डे ट्रेडिंग स्टॉक

Top Trending Stock : इंजन ऑयल बनाने वाली इस कंपनी के शेयर में तगड़ा उछाल, आगे भी तेजी के संकेत, खेल सकते हैं दांव
मंगलवार के कारोबारी सत्र के दौरान व्यापक बाजार में मिला-जुला कारोबार दिख रहा है। इस बीच, अच्छे फंडामेंटल वाले मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में संस्थागत निवेशकों की मजबूत खरीदारी देखी गई है। बढ़ते फंडामेंटल और आकर्षक वैल्यूएशन हाल के दिनों में फोकस बन गए हैं, क्योंकि बाजार उच्च स्तर हासिल करता दिख रहा है। ऐसा ही एक स्टॉक कैस्ट्रोल इंडिया है, जो लगभग 4% उछला है। इसने एनएसई पर 135.30 रुपये के साथ 52-सप्ताह का नया उच्च स्तर दर्ज किया है। यह कंपनी मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल और उद्योग अनुप्रयोगों के लिए स्नेहक के निर्माण और मार्केटिंग में लगी हुई है। कंपनी ने पिछले 2 वर्षों से अच्छी मांग देखी है और अपनी इंडस्ट्री में एक प्रमुख प्लेयर बनी हुई है।
तकनीकी रूप से स्टॉक ने पिछले सप्ताह अपने कंसोलिडेशन पैटर्न से एक मजबूत प्राइस वॉल्यूम ब्रेकआउट दर्ज किया और अपने अपट्रेंड को जारी रखा। डेली टेक्निकल चार्ट पर इसने हायर हाई और हायर लो बनाया है, जो एक सकारात्मक तस्वीर दर्शाता है। इसके सभी मूविंग एवरेज एक अपट्रेंड में हैं, जो सभी टाइमफ्रेम में सकारात्मक पूर्वाग्रह दिखा रहा है।
शेयर का 14-डे RSI (72.99) सुपर बुलिश जोन में है और स्टॉक में मजबूत मजबूती का संकेत दे रहा है। ADX (37.90) भी ऊपर की ओर इशारा कर रहा है। OBV अपने पीक पर है और मजबूत ट्रेडिंग एक्टिविटी दिखा रही है। कुल मिलाकर, तकनीकी पैरामीटर्स तेजी का संकेत दे रहे हैं। हम आने वाले समय में इस शेयर से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं।
पिछले 3 महीनों में इस शेयर ने करीब 20 फीसदी का रिटर्न दिया है। लंबी अवधि के निवेशकों के साथ-साथ मोमेंटम ट्रेडर्स को इस स्टॉक को अपनी वॉचलिस्ट में रखना चाहिए
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शेयर बाजार के निवेशकों पर आयकर विभाग की नजर, कमाई छुपाने पर मिलेगा नोटिस
शेयर बाजार और म्युच्युअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों पर भी अब आयकर विभाग की नजर है। खासकर इंट्रा डे ट्रेडिंग करने वाले जो करदाता अपने आयकर रिटर्न में सही.
ग्वालियर. शेयर बाजार और म्युच्युअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों पर भी अब आयकर विभाग की नजर है। खासकर इंट्रा डे ट्रेडिंग करने वाले जो करदाता अपने आयकर रिटर्न में सही जानकारी नहीं देते, आयकर विभाग पेन नंबर और ब्रोकर्स के जरिए उनकी जानकारी जुटा रहा है। इसलिए ऐसी जानकारी नहीं देने पर आयकर विभाग नोटिस भेज सकता है, इसमें टैक्स के साथ ब्याज और जुर्माना दोनों लगाए जा सकते हैं। इधर खुद के कारोबार को बढ़ाने या किसी प्रोडक्ट के प्रमोशन के लिए महंगा गिफ्ट दिया तो वह भी आयकर के दायरे में आएगा।
आयकर की नजर क्यों?
