किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना

इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए ?
दोस्तों आज मैं आपको इस आर्टिकल में ऑनलाइन पैसे कैसे कमाते है? इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग के जरिये पैसे कमाना बताऊंगा। ये ऐसा तरीका है जिसे आप काम पैसे में ही शुरुआत करके लाखों रुपये कमा सकते हैं। आज इस तरीके से लोग घर बैठे ही लाखों रुपये कमा रहे है। तो चलिए जानते है कि इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाते हैं?
इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग क्या होता हैं ?
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट दोनों ही शेयर मार्केट से पैसे कमाने के अलग-अलग तरीके है हालाँकि दोनों में ही आपको शेयर ही खरीदने व बेचने होते है तो सबसे पहले जानते है इन्वेस्टमेंट क्या होता है ?
इन्वेस्टमेंट
इन्वेस्टमेंट शब्द का हिंदी में मतलब होता है निवेश करना यानि अपने पैसे को कही ऐसी जगह देना जहाँ पर उसे अच्छा इंटरेस्ट यानि आसान शब्दों में बोले तो ब्याज मिलना। निवेश तो आप अपने पैसे को कई तरीके से कर सकते हैं – बैंक में, म्यूच्यूअल फण्ड में,बांड्स में,शेयर मार्केट में स्टॉक खरीद कर।
मैं जो इन्वेस्टमेंट (निवेश करना) करने की बात कर रहा हूँ वो शेयर मार्केट में स्टॉक्स खरीदकर निवेश करने की बात कर रहा हूँ तो आये जानते हैं स्टॉक मार्केट में कैसे इन्वेस्टमेंट करें। इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करके घर बैठे ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए ?
कैसे स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करें ?
शेयर मार्केट में स्टॉक्स को लम्बे समय तक खरीदकर इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। लेकिन शेयर मार्केट में स्टॉक्स में इन्वेस्टमेंट करने के लिए भी आपको काफी रीसर्च करना होगा। आप ऐसे ही किसी कंपनी के बारें में जानें बिना उसमें इन्वेस्ट नहीं कर सकते है। बिना किसी कंपनी को जानें बिना उसमें निवेश करना अँधेरे में तीर चलाना वाला बात होगी इसलिए निवेश करने के लिए आपको कुछ रिसर्च करना होता यानि कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
सबसे पहले आपको केटेगरी तय करना होता है कि आप अपना पैसा किस केटेगरी में निवेश करना चाहते है जैसे – आईटी सेक्टर, बैंकिंग सेक्टर,मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर,पावर सेक्टर,लोजिस्टिक्स सेक्टर,ऑटोमोबाइल सेक्टर इसके अलावा बहुत से सेक्टर हैं आप चाहे तो हर सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक को चुन सकते हैं।
सेक्टर का चुनाव करने के बाद आपको उस सेक्टर के टॉप कम्पनीज की लिस्ट बनायेंगे फिर आप उस सेक्टर के कम्पनीज के स्टॉक्स को compare करेंगे मतलब फंडामेंटल एनालिसिस करेंगें जैसे – स्टॉक का प्राइस, एअर्निंग पर शेयर,कंपनी का कैपिटल मार्केट,रेवेनुए, प्रॉफिट ग्रोथ, सेल्स ग्रोथ,कंपनी की लीअब्बिलिटी,प्रमोटर्स की होल्डिंग,कंपनी का आने वाले समय में क्या प्लान है, कंपनी की मैनेजमेंट इन सभी बातों का आपको पता लगाना होगा।
फंडामेंटल एनालिसिस करने के बाद आप अपने बजट के हिसाब से चाहे तो सभी सेक्टर के अच्छी कमपनीज़ में इन्वेस्ट कर सकते है।
ट्रेडिंग
अगर आप ट्रेडिंग करके ऑनलाइन पैसे कमाना चाहते है तो आपको पहले ट्रेडिंग के बारें में जानना व सीखना होगा। ट्रेडिंग से दो प्रकार के होते है।
स्विंग ट्रेडिंग
स्विंग ट्रेडिंग में आप किसी भी स्टॉक को कुछ दिनों के लिए होल्ड कर सकते है यानी 2 से लेकर 15 दिन उससे ज्यादा दिन के लिए कर सकते है। इसका ट्रेडिंग का इस्तेमाल तब करते है जब हमें किसी स्टॉक का प्राइस लगातार बढ़ रहा हो या लगे ये आने वाले दिन में बढ़ेगा।
इंट्राडे ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब होता हैं की आपको आज ही शेयर खरीदना व बेचना होता है यानी आप रोज सुबह 9:15 से इंट्राडे शुरू कर सकते हैं। और तीन बजकर पंद्रह मिनट तक आप ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर इन टाइम के बीच में अगर शेयर खरीद कर बेचते नहीं है तो आटोमेटिक वो 3:15 तक सेल हो जायेगा।
ट्रेडिंग में लगभग सभी ब्रोकरेज कम्पनियाँ ट्रेडिंग करने के लिए आपको आपके फंड्स से ज्यादा पैसे देती है यानी अगर आपके डीमैट अकाउंट में 1000 रुपये है और आप किस कंपनी के स्टॉक में ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको आपकी ब्रोकरेज कंपनी आपके फंड्स से 5 गुना लिवरेज है यानि आप 1000 की जगह 5000 तक के स्टॉक्स से ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर आपको नुकसान होता है तो आपको अपने फंड्स से देना होता हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता हैं।
सबसे पहले ये ध्यान रखना होता है कि इसमें बहुत ही हाई रिस्क होता हैं क्यूंकि एक दिन में किसी स्टॉक का प्राइस किधर जायेगा ये बात कोई भी 100% कन्फर्म नहीं होता हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए क्यूंकि टेक्निकल एनालिसिस से ही आप किसी भी स्टॉक को पढ़ सकते है कि उसका प्राइस ऊपर जायेगा या निचे जायेगा लेकिन अगर आपको टेक्निकल एनालिसिस आता है तो स्टॉक का प्राइस ऊपर जाये या निचे जाये आप दोनों अवसर में पैसे कमा सकते हैं।
अगर आप किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना भी डिमैट अकाउंट खोलकर इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करना चाहते है तो निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें जहाँ अकाउंट खोलना बिलकुल फी हैं।
डिविडेंड क्या होता है, कैसे मिलता है शेयरों में निवेश करने पर ज्यादा मुनाफा, समझें
कैपिटल मार्केट में ऐसे कई निवेश हैं जिनसे आप ऐसा फायदा उठा सकते हैं. कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो अपने निवेशकों को अलग अलग समय पर अपने मुनाफे में से डिविडेंड देती हैं. इनके शेयरों में निवेश कर निवेशक अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं.
Investment : कई कंपनी अपने शेयरहोल्डर्स के डिविडेंड देती हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
आप कहीं एक जगह पर बड़े अमाउंट में पैसे निवेश करते हैं किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना तो यही उम्मीद रखते हैं कि आपको अच्छा खासा मुनाफा होगा. मुनाफा एक की बजाय दो रास्तों से आए तो फिर बात ही क्या है. इसे कहते हैं डबल बेनिफिट वाली डील हासिल करना. कैपिटल मार्केट में ऐसे कई निवेश हैं जिनसे आप ऐसा फायदा उठा सकते हैं. कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो अपने निवेशकों को अलग-अलग समय पर अपने मुनाफे में से डिविडेंड या लाभांश (Dividend) देती हैं. इनके शेयरों में निवेश कर निवेशक अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. उससे पहले ये समझ लेना जरूरी है कि डिविडेंड क्या होता है.
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क्या होता है डिविडेंड?
शेयर मार्केट की दुनिया में कुछ ऐसी कंपनियां हैं जो अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे में से हिस्सा देती हैं. मुनाफे के रूप में मिलने वाला यही हिस्सा डिविडेंड कहलाता है. ऐसी कंपनियों के शेयरों को डिविडेंड यील्ड स्टॉक्स कहा जाता है. हालांकि ये डिविडेंड देना या न देना किसी भी कंपनी का खुद का फैसला होता है. ये अनिवार्य नियम नहीं है. पीएसयू सेक्टर की कंपनियां अधिकतर अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देती हैं.
