंड किसी भी व्यक्ति के लिए एक आदर्श निवेश उपकरण हो सकता है जो अपनी पूंजी को मुद्रास्फीति और वर्तमान समय में हम जिन अनिश्चितताओं का सामना कर रहे हैं, से बचाना चाहते हैं। यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है क्योंकि सोने की दरों में अक्सर उतार-चढ़ाव नहीं होता है।
गोल्ड फंड ओपन-एंडेड फंड हैं जो गोल्ड ETF, गोल्ड बॉन्ड और गोल्ड कमोडिटी की इकाइयों में निवेश करते हैं। इस तरह के फंड का प्राथमिक लक्ष्य सोने को एक अंतर्निहित के रूप में उपयोग करके धन बनाना है
ऐसे फंड पेशेवर रूप से विशेषज्ञ फंड मैनेजरों द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं जो फंड के उद्देश्य के अनुसार निवेश कॉल लेते हैं।
क्या गोल्ड फंड में निवेश करना सुरक्षित है
हां, सोने में निवेश करना सुरक्षित है। यह इस तथ्य के कारण है कि इस तरह के फंड एक अत्यधिक तरल संपत्ति वर्ग हैं और इसमें फंड फंस नहीं जाते हैं । इसके अलावा, निवेशक को भौतिक सोने को सुरक्षित रखने सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश या इसके भंडारण पर धन खर्च करने की जिम्मेदारी लेने की आवश्यकता नहीं है।
हालांकि, कीमत में उतार-चढ़ाव के कारण कीमत में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
हेजिंग के लिए गोल्ड का प्रयोग
हेजिंग कर शाब्दिक अर्थ है प्रतिरक्षा या बचाव-व्यवस्था, यानी ऐसा कुछ जो मुसीबत आने पर हमारी मदद कर सके.
अक्सर लोग गोल्ड को हेजिंग टूल की तरह प्रयोग करते हैं. हेजिंग टेक्नीक के अंतर्गत जिन लोगों ने इक्विटी या बौंड मार्केट में निवेश किया है वे वे सोना भी खरीद कर रख लेते हैं. क्योंकि ये हमेशा से देखा गया है कि जब भी शेयर बाज़ार गिरता है सोने के भाव चढ़ जाते हैं और शेयर जब बाज़ार चढ़ता है तो सोने के भाव गिर जाते हैं. इसलिए ऐसा करना उनके जोखिम को कम कर देता है, उन्हें संतोष रहता है कि चलो अगर बाज़ार गिरा तो कम से कम सोने के भाव बढ़ जायेंगे और वे वहां से प्रॉफिट कमा लेंगे. इस तरह से हेजिंग एक घाटा कम करने की तकनीक है.
गोल्ड में निवेश करने से पहले समझें इकोनोमिक और जियो-पोलिटिकल परिस्थितियों को
गोल्ड में इन्वेस्ट करना है या नहीं इसका निर्णय लेने से पहले बेहतर होगा कि आप राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में गोल्ड प्राइसेस के ट्रेंड्स स्टडी कर लें. ये समझने के लिए नीचे दी गयी जानकारी आपके काम सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश आ सकती है, और इसकी basis पे आप आगे खुद भी गोल्ड इन्वेस्टमेंट को लेकर अपनी एनालिसिस कर सकते है.
- यदि हम पीछे मुड़ कर गोल्ड प्राइसेस के ट्रेंड्स देखें तो हम पायेंगे कि साल 2017 शेयर बाज़ार का साल था और इसलिए इस साल सोने के भाव अधिक नहीं बढे और गोल्ड में इन्वेस्ट करने वाले निवेशकों को कम रिटर्न मिला.
- एक्सपर्टस का मानना है कि बढ़ते अंतर्राष्ट्रीय तनाव, खासतौर से अमेरिका और नार्थ कोरिया के बीच का मसला और यूनाइटेड किंगडम का यूरोपियन यूनियन से अलग होना (ब्रेग्जिट) ने सोने के भावों को 2017 में बहुत प्रभावित किया.
ट्रम्प फैक्टर
डोनाल्ड ट्रम्प के दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के साथ ही अमेरिका में आंतरिक और बाहरी राजनीतिक तनाव पैदा होने लगे. डोनाल्ड ट्रम्प के अनूठी पृष्ठभूमि के कारण दुनिया के कई नेताओं को संदेह होने लगा कि मिस्टर ट्रम्प सही ढंग से अमेरिका और बाकी पश्चिमी देशों का नेत्रित्व कर पायेंगे. और उनके पहले साल के कार्यकाल को देखते हुए, कहा जा सकता है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और वैश्विक स्थिति अस्थिर होने का भय गलत नहीं था.
प्रेसिडेंट का चार्ज लेने के बाद से, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, अमेरका ने अपने सुप्रीम लीडर के माध्यम से कई डिप्लोमेटिक और सैन्य तनाव पैदा कर लिए हैं, खासतौर से मिडल ईस्ट में ईरान से और कोरियन पेनिन्सुला में उत्तरी कोरिया से. जिस कारण से हर कोई ये सोचने पर मजबूर हो गया कि दुनिया परमाणु युद्ध की कगार पर है.
पर इतनी अभूतपूर्व भू-राजनीतिक तनाव के बावजूद, सोना जिसे मुसीबत के समय का साथी माना जाता सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश है; के भाव अमेरिका और विश्व बाज़ार में उम्मीद के अनुसार नहीं बढ़े.
2018 में Indian Gold rates कैसी रहेंगी?
