एक ट्रेडिंग खाता खोलें

यह ध्यान देना चाहिए कि आप एक से अधिक एक ट्रेडिंग खाता खोलें डीमैट एकाउंट को एक डीपी के साथ न जोड़े। क्योंकि एक पैन कार्ड को कई डीमैट अकाउंट के साथ जोड़ा जा सकता है।
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर सर्टिफिकेट और अन्य सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है। इसमें शेयर, बॉन्ड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज , म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस अकाउंट के माध्यम से शेयरों और संबंधित डॉक्युमेंट्स के रखरखाव की परेशानियों दूर हो जाती हैं।
डीमैट अकाउंट का अर्थ हम एक उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं। मान लीजिए आप कंपनी X का शेयर खरीदना चाहते है, शेयर खरीदने के साथ का वह आपके नाम पर ट्रांसफर भी होंगे। पहले आपको अपने नाम के साथ शेयर सर्टिफिकेट भी मिलते थे। जिसमें पेपर वर्क की कार्रवाई भी शामिल है। जितनी बार कोई शेयर खरीदा या बेचा जाता था तो उतनी बार सर्टिफिकेट बनाने पड़ते थे। इस कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाने के लिए भारत ने एनएसई पर व्यापार के लिए 1996 में डीमैट अकाउंट प्रणाली की शुरुआत की।
डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?
TV9 Bharatvarsh | Edited By: मनीष रंजन
Updated on: Oct 20, 2022 | 11:17 AM
शेयर मार्केट में निवेश ( इन्वेस्टमेंट ) शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट ( खातों ) की जरूरत होती है . ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट , ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट . हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है , लेकिन ट्रांजैक्शन ( लेन – देन ) को पूरा करने के लिए तीनों एक – दूसरे पर निर्भर होते हैं . शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए .
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है . जैसे एक सेविंग अकाउंट ( बचत खाता ) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है , वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है . डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है . ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में स्टोर ( संग्रहित ) करते हैं . फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ( रूप ) में परिवर्तित करने की एक ट्रेडिंग खाता खोलें प्रक्रिया ( प्रोसेस ) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है . जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या एक ट्रेडिंग खाता खोलें डेबिट किया जाता है . डीमैट अकाउंट के प्रकार ( टाइप ) डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव सावधानी से करना चाहिए . कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है . निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . 5 पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं . डीमैट एक ट्रेडिंग खाता खोलें अकाउंट चार तरह के होते हैं .
सिल्वर बचत खाता
- सभी शाखाओं में कहीं भी निशुल्क बैंकिंग।
- लॉकर एवं वार्षिक लॉकर किराये पर 15% की छूट।
- किसी भी बैंक के एटीएम से निशुल्क असीमित नकद निकासी करें।
गोल्ड बचत खाता
- आपके प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए, शाखाओं में विशेष विशेषाधिकार बैंकिंग क्षेत्र में एक ट्रेडिंग खाता खोलें प्राथमिकता सेवा।
- आपके प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए, शाखाओं में विशेष विशेषाधिकार बैंकिंग क्षेत्र में प्राथमिकता सेवा।
- वार्षिक लॉकर एक ट्रेडिंग खाता खोलें किराए पर 20% छूट।
- किसी भी बैंक के एटीएम में नि:शुल्क असीमित नकद निकासी लेनदेन।
टाइटेनियम बचत खाता
- आपको सहायता प्रदान करने के लिए एक समर्पित प्रिविलेज बैंकर।
- वार्षिक लॉकर किराये पर 40% की छूट।
- किसी भी बैंक के एटीएम से निशुल्क असीमित नकद निकासी करें।
एक ट्रेडिंग खाता खोलें
5paisa ऐप का उपयोग करके ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें, इसके लिए आप इन चार आसान स्टेप्स का पालन करना होगा
स्टेप1:Google Playstore या Apple Store से 5paisa ऐप इंस्टॉल करें.
स्टेप2:‘Open Demat Account’ का विकल्प चुनें.
Written by Web Desk Team | Published :September 9, 2022 , 6:27 am IST
यदि आप शेयर बाजार के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं और शेयरों में निवेश करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको डीमैट खाता खोलना होगा. आपका फाइनेंशियल टारगेट चाहे कुछ भी हो लेकिन शेयर बाजार में कोई भी लेनदेन करने के लिए डीमैट खाता होना जरूरी है. इस आर्टिकल में हम आपको डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलने की प्रक्रिया बताने जा रहे हैं –
डीमैट खाता क्या है?
डीमैट खाते या डीमैटरियलाइज्ड खाते (dematerialised accounts) का इस्तेमाल किसी भी कंपनी के शेयर ऑनलाइन रखने के लिए किया जाता हैं. एक डीमैट खाता आपको स्टॉक, म्यूचुअल फंड, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ), बॉन्ड आदि जैसे डीमैटरियलाइज्ड सिक्योरिटीज रखने की सुविधा देता है. जब आप किसी स्टॉक के लिए ऑर्डर देते हैं, तो आपके शेयर आपके डीमैट खाते में जमा हो जाते हैं. इसी तरह, जब भी आप अपने शेयर बेचते हैं तो आपका डीमैट खाता डेबिट हो जाता है.
डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?
TV9 Bharatvarsh | Edited By: मनीष रंजन
Updated on: Oct 20, 2022 | 11:17 AM
शेयर मार्केट में निवेश ( इन्वेस्टमेंट ) शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट ( खातों ) की जरूरत होती है . ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट , ट्रेडिंग अकाउंट और एक ट्रेडिंग खाता खोलें बैंक अकाउंट . हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है , लेकिन ट्रांजैक्शन ( लेन – देन ) को पूरा करने के लिए तीनों एक – दूसरे पर निर्भर होते हैं . शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए .
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है . जैसे एक सेविंग अकाउंट ( बचत खाता ) पैसे को चोरी होने और एक ट्रेडिंग खाता खोलें किसी भी गड़बड़ी से बचाता है , वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है . डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है . ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में स्टोर ( संग्रहित ) करते हैं . फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ( रूप ) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया ( प्रोसेस ) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है . जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है . डीमैट अकाउंट के प्रकार ( टाइप ) डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव सावधानी से करना चाहिए . कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है . निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . 5 पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं . डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं .