बाज़ार पर नज़र

यह झूठी मुस्कुराहट तुम्हारे लबों पर तराश दी गई है
एक थी सारा(मीना बाज़ार)
और वह लफ़्ज जिस तरफ़ देख रहे थे,वहां एक बहुत लम्बा बाज़ार दिखाई दे रहा था,सदियों तक लम्बा.
वहां तरह-तरह के लोग नज़र आ रहे थे--मर्द भी,औरतें भी. उनके पैरहन से लगता था-कि हर पैरहन की वजह क़तह,कढ़ाई-सिलाई और रंग अलग-अलग सदियों के हैं.
कुछ दुकानों पर नज़र गई,मैंने देखा. तरह-तरह के जेवरात भी बिक रहे थे,सुनहरी ताबूत भी,रेशम के कफ़न भी.और वहां हाथों की मेंहदी ,मांग का सिंदूर,और किनारी वाले घूंघट भी बिक रहे थे. और पूरे बाज़ार में,सारा की नज़्म के टुकड़े हवा की तरह लहर रहे थे--
इज्ज़त की बहुत किस्में हैं-घूंघट,थप्पर और गंदम.
इज्ज़त का सबसे छोटा और बड़ा--हवाला,औरत है.
घर से लेकर फुटपाथ तक हमारा कुछ भी नहीं
इज्ज़त हमारे गुज़ारे कि बात है.
बाज़ार में कभी-कही एक चीख उभरती थी,लेकिन फिर एक हँसी की कब्र में उतर जाती थी. और कभी-कभी हर आवाज़ पर एक सन्नाटा तारी हो जाता था. यही सन्नाटे का आलम था,कि सारा की नज़्म के कितने ही टुकड़े मेरे कानों से टकराने लगे--
Stock Market Update: रेपो रेट बढ़ने के बाद से थोड़ा संभला भारतीय शेयर बाजार
भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक के बाद रेपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की बढ़त का ऐलान किया था, जिसके बाद अब रेपो रेट 5.40 फीसदी पर आ गया है। आरबीआई के इस ऐलान के बाद से अब भारतीय शेयर बाजार अब अपनी पुरानी गिरावट को भूलकर संभालते हुए नज़र आ रहे है।
भारतीय शेयर बाज़ार आज प्री-ओपन सेशन से ही बढ़त के साथ कारोबार करते हुए देखे जा रहे थे। आज शुरूआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 50 अंकों की बढ़त के साथ 58,350 अंक के पास कारोबार कर रहा था तो वही एनएसई निफ्टी भी मामूली बढ़त में था। दोपहर करीब 12:30 बजे के आसपास सेंसेक्स 250 अंक से ज्यादा की उछाल के साथ 58560 के स्तर पर कारोबार करते नज़र आया तो वही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ़्टी भी 57 अंक से ज्यादा बढ़त के साथ 17,439.95 के स्तर पर कारोबार पर करते देखे गए।
'एचटीसी वन' अब भारतीय बाज़ार में, फीचर्स पर एक नज़र
डिस्पले
एचटीसी के इस फोन में मिलेगा आपको ज्यादा बेहतर डिस्प्ले। इसकी वजह है इसकी 4.7 इंच की फुल एचडी स्क्रीन है। एल्युमिनियम बॉडी वाले इस फोन का 468 पिक्सल प्रति इंच का रिज्यूलूशन है। दमादार रिज्यूलूशन क्वालिटी इसे अन्य फोन से अलग बनाती है।
प्रोसेसर और रैम
फोन में 1.7 गीगा हर्ट्ज के क्वालकोम स्नेपड्रेगन प्रोसेसर के साथ ही 2GB की रैम है। रैम और प्रोसेसर की अन्य स्मार्टफोन के मुकाबले ज्यादा कॉनफ्रीगेशन है।
मेमोरी
इसे 32GB की इंटरनल स्टोरेज के साथ पेश किया गया है, मगर ऐपल के फोन की तरह इसकी मेमोरी को नहीं बढ़ाया जा सकता। हालांकि दूसरे देशों में कंपनी ने इसके 64GB मेमोरी वाले वर्जन को भी लांच किया है।
ऐसे समझें SEBI की भूमिका
SEBI भारत में GOI के अंतर्गत काम कर रही वो संस्था है, जो शेयर बाज़ार में नियंत्रण और निगरानी रखने के उद्देश्य से ही शुरू की गई थी. क्योंकि किसी भी चीज़ के होने से ज़्यादा उसकी देखरेख मुश्किल है और यहीं काम SEBI कई सालों से बखूबी कर रही है. वर्तमान समय में इस संस्था के होने से वित्तीय संबंधित धोखाधड़ी और स्कैम पर भी काफी लगाम लग चुका है.
किसी भी संस्था का दायरा अगर काम के अलावा भी तय होता है, तो वह है उसकी संरचना. SEBI की बात करें, तो इसको ऐसे बांटा जाता है –
सदस्य | नियुक्ति | |
1. | अध्यक्ष | भारत सरकार द्वारा |
2. | 2 सदस्य | केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधिकारी होना अनिवार्य |
3. | 1 सदस्य | भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा |
4. | 5 सदस्य | भारत की वर्तमान केंद्रीय सरकार द्वारा |
क्या है इसके बाज़ार पर नज़र अधिकार
भारत में निगरानी और समीक्षा में पूरी तरह लिप्त SEBI तीन तरह के अधिकार रखती है. इस कारण इसमें पारदर्शिता का प्रतिशत, 100 होने की संभावना है. इन 3 अधिकारों को ऐसे समझें –
1. न्यायिक : भारत में मौजूद SEBI को न्यायिक तौर पर ये हक है, कि वो बाज़ार में निशपक्षता और पारदर्शिता पर जवाबदेही सुनिश्चित करे.
2. कार्यकारी : संस्था को ये ज़िम्मेदारी सौंपी गई है, कि शेयर बाज़ार से संबंधित नियमों के उल्लंघन होने पर, वह दस्तावेज़ों का औचक निरीक्षण कर के कार्यकारी दंड या कार्यवाही करे.
3. वैधानिक : इनसाइडर ट्रेडिंग और सूचीबद्धता की प्रक्रिया को लेकर, SEBI निवेशकों के हित की रक्षा के लिए तत्काल नियम लागू कर सकता है.
SEBI का अलग-अलग विभागों में ये है कार्य
शेयर बाज़ार या वित्तीय क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति को SEBI की कार्यशैली पर नज़र रखनी ही चाहिए. इससे व्यक्ति को अपने वित्तीय हित और बाज़ार में मौज़ूद विकल्पों को समझने में आसानी रहती है.
विभाग | SEBI का कार्य | |
1. | व्यापारी और निवेशक | किसी भी बाज़ार में व्यापारी और निवेशकों का बहुत योगदान होता है. इस कारण SEBI यह सुनिश्चित करता है कि, बाज़ार पर नज़र वह इन दोनों को इनके अधिकारों के लिए शिक्षित करती है. |
2. | कीमत में बदलाव | शेयर बाज़ार में उतार-चढा़व एक सामान्य प्रक्रिया है, इस कारण संस्था ये सुनिश्चित करती है कि निवेशकों को नुकसान कम से कम हो. SEBI स्टाॅक्स के क्षेत्र में काफी सक्रियता और कीमत में हेराफेरी को रोकने का काम करने बाज़ार पर नज़र बाज़ार पर नज़र में कामयाब है. |
3. | वित्तीय संबंधी | बाज़ार में मध्यवर्ती की भूमिका में काम रहा SEBI, ये सुनिश्चित करता है कि, लेनदेन सुचारू और सुरक्षित हो. |
4. | विकास संबंधी | भारतीय वित्तीय परिस्थितियों को धार देने के लिए संस्था, इलेक्ट्रॉनिक माध्यम में भी उपलब्ध है. इनमें बाज़ार पर नज़र डीमैट खाता और IPO मुख्य हैं. |
5. | विनियामक संबंधी | संस्था का मुख्य काम विनिमय का ही है. बाज़ार में मौज़ूद सभी ब्रोकर, एजेंट और कंपनियों को SEBI में अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य होता है. जिससे उस सूचना के आधार पर संस्था ज़रुरी फैसले लेने में सफल हो पाए. |
6. | इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) संबंधी | NSE और BSE जैसे स्टाॅक एक्सचेंज के काम में पारदर्शिता लाने बाज़ार पर नज़र के लिए, SEBI एक अहम भूमिका में है. यहां IPO जारी करने पर आखिरी फैसला इसका ही होता है. |
7. | म्युचुअल फंड संबंधी | वित्तीय संस्था SEBI ने म्युचुअल फंड को 5 हिस्सों में वर्गीकृत कर रखा है. इनमें इक्विटी, ऋण, हाइब्रिड, समाधान और अन्य योजनाएं शामिल हैं. |
8. | विकास संबंधी | इस क्षेत्र में SEBI मुख्यतः बिचौलियों को प्रशिक्षण, उचित व्यापार को बढ़ावा और बेहतरी पर शोध करती हैं. |
9. | सुरक्षा संबंधी | संस्था निवेशकों कि गोपनीयता, निष्पक्षता और सुगम व्यापार पर आश्वासन देती है. जिससे आने वाले समय में, निवेशक और व्यापारी भ्रामक प्रचार से बच सकेंगे. |
10. | भ्रष्टाचार संबंधी | भ्रष्टाचार, SEBI के उत्थान के एक अहम मुद्दों में से एक है और संस्था इस पर नियंत्रण रखने में काफी कामयाब भी है. |