खरीदें और रखें

Land Buying Tips: जमीन खरीदने का है प्लान तो इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान
Land Buying Tips: जमीन खरीदना भी कोई आसान बात नहीं है। मात्र पैसे दे देने से जमीन खरीदी नहीं जाती है। इसके नियम-कायदे और कुछ बातों का पता होना बेहद जरूरी है।
Land Buying Tips
अपना खुद का घर (Housing Tips) हो ये हर किसी का सपना होता है। फ्लैट्स (Flats) के इस दौर में अभी भी कई लोग जमीन खरीदने (Land Buying Tips) में विश्वास रखते हैं। जिससे वो अपने मन मुताबिक सपनों का घर तैयार कर सके। जबकि, फ्लैट्स में वो बात नहीं होती है। जमीन से बना घर और वो भी जब अपना हो तो उसकी बात ही कुछ और होती है। हालांकि, जमीन खरीदना भी कोई आसान बात नहीं है फ्लैट्स की तुलना में सबसे मुश्किल और जोखिम भरा होता है। अगर आप भी जमीन खरीदने की सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको कुथ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए। आज हम आपको जमीन खरीदने की कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिससे बाद में आपको किसी तरह की कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं.
जमीन खरीदने से पहले इन खास बातों का रखें ध्यान
1. जमीन के असली मालिक की जरूर करें पहचान
जमीन खरीदने से पहले ये जरूर जांच लें कि जिससे आप जमीन ले रहे हैं वो ही उस प्रॉपर्टी का असली मालिक है या नहीं। जमीन के मालिक के पास सभी दस्तावेज होंगे। अगर वो उस जमीन का फस्ट ऑनर नहीं है तो पिछली चैन में अन्य लोगों के नाम भी आपको दस्तावेज में मिल जाएंगे। इन दस्तावेजों को वकील से एक बार जरूर क्रॉस चैक करवा लें।
जमीन को खरीदने से पहले जगह का माप करना जरूरी है। इसके बाद ही अपने नाम पर रजिस्ट्रेशन करवाएं। इसके लिए खरीदार को मान्यता प्राप्त सर्वेक्षणकर्ता की सहयाता जरूर लेनी चाहिए।
3. ऐसे जानें थर्ड पार्टी का अधिकार
जमीन खरीदने से पहले स्थानीय अखबरों पर पब्लि नोटिस देकर प्रॉपर्टी के मालिक का पता लगाया जा सकता है। अगर कोई उस जमीन का मालिक होगा या किसी थर्ड पार्टी का भी उसमें अधिकार होगा, तो पब्लिक नोटिस खरीदें और रखें से इसकी जानकारी हो सकती है।
4. प्रॉपर्टी टैक्स
जमीन खरीदने से पहले प्रॉपर्टी टैक्स के बारे में जरूर जांच कर लें। आप जो जमीन खरीद रहे हैं उसका प्रॉपर्टी टैक्स भरा गया है या नहीं। इस वेरिफिकेशन में भी देखें री मूल रसीदें है या नहीं। साथ ही दर्शाती रेवेन्यू रिकॉर्डिंग में मालिक का नाम है या नहीं।
5. दस्तावेजों का वेरिफिकेशन
जमीन खरीदने से पहले उससे जुड़े सभी दस्तावेजों को अच्छे से जांच लें। इसके लिए वकील की मदद जरूर लें। इसमें सबसे अहम टाइटल दस्तावेज होते हैं। जमी का सौदा हो जाए को विक्रेता से प्रॉपर्टी के सभी दस्तावेज लें और उन्हें अपने पास संभालकर रखें।
अगर आप धनतेरस पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदने जा रहे हैं, तो इन बातों का रखें ध्यान
22 अक्टूबर 2022 को धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है.
धनतेरस के दिन लक्ष्मी गणेश की मूर्ति खरीदना शुभ माना जाता है.
धनतेरस के दिन लक्ष्मी गणेश की मूर्ति खरीदकर दिवाली के दिन उनकी पूजा की जाती है.
सनातन हिंदू धर्म में कई त्योहार मनाये जाते हैं, उन्हीं त्योहारों में से एक है दिवाली (Diwali). दिवाली को हिंदू धर्म (Hindu Religion) का महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है. दिवाली की शुरुआत धनतेरस (Dhanteras) से होती है. धनतेरस का त्योहार कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह त्योहार 22 अक्टूबर 2022 को पड़ रहा है. इस दिन से 5 दिन का दिवाली पर्व शुरू हो जाता है. दिवाली पर लक्ष्मी गणेश (Laxmi Ganesh Puja) की पूजा की जाती है. धनतेरस के दिन लक्ष्मी गणेश की मूर्ति खरीदना शुभ माना जाता है. अगर आप भी दिवाली पूजा के लिए धनतेरस के दिन लक्ष्मी गणेश की मूर्ति लेने जा रहे हैं तो इन बातो का खास ध्यान रखें इससे आपकी पूजा सफल होगी.
लक्ष्मी गणेश की मूर्ति खरीदते समय इन बातों का रखें खास ध्यान
1. बैठी मुद्रा वाली मूर्ति खरीदें
लक्ष्मी गणेश की मूर्ति हमेशा बैठी मुद्रा में खरीदनी चाहिए.इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी खड़ी मुद्रा वाली मूर्ति को नहीं खरीदना चाहिए.
2. कैसी हो गणेश जी की सूंड़
जब आप लक्ष्मी गणेश की मूर्ति खरीद रहे हो तो इस बात का खास ध्यान रखें कि गणेश जी की सूंड़ में दो खरीदें और रखें घुमाव न हों और सूंड़ बांए ओर मुड़ी हुई हो. ऐसी मूर्ति की पूजा करने से गणेश जी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं.
3.कमल पर विराजमान लक्ष्मी जी की मूर्ति खरीदें
लक्ष्मी जी की मूर्ति लेते समय ध्यान रखें कि मां लक्ष्मी कमल के फूल पर विराजमान हों, हाथ वर मुद्रा में हों और धन वर्षा हो रही हो. ऐसी मूर्ति की पूजा करने से धन खरीदें और रखें की कमी नहीं होती.
4. गणेश जी के साथ उनका मूषक जरूर हो
जब आप भगवान गणेश की मूर्ति खरीद रहे हो तो ध्यान रहे कि उनके साथ मूषक यानी उनका चूहा जरूर हो. मूर्ति में यदि मूषक न हो तो उस मूर्ति को अशुभ माना खरीदें और रखें माना जाता. मूषक की सवारी करते हुए गणेश जी की मूर्ति को शुभ माना जाता है. और इसकी पूजा करने से भक्त खरीदें और रखें को शुभ फल की प्राप्ति होती है.
5. लक्ष्मी गणेश की जुड़ी हुई मूर्ति न खरीदें
ध्यान रहे कि लक्ष्मी गणेश की एक साथ खरीदें और रखें जुड़ी हुई मूर्ति कभी भी न खरीदें. इसे अशुभ माना जाता है. हमेशा उन दोनों की अलग अलग मूर्ति ही खरीदें.
6. मां लक्ष्मी की उल्लू पर सवार मूर्ति न खरीदें
जब आप मां लक्ष्मी की मूर्ति खरीद रहे हैं तो ध्यान रखें कि वो उल्लू पर सवार न हों. ऐसी मूर्ति को काली लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है.
7. लक्ष्मी गणेश की मूर्ति इस दिशा में करें स्थापित
जब आप लक्ष्मी गणेश की मूर्ति को स्थापित कर रहे हो तो ध्यान रहे कि मूर्ति पूर्व दिशा की ओर या फिर घर के मध्य स्थान पर रखें और फिर पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा करें.
अगर आप ऊपर दी गई बातों का खरीदें और रखें ध्यान रखते हुए लक्ष्मी गणेश की मूर्ति खरीदते हैं तो उनकी पूजा करने से आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
दुधारू पशु कैसे खरीदें? पशु खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
Precaution for Buying Dairy Animals: पशुपालन (animal husbandry) किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने का सबसे अच्छा विकल्प है। खेती के साथ पशुपालन करने पर किसानों को अच्छी आमदनी होती है। पशुपालन एक ऐसा कृषि व्यवसाय है जिसे भूमिहीन किसान भी कर सकते हैं। पशुपालन करने से किसानों को दूध के साथ-साथ गोबर की खाद भी मिल जाती है।
पशुपालन से पहले किसानों को पशु खरीदने के लिए कई बातों का ध्यान रखना होता है। स्वस्थ पशु किसान को अधिक दूध और अच्छा लाभ मिलता है।
तो आइए, द रूरल इंडिया के इस लेख में जानें, पशु खरीदने से पहले किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
शारीरिक बनावट ( physical appearance)
तिकोने आकार की गाय,भैंस दुधारू होती है
अगला हिस्सा पतला, पिछला हिस्सा चौड़ा हो
पशु की चमड़ी पतली,चिकनी और अयन चौड़ा हो
आंख चमकीली और दोष रहित हो
स्वास्थ परीक्षण ( health test)
आसपास के लोगों से पूछताछ कर बीमारी, टीकाकरण का पता लगा सकते हैं, जिससे अच्छा स्वास्थ्य हो सकता है।
पशु प्रत्येक वर्ष बच्चा देने वाला हो, उसे किसी भी तरह का गर्भपात,जेर न डालना आदि समस्या न हो।
दूसरे या तीसरे ब्यांत का ही पशु खरीदें, एक महीने की ब्याही हुई अच्छी है।
बच्चा भी मादा हो तो अच्छा है।
दूध क्षमता ( milk capacity)
पशु का दूध तीन बार निकाल कर देखें, व्यापारी चालाक है, वह आपको एक बार ही दूध निकाल कर दिखाते हैं।
वंशावली पत्रिका मिल जाए तो पशु के आसपास का वातावरण आसानी से पता चल जाएगा।
अच्छे डेयरी फार्म पर खरीदें और रखें वंशावली चयन पत्रिका मिल सकती है।
पशु की उम्र दांत देखकर ( seeing animal's age teeth)
दांतों से आप सही उम्र जान सकते हैं, दांतों का पहला स्थाई जोड़ा दो साल की उम्र में बनता है।
दूसरा जोड़ा चौथी साल के अंत में निकलता है, जिससे नए पुराने पशु के बारे में पता चल सकता है।
सींग के छल्लों द्वारा उम्र ज्ञात करना ( horn rings)
पहला छल्ला पशु के सींग पर 3 साल की उम्र में बनता है
इसके बाद प्रतिवर्ष एक छल्ला बनता है।
सींग पर बने छल्लों की संख्या में दो जोड़कर, पशु की उम्र पता कर सकते हैं
अयन की जांच ( ion's test)
खरीदते समय थन की बारीकी से जांच करें, जिससे थन में थन में गांठ, सूजन,का पता चल सके।
Vastu Shastra: प्लॉट खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, घर खरीदें और रखें के निर्माण में नहीं आती कोई बाधा
आप जो भी भूमि खरीद रहे हैं, ध्यान दें की उसके कोने कटे ना हों। साथ ही प्लॉट के आसपास कोई दलदली भूमि भी ना हो।
प्लॉट खरीदते समय उसके वास्तु शास्त्र का जरूर ध्यान रखना चाहिए
अक्सर लोग बिना सोचे समझे प्लॉट खरीद लेते हैं और उस पर अपना घर बना लेते हैं, जिसके कारण जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जानकार मानते हैं, इसकी वजह वास्तु दोष हो सकता है। इसलिए कोई भी प्लॉट खरीदने से पहले वास्तु शास्त्र का ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है। अगर प्लॉट खरीदते वक्त ही वास्तु के नियमों का पालन किया जाए तो घर का वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहता है।
इसलिए अगर घर बनाने के लिए प्लॉट खरीदना चाहते हैं तो वास्तु शास्त्र का विशेष रूप से ध्यान रखें। ऐसा करने से आपके घर में हमेशा खुशहाली बनी रहेगी।
दिशा का रखें ध्यान: वास्तु शास्त्र में 10 दिशाएं मानी गई हैं। प्लॉट का फ्रंट यानी मुख्यद्वार अगर उत्तर से पूर्व तक की दिशा में हो तो यह बेहद ही शुभ माना खरीदें और रखें जाता है। इसके अलावा अगर प्लॉट की उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में अधिक हो तो ऐसी भूमि शुभ मानी जाती है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम की दिशा को भी प्लॉट खरीदने के लिए बेहतर बताया गया है।
साल के आखिरी 25 दिनों में इन 4 राशियों के लोगों की बदल सकती है किस्मत, जानिये कहीं आपकी राशि तो नहीं शामिल
Horoscope 2022: नवंबर माह के बचे हुए 13 दिनों में कुछ खास हो सकता है घटित, जानिए क्या कहता है आपका राशिफल
Diabetes Control Tips: सर्दी में डायबिटीज के मरीजों की शुगर को कंट्रोल करती है विटामिन डी से भरपूर ये सब्जी, जानिए फायदे
प्लॉट के सामने ना हो कोई बड़ा निर्माण: वास्तु शास्त्र के मुताबिक प्लॉट के आगे कोई बड़ा निर्माण नहीं होना चाहिए। क्योंकि बड़े घर या फिर बिल्डिंग की छाया भूमि पर पड़ना शुभ नहीं माना जाता। इसके अलावा कोई बड़ा पेड़ भी घर के मुख्द्वार के सामने नहीं होना चाहिए। आप चाहें तो दक्षिण दिशा में पौधारोपण कर सकते हैं।
प्लॉट खरीदने से पहले करें ये उपाय: आप प्लॉट खरीदने से पहले उसमें एक गड्ढा खोद लें और फिर उसे पानी से भर दें। अगले दिन जाकर गड्ढे को देखें, अगर उसमें पानी पूरी तरह से सूख गया है तो ऐसे प्लॉट को लेने से बचें। वहीं अगर गड्ढे में पानी बचा है तो उसे तुरंत खरीद लें। क्योंकि ऐसी भूमि अच्छी मानी जाती है।
ना कटे हों प्लॉट के कोने: वास्तु शास्त्र के मुताबिक आप जो भी भूमि खरीद रहे हैं, ध्यान दें की उसके कोने कटे ना हों। साथ ही प्लॉट के आसपास कोई दलदली भूमि भी ना हो।
Vastu Tips: घर में लगे आईने की दिशा भी चमका सकती है किस्मत, शीशा खरीदें तो ये रखें सावधानी
Vastu tips for placing mirrors at home । वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में रखी सभी वस्तुओं को हमारे जीवन में कुछ न कुछ प्रभाव जरूर होता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक हर वस्तु की अपनी एक आकर्षण शक्ति व ऊर्जा होती है, जो हमारे ऊपर असर जरूर डालती है। इसलिए यदि आप घर के लिए खरीदें और रखें कोई भी वस्तु खरीदते है तो उसके प्रभावों के बारे में भी जरूर जान लेना चाहिए। वास्तु के अनुसार बहुत सी चीजें आपके घर और जीवन में सुख-समृद्धि लाती हैं। वहीं कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जिन्हें सही जगह न रखने से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इन्हीं चीजों में एक घर में लगा हुआ आईना भी शामिल है, जिस यदि घर में सही दिशा में लगाया जाए तो किस्मत में बड़ा उलटफेर हो सकता है।
आईना लगाने को लेकर वास्तु नियम
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में रखा गया दर्पण पलभर में आपकी किस्मत में बड़ा बदलाव कर सकता है। दरअसर शीशा लाने और लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आपके लिए जरूरी है, क्योंकि अगर आप गलत दिशा में आवेदन करते हैं तो इससे नकारात्मकता के साथ-साथ आर्थिक परेशानी भी हो सकती है। घर में शीशा लगाते समय सही दिशा का पता होना चाहिए और शीशा हमेशा घर की पूर्व और उत्तर की दीवार पर लगाना चाहिए।
धुंधला या टूटा हुआ आईना घर में न लगाएं
वास्तु शास्त्र मुताबिक घर में कभी भी टूटा या टूटा हुआ शीशा नहीं रखना चाहिए। साथ ही धुंधला दिखने वाला शीशा न लगाएं, इसलिए समय-समय पर कांच को साफ करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा अपने शयनकक्ष में भी शीशा कभी भी बेड के ठीक सामने नहीं लगाना चाहिए। अगर कमरे में जगह कम होने के कारण शीशा बिस्तर के सामने है तो सोने से पहले उसे ढक देना चाहिए क्योंकि सोते समय शीशे पर परछाई देखना शुभ नहीं माना जाता है।
'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता खरीदें और रखें इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'