चलती औसत तुलना

2021 में एजीजीआई का स्तर 1.49 पर पहुंच गया, जिसका अर्थ है कि मानव-उत्सर्जित ग्रीनहाउस गैसों ने 1990 की तुलना में वातावरण में 49 फीसदी अधिक गर्मी को बढ़ाया है। क्योंकि यह मुख्य रूप से दुनिया भर में एकत्र किए गए हवा के नमूनों में ग्रीनहाउस गैसों के अत्यधिक सटीक माप पर आधारित है, लेकिन इसके परिणामों में थोड़ी अनिश्चितता होती है।
चलती औसत तुलना
ग्रीनहाउस गैसों ने 1990 की तुलना में 2021 में 49 फीसदी अधिक बढ़ाई गर्मी: नोआ
नोआ की माप से पता चला है कि 2021 में सीओ2 की वैश्विक औसत सांद्रता 414.7 भाग प्रति मिलियन (पीपीएम) थी।
By Dayanidhi
On: Wednesday 25 May 2022
नेशनल ओशनिक एंड एटमोस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन (नोआ) के वैज्ञानिकों के मुताबिक लोगों की गतिविधियों के कारण होने वाले ग्रीनहाउस गैस प्रदूषण ने 1990 की तुलना में 2021 में वातावरण में 49 फीसदी अधिक गर्मी को चलती औसत तुलना बढ़ाया।
नोआ का वार्षिक ग्रीनहाउस गैस इंडेक्स, जिसे एजीजीआई के नाम से जाना जाता है। यह कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, क्लोरोफ्लोरोकार्बन और 16 अन्य रसायनों सहित गर्मी को बढ़ाने वाली गैसों के मानव उत्सर्जन के बढ़ते तापमान के प्रभाव में वृद्धि करता है।
वार्षिक ग्रीनहाउस गैस सूचकांक (एजीजीआई) जटिल वैज्ञानिक गणनाओं को परिवर्तित करता है कि ये गैसें एक ही संख्या में कितनी अतिरिक्त गर्मी को बढ़ा सकती है, जिसकी तुलना पिछले वर्षों से आसानी से की जा सकती है और परिवर्तन की दर पर नजर रखी जाती है।
उत्तराखंड में यूपी से औसत तीन गुना ज्यादा कोरोना पॉजिटिव, 34 मौतों के साथ मिले नए 4807 संक्रमित
उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों के दौरान यूपी की तुलना में औसत तीन गुना ज्यादा कोरोना मरीज मिले हैं। जबकि संक्रमण के मामले में राज्य महाराष्ट्र जैसी स्थिति की ओर बढ़ रहा है। राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4807 नए मरीज मिले हैं। इन आंकड़ों की यदि यूपी से तुलना करें तो राज्य में मरीजों के संक्रमण का औसत काफी अधिक है। राज्य की एक करोड़ आबादी पर कुल 4807 नए मरीज मिले हैं। यदि इन मरीजों को यूपी की आबादी से गुना करें तो राज्य में एक दिन में औसत एक लाख के आसपास नए मरीज मिलते। जबकि यूपी में 20 करोड़ की आबादी पर पिछले 24 घंटे में महज 29 हजार ही नए मरीज मिले हैं। ऐसे कहा जा सकता है कि राज्य में नए मरीज मिलने की औसत दर यूपी से तीन गुना अधिक है।
Penis Size: क्या अमेरिकी पुरुषों की तुलना में भारतीय पुरुषों के पेनिस का आकार होता है बड़ा? जानें लेटेस्ट अध्ययन की रिपोर्ट
Penis Size: क्या लिंग यानी पेनिस का आकार ( Penis Size)मायने रखता है? यह एक बड़ा सवाल है जिसे कभी सुलझाया नहीं जा सकता, दुनिया भर के पुरुषों के औसत लिंग के आकार को तय जरूर किया जा सकता है. पुरुषों के लिंग (Penis) के अकार से संबंधित कई शोध मौजूद हैं. इसी कड़ी में हाल के एक अध्ययन से पता चला है कि भारतीय पुरुषों (Indian Men) के लिंग अमेरिकी पुरुषों (American Men) की तुलना में बड़े हैं. अध्ययन चलती औसत तुलना से पता चलता है कि भारतीय पुरुषों के लिंग की औसत लंबाई 5.40 इंच है, इसके बाद अमेरिकी पुरुष हैं जिनके लिंग की औसत लंबाई 5.35 इंच है. सबसे लंबा लिंग होने की दौड़ में हैती, फ्रेंच और ऑस्ट्रेलिया के पुरुष सबसे आगे हैं. अध्ययन के अनुसार, इन पुरुषों के लिंग सबसे बड़े होते हैं.
