Moving Average इंडिकेटर क्या होता है

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क्या होता है मूविंग ऐवरेज?
निफ्टी के 200 डीएमए में क्या खास है?
निफ्टी जनवरी के बाद पहली बार पिछले हफ्ते 5,114 प्वॉइंट के 200 डीएमए से नीचे आ गया था। जनवरी में यह 5,086 पॉइंट से नीचे बंद हुआ था। हालांकि, निफ्टी ने रिकवरी की कोशिश की, लेकिन पिछले कुछ दिनों में यह लुढ़ककर इस टेक्निकल लेवल से नीचे आ गया।
ऐनालिस्ट के लिए इसके क्या मायने हैं?
मोटे तौर पर एक साल में वीकेंड और छुट्टियों को हटाकर 200 दिनों की ट्रेडिंग होती है। जब कोई इंडेक्स या स्टॉक 200 डीएमए से नीचे आता है, तो माना जाता है कि उसमें लॉन्गटर्म डाउनट्रेंड बना है। बशर्ते वह इस लेवल से वापस ऊपर न चला जाए। इंडेक्स या स्टॉक के 200 डीएमए से नीचे आने का मतलब खरीदार उसके लिए पिछले 200 दिनों के औसत प्राइस से कम भाव देना चाहता है। जब इंडेक्स या स्टॉक 200 डीएमए से ऊपर होता है, तब वह लॉन्ग टर्म अपट्रेंड में माना जाता है। टेक्निकल ऐनालिस्ट आमतौर पर किसी ट्रेंड के नतीजे तक पहुंचने के लिए तीन से पांच दिन तक इस बात पर नजर रखते हैं कि क्या शेयर या इंडेक्स 200 डीएमए से ऊपर या नीचे बंद हो रहा है।
नौसिखियों के लिए मूविंग एवरेज इंडिकेटर
Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर, तकनीकी विश्लेषण के ट्रेंड इंडिकेटर खंड में पहले तीन इंडिकेटर मूविंग एवरेज हैं। ये हैं सिंपल मूविंग एवरेज (SMA), एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA), और वेटेड मूविंग एवरेज (WMA) और विभिन्न तरीकों को दर्शाता है कि कैसे औसत (एवरेज) की गणना की जाती है।
Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर इंडिकेटर साइडबार में तीन मूविंग एवरेज
मूविंग एवरेज इंडिकेटर का उपयोग करने के सबसे आसान तरीके क्या हैं?
ट्रेंड की दिशा का पूर्वानुमान
यदि मूविंग एवरेज बढ़ता है, तो एक अपट्रेंड आ सकता है, और एक अप ट्रेड खोलना उचित Moving Average इंडिकेटर क्या होता है Moving Average इंडिकेटर क्या होता है होता है।
यदि मूविंग एवरेज गिरता है, तो एक डाउनट्रेंड बन सकता है, और डाउन ट्रेड को खोलना उपयुक्त होता है।
MA के साथ उपयोग किए जाने वाले अन्य इंडिकेटर के संयोजन से बाजार में प्रवेश और निकास बिंदुओं की सबसे बेहतर समझ मिलती है।
ट्रेंड रिवर्सल की पहचान करना
प्रस्तुत है, मूविंग एवरेज का एक तर्क:
यदि MA ऊपर की ओर रिवर्स करता है, और कीमत बढ़ जाती है, एक अपट्रेंड बन सकता है।
यदि MA नीचे की ओर रिवर्स करता है, और कीमत गिर जाती है, एक डाउनट्रेंड बन सकता है।
प्रस्तुत है, दो मूविंग एवरेज का उपयोग करते समय का तर्क:
यदि छोटी अवधि MA नीचे की ओर बड़ी अवधि MA को पार करती है, तो एक डाउनट्रेंड आने वाला है।
सीखने के लिए और भी बहुत कुछ है
सहायता केंद्र अन्य इंडिकेटर सहित उपयोगी ट्रेडिंग सुझावों से परिपूर्ण है।
ऑसिलेटर्स एक अलग स्क्रीन पर चार्ट किए गए इंडिकेटर होते हैं जो अक्सर यह दिखाते हैं कि क्या इंस्ट्रूमेंट की कीमत ओवरबॉट या ओवरसोल्ड क्षेत्र में है।
सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) एक तकनीकी विश्लेषण इंडिकेटर है जो लगातार अपडेट की गई औसत कीमत बनाकर मूल्य डेटा को सहज बनाता है।
EMA वेटेड मूविंग एवरेज का एक प्रकार Moving Average इंडिकेटर क्या होता है है जो हालिया आंकड़ों को सबसे अधिक महत्व देता है।
वेटेड मूविंग एवरेज हालिया आंकड़ों पर अधिक महत्व देता है।
सपोर्ट स्तर कई लो (न्यून) द्वारा बनाई गई रेखा है जो कीमत को गिरने Moving Average इंडिकेटर क्या होता है के विरुद्ध "समर्थन" करती है।