कैसे मिलेगा डबल मुनाफा?
किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश कर मुनाफा कमाने के दो तरीके होते हैं. पहला फायदा आपको तब होगा जब शेयरों में तेजी आएगी. और दूसरा यह कि कंपनी को जो भी मुनाफा हो रहा है, कंपनी उसी मुनाफे से आपको हिस्सा देगी. शेयरों में हमेशा उतार-चढ़ाव आता रहता है. जब बाजार गिरता है तो निवेशक अपने शेयर बेचने लगते हैं, इससे शेयरों के दाम घट जाते हैं. ऐसे वक्त में अगर आपने किसी डिविडेंड स्टॉक में निवेश कर रखा है तो आप ऐसे नुकसान के बीच में भी संभले रह सकते हैं.
डिविडेंड को भी बाजार के लिए किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना अच्छा माना जाता है. डिविडेंड मिलने से बाजार का सेंटीमेंट पॉजिटिव बना रहता है. अगर आप ऐसी किसी कंपनी में निवेश करते हैं जो ज्यादा डिविडेंड देती है तो, आप अपने शेयर बेचे बिना भी अच्छी खासी इनकम कमा सकते हैं.
डिविडेंड कब मिलता है?
यह कंपनियों पर निर्भर करता है कि वो डिविडेंड कब देती हैं, कितना देती हैं और कितनी बार देती हैं. कुछ कंपनियां साल में एक बार तो कुछ दो-तीन बार भी डिविडेंड देती हैं. डिविडेंड प्रति शेयर के आधार पर दिया जाता है. वित्त वर्ष के अंत में कंपनी अपने मुनाफे में से टैक्स और दूसरे खर्चों का पैसा अलग किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना करने के बाद जो शुद्ध मुनाफा बनता है, उसमें से लाभांश अपने शेयरहोल्डर्स को देती है.
(ध्यान रखें यह डिविडेंड पर महज सामान्य जानकारी है, कोई भी निवेश करने से पहले किसी फाइनेंशियल किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)
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निफ्टीबीज हिंदी मे 2022
[Nifty bees Meaning, Returns, Benefits,How to Buy, SBI ETF Nifty 50, NIPPON India ETF ,Bank Nifty]
Nifty Bees क्या हैं हिंदी मेेेेेे हम आपको Nifty Bees के बारे में A टु Z जानकारी देनेवाले हैं.आप लोगों ने इससे पहले म्युचुअल फंड और शेअर मार्केट में निवेश करने सब तरिके देखें होंगे लेकिन आपको निफ्टी बिज क्या होता हैं, इसमें कैसे इन्वेस्टमेंट कहा करनी चाहिये या कर सकते हैं, यह कैसे अगल है स्टाॅक्स और म्युचुअल फंड के निवेश से यह सब आज इस आर्टिकल में देखेंगे, तो चलिये जानते है निफ्टी बिज में निवेश के बारे में.
निफ्टी बिज का अर्थ क्या होता हैं? (FULL form)
इसका मतलब होता हैं 'बेंचमार्क इक्सचेंज ट्रेडेड स्किम'. यह भारत का पहिला इटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड हैं जो कि S & P CNX Nifty Index द्वारा प्रस्तुत किया गया हैं. दरसल यह निफ्टी के अनुरुप होता हैं. जैसे निफ्टी की किंमत कम या ज्यादा होगी वैसी ही यह बिज कि किंमत भी उसी अनुरुप कम ज्यादा होगी.
इसको आप एक स्टाॅक कि तरह ही खरिद अथवा बेच सकते हैं वो भी अपने डिमॅट अकांउट से.
जैसे आप Tata Motors, Wipro, Zomato Share खरिदते हैं वैसे हि आप Nifty Bees को खरिद सकते हैं.
निफ्टी इंडेक्स और निफ्टी बिज कि किंमत में क्या अंतर होता हैं? ( Nifty 50 Vs Nifty Bees Price)
आज इंडेक्स कि जो भी किंमत हैं अगर आप उसे १०० से डिवाइड करेंगें तो आपको लगभग निफ्टी बिज कि किंमत मिलेंगी.
अगर आज निफ्टी बिज 16000 चल रहीं हैं किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना तो इसे 100 से डिवाइड करेंगें तो उसकी किंमत लगभग 160 रुपये निकल कर आयेंगी इसी के आसपास आपको मार्केट में निफ्टी बिज कि किंमत दिखेंगी.
निफ्टी बिज लेने के क्या फायदे हैं? (किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना Benefits)
अगर आप स्टाॅक मार्केट और म्युचूअल फंड दोनों से अच्छा यानी आपको कम रिस्क चाहिये और ठिक ठाक रिटर्न्स चाहिये तो आपके लिये Nifty Bees से अच्छा कोई ऑप्शन नहीं होगा. तो चलिये जानते हैं इसके कुछ फायदें.
1. ना के बराबर रिस्क होती हैं ( Zero Risk)
अगर आप कोई स्टाॅक्स या किसी एक सेक्टर का म्युचूअल फंड खरिदते हो तो किसी कारण एक शेअर का या किसी एक शेअर का बहुत बार खराब न्युज के कारण वह सेंटर या शेअर बहुत तेजी से नीचे आते हैं तो ऐसे में आपका बहुत नुकसान हो सकता हैंं, शेअर मार्केट का गणित सीखना काफी मुश्किल होता हैं.
लेकिन अगर आप निफ्टी बीज में निवेश करके रखें हो तो आपकी रिस्की बहुत कम होगी क्योंकि माना जाता है भारत कि टाॅप 50 कंपनीयों को ही निफ्टी में शामिल किया जाता है और यह हर साल परफार्मेंस के अनुसार अंदर बाहर होती रहती हैं. इसलिये अगर मार्केट डाउन भी जाता है तो निफ्टी बहुत ज्यादा नहीं गिरता इसलिये निफ्टी बिज में रिस्क ना के बराबर किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना होता हैं.
2. निफ्टी बीज कभी जेरो नहीं होगा
कोई शेअर अगर ले तो इसकी किंमत 1000 रुपयें से 1 रुपये भी होती हैं, कौनसा शेअर खरिदना चाहिये यह हमें समझ नहीं आता और कई बार Stock Delisted भी होते हैं यह आपने देखा होगा लेकिन आपने कभी देखा नहीं होगा कि Index Zero हुआ है या 60-70% टूटा होगा.
इसलिये अगर आप स्टाॅक्स के बदले Nifty Bees लेते हो तो आपके लिये Risk ना के बराबर रहेगा और बार-बार उसकी व्हाल्यु बढ़ी घटी यह देखना भी नहीं पड़ेगा.
3. अलग से अकांउट निकालना नहीं पडेगा
अगर आप कम रिस्क के चक्कर में म्युचूअल फंड जैसे चीजो में अगर निवेश करना चाहते हैं तो आपको इसके लिये केवाईसी करनी पड़ेगी और अगर आप एजेंट के जरिये जाते हों तो आपको उसका कमिशन भी देना पड़ेगा लेकिन अगर आप निफ्टी बीज खरिदना चाहते हो तो आप वह अपने डिमॅट अकांउट से हि आराम से खरिद सकते हैं.
4. Nifty Bees में SIP
अगर आप Nifty Bees में महिने की सही तरिके से SIP भी करते हो तो आप आसानी से इसमें लाॅग टर्म में अच्छा खासा फायदा होता हैं अगर आप Nifty Chart खोलकर देखेंगे तो आपको पता चलेगा और ऊपर से कोई ज्यादा रिस्क नहीं.
निफ्टी बिज को कैसे खरिदें? ( how to Invest in Nifty Bees )
यह काफी आसान तरिका है इसलिए पास Zerodha , Upstox, Angel Broking ( Angle One), 5 Paisa जैसे ब्रोकर के जरिये डिमॅट अकांउट खोलना होगा और इसमें आप जैसे कोई शेअर को खरिदते तो वैसे हि इसमें आपको Niftybees भी दिखेगा वैसे ही आप उसे खरिद सकते हों.