जिले में अब तक औसत से 33 मिमी कम बारिश
धमतरी। जिले में 21-22 जुलाई को हुई भारी बारिश और उसके बाद 2-3 दिन तक रुक-रुककर हुई बारिश का ग्राफ पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हो गया था। लेकिन अब बारिश में कमी होने के कारण फिर से जिले की औसत वर्षा पिछड़ने लगी है। भू-अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक मौजूदा साल में 28 जुलाई की स्थिति में धमतरी जिले में 593.20 मिमी औस
धमतरी। जिले में 21-22 जुलाई को हुई भारी बारिश और उसके बाद 2-3 दिन तक रुक-रुककर हुई बारिश का ग्राफ पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हो गया था। लेकिन अब बारिश में कमी होने के कारण फिर से जिले की औसत वर्षा पिछड़ने लगी है।
भू-अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक मौजूदा साल में 28 जुलाई की स्थिति में धमतरी जिले में 593.20 मिमी औसत वर्षा हुई है। जबकि पिछले वर्ष2013 में इसी समय तक यहां 626.48 मिमी औसत बारिश हो चुकी थी। इस लिहाज से जिले की वर्षा इस साल 13 मिमी पिछड़ गई है। 28 जुलाई 2014 की अवधि तक धमतरी में 484 मिमी, नगरी में 602 मिमी, कुरुद में 640 मिमी तथा मगरलोड में 645 मिमी कुल वर्षा चलती औसत तुलना दर्ज की गई है। जबकि बीते साल 2013 में इसी अवधि तक धमतरी में 648 मिमी, नगरी में 710 मिमी, कुरुद में 537 मिमी एवं मगरलोड में 619 मिमी वर्षा हो चुकी है। इन आंकड़ों को तुलना करने पर पता चलता है कि धमतरी जिला वर्षा के मामले में पिछले साल की तुलना में काफी पिछड़ा हुआ है। उल्लेखनीय है कि 20 जुलाई के बाद से जिले के आसमान पर लगातार बादल सक्रिय है। 9 दिनों की अवधि में ऐसा कोई भी दिन नहीं रहा जब तेज या हल्की बारिश न हुई हो लेकिन तेज बारिश में निरंतरता नहीं होने के कारण पिछले साल की तुलना में वर्षा का आंकड़ा कम होता जा रहा है। तेज बारिश अभी तक घंटा से ज्यादा समय के लिए नहीं हुआ है। सिर्फ 20, 21, 22 और 23 जुलाई को ही अच्छा पानी बरसा था। इन 4 दिनों की बारिश से ही जिले के गंगरेल बांध, मुरूमसिल्ली बांध, सोंढूर चलती औसत तुलना और कांकेर जिले के दुधावा बांध में जलभराव हुआ है। नदी, नाले, तालाब और अन्य जलाशयों में भी पानी भरा।
अहमदाबाद में कोरोना से मृत्युदर राष्ट्रीय औसत से अधिक
अहमदाबाद के नगर आयुक्त विजय नेहरा ने सोमवार को कहा कि मृत्यु दर को कम करने के लिए लोगों को वरिष्ठ नागरिकों की अतिरिक्त देखभाल करने की आवश्यकता है क्योंकि उनके अन्य की तुलना में संक्रमण की चपेट में आने का खतरा अधिक है।
गुजरात सरकार के आंकड़ों के अनुसार अहमदाबाद में कोरोना वायरस के अब तक 2,167 मामले सामने आए हैं। इनमें से 102 मरीजों की मौत हो चुकी है। आंकड़ों चलती औसत तुलना के विश्लेषण से पता चलता है कि शहर में कोविड-19 की मृत्यु दर 4.71 प्रतिशत है जो नई दिल्ली और मुंबई तथा राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
दिल्ली में कुल 2,919 मामलों में से कोविड-19 के 54 मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है। इससे पता चलता है कि मृत्यु दर 1.85 प्रतिशत है। मुंबई में, मृत्यु दर 3.77 प्रतिशत है क्योंकि अभी तक कुल 5,407 मामलों में से 204 मरीजों की मृत्यु हुई है। इसके अलावा, देश में कोरोना वायरस के कुल 26,917 मामले सामने आए हैं। इनमें से 826 मरीजों की मौत हुई है, जिससे मृत्यु दर 3.07 प्रतिशत होने का पता चलता है।