रेज़िस्टेंस स्तर कई उच्च (हाई) द्वारा बनाई गई रेखा है जो ऊपर की ओर कीमत का "प्रतिरोध" करती है।
टीम में पेशेवर लेखक, विश्लेषक और विशेषज्ञ ट्रेडर शामिल हैं जो ट्रेडिंग और जानकारी साझा करने की विशेषज्ञता दोनों का जुनून रखते हैं।
Moving Average के प्रकार
मूविंग एवरेज के २ प्रकार होते हैं ।
१. Simple Moving Average
२. Exponential Moving Average
१. Simple Moving Average
Simple Moving Average का उपयोग ज्यादा तौर पर Investors के द्वारा किया जाता हैं ।
उधाहरण के तौर पर अगर 10 दिनों का आप मूविंग एवरेज आप इस्तेमाल करते हैं तो हर दिन को सामान महत्व दिया जायेगा ।
२. Exponential Moving Average
Exponential Moving Average में आप Moving Average इंडिकेटर क्या होता है को मार्किट की सब से हाल की जानकारी मिलती हैं ।
इसलिए इस मूविंग एवरेज का इस्तेमाल traders के द्वारा किया जाता हैं ।
उधाहरण के तौर पर अगर 10 दिनों का आप Exponential Moving Average इस्तेमाल करते हैं तो पिछले दिन को ज्यादा महत्व्य दिया जायेगा ।
Moving Average Calculation
Simple Moving Average Calculation
Exponential Moving Average Calculation
निचे दिए चित्र मे हरी रेखा 50 Day Simple Moving Average की हैं ।
50 Day Simple Moving Average
निचे दिए चित्र मे लाल रेखा 50 Day Exponential Moving Average की हैं ।
50 Day Exponential Moving Average
Moving Average Strategy in Hindi
Moving Average का उपयोग कैसे करे ? उसमे बताया था की किस प्रकार से हम मूविंग एवरेज का इस्तेमाल करते हैं । अगर आप ने पढ़ा होगा तो आप Moving Average Strategy भी असनिसे जान पाएंगे ।
कम दिनों की Moving Average को हम Fast Moving Average कहते हैं ।
ज्यादा दिनों की Moving Average को हम Slow Moving Average कहते हैं ।
जो Fast Moving Average होती हैं उससे हमें बाइंग और सेल्लिंग का सिग्नल पता चलता हैं और जो Slow Moving Average हैं उससे हमे मार्किट का ट्रेंड पता चलता हैं।
१. Moving Average Crossover (1)
Moving Average Crossover एक बहुत ही आसान सी Moving Average Strategy हैं ।
Moving Average के फायदे
- मूविंग एवरेज का उपयोग हर बाजार में किया जाता हैं जैसे की, Crypto Currency Market , Currency market , Commodity Market, Future Market और Share Market ।
- इस इंडिकेटर को हर कोई इस्तेमाल कर सकता हैं, जैसे की कोई नया ट्रेडर और इन्वेस्टर क्योंकि Moving Average इंडिकेटर क्या होता है इस इंडिकेटर का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान हैं ।
- Moving Average का सबसे बड़ा उपयोग यह होता हैं की हमे शेयर या बाजार की दिशा जानने में मदत मिलती हैं ।
- इस indicator का उपयोग ट्रैडर Stop Loss, Buying और Selling के लिए भी करते हैं ।
- निवेशक इस इंडिकेटर का उपयोग अपना निवेश करने के लिए करते हैं ।
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MACD इंडिकेटर फार्मूला (MACD कैलकुलेशन)
क्या विदेशी मुद्रा संकेतक है?
फोरेक्स तकनीकी विश्लेषण संकेतकों का उपयोग नियमित रूप से व्यापारियों द्वारा विदेशी मुद्रा बाजार में मूल्य आंदोलनों की भविष्यवाणी करने के लिए किया जाता है और इस प्रकार विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा बनाने की संभावना बढ़ जाती है। विदेशी मुद्रा संकेतक वास्तव में आगे बाजार पूर्वानुमान के लिए एक विशेष ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट की कीमत और मात्रा को ध्यान में रखते हैं.
