विशेषज्ञ राय

ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी हो गईं क्रैश

ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी हो गईं क्रैश
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क्रिप्टो निवेशकों का हुआ ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी हो गईं क्रैश बुरा हाल, डिजिटल करेंसी में आई भारी गिरावट

डिंपल अलावाधी

हाल ही में इटली के मशहूर लग्जरी ब्रांड गुची के अमेरिका स्थित कुछ स्टोर्स में ग्राहकों को क्रिप्टोकरेंसी से खरीदारी करने की अनुमति दी गई थी।

Cryptocurrency market crash on 9 may 2022 know latest crypto price

  • पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज लगातार बढ़ रहा है।
  • वित्त मंत्री ने डिजिटल एसेट्स से आय पर टैक्स लगाने की घोषणा की थी।
  • क्रिप्टोकरेंसी की कीमत गिरने से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।

नई दिल्ली। आज सोमवार को ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भारी गिरावट आई। इससे निवेशकों को क्रिप्टो में निवेश करने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। टॉप-10 डिजिटल करेंसी में से ज्यादातर करेंसी में गिरावट दर्ज की गई। आज शाम 4:40 बजे दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में से एक बिटकॉइन (Bitcoin) में 5.36 फीसदी की गिरावट आई। अब इसकी कीमत (Bitcoin Price) 33,000 डॉलर से भी नीचे आ गई है।

ग्लोबल मार्केट कैप में आई कमी
इस दौरान क्रिप्टो मार्केट का ग्लोबल मार्केट कैप कम होकर1.50 खरब डॉलर हो गया है। पिछले 24 घंटों में इसमें 5.68 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं इस अवधि में क्रिप्टो बाजार का वॉल्यूम, यानी कारोबार किए गए सिक्कों की कुल राशि 4.47 फीसदी बढ़ा और 104.24 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

आइए जानते हैं आज शाम 4:40 बजे टॉप क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में पिछले 24 घंटों में कितना बदलाव आया है।

  • पिछले 24 घंटों में बिटकॉइन 5.36 फीसदी गिरकर 32934.50 डॉलर पर पहुंच गई।
  • इथेरियम में 7.28 फीसदी की गिरावट आई और यह 2383.78 डॉलर पर पहुंच गया।
  • टेथर सपाट स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसकी कीमत 1 डॉलर है।
  • बीएनबी 8.15 फीसदी लुढ़ककर 329.58 डॉलर पर पहुंच गया।
  • यूएसडी कॉइन में 0.01 फीसदी की मामूली गिरावट आई और 1 डॉलर पर पहुंच गई।
  • XRP में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। यह 7.43 फीसदी लुढ़ककर 0.5333 डॉलर पर पहुंच गया।
  • सोलाना भी 9.88 फीसदी फिसली और 71.35 फीसदी पर पहुंच गई।
  • कार्डानो में सबसे ज्यादा यानी 12 फीसदी से भी ज्यादा की गिरावट आई। इसका दाम 0.6587 डॉलर है।
  • टेर्रा 4.79 फीसदी लुढ़ककर 61.08 डॉलर पर है।
  • वहीं टेर्रा यूएसडी 0.10 फीसदी महंगा होकर 0.9963 डॉलर ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी हो गईं क्रैश ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी हो गईं क्रैश के स्तर पर पहुंच गया।

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Cryptocurrency : कितना सुरक्षित है क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना? कितना है प्रॉफिट और क्या हैं रिस्क? पढ़ें

Cryptocurrency Investment : क्या क्रिप्टोकरेंसी एक सुरक्षित निवेश का माध्यम बन सकती है? हां, क्रिप्टो कॉइन्स में निवेश से ज्यादा रिटर्न मिलता है, लग गए तो ज्यादा प्रॉफिट है, लेकिन इसमें उतना ही खतरा भी है, बाजार में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी हो गईं क्रैश रहता है और मार्केट कभी-कभी अचानक से क्रैश भी हो सकता है.

Cryptocurrency : कितना सुरक्षित है क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना? कितना है प्रॉफिट और क्या हैं रिस्क? पढ़ें

Cryptocurrency Investment : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के जबरदस्त लाभ और अपने खतरे भी हैं.

Cryptocurrency का क्रेज़ अब इलॉन मस्क और जैक डॉर्सी जैसे बड़े बिजनेसमेन से लेकर आम निवेशकों के बीच साफ दिख रहा है. हमारा भविष्य डिजिटल की दुनिया में होगा, इस विचार को काफी बड़े स्तर पर अपनाया जा रहा है, लेकिन एक मूलभूत सवाल रह जाता है- क्या क्रिप्टोकरेंसी एक सुरक्षित निवेश का माध्यम (Crypto Investment) बन सकती है? हां, क्रिप्टो कॉइन्स में निवेश से ज्यादा रिटर्न मिलता है, लग गए तो ज्यादा प्रॉफिट है, लेकिन इसमें उतना ही खतरा भी है, बाजार में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव रहता है और मार्केट (Cryptocurrency Market Today) कभी-कभी अचानक से क्रैश भी हो सकता है. ऐसे में ये कैसे तय करें कि इसमें निवेश करना चाहिए या नहीं.

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सबसे पहले आपको ये बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी को भारत में कानूनी वैधता नहीं मिली हुई है. नहीं, ऐसा नहीं है कि क्रिप्टो में निवेश अवैध है, ऐसा नहीं है. लेकिन, यह कोई लीगल टेंडर नहीं है, इसपर कोई सरकारी रेगुलेशन नहीं है और अधिकतर देशों में यही स्थिति है. इन्हें ऑनलाइन माइनिंग करके जेनरेट किया जाता है, अधिकतर जेनरेशन प्राइवेट होते हैं और इन कॉइन्स से ट्रांजैक्शन और मॉनेटरी सिस्टम में कितनी अस्थिरता आ सकती है, इसपर भी कोई साफ तस्वीर नहीं है. शायद इसलिए भी भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि वो अपना खुद का क्रिप्टो कॉइन चरणबद्ध तरीके से लॉन्च कर सकता है.

क्रिप्टो कॉइन में निवेश करना अवैध नहीं है और देश में पहले ही बहुत से ऑनलाइन क्रिप्टो एक्सचेंज काम कर रहे हैं. क्रिप्टो एक्सचेंज पर क्रिप्टो ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट होती है.

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के लाभ

सबसे पहली बात, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश आपको, बाकी के हमारे ट्रेडिशनल इन्वेस्टमेंट टूल्स या निवेश के माध्यमों से कहीं ज्यादा बेहतर रिटर्न दे सकता है. इस साल के पहले चार महीनों में क्रिप्टो बाजार ने ऐतिहासिक तेजी देखी है. इस दौरान निवेशकों ने जबरदस्त पैसा बनाया. इसे आंकड़ों में समझिए. दुनिया की सबसे पॉपुलर और सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने वित्त वर्ष 2020-21 में 800 फीसदी का रिटर्न दिया है. अप्रैल, 2020 में यह 6,640 डॉलर के रेट पर ट्रेड कर रहा था और फिर एक साल की अवधि में यानी अप्रैल, 2021 तक यह 65,000 डॉलर पर पहुंच गया. बिटकॉइन के अलावा और भी कई अन्य क्रिप्टो कॉइन्स में जबरदस्त उछाल आई और निवेशकों ने बढ़िया रिटर्न कमाया.

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क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के खतरे

इस साल अप्रैल में बाजार ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंचा था. लेकिन अप्रैल के अंत में क्रिप्टो मार्केट क्रैश हो गया. अधिकतर करेंसी की वैल्यू गिर गई. बिटकॉइन $30,000 के अंदर आ गया. हालांकि फिलहाल यह $40,000 के लेवल तक रिकवर कर चुका है.

ऐसे में यह समझना जरूरी है कि क्रिप्टो कॉइन्स बहुत ही ज्यादा वॉलटाइल यानी उतार-चढ़ाव का शिकार होती हैं और निवेश के पैसे डूबने का खतरा रहता है. दूसरी कमी यह है कि आप क्रिप्टोकरेंसी को हर जगह फ्लैट करेंसी यानी कि रुपया, डॉलर वगैरह की तरह इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. फिलहाल ऐसी बहुत कम जगहें हैं, जहां आप क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट के लिए इस्तेमाल कर सकें यानी कि इसे रुपये के अल्टरनेट की तरह इस्तेमाल कर सकें. ऊपर से इसपर कोई सरकारी रेगुलेशन नहीं है, तो वो किसी अप्रत्याशित स्थिति को न्यौता दे सकता है.

एक और चीज है, क्रिप्टो मार्केट को बड़े बिजनेसमेन और इलॉन मस्क जैसे टेक टाइकून्स लोग प्रभावित करते हैं. इलॉन मस्क पहले बिटकॉइन को सपोर्ट करते थे, लेकिन बाद में उन्होंने डॉजकॉइन को समर्थन देना शुरू कर दिया. इससे डॉजकॉइन की कीमतें उछल गईं.

कितनी सुरक्षित हैं क्रिप्टोकरेंसी और क्या है इन्हें लेकर धारणा

अगर क्रिप्टोकरेंसी की सिक्योरिटी की बात करें तो यह काफी सुरक्षित होती है. एन्क्रिप्शन टेक्नीक- क्रिप्टोग्राफी- से इन्हें सुरक्षित रखा जाता है. वहीं क्रिप्टो वॉलेट्स भी होते हैं, जहां आपको हॉट, कोल्ड और पेपर वॉलेट्स मिलते हैं. क्रिप्टो के ट्रांजैक्शन में कोई बिचौलिया या मध्यस्थ शामिल नहीं होता है, जो अच्छी चीज है. अगर इन्हें अपनाने की बात करें तो कुछ देश और कई बड़ी कंपनियां हैं, जो क्रिप्टो कॉइन्स और टोकन्स को मान्यता देने पर विचार कर रही हैं. अल सल्वाडोर ने तो इसे लीगल टेंडर बनाने की घोषणा कर दी है. अगर भारत की बात करें तो डेकोर ब्रांड Rug Republic ने कुछ हफ्ते पहले ही क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट लेने ी घोषणा कर दी है.

Cryptocurrency की दुनिया में भूचाल! रिकॉर्ड हाई से 50% लुढ़का बिटकॉइन, जानें क्या है वजह?

Cryptocurrency News: क्रिप्टकरेंसी की दुनिया में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। पिछले कुछ समय से बिटकॉइन (Bitcoin) समेत अन्य टोकन में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। शनिवार को क्रिप्टो मार्केट में.

Cryptocurrency की दुनिया में भूचाल! रिकॉर्ड हाई से 50% लुढ़का बिटकॉइन, जानें क्या है वजह?

Cryptocurrency News: क्रिप्टकरेंसी की दुनिया में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। पिछले कुछ समय से बिटकॉइन (Bitcoin) समेत अन्य टोकन में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। शनिवार को क्रिप्टो मार्केट में जबरदस्त उथल-पुथल (Crypto market crash) का माहौल रहा। दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल करेंसी बिटकॉइन में भारी गिरावट दर्ज की गई।

बिटकॉइन नवंबर में अपने पीक पर था, तब से अब तक यह 45% नीचे आ चुका है। इस गिरावट के बाद बिटकॉइन के मार्केट वैल्यू में 600 बिलियन डॉलर से अधिक की कमी दर्ज की गई है। वहीं, कुल क्रिप्टो मार्केट को 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है। बेस्पोक इन्वेस्टमेंट ग्रुप के अनुसार, बिटकॉइन और टोटल क्रिप्टो बाजार दोनों के लिए यह बड़ी गिरावट आई है। डॉलर के संदर्भ में इसे दूसरी सबसे बड़ी गिरावट कह सकते हैं।

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35,000 डॉलर से नीचे आया भाव
coinmarketcap के मुताबकि, शनिवार शाम 5.15 बजे, बिटकॉइन की कीमत 9.92% से अधिक टूट गई और 35000 डॉलर से गिरकर जुलाई के बाद के अपने निचले स्तर पर आ गई है। वहीं, पिछले सात दिनों में यह करेंसी 18.81% से अधिक टूटा है। बिटकॉइन के बाद दूसरी सबसे बड़ी करेंसी एथेरियम में 15.53% की गिरावट देखी जा रही है। इस गिरावट के बाद एथेरियम 2,400 डॉलर के निचे ट्रेड कर रहा है। पिछले सात दिनों में इस टोकन में 28 फीसदी तक की कमी आई है। इसी के साथ इसका मार्केट कैप 290,273,315,288 डॉलर पर आ गया।

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ये है गिरावट की वजह
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी को भारी नुकसान हुआ। यह गिरावट महंगाई दर, लिक्विडिटी और US फेडरल रिजर्व के अगले कदम को लेकर आशंकाओं के कारण है। वहीं एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू में गिरावट की प्रमुख वजह रूस के केंद्रीय बैंक द्वारा देश में इनकी माइनिंग पर बैन लगाने का प्रस्ताव है। बता दें कि रूस के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को वित्तीय स्थिरता, नागरिकों की भलाई और इसकी मौद्रिक नीति संप्रभुता के लिए खतरों का हवाला देते हुए रूसी क्षेत्र में क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल और माइनिंग पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है। रूस का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग या आतंकवाद के वित्तपोषण में किया जा सकता है।

Bitcoin में भारी गिरावट, कीमत 19,000 डॉलर के नीचे आई, हाई से 70 फीसदी घटी वैल्यू

Bitcoin की कीमत नवंबर 2021 में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी. तब एक Bitcoin की कीमत 69,000 डॉलर पार कर गई थी.

Bitcoin की कीमत नवंबर 2021 में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी. तब एक Bitcoin की कीमत 69,000 डॉलर पार कर गई थी.

Bitcoin की कीमत नवंबर 2021 में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी. तब एक Bitcoin की कीमत 69,000 डॉलर पार कर गई थी. एक साल . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 19, 2022, 11:08 IST

Cryptocurrency Price update: क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की हालत इस समय पस्त है. क्रिप्टो मार्केट लगभग क्रैश हो गया है. सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत 20,000 डॉलर के अपने अहम सपोर्ट लेवल से नीचे चली गई है. आज रविवार को एक बिटकॉइन की कीमत 18,487 डॉलर पर चल रही है. यानी अपने पीक से इस करेंसी की वैल्यू 70 फीसदी गिर चुकी है. यही हालत ज्यादातर बड़ी करेंसी का है.

Bitcoin की कीमत नवंबर 2021 में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी. तब एक Bitcoin की कीमत 69,000 डॉलर पार कर गई थी. एक साल के अंदर ही यह सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 70 फीसदी गिरकर 20 हजार डॉलर के नीचे आ गई है. मतलब अगर तब आप एक लाख रुपए इसमें लगाए होते तो आज आपका निवेश 30 हजार रुपए से भी कम हो गया होता.

क्रिप्टो मार्केट कैप का बुरा हाल
क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप इस समय 1 लाख करोड़ डॉलर के नीचे आ गया है. आज रविवार को क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 822 अरब डॉलर है. इसी महीने मार्केट कैप एक लाख करोड़ से नीचे आया है. coinmarketcap.com के मुताबिक क्रिप्टो मार्केट कैप 3 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच गया था. यानी अपने हाई से इसमें 2 ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी हो गईं क्रैश लाख करोड़ डॉलर की गिरावट आई है. यह आंकड़ा ज्यादातर देशों की जीडीपी से भी ज्यादा है.

मात्र दस दिन में 22 लाख करोड़ से ज्यादा डूबे
सिर्फ बीते 10 दिनों का बात करें तो क्रिप्टो निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. बीते 10 दिनों में क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप लगभग 30 हजार करोड़ डॉलर यानी 22 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा साफ हो चुका है. 10 दिन के अंदर ही सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin और दूसरी बड़ी करेंसी इथेरियम 30 फीसदी से ज्यादा टूट चुकी हैं. इसी बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि क्रिप्टो मार्केट के क्या हालात हैं.

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्रिप्टो मार्केट का बबल फूट रहा है. इसकी कीमतों में बेतहाशा तेजी देखने को मिली थी. निवेशकों को ऐसे किसी भी निवेश में पैसा लगाने से बचना चाहिए. यह एक जुए जैसा मामला है. अगर आप इसमें पैसा लगा भी रहे हैं तो उतना ही लगाए जितना आपकी जेब से गिर जाए तो आपको बहुत दिकक्त न हो.

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क्रिप्टोकरेंसी और गोल्ड में निवेश को लेकर हैं कन्फ्यूजन, जानिए किसमें इन्वेस्ट दे सकता है ज्यादा फायदा?

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर कन्फ्यूजन बनी रहती है और ज्यादातर लोग गोल्ड में निवेश की योजना बनाते हैं. जानें आप के लिए क्या है फायदेमंद.

क्रिप्टोकरेंसी और गोल्ड में निवेश को लेकर हैं कन्फ्यूजन, जानिए किसमें इन्वेस्ट दे सकता है ज्यादा फायदा?

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग अब आम बात हो गई है.

खास बातें

  • यदि आप जनवरी में Bitcoin में निवेश करते तो आपको 30 प्रतिशत रिटर्न मिलता
  • Dogecoin ने भी जनवरी की तुलना में दिया है 100 प्रतिशत का रिटर्न
  • जनवरी 2021 की तुलना में सोने के भाव में मामूली बढ़तोरी हुई है

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर कन्फ्यूजन बनी रहती है और ज्यादातर लोग गोल्ड में निवेश की योजना बनाते हैं. हां ये सच है कि क्रिप्टो के भविष्य को निर्धारित नहीं ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी हो गईं क्रैश किया जा सकता, लेकिन गोल्ड के अलावा इसमें निवेश करना भी फायदेमंद हो सकता है. क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग अब आम बात हो गई है. इस अस्थिर बाजार में निवेशकों की भीड़ बढ़ती जा रही है, जबकि हम यह भी जानते हैं कि क्रिप्टो बाज़ार के भविष्य की भविष्यवाणी करना बेहद मुश्किल है. बिटकॉइन (Bitcoin) और इथेरियम (Ethereum) के साथ-साथ मीम करेंसी डॉजकॉइन (Dogecoin) ने इस साल जबरदस्त बढ़ोतरी देखी, लेकिन हाल ही में मार्केट क्रैश हुआ और सभी क्रिप्टोकरेंसी अपने आधे दाम पर आ गई.

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यही इस बाज़ार की खासियत है. यहां आप रातो-रात अमीर भी बन सकते हैं या आपके साथ इसका विपरीत भी हो सकता है. यही कारण है कि अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो क्रिप्टोकरेंसी के लंबे और उज्वल भविष्य को लेकर आश्वस्त नहीं हैं और इसके बजाय वे सोने पर निवेश करना बेहतर समझते हैं. सोना मुद्रा अवमूल्यन (डीवैल्युएशन) और अस्थिरता के खिलाफ एक पारंपरिक बचाव है. तो, ऐसे में बेहतर निवेश क्या है? दूसरे शब्दों में, आइए देखें कि इनमें से कौन सी संपत्ति आज आपको अमीर बनाती अगर आपने इस साल की शुरुआत में निवेश किया होता.

Bitcoin, पिछले पूरे साल "डिज़िटल गोल्ड" के रूप में जाना गया, क्योंकि COVID-19 महामारी के दौरान जब पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था डामाडोल थी, तब यह डिज़िटल करेंसी अपने चरम पर थी. इस क्रिप्टोकरेंसी ने 2021 की शुरुआत में लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप प्राप्त की और प्रतिद्वंद्वी के रूप में इसकी तुलना सीधा सोने से होने लगी. लेकिन फिर, बाजार क्रैश हो गया और इस साल मई में इसकी कीमत दो महीने पुरानी कीमत पर आ गई.

CoinMarketCap के मुताबिक, इस साल 1 जनवरी को भारत में बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin price in India) 29,300 डॉलर (21.38 लाख रुपये) से कुछ ज्यादा थी. इस रिपोर्ट को लिखे जाने तक, यह लगभग 37,600 डॉलर (27.44 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा था, जो बाजार में गिरावट के बावजूद लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि थी.

वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3 जून को सोने का भाव 1,904.36 डॉलर (करीब 1.39 लाख रुपये) प्रति आउंस (31 ग्राम) था. मंगलवार (1 जून) को सोने की कीमत 8 जनवरी के बाद के अपने उच्चतम स्तर 1,916.40 डॉलर (करीब 1.39 लाख रुपये) पर पहुंच गई थी. Goldprice.org के अनुसार, 1 जनवरी से 4 जून के बीच, सोने की कीमत लगभग 1,893.66 डॉलर (करीब 1.38 लाख रुपये) प्रति आउंस पर स्थिर थी.

यदि आपने 1 जनवरी को दोनों में से प्रत्येक में 10,000 रुपये का निवेश किया होता, तो आपका बिटकॉइन निवेश आज 30 प्रतिशत बढ़कर 13,000 रुपये हो जाता, लेकिन सोने में आपका निवेश काफी हद तक उतना ही रहता.

इसे और मज़ेदार बनाने के लिए इस तरह देखते हैं. यदि आपने 1 जनवरी को मीम करेंसी डॉजकॉइन में 10,000 रुपये का निवेश किया होता, तो आज, 4 जून को आपका निवेश 100 गुना बढ़ गया होता. CoinMarketCap के अनुसार, भारत में डॉजकॉइन की कीमत (Dogecoin price in India) 1 जनवरी को $0.004 (लगभग 0.30 रुपये) से बढ़कर 4 जून को 0.39 डॉलर (लगभग 28 रुपये) हो गई.

हालांकि, Cryptocurrency बाजार में हालिया अस्थिरता से पता चलता है कि बिटकॉइन और डॉजकॉइन चाहे कितना भी रिटर्न दें, लेकिन सोना क्रिप्टोकरेंसी से ज्यादा स्थिर है और इसलिए इसे लोग सुरक्षित निवेश मानते हैं. हालांकि इस मुद्दे पर होने वाली बहस का परिणाम निकलना मुश्कित है.

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