जहाँ तक भारतीय गोल्ड रेट्स का सवाल है, अधिकतर जेव्लर्स मानते हैं कि सोने के भाव पहले से निर्धारित एक रेंज में ही रहेंगे और इसमें बहुत अधिक उछाल या गिरावट देखने को नहीं मिलेगी. लेकिन कुछ परिस्थितियों, जैसे कि कोई अनपेक्षित युद्ध, या सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश अमेरिकी डॉलर में तेज गिरावट या बढ़त होने पर सोने के भाव प्रभावित हो सकते हैं.
घरेलू विशेषज्ञों के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय सोना भाव $1300 / औंस के ब्रैकेट में रहेगा.
Gold में निवेश करने के विभिन्न तरीके : Types of Gold Investment In Hindi
नमस्कार मित्रो आज के इस लेख के जरिये हम आपको बताने जा रहे है सोने के निवेश (Gold Investment In Hindi) से सम्बन्धित जानकारी जैसे कि सोने में निवेश के फायदे और उसमे निवेश करने के क्या है विभिन्न तरीके सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश Types of Gold Investment | ये सबकुछ जाने पूरा विस्तारपूर्वक
जाने क्या होते है सोने में निवेश करने के फायदे Benefits of Gold Investment In Hindi
ये तो हम सभी जानते है कि यूँ तो आजकल भारत समेत पूरे विश्व में निवेश के लिए बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं जिनमें एफडी, म्यूचुअल फंड और सरकारी बचत योजनाएँ आदि शामिल हैं लेकिन अब कोरोना महामारी के बाद से आम लोगो के एक बड़े वर्ग का रुझान सोने में निवेश (Gold Investment) की तरफ देखने को मिल रहा है। एक तरफ इस महामारी के दौरान लगातार गिरती वैश्विक अर्थव्यवस्था के कारण कई क्षेत्रों के निवेशो में मिलने वाले रिटर्न मं गिरावट देखने को मिली वही सोने में ज्यादा मुनाफा देखने को मिला है | इसका एक प्रमुख कारण है कि ‘सोना’ दुनिया की सबसे कीमती धातुओं में से एक है जिससे बनी चीजों को आप कभी भी आसानी से नकदी में बदल सकते हो और दूसरा कई बार सोना लाभ के मामले में बॉन्ड और शेयरों को भी पीछे छोड़ देता है जिसके कारण ये मुद्रास्फीति और अन्य बाजार जोखिमों को मात देने के लिए भी बहुत सही वस्तु है।
5 Best Options for Buying or Investing Gold
गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF)
गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) का अर्थ होता है गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड अर्थात सोने को ऑनलाइन खरीदना सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश और बेचना | ये सोने में निवेश करने का बहुत सुरक्षित तरीका माना जाता है जिसमे आप इलेट्रॉनिक फॉम के रूप में सोने में निवेश कर सकते है | आप इसे पेपर गोल्ड में निवेश के तरीके के तौर पर भी जानते है | ये एक ऐसा इन्वेस्टमेंट फंड है जो मुख्य तौर पर स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड करता है जैसे स्टॉक एक्सचेंज में आप शेयर्स की खरीद करते है | आप इनकी सेल और परचेज डिमैट अकाउंट के जरिए कर सकते है | आप इसमें घर बैठे ऑनलाइन के माध्यम से ही सोने के कम से कम या ज्यादा से ज्यादा मात्रा जैसे कि 10 ग्राम या एक ग्राम में भी निवेश कर सकते है और साथ ही सोने की शुद्धता का भी कोई डर नहीं होता है | आपको जब भी इन गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) यूनिट्स को कैश में भुनाना हो तो इन्हें निवेशक अपने ब्रोकर या म्यूच्यूअल फण्ड के माध्यम से बेच सकते हैं और अपने गोल्ड ईटीएफ की मूल्य सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश ये बराबर नकदी ले सकते हैं |
You may also like:
कामकाजी महिलाएं घर और ऑफिस कैसे एक साथ संभाले | How Working Women Handle Home and Office Together
खुद का बिजनेस बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो इन 6 बातों को जरूर जानें ! Business Start Tips In Hindi
एफिलिएट मार्केटिंग क्या है और इससे पैसे कैसे कमाए ? How to Make Money with Affiliate Marketing in 2022 ?
मात्र 5000 के निवेश से बन सकते हैं करोड़पति! यहां जान लें एक-एक बात
Investment in PPF: आज के समय में हर कोई व्यक्ति चाहता है कि वह अपने भविष्य को सुरक्षित करें. लोग अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए शानदार बचत योजनाओं (Small Saving Schemes) की तलाश में रहते हैं. अगर आप 60 साल की उम्र के बाद भी अपनी जरूरतों का खर्चा उठाना चाहते हैं तो आपको अपनी पहली सैलरी के साथ ही निवेश करने की आदत डालनी पड़ेगी. इस लेख में हम आपको पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ (PPF) में निवेश करने के फायदे (How we can make 1 Crore rupees fund) बताने वाले हैं.
7.1 प्रतिशत मिल रहा है पीपीएफ पर ब्याज
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीपीएफ के लिए ब्याज दर भारत सरकार तय करती है. आज के समय की बात करें तो पीपीएफ के निवेशकों को 7.1 प्रतिशत सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश के हिसाब से ब्याज मिल रहा है. पीपीएफ निवेश में बड़ा फायदा ये है कि इसमें कंपाउंडिंग इंटरेस्ट का फायदा मिलता है. पीपीएफ के माध्यम से आप 1 करोड़ रुपये का निवेश बना सकते हैं. अगर आप 23 साल की उम्र से पीपीएफ स्कीम में निवेश करना शुरू कर देते हैं और जब आप 60 की उम्र पार करेंगे तो आपके पास 1 करोड़ रुपये का फंड हो सकता है. चलिए जानते हैं इसके लिए कितने रुपयों के निवेश की जरूरत पड़ेगी.