शेयर मार्केट में तीन तरीके से सौदे होते हैं, जिसमें पारंपरिक शेयर ट्रेडिंग, इंट्रा-डे शेयर ट्रेडिंग तथा डे ट्रेडिंग स्टॉक फ्यूचर्स एवं ऑप्शन के माध्यम से ट्रेडिंग शामिल है। पारंपरिक शेयर ट्रेडिंग से होने वाली आय को आयकर रिटर्न में केपिटल गेन हेड के अंतर्गत टैक्स दायरे में लिया जाता है। इंट्रा डे शेयर ट्रेडिंग को स्पेकुलेटिव बिजनेस के रूप से टैक्स किया जाता है और बाकी सभी ट्रेडिंग को सामान्य व्यापार की तरह टैक्स किया जाता है। पिछले कुछ वर्षों में, डेरिवेटिव ट्रेडिंग यानी फ्यूचर्स एण्ड ऑप्शन ट्रेडिंग में वृद्धि हुई है। इसमें आमतौर पर लाभ-हानि को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाता, लेकिन आयकर विभाग इसके मुनाफे पर नजर रखे हुए है।
कारोबार के प्रमोशन के लिए मिलने वाले महंगे गिफ्ट भी आयकर के दायरे में
खुद के कारोबार को बढ़ाने या किसी प्रोडक्ट के प्रमोशन के लिए महंगा गिफ्ट दिया तो वह भी आयकर के दायरे में आएगा। इसके लिए नियम 1 जुलाई से लागू हो गए हैं। अब ऐसे लोगों को दिए गए गिफ्ट पर टीडीएस देना होगा। आयकर विभाग के अफसर इस पर नजर भी रखेंगे। आमतौर पर कारोबार को फायदा पहुंचाने के लिए बड़े कारोबारी, टस्ट, कंपनियां लोगों को गिफ्ट देती हैं। इसकी जानकारी इनकम टैक्स को नहीं दी जाती। कई बार केवल उन्हीं उपहारों की जानकारी दी जाती है जो सस्ते होते हैं और जिन पर आयकर नहीं लगता। नए नियमों के बाद इस तरह के सभी उपहारों पर आयकर विभाग की पैनी नजर है। इसके लिए टीडीएस कटौती के लिए एक नया सेक्शन 194आर लाया गया है।
शेयर खरीदी-बिक्री की जानकारी अनिवार्य
सीए सुधीर सुरेका के अनुसार शेयर खरीदी-बिक्री की विस्तृत जानकारी भी करदाताओं को अपने रिटर्न मेें शामिल करना जरूरी होता है। कई करदाता अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट को यह जानकारी देने में चूक रहे हैं। यह जानकारी पोर्टल पर अपलोड हुए एआइएस में दिखती है तो करदाता से उक्त शेयर की खरीदी-बिक्री दोनों की तारीखें और यूनिट निकलकर देना होती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेहतरीन शेयर कौन से है 2021
इंट्राडे ट्रेडिंग का अर्थ होता है कि स्टॉक मार्केट खुलने और बंद होने के अंतराल जो भी खरीदारी और बिकवाली होती है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं शेयर बाजार का समय सुबह 9:15 से शाम 3:30 तक होता है इस बीच हम जब किसी शेयर की खरीदारी और बिकवाली करते हैं तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं और ध्यान रहे जिस शेयर को आपने मार्केट के समय खरीदा है उसे मार्केट के बंद होने के अंतराल बेचना भी होता है इस प्रकार इंट्राडे ट्रेडिंग होती है
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए खरीदे गए शेयरों को 3:15 पर बेचना अनिवार्य हो जाता है यदि आपने 3:15 पर शेयर को नहीं बेचा तो वह मार्केट प्राइस पर ऑटो स्क्वायर ऑफ हो जाते हैं
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेहतरीन नियम
बताना चाहता हूं आपको शेयर बाजार की बहुत अच्छी समझ है तभी आप इंट्राडे ट्रेडिंग में कदम रखें अधिकांश व्यापारियों ने शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग में विशेष रुप से शुरुआती, शेयर बाजार में उच्च अस्थिरता के कारण इंट्राडे ट्रेडिंग में अपनी पूंजी खो देते हैं आमतौर पर शेयर बाजार में ट्रेडर्स के नुकसान, भय और लालच के कारण होता हैं क्योंकि शेयर बाजार बहुत ही चंचल होता है इंट्राडे ट्रेडिंग जोखिम से भरी होती है जबकि निवेश जोखिम से भरा नहीं है बस ज्ञान की कमी हो सकती है
इंट्राडे ट्रेडिंग के बुनियादी नियमों की सूची कुछ इस प्रकार है
1 बाजार में इंट्राडे के लिए समय बहुत महत्वपूर्ण है
2 पहले से ही योजना निवेश रणनीति बनाएं
3 छोटी मात्रा में इंट्राडे में निवेश करें
4 लालच और भय से दूर रहे
5 बाजार में पैसा कम समय ज्यादा वितीत करें
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयरों का चुनाव कैसे करें
शेयर बाजार मैं आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ रणनीति बताऊंगा। इंट्राडे के लिए शेयर चुनने के लिए सबसे पहले आपको लिक्विडिटी स्टॉक चुनना होगा। जबकि वोलेटाइल स्टॉक्स से दूरी बनाए रखना चाहिए। इंट्राडे के लिए कई सारे डे ट्रेडिंग स्टॉक स्टॉक चुनने के बजाए आप सिर्फ 3-4 अच्छे स्टॉक का चुनाव करना चाहिए। शेयर चुनते समय बाजार का ट्रेंड भी देखना चाहिए और उस कंपनी के बारे में आपको जानकारी भी होना चाहिए बेहतर होगा कि आप एक्सपर्ट से भी सलाह लेलें। ज्यादा लिक्विडिटी वाले स्टॉक में उतार चढ़ाव काफी जल्दी जल्दी होते हैं। पैसा लगाने से पहले आप लक्ष्य और स्टॉपलॉस जरूर तय करें। और ज्यादा लालच नहीं करें और जो भी मुनाफा मिले उसे लेकर निकल जाए। आप जो भी स्टॉक इंट्राडे के लिए चुने उसे पहले से ही अपने वॉच लिस्ट में ऐड करके उस पर नजर बनाए रखें
इंट्राडे ट्रेडिंग से कमाई के लिए 5 बेहतरीन शेयर
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए हाई लिक्विडिटी वाले शेयर निम्नलिखित हैं इन शेयरों में रोजाना उतार-चढ़ाव आता रहता है। शेयर बाजार की अच्छी समझ और कंपनी के बारे में पुख्ता जानकारी आपको इंट्राडे में पैसा बनाने में मदद करेगी।
- रिलायंस
- एचडीएफसी बैंक
- बजाज फाइनेंस
- डिविस लैब
- हिंदुस्तान युनिलीवर
इंट्राडे ट्रेडिंग नियमित शेयर बाजार में निवेश की तुलना में जोखिम भरा है. शुरुआती लोगों के लिए महत्वपूर्ण है कि वे वित्तीय कठिनाइयों का सामना किए बिना केवल उस राशि का ही निवेश करें जिसे खोने पर कोई दुख ना हो.
इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ और हानि
अक्सर इंट्राडे व्यापार शेयर बाजार में तुरंत लाभ अर्जित करने के लिए माना जाता है। इंट्राडे ट्रेडिंग से रोजाना आप अपने निवेश पर बहुत अधिक रिटर्न पा सकते हैं. इसके लिए आपको अपने वित्त का प्रबंधन भी करना होगा। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बहुत जल्दी जल्दी आते हैं इसी का इंट्राडे निवेशक फायदा उठाते हो और बाजार से लाभ अर्जित करते हैं
अगर बात करें इंट्राडे ट्रेडिंग से हानि की तो इंट्राडे ट्रेडिंग जोखिमों से भरी होती है यहां शेयर बाजार में उतार चढ़ाव बहुत जल्दी जल्दी आते हैं अगर आपकी रणनीति गलत साबित होती है तो आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है क्योंकि यह बाजार के अंतराल ही की जाने वाली ट्रेडिंग होती है इसे आप लंबे समय तक होल्ड नहीं कर सकते
Stock market में यदि आप सूझबूझ से अच्छे स्टॉक चुनकर ट्रेड करते हैं तो आप भी यकीनन intraday trading में लाभ अर्जित कर सकते हैं
भारतीय स्टॉक मार्केट में एक दिन में कितने ट्रेड कर सकते है ?
स्टॉक मार्केट में एक दिन में कितने ट्रेड किये जा सकते है ?
