मुद्रा आउटलुक

भारत की अर्थव्यवस्था FY28 तक जर्मनी और जापान को पछाड़ कर बन सकती है दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था: रिपोर्ट
भारत के बारे में इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान चुनौतियों के चलते भारत की इकोनॉमी पर भी मार पड़ी है। लेकिन आगे इसमें तेज ग्रोथ की उम्मीद है
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि महामारी और युद्ध जनित महंगाई के कारण अधिकांश विकसित अर्थव्यवस्थाओं को भारी मार पड़ी है। विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाओं की विकास गति आगे धीमी रह सकती हैं या फिर ये मंदी की भी शिकार हो सकती हैं
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक डेटाबेस के मुताबिक, भारत वित्त वर्ष मुद्रा आउटलुक 2028 तक जर्मनी और जापान को पछाड़ कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका और चीन दुनिया की दो टॉप की अर्थव्यवस्थाएं बनी रहेंगी।
भारत की इस तेज प्रगति के कारणों में अच्छी गति से हो रहा आर्थिक विस्तार और डॉलर के मुकाबले रुपये की कई मुद्राओं की तुलना में कम गिरावट शामिल है।
बता दें कि भारत द्वारा यूके को विनिमय दरों के आधार पर पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के कुछ दिनों बाद एक और रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें कहा गया था कि भारत 2030 तक अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और अगले दशक के अंदर ही भारत ग्लोबल जीडीपी में आधे से अधिक की हिस्सेदारी रखने वाले उभरते बाजारों मुद्रा आउटलुक में लीडिंग पोजीशन में होगा।
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आईएमएफ ने 2022 के लिए अमेरिकी आर्थिक विकास के अनुमान को घटाकर 1.6 फीसदी किया
11 अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष(आईएमएफ) ने नया विश्व आर्थिक आउटलुक जारी किया, जिसने अमेरिका के 2022 के आर्थिक विकास को पूर्वानुमान के 2.3 प्रतिशत से घटाकर 1.6 प्रतिशत तय किया, और 2023 के लिए 1 प्रतिशत निश्चित किया मुद्रा आउटलुक है।
साथ ही अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने यूरो क्षेत्र, ब्रिटेन और लैटिन अमेरिका जैसी अर्थव्यवस्थाओं के लिए अपने विकास पूर्वानुमानों को भी कम कर दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुद्रा आउटलुक हाल में वैश्विक अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों का सामना कर रही है। मुद्रास्फीति की दर दशकों में उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, अधिकांश क्षेत्रों में वित्तीय माहौल कड़ा हो गया है, यूक्रेन में संकट और कोविड-19 महामारी गंभीर रूप से वैश्विक आर्थिक विकास की संभावनाओं पर प्रभाव डाल रही है।
IMF report: आईएमएफ ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.8 प्रतिशत किया, जानें वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के बारें में
World Economic Outlook report: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वर्ष 2022 में भारत की आर्थिक विकास के अनुमान को घटाकर 6.8 % कर दिया है. हाल ही में आईएमएफ ने अपनी वार्षिक वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट जारी की है. पढ़े रिपोर्ट में और क्या है?
World Economic Outlook report: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने वर्ष 2022 में भारत की आर्थिक विकास के अनुमान को घटाकर 6.8 % कर दिया है. आईएमएफ ने अन्य वैश्विक एजेंसियों के अनुमानों की तरह, भारत की विकास दर को कम करके आंका है. हाल के वैश्विक घटनाक्रमों को देखते हुए इस तरह के अनुमान जारी किये जा रहे है. हाल के लगभग सभी वैश्विक वित्तीय एजेंसियों ने भारत सहित विश्व के अन्य देशों लिए इस तरह के अनुमान जारी कर रहे है.
वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट:
- हाल ही में आईएमएफ ने अपनी वार्षिक वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट जारी की है जिसमे कहा गया है कि वर्ल्ड इकोनॉमी अपेक्षा से अधिक मंदी का सामना कर रही है जिसका सीधा प्रभाव वैश्विक अर्थव्यवस्था पर देखा जा रहा है.
- वैश्विक विकास:इस रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक विकास दर वर्ष 2021 में 6.0 प्रतिशत थी जो घटकर 2022 में 3.2 प्रतिशत के अनुमान पर है. साथ ही वर्ष 2023 में 2.7 मुद्रा आउटलुक प्रतिशत रहने का अनुमान है.
मुद्रास्फीति: इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मुद्रास्फीति कई दशकों की तुलना में अधिक हुई है. इसके लिए हाल की वैश्विक उथल-पुथल को जिम्मेदार ठहराया गया है. - वैश्विक मुद्रास्फीति:रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक मुद्रास्फीति 2021 में 4.7 प्रतिशत से बढ़कर 2022 में 8.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है. लेकिन साथ ही 2023 में 6.5 प्रतिशत और 2024 तक 4.1 प्रतिशत तक घटने का अनुमान लगाया गया है.
- राजकोषीय नीति:रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे उबरने के लिए राजकोषीय नीति को लेकर कड़े फैसले लेने की आवश्यकता होगी.
- अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा जारी यह वर्ष की दूसरी वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट है.