जठी तकनीकी संकेतक क्या हैं?
टेक्निकल विश्लेषण, जो अक्सर विभिन्न व्यापारिक रणनीतियों में शामिल होता है, को तकनीकी संकेतकों से अलग नहीं माना जा सकता है। कुछ संकेतकों का उपयोग शायद ही कभी किया जाता है, जबकि अन्य कई व्यापारियों के लिए लगभग अपूरणीय हैं। हमने 5 सबसे लोकप्रिय तकनीकी विश्लेषण संकेतकों पर प्रकाश डाला: मूविंग एवरेज (MA), एक्सपोनेंटियल मूविंग एवरेज (EMA), स्टोचस्टिक ऑसिलेटर, बोलिंगर बैंड, मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस फर्क (MACD).
ट्रेडिंग इंडीकेटर्स के प्रकार – (Trading Type Of Indicators)
- Leading Indicators (लीडिंग इंडीकेटर्स)
- Lagging Indicators (लैगिंग इंडीकेटर्स)
Leading का अर्थ होता है नेतृत्व करना, लीडिंग इंडिकेटर किसी स्टॉक का Price Prediction करते है स्टॉक के प्राइस में आने वाली तेज़ी या मंदी का पता लगाकर उसका पहले ही सिग्नल दे देते है
Leading Indicator को Oscillators (ओसिलेटर) भी कहते है क्योंकि Leading Indicators 0 से 100 की एक रेंज के बीच में झूलते रहते है
मार्किट में आगे क्या हो सकता है Share Price आगे किस दिशा में जा सकती है यह बताने का काम Leading Indicator का होता है
Top 2 Leading Indicator:
RSI:
2. Lagging Indicators (लैगिंग इंडीकेटर्स)
लैगिंग का अर्थ होता है देरी Moving Average इंडिकेटर क्या होता है से, Delayed या पिछड़ जाना। लैगिंग इंडीकेटर्स हमेशा Share Price के पीछे-पीछे चलता है
Lagging Indicator देरी से सिग्नल देते है मार्किट में क्या हो चूका है यह बताने का काम लैगिंग इंडीकेटर्स का होता है
शेयर प्राइस जिस भी दिशा में जा रहा हो चाहे वह ऊपर की तरफ जा रहा हो या नीचे की तरफ उसकी दिशा को Confirm करने के लिए Lagging Indicators का उपयोग किया जाता है।
इंडिकेटर की सहायता से किसी भी स्टॉक की कीमत ऊपर की तरफ जाने वाली है या नीचे की तरफ इसे समझने में मदद मिलती है इंडिकेटर से स्टॉक कहां खरीदना है और कहां बेचना है उन Levels को पता करने में मदद मिलती है
Stock चाहे Uptrend में हो, Downtrend में हो या Sideways Trend में इंडीकेटर्स का उपयोग करके स्टॉक के ट्रेंड का पता लगाया जा सकता है।
एक ट्रेडर को मार्किट में तेज़ी से बदलते हुए Trend में तेज़ी से Respond करना होता है इंडीकेटर्स ट्रेडर की Quick Decision Making में हेल्प करते है। इंडीकेटर्स स्टॉक मार्किट के Behaviour को समझने में मदद करता है की हमें Trade लेना चाहिए या नहीं।
इंडिकेटर की सीमाएं (Limitations of Technical Indicators)
इंडिकेटर सिर्फ Price Prediction करता है जरूरी नहीं की जो Signal इंडिकेटर ने दिया हो वो सही हो इंडिकेटर के सिग्नल गलत भी होते है।
कभी भी एक चार्ट में 3 से ज्यादा इंडिकेटर का उपयोग नहीं करना चाहिए बहुत सारे Indicators का उपयोग करने से सभी इंडीकेटर्स अलग-अलग सिंग्नल देने लगते है जिससे ख़रीदा-बेचना है या नहीं यह निर्णय लेना मुश्किल हो जाता है
Indicators किसी भी स्टॉक में संभावित Entry और Exit Point देते है जरूरी नहीं है की मार्किट उन एंट्री और एग्जिट पॉइंट के हिसाब से चले Entry लेने के बाद Stock नीचे भी गिर सकता है और Exit लेने के बाद Stock बढ़ भी सकता है।
बहुत सारे इंडीकेटर्स एक दूसरे के विरोधाभासी होते है अगर एक इंडिकेटर Buy Signal देता है तो दूसरा Sell Signal देता है