भारतीय स्टॉक मार्केट में एक दिन में कितने ट्रेड किये जा सकते है, ये एक बहुत बुनियादी और बहुत इम्पोर्टेन्ट सवाल है, खास तौर से उन सभी नए मार्केट प्रतिभागियों के लिए , जो स्टॉक मार्केट के बारे में नए है, अनुभव की कमी है, और वे सीखना चाहते है, और स्टॉक मार्केट में सौदे (ट्रेड) करके लाभ कमाना चाहते है,
तो इस सवाल का सीधा सीधा जवाब है – स्टॉक मार्केट में ट्रेड की संख्या पर कोई लिमिट नहीं है,
लेकिन अगर एक्सचेंज ने किसी वजह से किसी पर्टिकुलर स्टॉक के ट्रेड पर कुछ समय के लिए ब्रेक लगाया है, यानि अगर किसी स्टॉक में सर्किट लगा है तो आप उस स्टॉक को स्टॉक एक्सचेंज के निर्देशानुसार ही ट्रेड कर सकते है,
इसके आलावा भी, आज के इस पोस्ट में, मै आपसे इसी बुनियादी सवाल के जवाब के बारे में डिटेल में बात करने वाला हु, चलिए जानते है स्टॉक मार्केट में कितने तरह की ट्रेडिंग की जाती है,
स्टॉक मार्केट में कितने तरह की ट्रेडिंग होती है ?
भारतीय स्टॉक मार्केट में दो तरह की ट्रेडिंग की जाती है,
पहला – इंट्रा डे ट्रेडिंग,
जिन सौदों को DEMAT ACCOUNT में क्रेडिट नहीं लिया जाता है, और इस तरह के सौदे आम तौर पर जिस दिन कम्पलीट कर लिए डे ट्रेडिंग स्टॉक जाते है, यानि जिस दिन ख़रीदा उसी दिन बेचना, या फिर जिस दिन बेचा उसी दिन खरीदना,
आप इंट्रा डे के बारे में डिटेल में यहाँ पर क्लिक करके पढ़ सकते है – इंट्रा डे ट्रेडिंग,
दूसरा – डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग,-
Delivery based trading में सौदे को DEMAT ACCOUNT में क्रेडिट लिया जाता है, यानि स्टॉक पहले DEMAT ACCOUNT में क्रेडिट होते है, और उसके बाद ही उस सौदे को बेचा जा सकता है,
ध्यान दीजिए कि – डिलीवरी पर स्टॉक खरीदने पर वह स्टॉक आपके DEMAT ACCOUNT पर तुरंत क्रेडिट नहीं होता है, इसमें T+2 डे ट्रेडिंग स्टॉक DAYS का समय लगता है, यहाँ पर T से मतलब है, जिस दिन आपने स्टॉक ख़रीदा है, और उस दिन में 2 जोड़ने पर, जो दिन आता है, उस दिन शाम में वह शेयर आपके DEMAT ACCOUNT में क्रेडिट होता है,
जैसे – अगर आपने स्टॉक को सोमवार को खरीदने का आर्डर दिया है , तो स्टॉक ख़रीदे जाने का कन्फर्मेशन तो आपको आज ही मिल जाता है, और आपके अकाउंट से पैसे कट जाते है, लेकिन जो स्टॉक आपने डिलीवरी पे लिया है, वह आपके DEMAT ACCOUNT में T+2 , यानि सोमवार + 2 दिन यानी, बुधवार शाम को क्रेडिट होगा,
अब आते है, अपने मुख्य सवाल कि ये तो समझ लिया कि – स्टॉक मार्केट में दो तरह के ट्रेड होते है, लेकिन असली सवाल ये है कि – क्या एक दिन में किसी कितनी बार बार ट्रेड किये जा सकते है, तो आइए अब इसका जवाब समझते है,
स्टॉक मार्केट में एक दिन में कितने ट्रेड किये जा सकते है ?