अगर आपका पहले से कोई Demat Account हैं तो आप आसानी से उसमें Niftybees खरिद सकते हों.
कौनसा बिज है अच्छा ? ( (Which Nifty bees is Best)
मार्केट में आपको इसमें भी अलग अलग बिज के प्रकार मिलेंगे जैसे BankNiftybees, Niftynees ,Nippon India ETF Niftybees, SBI ETF Nifty 50 यह सब है तो अलग अलग लेकिन इनका काम एक जैसा ही है , अगर आप बैंक निफ्टी बिज में निवेश करते हो तो यह बहुत ऊपर निचे होता है ईसलिये निफ्टीबिज सबसे बेहतर है इनेवेस्टमेंट करने के लिये.
निफ्टी बीज और इंडेक्स फंड में अंतर क्या होता हैं? (Difference between Bees & Index)
वैसे देखा जाये तो कोई ज्यादा फरक नहीं होता, होता है तो वह कुछ प्रतिशद का होता है जो कि अलग अलग कंपनी द्वारा उसके चार्जेस के तौर पर होते हैं लेकिन अगर Niftybees Price और Index Price में उसकी किंमत में फरक होता है लेकिन हम दोनों कि प्रतिशत देखें तो वह बराबर हि होता हैं.
कौनसे निफ्टी बिज की शेअर प्राइस कितना हैं? (List of Nifty Price)
अगर हम SBI-ETF Nifty Share Price कि व्हाल्यु देखें तो वह आज के समय में 168 रुपये ( अगस्त 2021) के आसपास चल रहीं हैं और अगर हम Nippon-India ETF Nifty Bees की बात करें तो वह आज के समय में 178 रुपयें (अगस्त2021) चल रहा हैं.
और अगर HDFC Nifty 50 ETF कि बात करें तो यह लगभग 177 रुपयों के पास हैं, ऐसे कई सारे निफ्टी ईटीएफ आपको मिल जायेंगे.
निफ्टी बीज में रिटर्न्स कितने मिले हैं? ( Nifty किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना Bees Returs)
अगर हम बात करें इसके रिटर्न्स कि तो निफ्टी बिज कि किंमत फेब्रुवरी 2016 के दौरान लगभग 70 रुपये तक थी और आज कि किंमत देखें तो वहीं Niftybees कि किमत आज के अनुसार लगभग 194 चल रहीं हैं जो कि 250 प्रतिशत से भी ज्यादा रिटर्न्स इसने दिये हैं. अगर देखा जाये तो यह 5 सालों में इतने रिटर्न्स ओ भी कोई भी रिस्क नहीं यह बहुत बड़ी बात है इतना कोई बैंक भी आपको नहीं देती. इसलिये बहुत कम रिस्क में आप अच्छे रिटर्न्स पाना चाहते हो तो यह इन्वेस्टमेंट का सबसे अच्छा तरिक हैं.
इस आर्टिकल में आपने सीखा निफ्टी क्या हैं कैसे काम करता है, इसके क्या-क्या फायदे हैं, इसमें इन्वेस्टमेंट करने पर आपको कितने रिटर्न्स मिलते हैं? इंडेक्स और बीज में क्या फरक हैं? और इसे हम कैसे खरिद सकते हैं यह सब पर हमने जानकारी पढ़ीं
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FAQ
Q: निफ्टीबीज का Full form क्या हैं?
Ans: Benchmark Exchange Traded scheme.
Q: Niftybees और Banknifty कितने दिन हम होल्ड कर सकते हैं?
Ans: जितने चाहे उतने दिन होल्ड कर सकते हैं.
Q: क्या निफ़्टी बीज निवेश के लिये सुरक्षित हैं?
Ans: जी हां बिल्कुल , जैसे बाकी के शेअर होते हैं वैसे ही निफ्टी बीज के क्वांटिटी हमारे अकांउट में होती हैं.
Q: निफ्टी 50 और निफ्टी के प्रतिशत में अंतर होता है क्या ?
Ans: हां होता है लेकिन यह कंपनी के कुछ चार्जेस या प्रोसेसिंग के शुल्क के रुप में होता है जो कि बहुत कम होता हैं.
स्टॉक मार्केट की निवेश पाठशाला-2, जानें अच्छा शेयर चुनने के 10 टिप्स
शेयर बाजार में निवेश करके सभी लोग मुनाफा कमाना चाहते हैं। सही जानकारी न होने के चलते अक्सर ऐसा नहीं कर पाते हैं, लेकिन ऐसा किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना करना काफी आसान है। स्टॉक मार्केट से मोटा मुनाफा कमाने के लिए 10 सिंपल रूल हैं। अगर इनका पालन किया जाए तो शेयर बाजार से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
फॉलो करें 10 रूल
अगर आप चाहते हैं कि आपको स्टॉक में खूब फायदा हो तो सिर्फ 10 नियमों का पालन करें। ये आपको अच्छा रिटर्न दिलाने में मदद करेंगे। हालांकि ये नियम हैं तो बहुत आसान, लेकिन लोग निवेश के बाद अपना धैर्य खो देते हैं, जिसके चलते कई बार उन्हें होने वाला मुनाफा नुकसान में बदल जाता है। इसीलिए जानकारों का कहना है कि अगर नियमों का पालन किया जाए तो अच्छा रिटर्न पाना काफी आसान हो सकता है।
रूल 1: निवेश से पहले जानकारी लें
बिना जाने समझे किसी भी शेयर में निवेश न करें। बीएसई पर 5000 से ज्यादा शेयर लिस्टेड हैं। लेकिन कोई भी सभी शेयर में निवेश नहीं कर सकता है। इसलिए जब भी निवेश शुरू करें तो सही शेयर को चुनें।
रूल 2: जिस क्षेत्र की समझ हो उसी में निवेश बेहतर
अगर आपको किसी बिजनेस की समझ है, तो कोशिश करें कि उसी सेक्टर की कंपनी में निवेश करें। ऐसा करना इसलिए फायदेमंद होता है क्योकि उस सेक्टर में होने वाले उतार-चढ़ाव का आप विश्लेषण कर सकते हैं। इसके अलावा आप किसी स्टॉक में निवेश से पहले ब्रोकरेज कंपनियों की सलाह को भी देख सकते हैं। जिससे आपको अच्छे रिटर्न मिलने के चांस बढ़ जाते हैं।
रूल 3: बड़ी कंपनी में निवेश करें
अगर आप दवा क्षेत्र से जुड़े हैं, तो उन्हीं कंपनी में निवेश करें जिनका जाना पहचाना नाम हो। नई कंपनी में निवेश से बचें। हो सकता है कि नई कंपनी अच्छी हो लेकिन यह टाइम टेस्टेड नहीं है, तो कुछ दिन उस कंपनी पर नजर रखें। अगर उसका प्रदर्शन अच्छा रहता है तो बाद में निवेश किया जा सकता है। बड़ी कंपनियों में निवेश सुरक्षित रहता है, इसलिए ज्यादा फायदे के लालच में ऐसी कंपनी में निवेश न करें जिसका पहले से नाम न सुना हो।
रूल 4: अफवाहों से दूर रहें
स्टॉक मार्केट में अफवाहें खूब चलती हैं। इसलिए इससे बचना जरूरी है। सबसे अच्छा होगा कि जो भी खबर सुनें उसको किसी जानकार से कंफर्म करने की कोशिश करें। लेकिन अगर खबर पक्की न हो तो उसके आधार पर निवेश का फैसला न करें।
रूल 5: पहले रणनीति बनाएं, फिर निवेश करें
स्टॉक मार्केट में निवेश से पहले रणनीति बनानी जरूरी होता है। और सबसे अच्छी रणनीति है कि कभी भी पूरा पैसा एक साथ निवेश न करें। कुछ हिस्सा जरूर बचा कर रखें। किसी भी शेयर के बारे में यह पता कर पाना कठिन है कि किसी एक शेयर या किसी एक सेक्टर पर निवेश करना यह कब ऊपर जाएगा और कब नीचे। हो सकता है कि शेयर बहुत अच्छा हो और आप निवेश कर दें। लेकिन कई कारणों से यह नीचे भी जा सकता है। इसलिए पैसों का कुछ हिस्सा जरूर बचा कर रखें। यह हिस्सा गिरावट के वक्त दोबारा उसी शेयर में खरीदारी में काम आ सकता है। इससे आपकी शेयर की खरीद की एवरेजिंग अच्छी हो जाएगी।
रूल 6: स्टॉक मार्केट में निवेश का सही समय न खोजें
स्टॉक मार्केट ऊपर-नीचे होता रहेगा, आप रणनीति बना कर निवेश शुरू करें। कभी यह इंतजार न करें कि स्टॉक मार्केट आपके सोचे स्तर पर आ जाएगा। आमतौर पर स्टॉक लोगों की सोच से कुछ अलग ही रंग दिखाता है। इसलिए निवेश की योजना बनाएं और इन्वेस्टमेंट शुरू करें।
रूल 7: इन्वेस्टमेंट में इमोशन को स्थान न दें
कई बार लोग अच्छे शेयर में निवेश करते हैं, लेकिन अचानक हालात बदल जाते हैं। ऐसे में शेयर के साथ इमोशनल न हों, बल्कि समय की मांग के हिसाब से फैसला लें। आजकल टेलिकॉम सेक्टर इसी का उदाहरण है। इस सेक्टर के शेयर कुछ समय तक अच्छा रिटर्न दे रहे थे, लेकिन अचानक यह सेक्टर आकर्षक नहीं रह गया है। ऐसे में अगर इस क्षेत्र की कंपनियों में निवेश है, तो उससे निकलना ही बेहतर होता है, या बहुत ही ज्यादा लंबे समय तक उस शेयर के साथ रहना। ज्यादा लंबे समय तक बड़े निवेशक ही रुक पाते हैं, ऐसे में छोटे निवेशकों का इस सेक्टर के शेयरों से बाहर आ जाना ही बेहतर रहता है।
रूल 8: पोर्टफोलियो को व्यापक बनाएं
अपने पोर्टफोलियो या कहें कि स्टॉक मार्केट में निवेश को व्यापक बनाएं। सारा पैसा एक या दो शेयर में न लगाएं। इसके अलावा सेक्टर के हिसाब से भी निवेश करें। कोशिश करें कि कम से तीन सेक्टर में निवेश जरूर हो। इसके अलावा हर सेक्टर की एक से ज्यादा कंपनियों में निवेश रखें।
रूल 9: ज्यादा रिटर्न की उम्मीद न रखें
निवेश करने के साथ ही लोग कुछ ज्यादा ही रिटर्न की उम्मीद लगा लेते हैं। इसके चलते जब उनको फायदा होता है, तो उसका सही विश्लेषण नहीं कर पाते हैं। इसलिए रिटर्न को लेकर हरदम तर्कसंगत उम्मीद ही लगानी चाहिए। आमतौर पर बैंक की एफडी से दोगुना रिटर्न अच्छा माना जाना चाहिए।
रूल 10: अतिरिक्त पैसों का ही करें निवेश
अंश फायनेंशियल एंड इन्वेस्टमेंट के डायरेक्टर दिलीप कुमार गुप्ता का कहना है कि स्टॉक मार्केट में कभी उस पैसे का निवेश नहीं करना चाहिए, जिसकी आपको कुछ समय बाद ही जरूरत हो। यहां पर उसी पैसे का निवेश करें जो काफी समय के लिए खाली हो, क्योंकि स्टॉक मार्केट लगातार ऊपर नीचे होता रहता है, इसलिए जरूरी नहीं है कि कम समय में आपको फायदा हो। लेकिन लंबे समय में यह बाजार आपको अच्छा रिटर्न देता है, इसलिए निवेश जितने ज्यादा दिनों तक बनाएं रखेंगे उतना ही ज्यादा फायदा होगा।