वर्ष तक मुनाफा कमाने के लिए गाइड

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बारहवीं पास युवा ने बनाई कंपनी और 12 लोगों को भी दिया रोजगार, ये उत्पाद तैयार कर कमा रहे अच्छा मुनाफा
Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में बारहवीं पास एक युवा ने कंपनी शुरू की है। इस कंपनी में उसने 12 और लोगों को भी रोजगार दिया है। अब इस कंपनी के माध्यम से वे अच्छी कमाई कर रहे हैं।
नाहन, राजन पुंडीर। Himachal Pradesh News, विश्व भर में फरवरी 2020 आई कोरोना महामारी में भारतवर्ष सहित अनेक देशों में कई लोगों का रोजगार छीन लिया। जिस कारण लाखों की संख्या में युवा बेरोजगार हो गए। अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए कुछ युवाओं ने छोटे व्यवसाय शुरू किए। ये युवा इन छोटे व्यवसायों में अब अपने साथ बेरोजगारों को भी रोजगार दे रहे हैं। ऐसे ही एक युवा हैं राकेश कुमार। जिन्होंने अपने जुनून, लग्न, मेहनत और भाग्य के साथ-साथ सरकारी योजनाओं की जानकारी तथा सरकारी आर्थिक मदद से स्वरोजगार सृजन कर स्वाबलंबी बन गए हैं।
जिला सिरमौर के पांवटा साहिब उपमंडल के हरिपुर गांव निवासी 36 वर्षीय राकेश कुमार पुत्र जैसी सिंह की कोरोना महामारी के कारण आर्थिक स्थिति बिना काम के काफी खराब हो गई थी। इसी दौरान राकेश कुमार ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत नया उद्योग लगाने के लिए जिला उद्योग केंद्र में आवेदन दिया।
राकेश कुमार ने बताया उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह 12वीं तक ही शिक्षा ग्रहण कर पाए थे। उनका सपना था कि वह स्वरोजगार के साधन सृजित कर अपने परिवार के साथ बेहतर जीवन यापन कर सकें, लेकिन धन के अभाव की वजह से कोई भी व्यवसाय नहीं कर पा रहे थे। राकेश कुमार ने पारिवारिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कई वर्षों वर्ष तक मुनाफा कमाने के लिए गाइड तक एक निजी कंपनी में कार्य किया। लेकिन कोरोना महामारी के कारण देश में लाकडाउन लग गया। जिससे कंपनी ने उनका वेतन आधा कर दिया। कुछ समय बाद नौकरी भी छूट गई। बस यही समय था, जब राकेश ने ठाना की किसी और निजी कंपनी में नौकरी न करके स्वयं का व्यवसाय शुरू करेंगे। राकेश कुमार ने सरकारी योजनाओं के संबंध में जिला मुख्यालय नाहन के कार्यालयों में जाकर जानकारी एकत्र की। उन्हें जिला उद्योग केन्द्र नाहन से मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की जानकारी मिली तथा इसके संबंध में उन्होंने सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर 22 लाख रुपये की कार्य योजना स्वीकृत करवाई तथा उन्हें इस योजना के तहत 6.25 लाख रुपये का उपदान मिला।
राकेश कुमार ने जिला सिरमौर के माजरा में राजवी साल्वेंट प्राइवेट लिमिटेड नाम से अक्टूबर 2020 में टायलेट क्लीनर, वाशिंग पाउडर, फिनाइल, डिशवाश तथा हैंडवाश इत्यादि उत्पाद निर्मित करने आरंभ किए। राकेश कुमार बताते हैं कि उनकी कंपनी में 10 से 12 बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। उनके उत्पाद उतराखंड, पांवटा साहिब, नाहन तथा स्थानीय स्तर पर घर-घर जाकर बेचे जा रहे हैं, जिनसे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है।
वही जिला उद्योग केंद्र नाहन के महाप्रबंधक ज्ञान सिंह चौहान ने बताया प्रदेश सरकार द्वारा जिला सिरमौर में अब तक मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 567 इकाइयों को स्थापित कर 19 करोड़ 59 लाख रुपये अनुदान के रूप में प्रदान किए गए हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भी इस योजना में 315 लाभार्थियों को ऋृण प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए 18 से 45 वर्ष तक के पुरुषों तथा 18 से 50 वर्ष तक की महिलाओं के लिए अनेकों प्रोत्साहन योजनाएं चलाई जा रही हैं।
इसी दिशा में युवाओं में कौशल विकास तथा स्वरोजगार सृजन के अतिरिक्त उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना के तहत एक करोड़ रुपये तक की मशीनरी तथा संयंत्र में निवेश पर 25 प्रतिशत का निवेश उपदान जबकि महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत और विधवा महिला को 35 प्रतिशत उपदान उपलब्ध करवाने का प्रावधान है।
Indian Railways: माल ढुलाई से रेलवे की कमाई 17 फीसदी बढ़ी, अप्रैल से अक्टूबर तक इतनी हुई आमदनी
Indian Railways भारतीय रेलवे ने पिछले वित्त वर्ष में माल ढुलाई से बेहतर मुनाफा कमाया था। राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने वित्त वर्ष 2021-22 में 141.8 करोड़ टन माल ढुलाई की जिससे 1.43 लाख करोड़ रुपये कमाई हुई। कमाई का आंकड़ा इस साल तेजी से बढ़ा है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Indian Railways: माल ढुलाई से रेलवे को होने वाली कमाई में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 2022-23 के पहले सात महीनों के लिए भारतीय रेलवे द्वारा की गई माल ढुलाई पिछले साल के लोडिंग स्तर को पार कर गई। 2022-23 के लिए रेलवे की कमाई में खासा उछाल देखा जा रहा है।
रेल मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से अक्टूबर के बीच रेलवे ने 855.63 मिलियन टन (एमटी) की माल ढुलाई की। जबकि पिछले साल 786.2 मिलियन टन माल की ढुलाई हुई। इस साल का आंकड़ा पिछले साल की तुलना में लगभग 9 प्रतिशत अधिक है। यही नहीं, रेलवे ने पिछले साल 78,921 करोड़ रुपये के मुकाबले इस 92,345 करोड़ रुपये कमाए हैं। यानी रेलवे की कमाई में 17 प्रतिशत का सुधार है।
लगातार बढ़ रही रेलवे की कमाई
अक्टूबर 2021 में 117.34 मिलियन टन लदान की तुलना में इस साल अक्टूबर तक रेलवे को 118.94 मिलियन टन का प्रारंभिक माल लदान हासिल हुआ। यह पिछले वर्ष की तुलना में 1.4 प्रतिशत अधिक है। अक्टूबर 2021 में माल ढुलाई से हुई 12,313 करोड़ रुपये की आय के मुकाबले 13,353 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया गया है। इसमें पिछले साल की तुलना में 8 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
सेवाओं में लगातार सुधार कर रहा रेलवे
'हंग्री फॉर कार्गो' मंत्र का अनुसरण करते हुए भारतीय रेलवे ने व्यापार के तौर-तरीकों में सुधार के साथ-साथ बेहतर बाजार कीमतों पर सेवा देने के लिए लिए लगातार प्रयास कर रहा है। ये कोशिशें रंग ला रही हैं और रेलवे के कस्टमर पैटर्न में पारंपरिक और गैर पारंपरिक, दोनों तरह के ट्रेंड देखने को मिल रहे हैं। रेलवे अपने ग्राहकों की वर्ष तक मुनाफा कमाने के लिए गाइड सुविधा-असुविधा का खास ख्याल रखने लगा है।
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गेल का दूसरी तिमाही में मुनाफा 46 फीसदी घटकर हुआ 1,537 करोड़ रुपये
नई दिल्ली, 04 नवंबर (हि.स)। सार्वजनिक क्षेत्र की गैस उत्पादक कंपनी गेल इंडिया लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही के नतीजे का ऐलान कर दिया है। गेल को मुनाफा दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 46 फीसदी घटकर 1,537.07 करोड़ रुपये रह गया।
गेल इंडिया ने शेयर बाजार को शुक्रवार को दी जानकारी में बताया कि 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 46 फीसदी घटकर 1,537.07 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी को एक साल पहले की समान तिमाही में 2,862.95 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। इससे पहले अप्रैल-जून की पहली तिमाही में कंपनी को 2,915.19 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
कंपनी ने जारी बयान में कहा कि दूसरी तिमाही में गेल का प्राकृतिक गैस विपणन कारोबार से राजस्व करीब दोगुना हो गया, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण गैस की कीमतें बढ़ने से मुनाफा कमाने की क्षमता घट गई। इसी तरह पेट्रोरसायन कारोबार में कंपनी को 346.22 करोड़ रुपये का कर-पूर्व घाटा हुआ है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में उसे 363.29 करोड़ रुपये का कर-पूर्व लाभ हुआ था।
गेल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संदीप कुमार गुप्ता ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में पाइपलाइन एवं पेट्रोरसायन कारोबार पर करीब 3,970 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया है, जो सालाना लक्ष्य का 53 फीसदी है। गेल ने कहा कि रूस की गैजप्रॉम की एक पूर्व इकाई से होने वाली एलएनजी आपूर्ति में बाधा पड़ने से उसके कारोबार पर असर पड़ा है। दरअसल गैजप्रॉम जर्मेनिया की अनुषंगी गैजप्रॉम मार्केटिंग एंड ट्रेडिंग सिंगापुर (जीएमटीएस) ने मई-जून में गेल को एलएनजी की आपूर्ति रोक दी थी।
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ओमिक्रॉन का प्रभाव: दोगुना हुए फ्लाइट टिकट के दाम, नई गाइड लाइन आज से लागू
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से एयरलाइन कंपनियों ने कई इंटरनेशनल रूट पर हवाई किराया बढ़ा दिया है। भारत से अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई और कनाडा जैसे देशों के लिए हवाई किराए दोगुने तक हो गए.
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से एयरलाइन कंपनियों ने कई इंटरनेशनल रूट पर हवाई किराया बढ़ा दिया है। भारत से अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई और कनाडा जैसे देशों के लिए हवाई किराए दोगुने तक हो गए हैं।
ओमिक्रॉन से बचाव के लिए केंद्र सरकार की तरफ से लागू नई गाइडलाइन भी मंगलवार आधी रात से लागू हो गई हैं। इन गाइडलाइंस में तय की गई प्रोसेस के कारण हवाई यात्रियों को एयरपोर्ट पर भी 6 घंटों तक इंतजार करना पड़ सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिन देशों में ओमिक्रॉन पाया गया है, वहां से आने वाले हजारों यात्रियों को दिल्ली एयरपोर्ट पर 6 घंटे का इंतजार करना पड़ सकता है।
दरअसल, ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है, जो 1 दिसंबर मिडनाइट से प्रभावी हो जाएगी। नई गाइडलाइन में 14 से ज्यादा देशों में जहां ओमिक्रॉन के मामले पाए गए हैं, उन देशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर RT-PCR टेस्टिंग अनिवार्य कर दी गई है।
दोगुना हुआ किराया
- एनडीटीवी की खबर के मुताबिक दिल्ली से लंदन के लिए फ्लाइट टिकट का रेट लगभग 60,000 से बढ़कर 1.5 लाख रुपए हो गया है।
- दिल्ली से दुबई का हवाई किराया 33,000 रुपए पर पहुंच गया है।
- इससे पहले दिल्ली से दुबई का राउंड ट्रिप टिकट 20,000 रुपए में पड़ता था।
- दिल्ली से अमेरिका की राउंड ट्रिप कॉस्ट पहले 90,000 रुपए से 1.2 लाख रुपए के बीच थी। अब बढ़कर यह लगभग वर्ष तक मुनाफा कमाने के लिए गाइड 1.5 लाख रुपए हो गया है।
- शिकागो, वॉशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क सिटी के हवाई किराए में 100% की बढ़ोतरी देखी गई है।
- बिजनेस क्लास टिकट की 6 लाख रुपए हो गई है।
- दिल्ली से टोरंटो का हवाई किराया लगभग 80,000 रुपए से बढ़कर 2.37 लाख रुपए पर पहुंच गया है।
नई गाइड लाइन आज से लागू
नई गाइड लाइन के तहत, आरटी-पीसीआर जांच जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के लिए जरूरी हैं और जांच के नतीजे आने पर ही उन्हें हवाई अड्डा से बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी। साथ ही, अन्य देशों से उड़ानों से आने वाले यात्रियों में से पांच प्रतिशत की कोविड-19 की जांच की जाएगी। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सलाह दी है कि जोखिम वाले देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्री आरटी-पीसीआर जांच के नतीजे आने तक हवाई अड्डे पर ही इंतजार करने के लिए तैयार रहें और वहां से अन्य स्थान के लिए पहले से संपर्क उड़ान बुक नहीं करें। इसके अलावा, मंत्रालय ने राज्यों को पुष्टि हो चुके सभी नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए संबद्ध इन्साकॉग लैब फौरन भेजने को कहा है।