भारतीय शेयर डे ट्रेडिंग स्टॉक बाजार में कितने तरह की ट्रेडिंग होती है,ये समझने के बाद अगर आप इसी सवाल को अलग अलग ट्रेड के बारे में पूछ सकते है कि , किस ट्रेड में कितने सौदे लिए जा सकते है,
तो सबसे पहले बात करते है –
इंट्रा डे ट्रेडिंग में एक दिन में कितने ट्रेड किये जा सकते है –
तो इसका जवाब है, इंट्रा डे में आप जितनी बार चाहे, सौदे कर सकते है, किसी तरह की कोई लिमिट नहीं है,
आप कोई शेयर तुरंत ख़रीदे तुरंत बेचे, फिर ख़रीदा फिर बेचा, फिर ख़रीदा फिर बेचा, और इस तरह आप जितनी चाहे उतनी बार कर ट्रेड कर सकते है,
ध्यान दीजिए की – इंट्रा डे में किये जाने वाले ट्रेड का आपके DEMAT ACCOUNT से कोई सम्बन्ध नहीं होता है, सिर्फ आपको इस बात का ध्यान रखना है कि – इंट्रा डे में सौदे के लिए आपके ट्रेडिंग अकाउंट में बैलेंस होना चाहिए,
एक और बात कि – आप इंट्रा डे में जैसे ही कोई स्टॉक खरीदते है, तो आपके ट्रेडिंग अकाउंट से स्टॉक के मूल्य का अमाउंट कट जाता है, और जैसे ही आप उसे बेचते है तो तुरंत ही बेचीं गई कीमत आपके ट्रेडिंग अकाउंट में तुरंत क्रेडिट हो जाती है,
और इस तरह, इंट्रा डे के अन्दर आप एक ही दिन में कितने भी सौदे कर सकते है,
सिर्फ आपको इस बात को ध्यान में रखना होता है कि – आप जिस स्टॉक का ट्रेड ले रहे है, उस स्टॉक में सर्किट न लगा हो,
डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग में एक दिन में कितने सौदे लिए जा सकते है,
तो इसका जवाब है, आप डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग में आप जितने चाहे उतने ट्रेड ले सकते है, यानि एक दिन में आप जितनी बार चाहे कोई स्टॉक खरीद सकते है,
लेकिन आप उस स्टॉक को सिर्फ तभी बेच पाएंगे जब वह आपके DEMAT ACCOUNT में क्रेडिट हो जाये,
यानि, आप एक दिन में आप जितने चाहे उतने डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग में खरीद दारी कर सकते है, लेकिन आप सिर्फ उन्ही शेयर को बेच सकते है जो आपके DEMAT अकाउंट में क्रेडिट हो,
एक और महत्वपूर्ण बात कि – कोई भी ट्रेड लेते समय ही आपको अपने स्टॉक ब्रोकर के दिए सॉफ्टवेयर को ये बताना होता है कि – आप वह ट्रेड इंट्रा डे में ले रहे है या डिलीवरी में,
इस पोस्ट से आपको क्लियर हो गया होगा कि – आप एक दिन में स्टॉक मार्केट में किस तरह के कितने ट्रेड ले सकते है,
आप इस पोस्ट के बारे में अपने सुझाव, सवाल और विचार को नीचे कमेंट करके जरुर बताये,
डे ट्रेडिंग स्टॉक
- सेंसेक्स 0.37 प्रतिशत और निफ्टी 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए
नई दिल्ली, 17 नवंबर (हि.स.)। वीकली एक्सपायरी के दिन घरेलू शेयर बाजार आज एक सीमित दायरे में कारोबार करता नजर आया। हालांकि आखिरी आधे घंटे के कारोबार में हुई जोरदार बिकवाली के कारण बाजार में तेज गिरावट भी आई। बिकवाली के दबाव की वजह से आज सेंसेक्स 0.37 प्रतिशत और निफ्टी 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।
वैश्विक दबाव के कारण आज शेयर बाजार में पिछले 2 दिन से जारी तेजी पर ब्रेक लग गया। आज बिकवाली के दबाव की वजह से निफ्टी और सेंसेक्स दोनों सूचकांकों के सभी सेक्टोरल इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट ऑटो इंडेक्स में दर्ज की गई, जबकि पावर, आईटी और कैपिटल गुड्स इंडेक्स के ज्यादातर शेयरों में भी तेज गिरावट का रुख बना रहा। इसके अलावा हेल्थकेयर, ऑयल एंड गैस और पीएसयू बैंक इंडेक्स में भी पूरे दिन के कारोबार के दौरान गिरावट का रुख बना रहा। इसी तरह मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी कमजोरी के साथ बंद हुए।