- चीन की अर्थव्यवस्था:चीन की अर्थव्यवस्था के लिए विकास दर अनुमान 3.2 प्रतिशत है, जो 2021 में 8.1 प्रतिशत की वृद्धि दर से कम है.
भारत की अर्थव्यवस्था के बारें में रिपोर्ट में क्या है?
आईएमएफ की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2022 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत कर दिया है. जुलाई में दिए गए पूर्वानुमान से यह 0.6 प्रतिशत की गिरावट आई है. आईएमएफ ने अप्रैल 2022 में शुरू हुए वित्तीय वर्ष में भारत की जीडीपी में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया था, यह पूर्वानुमान इस साल जनवरी में अनुमानित 8.2 प्रतिशत से भी कम था. भारत की विकास दर 2021-22 के वित्तीय वर्ष (अप्रैल 2021 से मार्च 2022) में 8.7 प्रतिशत थी.
क्यों दर्ज की जा रही गिरावट?
भारत सहित वैश्विक अर्थव्यवस्था में दर्ज की जा रही गिरावट का मुख्य कारण रूस-यूक्रेन युद्ध को माना जा रहा है. साथ ही अभी विश्व कोविड-19 महामारी से पूरी तरह से उबर नहीं पाया है. जिसका सीधा प्रभाव वैश्विक अर्थव्यवस्था पर देखा जा रहा है.
संयुक्त राज्य अमेरिका में, मौद्रिक और वित्तीय स्थितियों को सीधा असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर देखा जा रहा है. क्योंकि रिपोर्ट में अगले वर्ष के लिए अमेरिका के विकास दर के अनुमान को भी घटाया गया है. चीन में निरंतर लॉकडाउन और हाल की कमजोर आर्थिक क्षमता को देखते हुए, अगले साल के विकास के अनुमान को घटाकर 4.4 प्रतिशत कर दिया मुद्रा आउटलुक है. इन पूर्वानुमानों के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रभाव देखा जा रहा है.
वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के बारे में:
वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा वर्ष में दो बार प्रकाशित की जाती है. इसे वर्ष में अप्रैल और अक्टूबर महीनें में जारी की जाती है. इस रिपोर्ट में मध्यम अवधि के लिए आर्थिक विकास विश्लेषण और आर्थिक विकास मुद्रा आउटलुक पूर्वानुमान जारी किया जाता है. IMF इसके अतिरिक्त वैश्विक वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट भी जारी करता है.
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IMF ने World Economic Outlook जारी किया
IMF ने ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक को भी कम किया है। इसने चेतावनी दी है कि, दुनिया मंदी की ओर बढ़ रही है। 2022 में वैश्विक आर्थिक विस्तार 3.2% तक धीमा होने की उम्मीद है। यह विस्तार अप्रैल 2022 में 3.6% की तुलना में धीमा है।
सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था
IMF के अनुसार, भारत 2022-23 और 2023-24 में दुनिया भर में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। भारत से आगे सिर्फ सऊदी अरब के रहने की संभावना है। 2022 में सऊदी अरब के 7.6% की दर से बढ़ने का अनुमान है। 2022 में चीन में विकास दर 3.3% तक धीमा होने की संभावना है।
भारत 2027-28 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
11 अक्टूबर 2022 को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ)द्वारा जारी वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट 2022 के अनुसार, भारत,जापान को 2027-28 में पीछे छोड़ते हुएविश्व तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है। इससे पहले एसबीआई ने अपने एक रिपोर्ट में कहा था की भारत , 2028-29 में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
भारत अभी भी दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
हालाँकि 2021-22 में यूनाइटेड किंगडम के बाद भारत अभी भी दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। 2021-22 में भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 3.18 ट्रिलियन डॉलर था जबकि यूनाइटेड किंगडम का जीडीपी 3.19 ट्रिलियन डॉलर था। आईएमएफ के मुताबिक 2022-23 में भारत ब्रिटेन से आगे निकल जाएगा।
आईएमएफ द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत 2022-23 में 3.मुद्रा आउटलुक 47 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा, जबकि ब्रिटेन का मौजूदा वित्तीय वर्ष में 3.2 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था होगी।
इससे पहले, ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत ने आईएमएफ के आंकड़ों के आधार पर वित्त वर्ष 2021-22की चौथी तिमाही में यूके को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, यह तुलना त्रैमासिक आंकड़ों पर की गई थी न कि वार्षिक आंकड़ों पर।
भारतीय अर्थव्यवस्था का भविष्य प्रक्षेपण
आईएमएफ के अनुमानों के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था 2025-26 में जर्मन अर्थव्यवस्था के बराबर हो जाएगी और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।
भारत की अर्थव्यवस्था 2026-27 तक वित्त मंत्रालय की उम्मीद के मुताबिक 5 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा हासिल नहीं कर पाएगी लेकिन यह 4.94 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हो जाएगी ।
2027-28 में भारत की अर्थव्यवस्था के 5.36 ट्रिलियन डॉलर होने की उम्मीद है, जो जापान के 5.17 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है। उस वर्ष, भारतविश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
आईएमएफ के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और उसके बाद चीन, जापान, जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम हैं ।
आईएमएफ के प्रबंध निदेशक: क्रिस्टालिना जॉर्जीवा
आईएमएफ मुख्यालय: वाशिंगटन डी.सी., संयुक्त राज्य अमेरिका