वास्तविक खाता

केंद्र सरकार डिजिटल मीडिया नियमन के लिए एक विधेयक पर काम कर रही: Anurag Thakur
उन्होंने कहा कि पहले समाचारों का एक तरफा संचार हुआ करता था, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के विकास से समाचारों का संचार बहुआयामी हो गया है, अब किसी एक गांव की छोटी सी खबर भी डिजिटल मीडिया के माध्यम से राष्ट्रीय पटल तक आ जाती है, लेकिन वर्तमान में डिजिटल मीडिया अवसरों के साथ-साथ चुनौतियां भी पेश करता है, यह भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की तरह स्व-नियमित है।
ठाकुर ने कहा कि इसके नियमन की आवशय़कता है और इसे ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार जल्द ही कानून लाएगी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ‘ईज़ ऑफ डुइंग बिज़िनेस और ईज़ ऑफ लिविंग’ की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कम्पनियों के पंजीकरण की बात हो या आम नागरिक द्वारा बैंक खाता खोलने की प्रक्रिया हो, सभी को बहुत आसान कर दिया गया है।
ठाकुर एक बयान में कहा, ‘‘समाचार पत्रों के पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा। केन्द्र सरकार जल्द ही 1867 के कानून के स्थान पर एक नया कानून लाएगी। इसके तहत पंजीकरण प्रक्रिया, जिसमें अब लगभग चार महीने लगते हैं, उसे ऑनलाइन माध्यम से एक हफ्ते में पूरा करना संभव हो सकेगा।’’ उन्होंने कहा कि समाचार पत्र सही खबर को सही समय पर आम जनता के सामने लेकर आएं। उन्होंने कहा कि सरकार की कमियों के साथ-साथ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और नीतियों को आमजन तक पहुंचाएं।
उन्होंने आग्रह किया कि मीडिया अपना काम जिम्मेदारी से करे और भय तथा भ्रम का वातावरण बनाने से बचे, जैसा कि कोरोना काल में हुआ था। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पत्रकारों के हितों का भी ध्यान रखती है। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड महामारी के दौरान जिन पत्रकारों की कोविड-19 से मृत्यु हुई उनके परिजनों को केन्द्र सरकार द्वारा आíथक सहायता प्रदान की गई। इसके अलावा अब केन्द्र सरकार ने डिजिटल मीडिया के पत्रकारों को भी अधिस्वीकृत करने का काम शुरु किया है।’’ इस कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्रा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी, अन्य जनप्रतिनिधि और विशिष्ट गणमान्य लोग मौजूद रहे।
Mahindra Scorpio-N या XUV700 अभी बुक करें; 2024 में डिलीवरी पाएं
Mahindra के दिग्गज XUV700 और Scorpio-N की लोकप्रियता कम होने का नाम नहीं ले रही है। हाल के एक विकास में, Mahindra ने पुष्टि की है कि XUV700 और Scorpio-N दोनों के लिए प्रतीक्षा अवधि अभी लंबी वास्तविक खाता हो गई है, कम से कम इसके कुछ इन-डिमांड वेरिएंट के लिए।
Mahindra XUV700 के लिए, जिसे एक साल से अधिक समय पहले लॉन्च किया गया था, यूवी निर्माता ने पुष्टि की है कि प्रतीक्षा अवधि बढ़ गई है, जो अब इसके कुछ वेरिएंट के लिए 18 या 20 महीने तक है। यही वेटिंग पीरियड हाल ही में लॉन्च हुई Mahindra Scorpio-N के लिए भी है।
Mahindra के मुताबिक, उसे अभी हर महीने लगातार दोनों मॉडल्स के लिए करीब 8000-9000 बुकिंग मिल रही है। बुकिंग में इस लगातार वृद्धि के कारण, दोनों एसयूवी के लिए बुकिंग का कुल खाता अब कुल 1.30 लाख वाहनों का है। इस आंकड़े में पिछली पीढ़ी की Scorpio का रीफर्बिश्ड वर्जन भी शामिल है, जिसे Scorpio Classic के रूप में लॉन्च किया गया था।
कुल मिलाकर, Mahindra ने अपनी एसयूवी रेंज की लगभग 2.60 लाख बुकिंग हासिल की है, जिसमें इसके कुछ अन्य मॉडल जैसे Bolero, Bolero Neo, XUV300 और Thar भी शामिल हैं। बुकिंग में वृद्धि का मुकाबला करने के लिए, Mahindra ने पहले ही अपनी उत्पादन दर में वृद्धि कर दी है, हालाँकि, Mahindra द्वारा यह खुलासा नहीं किया गया है कि उसके लिए कितनी वृद्धि की गई है।
तुरंत लोकप्रियता
Mahindra XUV700 को अगस्त 2021 में लॉन्च किया गया था और इसने तुरंत बिक्री चार्ट में आग लगा दी। पुराने हो रहे XUV500 के प्रतिस्थापन के रूप में लाया गया, XUV700 एक मोनोकोक फ्रेम पर बैठता है और फ्रंट-व्हील ड्राइव और ऑल-व्हील-ड्राइव दोनों विकल्पों में उपलब्ध है। दो पावरट्रेन विकल्प हैं – वास्तविक खाता एक 2.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन और एक 2.2-लीटर डीजल इंजन, जो दोनों 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्पों के साथ उपलब्ध हैं।
दूसरी ओर, Mahindra Scorpio-N को जुलाई 2022 में लॉन्च किया गया था और पिछली पीढ़ी के मॉडल, Scorpio Classic के साथ बेची जाने वाली अधिक प्रीमियम पेशकश के रूप में पेश किया गया था। भिन्न XUV700, Scorpio-N एक अधिक मजबूत वाहन के रूप में स्थित है, जो रियर-व्हील-ड्राइव और फोर-व्हील-ड्राइव कॉन्फ़िगरेशन दोनों में उपलब्ध है। Scorpio-N अपने 2.0-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल और 2.2-लीटर डीजल इंजन विकल्पों के साथ-साथ 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन विकल्पों के साथ, XUV700 के साथ साझा करती है, हालांकि अलग-अलग स्थितियों में।
जबकि Mahindra उत्पादन बाधाओं का सामना कर रहा है, यह अपनी निकट योजनाओं में पीछे नहीं हट रहा है। Mahindra Thar के पांच दरवाजों वाले संस्करण का ट्रायल रन पहले से ही पूरे जोरों पर है, जिसके 2024 की पहली छमाही में शोरूम में आने की उम्मीद है। पांच दरवाजों वाली Mahindra Thar को तीन दरवाजों वाले संस्करण के ऊपर स्थित किया वास्तविक खाता जाएगा। और बाद के दोनों पेट्रोल और डीजल इंजन विकल्पों को बनाए रखने की संभावना है।
वास्तविक खाता
जब हम कोई कार्य करते हैं तो वह हिंदी व्याकरण के अनुसार क्रिया (Verb) कहलाती है । किसी क्रिया को करने के लिए हमें दो चीज़ों की आवश्यकता होती है कर्ता और कार्य / कर्म । जब भी कोई कार्य किया जाता है तो काम करने वाला कर्ता और किया गया काम कार्य /कर्म कहलाता है। दोस्तों आप में से जिन पाठकों ने हिंदी व्याकरण पढ़ी होगी उन्हें पता होगा की हिंदी भाषा की व्याकरण में क्रिया का कितना महत्व है। यदि आप क्रिया के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो आपको हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए।
क्रिया किसे कहते हैं – परिभाषा, भेद एवं उदाहरण जानें
दोस्तों हम यहाँ पर आपसे जरूर कहना चाहेंगे की हमारे जो भी पाठक विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो उन्हें पता होगा की बहुत सी प्रतियोगी परीक्षाओं में हिंदी विषय से संबंधित क्रिया , विशेषण , संज्ञा , सर्वनाम आदि से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं। आज के आर्टिकल में हमने आपको क्रिया क्या होती है , इसके कितने प्रकार हैं , उदाहरण आदि से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्रदान की है। हम उम्मींद करते हैं की हिंदी व्याकरण (Grammer) क्रिया के बारे में हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा। चलिए आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं क्रिया के बारे में।
वास्तविक खाता
मुद्रा बाजार से आशय मुद्रा बाजार वह बाजार अथवा क्षेत्र है जिसमें अल्पकालीन पूंजी का लेनदेन होता है । मुद्रा बाजार में मुद्रा के क्रेता एवं विक्रेता एक दूसरे से संपर्क कर, पारस्परिक प्रतियोगिता से निश्चित मूल्य पर मुद्रा का क्रय विक्रय करते हैं।सरल शब्दों में मुद्रा बाजार वह बाजार है जहां उधार लेने वाली संस्थाएं एवं व्यक्ति पारस्परिक लेनदेन करते हैं और जहां अल्पकालीन प्रतिभूतियों का क्रय विक्रय होता है । मुद्रा बाजार में मुद्रा का क्रय विक्रय इस दृष्टिकोण से होता है कि मुद्रा उधार लेने वाली संस्थाएं वह व्यक्ति मुद्रा के बदले उनका मूल्य प्राप्त करती हैं। वह मूल्य ब्याज की दर है। वास्तव में मुद्रा का मूल्य उसकी क्रय शक्ति है और मुद्रा की कीमत उसकी ब्याज दर कहलाती है विस्तृत अर्थ में मुद्रा बाजार के अंतर्गत सभी प्रकार की व्यवसायियों के लिए वित्त व्यवस्था करने वाली संपूर्ण व्यवस्था का समावेश होता है, जबकि संकुचित अर्थ में इसके अंतर्गत अल्पकालीन जिलों को ही शामिल किया जाता है। मुद्रा बाजार की परिभाषा मुद्रा बाजार की परिभाषा की बात की जाए मुद्रा बाजार को विभिन्न लोगों द्वारा परिभा
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खातो के प्रकार या भेद types of Accounts |in accounting
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रोजनामचा में लेखा करने के नियम खातों ( Accounts ) के अनुसार वास्तविक खाता हैं । अतएव सर्वप्रथम खातों के प्रकार तथा उनकी परिभाषा के बारे में स्पष्टीकरण आवश्यक हो जाता है । खाते तीन प्रकार के होते हैं
वे खाते होते हैं जो व्याक्तियों , फर्मों , कम्पनियों तथा संस्थाओं के नाम से खोले जाते हैं और जिनमें उनसे सम्बन्धित लेन - देन का विवरण दिया जाता है ; जैसे - मनु का खाता , भारत भूषण एण्ड सन्स का खाता , एस ० डी ० इण्टर कालेज का खाता , टाटा कम्पनी का खाता इत्यादि । व्यक्तिगत खातों के प्रकार ( Types of Personal Accounts ) व्यक्तिगत खातों को निम्नलिखित तीन भागों में विभाजित कर सकते हैं
इनमें प्राकृतिक व्यक्तियों जैसे - राम , श्याम , सीमा , दीपा आदि के खाते आते हैं । देनदारों के खाते , लेनदारों के खाते , व्यवसाय के स्वामी का पूँजी खाता , व्यवसाय वास्तविक खाता के स्वामी का आहरण खाता भी इसमें आता हैं ।
इनमें फर्मो , कम्पनियों , संस्थाओं बीमा कंपनियों , सरकारी विभागों तथा क्लबों आदि के खाते भी आते हैं । ( स ) प्रतिनिधित्व व्यक्तिगत खाते ( Representatic personal accounts ) - इनमें वे खाते आते हैं जो किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह का प्रतिनिधित्व करते हो जैसे — कर्मचारियों का देय वेतन , यह खाता कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए व्यक्तिगत खाता माना जाता है । इनमें पूर्वदत्त कर खाता , उपार्जित ब्याज खाता , अनुपार्जित कमीशन खाता आदि को शामिल किया जाता है ।
ये खाते व्यापार के माल , रोकड़ और अन्य सम्पत्तियों के खाते होते हैं , जैसे - माल खाता , मशीनरी खाता , रोकड़ खाता इत्यादि । वास्तविक खातों के प्रकार ( Types of Real Accounts ) वास्तविक खातों को निम्नलिखित दो भागों में विभाजित किया जा सकता है
इनमें उन वस्तुओं ( सम्पत्तियों ) के खाते आते हैं जिन्हें देखा और छुआ जा सके और जिनका क्रय - विक्रय किया जा सके । जैसे रोकड़ , स्टाक , फर्नीचर , भूमि , भवन आदि । स्मरण रहे कि बैंक खाता वास्तविक खाता नहीं होता है बल्कि बैंकिंग कम्पनी का कृत्रिम व्यक्तिगत खाता है ।
इनमें उन वस्तुओं के खाते आते हैं जिन्हें छुआ तो नहीं जा सकता परन्तु जिनके भौतिक मूल्य को मुद्रा में मापा जा सकता है । जैसे - ख्याति खाता ( Goodwill Ac ) , एकस्व अधिकार ( Patents ) , व्यापारिक चिह्न ( Trade marks ) कापीराइट आदि ।
वे खाते जिनमें कि एक व्यापार के किसी निश्चित समय के हानि - व्यय तथा लाभ - आय का विवरण पाया जाता है , आय - व्यय के खाते या अवास्तविक खाते होते हैं : जैसे - वेतन खाता , ब्याज खाता , मजदूरी खाता इत्यादि ।
The rules of accounting in Kinds of Accounts are according to the accounts. Therefore, it is necessary to first clarify the types of accounts and their definitions. There are three types of accounts
are accounts that are opened in the name of individuals, firms, companies and institutions and in which the details of transactions related to them are given; Such as - Manu's account, Bharat Bhushan and Sons account, SD Inter College account, Tata company account etc. Types of Personal Accounts Personal accounts can वास्तविक खाता be divided into the following three parts (a) Natural personal accounts. These include accounts of natural persons like Ram, Shyam, Seema, Deepa etc. Debtors 'accounts, creditors' account, business owner's capital account, business owner's withdrawal account are also included in this.
(b) Artificial personal accounts - These include accounts of firms, companies, institutions, insurance companies, government departments and clubs etc. (C) Representatic personal accounts - These include accounts which represent an individual or group of individuals, such as - Salaries payable to employees, this account represents employees and hence is considered as personal account. These include prepaid tax account, accrued interest account, unpaid commission account etc.
These accounts are accounts of merchandise, cash and other assets of trade, such as goods account, machinery account, cash account etc. Types of Real Accounts. Real accounts can be divided into the following two parts (a) Tangible real accounts. These include accounts of items (assets) that can be seen and touched and Those can be bought and sold. Such as cash, stock, furniture, land, buildings etc. Remember that a bank account is not a real account, but an artificial personal account of a banking company. (B) Intangible real accounts These include accounts of items that cannot be touched but whose physical value can be measured in currency. Such as - Goodwill Ac, Patents, Trade marks, copyright etc.
Accounts in which the details of loss - expense and profit - income of a business at a given point of time are found, income - expenditure accounts or unrealized accounts: like - Salary Account, Interest Account, Wage Account etc.
New Traffic guideline : स्कूटर बाइक चलाने वाले हो जाएँ सावधान, अब हेलमेट पहनने पर भी होगा चालान, आ गया है नया ट्रैफिक रूल
HR Breaking News, New Delhi : नए ट्रैफिक नियमों के मुताबिक हेलमेट पहनने पर भी 2000 रुपये का चालान काटा जा सकता है। ऐसा कैसे हो सकता है आज हम आपको इसकी जानकारी देंगे। वास्तविक मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, यदि आप मोटरसाइकिल, स्कूटर चलाते समय हेलमेट पट्टी नहीं पहनते हैं, तो नियम 194डी एमवीए के अनुसार आपका 1000 रुपये का चालान और यदि आपने खराब हेलमेट (बीआईएस के बिना) पहना है तो आपका 1000 रुपये का चालान 194डी एमवीए के अनुसार चालान काटा जा सकता है।
ऐसे में हेलमेट पहनने के बावजूद नए नियमों का पालन नहीं करने पर आपको 2000 रुपये का चालान भुगतना पड़ सकता है। हमारा उद्देश्य आपको यातायात नियमों की जानकारी देकर जागरूक करना है। ताकि सड़क हादसों को भी रोका जा सके।
कटेगा 20 हजार से ज्यादा का चालान, न करें ये गलती
इसके अलावा नए मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक गाड़ी में ओवरलोडिंग करने पर आपको 20000 रुपए का भारी जुर्माना भी लग सकता है। इसके अलावा ऐसा करने पर प्रति टन 2000 रुपए अतिरिक्त जुर्माना भी देना होगा। ऐसा पहले भी हो चुका है जब कई हजार के चालान काटने के मामले सामने आ चुके हैं।
कैसे पता करें कि चालान काटा गया है या नहीं
https://echallan.parivahan.gov.in वेबसाइट पर जाएं। चेक चालान स्टेटस के विकल्प को चुनें। आपको चालान नंबर, वाहन नंबर और ड्राइविंग लाइसेंस नंबर (डीएल) का विकल्प मिलेगा। वाहन संख्या के विकल्प का चयन करें। पूछी गई आवश्यक जानकारी भरें और ‘Get Detail’ पर क्लिक करें। अब challan status दिखाई देगा।
ट्रैफिक चालान ऑनलाइन कैसे भरें
https://echallan.parivahan.gov.in/ पर जाएं। चालान से संबंधित आवश्यक विवरण और कैप्चा भरें और Get Details करें पर क्लिक करें। एक नया पेज वास्तविक खाता खुलेगा जिस पर चालान की जानकारी दी गई होगी। वह चालान ढूंढें जिसका आप भुगतान करना चाहते हैं। चालान के साथ ही ऑनलाइन पेमेंट का विकल्प दिखाई देगा, उस पर क्लिक करें। भुगतान संबंधी जानकारी भरें। भुगतान की पुष्टि करें। इससे आपका ऑनलाइन चालान भर दिया जाएगा।
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