पूरे दिन हुए कारोबार में स्टॉक मार्केट में कुल 1,983 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें से 722 शेयर मुनाफा कमाकर हरे निशान में और 1,261 शेयर नुकसान उठाकर लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 8 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में और 22 शेयर बिकवाली के दबाव के कारण लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 17 शेयर हरे निशान में और 33 शेयर लाल निशान में बंद हुए।
वैश्विक स्तर पर बाजारों में बने दबाव की वजह से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने भी आज कमजोरी के साथ कारोबार की शुरुआत की। सेंसेक्स 168.36 अंक की डे ट्रेडिंग स्टॉक गिरावट के साथ 61,812.36 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होते ही शेयर बाजार में मामूली खींचतान की स्थिति बनती नजर आई, जिसके कारण शुरुआती कारोबार में इस सूचकांक में भी हल्का उतार-चढ़ाव होता रहा।
पहले आधे घंटे के कारोबार के बाद बाजार में तेज खरीदारी शुरू हुई, जिसकी वजह से थोड़ी देर में ही सेंसेक्स उछलकर 62 हजार अंक के स्तर को पार करके आज के सर्वोच्च स्तर 62,050.80 अंक तक पहुंच गया। लेकिन इसके बाद एक बार फिर बिकवाली का दबाव बनने की वजह से ये सूचकांक नीचे गिरकर लाल निशान में पहुंच गया। आज का कारोबार खत्म होने के आधा घंटा पहले तक शेयर बाजार एक सीमित दायरे में ही मामूली खरीद बिक्री के साथ कारोबार करता रहा।
शाम 3 बजे के करीब बाजार में तेज बिकवाली शुरू हो गई, जिसके कारण अगले 20 मिनट के कारोबार में ही सेंसेक्स 337.45 अंक लुढ़क कर आज के सबसे निचले स्तर 61,643.27 अंक तक पहुंच गया। हालांकि आखिरी 10 मिनट में हुई खरीदारी के सपोर्ट से इस सूचकांक ने निचले स्तर से थोड़ी रिकवरी करके 230.12 अंक की कमजोरी के साथ 61,750.60 अंक के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी आज 50.95 अंक की कमजोरी के साथ 18,358.70 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में निफ्टी भी मामूली उतार-चढ़ाव के साथ लाल निशान में ही आगे बढ़ता रहा। पहले आधे घंटे के कारोबार के बाद बाजार में हुई तेज खरीदारी के कारण ये सूचकांक रिकवरी करके आज के सबसे ऊपरी स्तर 18,417.60 अंक के स्तर पर पहुंच गया।
इसके बाद एक बार फिर बिकवाली का दबाव बनने की वजह से डे ट्रेडिंग स्टॉक ये सूचकांक गिरकर लाल निशान में आ गया। शाम 3 बजे तक निफ्टी सीमित दायरे में कारोबार करता रहा। बीच में कई बार खरीदारी करके निफ्टी को सहारा देने की कोशिश भी की गई, लेकिन बिकवाली के दबाव की वजह से ये सूचकांक लगातार लाल निशान में ही बना रहा।
शाम 3 बजे के बाद बाजार में शुरू हुई तेज बिकवाली के कारण निफ्टी में काफी तेज गिरावट का रुख बना, जिसके कारण ये सूचकांक 96.70 अंक की कमजोरी के साथ आज के सबसे निचले स्तर 18,312.95 अंक तक पहुंच गया। हालांकि कारोबार के आखिरी 10 मिनट में इंट्रा-डे सेटेलमेंट की वजह से हुई खरीदारी के कारण निफ्टी निचले स्तर से थोड़ा ऊपर उठकर 65.75 अंक की कमजोरी के साथ 18,343.90 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
दिन भर हुई खरीदारी के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स 2.14 प्रतिशत, अडाणी एंटरप्राइजेज 1.56 प्रतिशत, लार्सन एंड टूब्रो 1.30 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 0.68 प्रतिशत और भारती एयरटेल 0.59 प्रतिशत की मजबूती के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर टाइटन कंपनी 2.36 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.13 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 1.95 प्रतिशत, अपोलो हॉस्पिटल 1.76 प्रतिशत और आयशर मोटर्स 1.75 प्रतिशत की कमजोरी के साथ आज के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए।